पूर्व उपप्रधानमंत्री जगजीवन राम की मनाई गई 118 वीं जयंती
Varanasi (dil India live). शनिवार 5 अप्रैल दी रविदास स्मारक समिति के तत्वाधान में भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू जगजीवन राम की 118 वीं जयंती रविदास मंदिर राजघाट में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई।
लोगों ने समता मूलक समाज के संवाहक बाबू जगजीवन राम की प्रतिमा पर पुरुष अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बाबू जगजीवन राम का व्यक्तित्व कृतित्व संगोष्ठी का विषय संस्थापना करते हुए साहित्यकार डॉक्टर जयशंकर जय ने कहा -बाबू जगजीवन राम राष्ट्र निर्माण के कुशल शिल्पी थे वो राष्ट्रीय एकता अखंडता समानता का ताना-बाना जीवन भर मजबूत करते रहे। मुख्य अतिथि महंत रामेश्वर दास ने कहा संत रविदास के सच्चे अनुयाई मानवीय मूल्यों के रक्षक थे जगजीवन राम। आज वो भले ही हमारे बीच नहीं हैं मगर उनके दिखाए मार्ग, उनकी शिक्षा सदैव देश दुनिया के तमाम लोगों का मार्ग दर्शन करते रहेंगे।
विशिष्ट अतिथि प्रमोद पांडे ने अपने उद्बोधन में कहा बाबूजी जीवन राम सामाजिक न्याय के प्रभावित थे वे शोषण रचित और सर्वहारा समाज की लड़ाई जीवन भर लड़ते रहे। संगोष्ठी अध्यक्ष आचार्य महंत डॉक्टर भारत भूषण दास ने कहा वह सच्चे देशभक्त, स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजसेवी थे उनको कभी भुलाया नहीं जा सकता।
संगोष्ठी को पार्षद अमरदेव यादव, पार्षद बबलू शाह, पार्षद हाजी वकास अंसारी, गांधीवादी गोरखनाथ, अनुराग त्रिवेदी, रामकृष्ण आदि ने संबोधित किया।
इम्तियाज अहमद वीरेंद्र सिंह हारून मोहन चक्रवर्ती दिनेश यादव। संचालन डॉक्टर जयशंकर जय, किशन जयसवाल मदन लाल यादव शोभनाथ यादव धन्यवाद ज्ञापन वीरेंद्र कुमार बबलू ने किया। मुख्य रूप से पुजारी रामविलास दास धर्मराज विकास अध्यक्ष आयुष्मान चंद्रवंशी महेश मोहित राय बृजेश राम राजकुमार धीरज राजभर रमेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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