Cristmas पर बालक yeshu का स्वागत संग अभिषेक की तैयारियां तेज
दरअसल क्रिसमस मसीही समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है। ईसाई धर्म के लोग इस त्योहार को ग्लोबल लेवल पर धूमधाम और उल्लास के साथ मनाते हैं। दुनिया भर में हर साल 25 दिसंबर क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता है। ये एक ऐसा त्योहार है, जो तकरीबन 160 देशों में एक साथ मनाया जाता है। पर्व को हर उम्र के लोग क्रिसमस सेलिब्रेट करते हैं। यूं तो आमतौर पर लोग क्रिसमस का मतलब 25 दिसंबर ही जानते हैं मगर यह कम लोग जानते हैं कि क्रिसमस का जश्न क्रिसमस के पूर्व पड़ने वाले 4 इतवार पहले से ही शुरु हो जाता है। इस पर्व की तैयारियां महीने भर पहले ही शुरू हो जाती हैं। हाँ 24 दिसंबर की मध्यरात्रि यह पर्व अपने शबाब पर होता है। यह पर्व मध्यरात्रि से शुरु होकर तकरीबन सप्ताह भर तक चलता है। यही नहीं बल्कि Cristmas पर Cristian अपने घरों को रंग-बिरंगी लाइटों से जहाँ रौशन करते हैं वही डेकोरेटिव आइटम्स से चर्च से लेकर घर कालोनी तक सजाये जाते हैं।
Cristmas पर चरनी बनाने का दौर
क्रिसमस पर लोग अपने घर के आंगन में चरनी बनाते हैं। दरअसल गौशाले में ही बालक yeshu का जन्म हुआ था, इसालिए प्रभु yeshu के जन्म की झांकी चरनी के रूप में सजायी जाती हैं।
Cristmas tree
Cristmas के पूर्व ही मसीही घरों में क्रिसमस ट्री सजाया जाता हैं। मान्यता यह भी है कि क्रिसमस ट्री कई तरह के वास्तु निवारण का काम भी करता है। मसीही विद्वानों का कहना है कि crismas के पेड़ को घर में लगाने से घर से नकारात्मक उर्जा नष्ट होती है, यही वजह है कि crismas tree खुशी के इस मौके पर बेहद शुभ माना जाता है।
Global festival Cristmas
Crismas ऐसे तो Cristian festival है। लेकिन इसके उत्साह और उल्लास में सभी धर्म के लोग शामिल होते हैं। यही वजह है कि दुनिया के लगभग सभी देश में crismas का त्योहार अलग-अलग तरह से मनाया जाता है।
Cristmas cake
Cristmas पर cake का वैसे ही महत्व है जैसे ईद पर सेवई और दीपावली पर मिठाई का। भारत में तो केक बनवाने के लिए 15 दिन पूर्व से ही लोग बेकरी वाले के यहां बुकिंग के लिए पहुंचने लगते हैं। बहुत सारे लोग घरों में भी Crismas cake तैयार करते हुए खुद को भाग्यशाली महसूस करते हैं।