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शनिवार, 17 सितंबर 2022

Chehhellum की पूर्व संध्या पर दर्द भरे नौहों संग निकला जुलूस





Varanasi (dil india live). चेहल्लुम इतवार को मनाया जाएगा। चेहल्लुम की पूर्व संध्या पर वाराणसी में इमाम हसन, इमाम हुसैन और शहीदाने कर्बला की याद में अलग-अलग जुलूस उठे। इस दौरान जुलूस मार्ग दर्द भरे नोहों और मातम की सदाओं से गूंज रहा था। इस मौके पर हजारों लोगों ने सड़क पर उतरकर मातम का नजराना पेश किया। इस दौरान उलेमा ने मजलिस में कर्बला में शहीद हुए लोगों को सच्चा मोमिन बताया। कहा कि कर्बला में हुसैनियों ने अपना सिर कटा दिया मगर नाना के दीन को बचा लिया। उसे डूबने नहीं दिया। यही वजह है कि कायनात में केवल कर्बला के शहीद ही ऐसे मोमिन हैं जिनका चेहल्लुम 1400 साल से लगातार मनाया जाता है।

इससे पहलेेेेेे जुलूस की शुरुआत शायर ऋषि बनारसी के शिवाला स्थित इमामबाड़े से हुआ। इसमे अंजुमन क़सीमिया अब्बासिया ने नोहाखवानी व मातम किया। इस जुलूस में ताज़िया अलम ताबूत दुलदुल की ज़ियारत के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे थे। जुलूस से पहले मौलाना मेराज आबिदी ने मजलिस को खिताब किया। क़ासिम अली जानी ने सोज़ख़्वानी की। साहब, प्रिंनस और नासिर रजा ने नोहा पढ़ा।

नोहा और मातम की सदाओं संग जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ शिवाला घाट पर जाकर खत्म हो गया। वहीं, उसके बाद स्वर्गीय सलीम के निवास से अमारी, दुलदुल, आदि का जुलूस उठा। इसकी निगरानी अंजुमन आबिदिया चौहट्टा लाल ख्वां ने की। यह जुलुस सदर इमामबाड़े पर आकर समाप्त हुआ। उसी क्षेत्र से एक जुलूस मुकीमगंज से नवाब एहतेशाम के संयोजन में निकला गया। इसमें अंजुमन नासीरुल मोमेनीन ने नोहा मातम किया। जुलूस भी अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ सदर इमामबाड़े लाठ सरैया गया। अंतिम जुलूस शिवाला में डिप्टी जाफर बख्त के सामने स्वर्गीय हैदर बख्त के निवास से उठाया गया। जुलूस में अंजुमन क़सीमिया अब्बासिया गौरीगंज नोहा पैन किया जिस पर लोग मातम करते हुए चल रहे थे। वाराणसी में काली महाल में मज़ाहिर हुसैन रिज़वी के निवास पर कदीमी ताबूत उठाया गया। दालमंडी में ऐजाज़ हुसैन के निवास पर ताबूत उठाए गए। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया कि दुनिया से 12 करोड़ लोग इमाम के रौज़े कर्बला में मौजूद हैं। इसमे भारत से भी लाखों लोग पहुंचे हैं। इमाम का 40 रविवार 18 सितंबर यानि 20 सफर के 9 पर मनाया जाएगा।

तुलसी विवाह पर भजनों से चहकी शेर वाली कोठी

Varanasi (dil India live)। प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में तुलसी विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री ...