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शुक्रवार, 30 जून 2023

Bakrid par bijli कटौती से लोगों में उबाल


कांग्रेस बोली: त्योहार पर भी नही बक्शा विद्युत विभाग ने, करेंगे आंदोलन 


Varanasi (dil India live). वरुणापार के विभिन्न इलाकों में बकरीद के बावजूद भीषण बिजली कटौती से लोगों में उबाल है। कांग्रेस ने इसके लिए अधिकारियों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है। कहां कि बिजली विभाग के अधिकारियों कि उदासीनता के कारण बिजली संकट बरकरार है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेंहदी कब्बन, विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह एडवोकेट ने कहा कि पूरे वरुणापार के  इलाके में लोकल फाल्ट के नाम परक्रमवार  4 से 8 घंटे तक बिजली काटी जा रही है।इन इलाकों में पूरे 24 घंटे में मात्र 7 या 8 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है बाकी समय लोकल फाल्ट के नाम पर कटौती रहती है।यही नहीं बकरीद का त्योहार भी बिजली कटौती का शिकार हो गया। पहले दिन पूरे दिन मात्र 4 से 5 घंटे बिजली आपूर्ति हुई।

उक्त नेताओ ने कहा कि बिजली की इस समस्या के मुख्य जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारी है। अधिकारियों कि मिलीभगत से बिजली चोरी बदस्तुर जारी है,अधिकारियों के मिलीभगत की वजह से जिन उपभोक्ता के पास कनेक्शन है वो भी बिजली चोरी कर रहे है, ऐसी स्थिति में फाल्ट होना स्वाभिक है। यही नहीं जैसे ही बिजली कटती है तुरंत सबस्टेशन पावर हाउस पांडेपूर अपना फोन बिजी कर देता है जिससे उपभोक्ता को जानकारी के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस ने कहा कि यही हाल रहा तो जल्द ही कांग्रेस के लोग विद्युत विभाग में धरना, प्रदर्शन व घेराव करेंगे।

बुधवार, 28 जून 2023

Varanasi main bakrid ki namaz ka time

बकरीद की नमाज और इमामे ईदुल अजहा 



Varanasi (dil India live). बनारस में ईदुल अजहा कि नमाज़ कि तैयारियां पूरी कर ली गई है। सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच ईदुल अजहा कि नमाज़ अदा कि जाएगी। श्री सड़क कि मस्जिद लंगडे हफिज में मौलाना जकीउल्लाह कादरी सुबह 10.30 बजे जहां बकरीद की नमाज अदा कराएंगे वहीं ईदगाह लाट सरैया में मौलाना जियाउर्रहमान सुबह 8:30 बजे, ईदगाह पुरानापुल में इमाम मौलाना शकील सुबह 7:30 बजे। खानकाह हमीदिया रशीदिया, शक्कर तालाब में मुफती–ए–बनारस ‘अहले सुन्नत’ मौलाना मोईनुदृीन अहमद फारुकी ‘प्यारे मियां’ सुबह 8:00 बजे बकरीद की नमाज अदा करायेंगे। ईदगाह गोगा की बाग में ईमान मौलाना नुरुल हसन सुबह 7:00 बजे नमाज अदा कराएंगे तो ईदगाह शक्कर तालाब अहले हदीस में इमाम मौलाना हसन जमील मदनी सुबह 6:45 बजे, ईदगाह लंगर मस्जिद में इमाम मौलाना इरशाद रब्बानी सुबह 7:00 बजे, जामा मस्जिद खोजापुरा में इमाम मौलाना सगीर सुबह 7:15 बजे, मस्जिद शहीद बाबा में इमाम हाफिज गुलाम साहब 7:30 बजे तो मस्जिद सुन्नी इमामबाड़ा सरैया में मौलाना इकबाल अहमद सेराजी 7:30 बजे, इमामबाड़ा शिया हजरात सरैया में इमाम मौलाना जफर हुसैनी 9:30 बजे, बड़ी मस्जिद सरैया में हाफिज खैरुद्दीन 7:30 बजे, मस्जिद इमिलियातल्ले छीत्तनपुरा में मौलाना मंजर हसन सुबह 8:00 बजे, मस्जिद ढाई कंगूरा पठानी टोला में इमाम हाफिज नसीम बशीरी 8:00 बजे, बड़ी मस्जिद काजीसादुल्लापुरा में मौलाना सकलैन 7:30 बजे, मस्जिद अहनाफ अहले सुन्नत सरायहडहा में मौलाना फैजानुल्लाह कादरी 9 बजे, मस्जिद उस्मानिया में मौलाना इनाम 7:30 बजे नमाज अदा कराएंगे। ऐसे ही जामा मस्जिद अगागंज में मौलाना रमजान अली 6:45 बजे, बड़ी मस्जिद धनधरौवा काजिसदुल्लपूरा में मौलाना शफीक अकमल 7:30 बजे, बड़ी मस्जिद भोज बाबा छीत्तनपुरा में मौलवी कय्युम 7:30 बजे, जामा मस्जिद कमनगडहा में मौलाना आजाद सुबह 7:00 बजे, मस्जिद मीनार कमालपुरा  में मौलाना निजाम 7:30 बजे, बड़ी मस्जिद रसूलपुरा में इमाम मौलाना हाजी नसीरुद्दीन 7:30 बजे, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार में सुबह 7:30 बजे व मस्जिद नुरूददीन शहीद में सुबह 7:30 बजे बकरीद की नमाज अदा की जाएगी।



शुक्रवार, 1 जुलाई 2022

bakharid 2022: त्याग और बलिदान की कहानी बकरीद



varanasi (dilindialive)। देश-दुनिया में 10 जुलाई को ईदुल अजहा यानी बकरीद का त्योहार पूरी अकीदत के साथ मनाया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। देर रात तक बकरो और सेवईयो की खरीदारी bakharid पर होती है। बकरीद के दिन को कुर्बानी और त्याग के दिन के रूप में याद किया जाता है। इस्लामिक हिजरी कैलेंडर के मुताबिक, कुर्बानी का त्योहार बकरीद रमजान के दो महीने बाद आता हैं। इस्लाम धर्म में बकरीद तीन दिन होती है, आमतौर पर छोटे-बड़े जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। इस दिन जानवर को अल्लाह की राह में जहां कुर्बान कर दिया जाता हैं। वहीं काबा में ज़ायरीन हज के अरकान मुकम्मल कर रहे होते हैं। उधर बकरों की खरीद के साथ ही खोवा, सेवई, मेवा, प्याज,अदरक आदि की भी खरीदारी देर रात तक होती है, दरअसल कुर्बानी के साथ ही घरों में लज़ीज सेवईयां भी बनती है। इसकी तैयारियां ख्वातीन देर रात से ही करती हैं।

bakharid की  कहानी

बकरीद पैगम्बर हजरत इब्राहिम की सुन्नत है। एक बार खुदा ने हजरत इब्राहिम का इम्तिहान लेने के लिए ख्वाब में हुक्म दिया कि इब्राहिम अपनी सबसे अजीज चीज़ रब के लिए कुर्बानी दें। हजरत इब्राहिम के लिए सबसे अजीज उनका बेटा हजरत इस्माइल थे, जिसकी कुर्बानी के लिए वे तैयार हो गए। उन्हे कुर्बानी के लिए ले भी गये मगर ऐन कुर्बानी से पहले रब ने हजरत इस्माईल की जगह ये कहते हुए जेबाह के लिए दुम्बा भेज दिया कि वो हज़रत इब्राहिम का इम्तेहान ले रहे थे और इम्तेहान में वो पास हो गये, तभी से कुर्बानी का पर्व मनाया जाता है।

इस साल ये है तैयारी

इस साल 10 जुलाई को पूरे देश में बकरीद का पर्व मनाया जाएगा। ईदगाहों और प्रमुख मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज सुबह 6 बजे से लेकर 10.30 बजे तक अदा करने की तैयारी है। दुनिया भर के मुसलमान ईद की तरह कुर्बानी पर भी गरीबों का खास ख्याल रखते हैं। कुर्बानी के सामान का तीन हिस्सा बांटकर एक हिस्सा गरीबों को दिया जाता है। दो हिस्सों में एक खुद के लिए और दूसरा हिस्सा दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए रखा जाता है। मुसलमानों का विश्वास है कि पैगंबर हजरत इब्राहिम की कठिन परीक्षा ली गई। अल्लाह ने उनको अपने बेटे पैगम्बर हजरत इस्माइल की कुर्बानी देने को कहा जिसमें वो पास हो गये।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...