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शुक्रवार, 27 जनवरी 2023

Modern public school में गणतंत्र दिवस पर हुआ अनेक आयोजन

मॉडर्न पब्लिक स्कूल में मना गणतंत्र दिवस


Varanasi (dil india live)। बड़ी बाजार स्थित द मॉडर्न पब्लिक स्कूल के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया। प्रातः 10 बजे स्कूल के प्रिंसिपल श्री अब्दुल वफा अंसारी ने झंडारोहण किया, तत्पश्चात संस्था के सभी बच्चो ने एक साथ राष्ट्रगान गाया,जिससे पूरा स्कूल गूंज उठा। उसके बाद बच्चों में जानशीन, आरज़ू, ज़िया , फैजा ,अर्जियां, तबस्सुम, जैनब, फैजान मिस्बाह, शाइरा asma के द्वारा देश भक्ति गीत, और रंगारग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिससे आए हुए सभी मेहमान मंत्रमुग्ध हो गए। 

विशिष्ट अतिथि डॉक्टर रियाज अहमद ने अपने संबोधन में बच्चो को मार्ग दर्शन देते हुए कहा कि हमारा देश  एक सोने की चिड़िया की तरह है, और इस देश में सभी तरह के और सभी धर्मो के लोग रहते है, और न किसी की काले से पहचान होती है और न ही किसी गोरे से हम सब इसी मिट्टी के सपूत हैं। इस देश के सभी नागरिकों को अपना जीवन यापन , तथा रहन सहन का अधिकार हमारा संविधान हम सब को अपने हिसाब से रहने का अधिकार देता है, और यही संस्कृति हमारे देश की आन , बान, और शान है। 

अब्दुल वफ़ा अंसारी ने मेहमानों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा की हमारे देश की तरक्की में बच्चों का अहम किरदार होता है, बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं। देश को बचाने  तथा उसको संवारने का काम हम सबको मिल कर करना है। और साथ ही साथ इस देश में नफरत को छोड़ कर हमे प्यार और मुहब्बत वाला रास्ता चुनना चाहिए, जिससे हम सबका हिंदुस्तान पूरी दुनिया में एक अलग पहचान बनाएगा। संचालन जफर अहमद और रोजीना ने किया।

 इनके अलावा फैयाज अहमद खान, सोफिया, अंकित, रहमतुल्लाह, तबस्सुम, ओसामा इत्यादि के अलावा भारी संख्या में अभिभावक भी मौजूद थे।

गुरुवार, 15 सितंबर 2022

Ghazipur Medical news : राष्ट्रीय बाल स्वस्थ्य कार्यक्रम साबित हो रहा वरदान

अब सामान्य बच्चों की तरह चल सकेंगे दिव्या और सत्यम

Himanshu Rai 


Ghazipur (dil india live). राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत एवं मिरेकल फीट फाउंडेशन के सहयोग से राजकीय मेडिकल कॉलेज (जिला अस्पताल) गाजीपुर में अब तक 40 से ज्यादा बच्चो का नि:शुल्क इलाज किया जा चुका है। जो क्लब फुट (टेढ़े पंजे) से पीड़ित थे। जिला अस्पताल मे कार्यरत  डॉ. प्रभात अग्रहरि द्वारा 4 बच्चो का पोनसेटी मेथड से प्लास्टर लगाया गया और  इन बच्चो का जल्द ही  (टेनोटामी ) कर उनके टेंडेंट को ढीला किया जायेगा ताकी बच्चे के पैर को प्राकृतिक स्थिती प्रदान किया जा सके।

गाजीपुर  जिला अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ० प्रभात अग्रहरि ने बताया कि क्लब फुट एक जन्मजात विकृति है  जन्म के समय से ही बच्चो के पैर का पंजा मुड़ा हुआ होता है। उन बच्चों के पैरों के उपचार के लिये पोंसेटी तकनीकी के सहयोग से क्लब फुट का उपचार संभव है। इसमें धीरे-धीरे बच्चे के पैर को बेहतर स्थिति में लाना है और फिर इस पर एक प्लास्टर चढ़ा दिया जाता है, जिसे कास्ट कहा जाता है। यह हर सप्ताह 5 से 8 सप्ताह तक के लिए दोहराया जाता है। आखिरी कास्ट पूरा होने के बाद, अधिकांश बच्चों के टेंडन को ढीला करने के लिए एक मामूली ऑपरेशन (टेनोटॉमी) की आवश्यकता होती है। यह बच्चे के पैर को और अधिक प्राकृतिक स्थिति में लाने में मदद करता है। जिससे पैर अपनी मूल स्थिति पर वापस न आ जाए। फिर बच्चा 4 सालो तक ब्रेस या विशेष प्रकार के जूते पहनता है जो की मिरेकल फीट फाउंडेशन द्वारा नि:शुल्क दिया जाता है 

मिरेकल फीट फाउंडेशन  के प्रोग्राम एक्जिक्यूटीव आनंद कुमार विश्वकर्मा  ने बताया कि 0 से 1.5 साल तक के बच्चे इस नि:शुल्क इलाज का लाभ ले सकते है  हमारे संस्था के द्वारा बच्चो के प्लास्टर में लगने वाला जिप्सोना तथा  ब्रेस ( विशेष प्रकार का जूता ) नि: शुल्क प्रदान किया जाता है।कभी-कभी इस प्रक्रिया के काम नहीं करने का मुख्य कारण यह होता है कि ब्रेसिज़ (विशेष प्रकार के जूते) लगातार उपयोग नहीं किये जाते हैं। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपका बच्चा लंबे समय तक विशेष जूते और ब्रेसिज़ आमतौर पर तीन महीने के लिए पूरे समय और फिर रात में पहनाने होते है।

शुक्रवार, 31 दिसंबर 2021

Happy new year: न्यू ईयर का वेलकम, चर्चेज़ में होगी आराधना

नववर्ष का अभिनंदन करने को शहर तैयार


वाराणसी 31 दिसंबर (dil india live)। नववर्ष की आगवानी व पुराने साल को अलविदा कहने के लिए 31 दिसम्बर की रात्रि महागिरजा समेत तमाम चर्चो में प्रार्थना सभा का आयेजन किया जाएगा। यूं तो प्रार्थना सभा कोविड प्रोटोकाल के चलते शाम में ही हो जायेगी मगर उल्लास व बधाईयों का दौर, मैसेज का आदान प्रदान पहले ही शुरु हो गया। गिरजाघरों में प्रार्थना सभा सम्पन्न होते ही  फिज़ा में गूंजेगा... हैप्पी न्यू ईयर। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर पहले से ही तैयार हैं। इस दौरान केक काटे जायेंगे और कैरोल सिंगिंग की गूंज फ़िजा में बुलंद हो उठेगी।

नववर्ष के पहले दिन हुआ था यीशु का नामकरण

पादरी आदित्य कुमार ने बताया कि क्रिसमस के दिन जग के राजा ईसा मसीह धरती पर जन्मे थे और नया साल का पहला दिन प्रभु यीशु मसीह के नामकरण का दिन है। प्रभु यीशु बाल रूप में धरती पर आये थे। इसलिए भी नव वर्ष का बड़ा महत्व है।

शाम से ही शुरु होगी आराधना

नव वर्ष की पूर्व संध्या से ही नववर्ष की आराधना शुरु हो जयेगी। बुराईयों का प्रतीक पुतला भी जलाया जायेगा। सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप यूज़ीन जोसेफ जहां आराधना करायेंगे तो सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार नववर्ष के स्वागत में आराधना करेंगे। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, यीशु माता चर्च शिवपुर में फादर रोज़लीन राजा आराधना करायेंगे। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया में भी नववर्ष की तैयारियां पूरी हो गयी हैं। प्रार्थना पूरी होते ही चर्चेज़ व मसीही घरो व कालोनियों में एक साथ फिज़ा में गूंजेगा हैप्पी न्यू ईयर...।

शनिवार, 25 दिसंबर 2021

यौम ए हुसैन पर हुई मजलिस

वाराणसी 25 दिसंबर (dil india live)। टेंगरा मोड़ स्थित हसन बाग की कर्बला में रसूले ख़ुदा हजरत मुहम्मद साहब के नवासे और हज़रत अली और जनाबे फातिमा के बेटे शहीदों के सरदार हजरत इमाम हुसैन की याद में मजलिस का आयोजन किया गया ।

मजलिस की शुरुआत में आज़म रिज़वी और नदीम आब्दी ने कुरान ए पाक की तिलावत की, इसके बाद हाजी यूसुफ मरहूम के घरवालों ने सोज़ख़्वानी की। पेशख़्वानी जनाब मायल चंदौलवी, वहदत जौनपुरी, एवं बनारसी, फरीदी मिरवपुरवी, दानिश कानपुरी, इमरान हैदरी, शहंशाह मिर्जापुरी, ने की । मजलिस को खिताब मौलाना कल्बे रुशैद रिज़वी, ग़ज़नफर अब्बास तूसी ने किया। जिसके बाद अंजुमन मुहाफ़िज़ ए अज़ा (रामनगर), अंजुमन अबिदिया, अंजुमन हुसैनिया, अंजुमन अब्बासिया ने नौहाख्वानी की। मजलिस का आयोजन डॉ सैय्यद अब्दुल्ला मुज़्ज़फर ने के ज़ेरे एहतेमाम हुआ। मजलिस मरहूम हकीम मूसी रज़ा एवं मरहूम हाजी ज़मानत अली की याद में आयोजित की गई थी।

Happy Christmas: गिरजाघरों में गूंजा हैप्पी क्रिसमस...

एक दूसरे को  किया विश, केक का हुआ आदान-प्रदान






वाराणसी  (dil india live)। प्रभु ईसा मूसीह के जन्म दिन क्रिसमस पर आराधना संग जश्न और उल्लास में समूचे मसीही शनिवार को डूबे  नज़र आये। लोगों ने गिरजाघरों में अमन के राजकुमार प्रभु ईसा मसीह की जहां आराधना की वहीं चर्चेज़ में अमन, एकता और देश की तरक्की व सौहार्द के लिए प्रार्थना हुई। मसीही घरों व कालोनियों में जश्न का माहौल दिखाई देने लगा। इस दौरान क्रिसमस गीत, तेरा हो अभिषेक अमन के राजकुमार, आज हमारे दिल में जन्म ले हे प्रभु यीशु महान..,फिज़ा में गूंज रहा था। दुनिया भर के चर्च और गिरजाघर मुक्तिदाता ईसा मसीह के जन्म के गीत से गुंज रहे थे। यूं तो ईसा जन्म की विशेष आराधना मध्य रात्रि में ही शुरु गई थी  मगर बड़े दिन की पहली सुबह ईसा मसीह को मानने वालों ने आराधना करके जहां अपनी आस्था प्रकट की। वहीं देश दुनिया में । कोविड से मुक्ति के साथ ही अमन और सौहार्द के लिए दुआएं मांगी। 

सुबह से ही शुरू हुई आराधना

धर्म कि नगरी वाराणसी में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महागिरजा) में ईसा मसीह की आराधना सुबह 8.30 बजे हिन्दी व 9.30 बजे अंग्रेजी में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का दर्शन बताया गया। प्रार्थना सभा में पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज, फादर थामस सी. सिस्टर एन वीटा, सिस्टर ज्योति, सिस्टर ट्रीसा, सिस्टर अलफोनजा, सिस्टर रानी मारिया, सिस्टर मंजू, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे। क्रिसमस डे सर्विस के तहत रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के राजकुमार एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस अमन के राजकुमार की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर चले। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहां लोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर क्रिसमस सेलीब्रेट किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम क्रिसमस का लुत्फ उठा पायेंगे, क्यों कि किसमस हमारे उद्धार का दिन है। लाल चर्च में पादरी संजय दान की अगुवाई में क्रिसमस मिलन व विशेष आराधना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले यहां आराधना हुई उसके बाद बधाइयों का दौर शुरू हो गया। क्रिसमस मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर क्रिसमस की बधाइयां दी। यहां विजय दयाल, नील कमल चरण, शबनम, किरन, सुशील बेनजामिन, श्वेता, ज्योत्सना, डेविड, अभय, अभिषेक, रोमा आदि सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया। सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर हैनरी, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर सुसाई राज, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं।


उल्लास और उत्साह संग यीशु जन्म की झांकी



वाराणसी में यीशु मसीह के जन्म का पर्व क्रिसमस उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न चर्चेज़ में आराधना के बाद लोग मस्ती करते दिखाई दिये इस दौरान कही यीशु जन्म की झांकी दिखी तो कहीं लोग सेल्फी लेकर मस्ती करते दिखे। चर्च ऑफ बनारस छावनी में ईसा मसीह जन्मोत्सव पादरी बेन जॉन की अगुवाई में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रार्थना और आराधना के साथ ही यीशु जन्म पर आधारित ड्रामा व पंजाबी भांगड़े के साथ ही वेस्टर्न डांस का आयोजन किया गया जिसमें   ऐशर, आराधना, ममता, एस्तेर जॉय, सिलवीया, पूनम, विनीता और हेमंत व अखिलेश मसीह व विकास आदि व्यवस्था संभाले हुए थे। कार्यक्रम के बाद लोगों ने एक दूसरों से गले मिलकर क्रिसमस की बधाईयां दी। आयोजन का आन लाईन भी प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बेन जॉन व सू जॉन ने दिया।

शनिवार, 18 दिसंबर 2021

धार्मिक सत्ता स्थापित करने का प्रयास लोकत्रांतिक मूल्यों के खिलाफ :. प्रो. राम पुनियानी

नवसाधना कला केंद्र में तीन दिवसीय शांति शिविर

राष्ट्रीय एकता, शांति और न्याय पर बोले बुद्धिजीवी




वाराणसी 18 दिसंबर ()।धार्मिक सत्ता स्थापित करने का प्रयास लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है.देश में पिछले कुछ सालों से ऐसे ही प्रयास किये जा रहे हैं। जिससे मुल्क की साझी विरासत पर खतरा मंडरा रहा है।

ये बातें सामाजिक चिंतक और मुम्बई आई आई टी के पूर्व प्रोफेसर राम पुनियानी ने तरना स्थित नव साधना कला केंद्र में 'राइज एंड एक्ट' की तरफ से आयोजित तीन दिवसीय 'राष्ट्रीय एकता, शांति और न्याय' विषयक प्रशिक्षण शिविर में प्रथम दिन बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत की साझी विरासत पर हर दिन खतरा बढ़ता जा रहा है। हमें इन खतरों से न सिर्फ़ सावधान रहना होगा बल्कि समझना भी होगा। आजादी की लड़ाई सभी धर्म जाति के लोगों ने मिलजुल कर लड़ी थी। आज उन्हें विभाजित किया जा रहा है। एक धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। प्रो.पुनियानी ने कहा कि समतावादी समाज के निर्माण के लिए संवैधानिक संस्थाओं और मूल्यों की रक्षा करने की जरूरत है जिन पर आज सर्वाधिक खतरा है। आज दलित, आदिवासी, महिला और अल्पसंख्यक निशाने पर हैं. उनकी दशा दिनों दिन खराब होती जा रही है। इतिहास को तोड़ मरोड़ कर गलत प्रचार किया जा रहा है. भारतीय सभ्यता और संस्कृति मिली-जुली रही है जिन्हें आज तोड़ने का हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है. हमारी कोशिश समता और समानता आधारित समाज के निर्माण की होनी चाहिए।

'मौजूदा दौर में मीडिया की भूमिका' विषय पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार एके लारी ने कहा मीडिया अपनी भूमिका से विरत हो चुका है. पूर्व की सरकारों के दौर में भी मीडिया की भूमिका पर सवाल उठते थे पर वह अपवाद स्वरूप होते थे आज हालत इससे उलट है. मीडिया ने जनसरोकार से किनारा कर के सत्ता सरोकार से रिश्ता बना लिया है. जिससे लोकतंत्र के चौथे खम्भे से आम जन का भरोसा उठता जा रहा है।

विशिष्ट वक्ता दीपक भट्ट ने लोकतन्त्र की चुनौतियों पर बातचीत करते हुए कहा कि इस समय सबसे बड़ी जरूरत युवाओं के साथ काम करने की है जिससे वे एक विश्लेषण की समझ बना सकें। वह मौजूदा दौर में लोकतंत्र में अपनी प्रभावी भूमिका निभा सकें। उनमें अपनी बात कहने और विरोध दर्ज करने का जज्बा बनाना जरूरी है। 


इसके पूर्व शिविर का उद्घाटन डायसेस आफ वाराणसी के बिशप यूजिन जोसेफ़ ने किया। उन्होंने शिविर में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें समाज निर्माण के लिए हर स्तर पर प्रयास करना चाहिए। जब तक इस प्रयास में हर तरह के फूलों को एक साथ बांधकर गुलदस्ता तैयार नहीं करेंगे तबतक एक बेहतर समाज नहीं बनाया जा सकता। प्रशिक्षण में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के  सामाजिक कार्यकर्ता,अध्यापक,शोध छात्र और पत्रकारों की भागीदारी महत्वपूर्ण रही। शिविर के आयोजन का संचालन डा.मोहम्मदआरिफ ने किया।

विश्व उर्दू दिवस की रहेगी धूम

विश्व उर्दू दिवस" के तहत कल मनेगा "जश्ने उर्दू" 

वाराणसी 18 दिसंबर (dil india live)। "विश्व उर्दू दिवस" के उपलक्ष्य में आठवां "जश्ने उर्दू" का आयोजन उर्दू बीटीसी टीचर्स वेल्फेयर एसोसिएशन वाराणसी की ओर से 19 दिसम्बर रविवार, 2 बजे दिन में सिटी गर्ल्स इंटर कालेज, क़ाज़ी सादुल्लाहपुरा, (चौकाघाट पानी टंकी, टाटा पेट्रोल पंप के समीप) वाराणसी में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता- मुफ्ति-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी (इमाम व खतीब शाही जामा मस्जिद ज्ञानवापी वाराणसी।) मुख्य अतिथि- प्रोफ़ेसर आफताब अहमद आफाकी (विभागाध्यक्ष-उर्दू विभाग काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी) और विशिष्ट अतिथिगण डा. नगमा परवीन (प्रवक्ता-डायट सारनाथ वाराणसी), अफसर अहमद ( अध्यापक- जामिआ मजहरूल उलूम वाराणसी), डॉक्टर तमन्ना शाहीन  (प्रवक्ता-डी ए वी डिग्री कालेज वाराणसी), अहमद आज़मी ( मशहूर शायर) शामिल होंगे।

शनिवार, 11 दिसंबर 2021

भारत विकास परिषद सत्यम ने बांटी खिचड़ी


वाराणसी 11 दिसंबर (dil india live)। भारत विकास परिषद सत्यम रजत जयंती वर्ष अध्यक्ष अजीत मेहरोत्रा ने बताया कि अपने स्थाई प्रकल्प के तहत आज शनिवार को दशाश्वमेध स्थित बाबा खिचड़ी मंदिर में महीने के दूसरे शनिवार पुनः खिचड़ी वितरण हुआ। जिसमें करीब 300 व्यक्तियों को खिचड़ी वितरण किया गया। इस सेवा कार्य में कार्यक्रम संयोजक किशन पेशवानी, अनिल अग्रवाल, एडी सिंह, महिला संयोजिका रितु बरनवाल, शेखर बरनवाल, कोषाध्यक्ष विष्णु सेठ, मृत्युंजय, संस्कार  मेहरोत्रा, गुलशन छाबड़ा ,शशि छाबड़ा आदि लोगों ने सेवा कार्यों मे सहयोग दिया।

शनिवार, 13 नवंबर 2021

बाल सुरक्षा सप्ताह मनेगा आज से

बाल यौन शोषण के खिलाफ करेंगे जागरुकता 

वाराणसी,13 नवम्बर।(dil india live)। बच्चों एवं किशोरों के यौन शोषण को रोकने के लिए ‘राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम' के तहत 14 से 20 नवम्बर तक प्रदेश के सभी जिलों में ‘बाल सुरक्षा सप्ताह’ का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर बाल यौन शोषण के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के महाप्रबंधक डा. वेद प्रकाश ने इस सम्बंध में प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर कार्यक्रमों के आयोजन का निर्देश दिया है जो बाल यौन शोषण के मुददे पर लोगों को संवेदनशील बनाने के साथ ही बच्चों के लिए और सुरक्षित माहौल दे सके। ‘बाल सुरक्षा सप्ताह’ में किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत पीयर एजुकेटर द्वारा साथिया समूह के साथ तथा विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के साथ विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों जैसे क्विज प्रतियोगिता, पोस्टर चार्ट, जिंगल मेकिंग प्रतियोगिता आदि आयोजित कर इससे सम्बंधित जानकारी प्रदान करने और उन्हें जागरूक बनाने के साथ-साथ प्रोत्साहित करेंगे।  इन प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों व किशोरों को  प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक ब्लॉक के दो इण्टर कालेजों में किशोर स्वास्थ्य मंच का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही किशोर स्वास्थ्य काउंसलर / फेमिली प्लानिंग काउंसलर भी जागरुकता अभियान चलायेंगे। उपकेन्द्र स्तर पर ‘किशोर स्वास्थ्य और कल्याण दिवस’ एवं ’किशोर मित्रता क्लब’ की बैठकों का भी आयोजन किया जाएगा।


Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...