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रविवार, 5 मार्च 2023

Congress ने किया पार्टी संविधान में संशोधन

अब महानगर में भी होगी ब्लाक अध्यक्ष की नियुक्ति 


Varanasi (dil india live). उदयपुर चिंतन शिविर व छत्तीसगढ़ में आयोजित महाधिवेशन में संगठन को जमीनी व प्रभावी बनाने की दिशा में पार्टी संविधान में संशोधन किया गया हैं।

वाराणसी के महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने बताया कि अब महानगर / शहर में भी ब्लाक अध्यक्ष की नियुक्ति होगी व उनके अधीन मण्डल अध्यक्ष, वार्ड अध्यक्ष व बूथ अध्यक्ष व उनकी कमेटियों का निर्माण हो सकेगा। वाराणसी महानगर में 14 ब्लाक का निर्धारण किया गया हैं जो कि रामनगर, सारनाथ, खजूरी, काजी सदुल्लापुरा, अलईपुरा, कटेहर, कालभैरव, सिगरा, बेनिया, भदैनी, बंगाली टोला, सुन्दरपुर, छित्तनपुरा शहर, कैंट छावनी के रूप में चिन्हित किया गया हैं। इसी तरह छावनी व नगर निगम में वार्डो की संख्या के हिसाब से 21 मण्डल का निर्धारण किया गया हैं जिनके नाम काशी की महान विभूतियों, महापुरुषों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम से चिन्हित किया गया हैं। महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने बताया कि एक पखवारे के भीतर शीर्ष नेतृत्व से अप्रूवल लेकर ब्लाक अध्यक्ष व मण्डल अध्यक्ष की नियुक्ति कर वाराणसी में कांग्रेस धारदार तरीके से कार्य करेगी। आमजनों की बेहतरी के लिये कार्य करते हुए आगामी नगर निगम चुनाव व लोकसभा चुनावों में मजबूती से लड़ाई लड़ेगी व सार्थक परिणाम प्राप्त करेगी। राघवेन्द्र चौबे ने बताया कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश तिवारी व प्रयागराज के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय से प्राप्त  निर्देशानुसार यह निर्धारण किया गया है।

रविवार, 26 फ़रवरी 2023

Gandhivadi Dr arif बोले, aazadi का पूरा आंदोलन मेलजोल का नतीजा

शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, संविधान और सौहार्द पर सघन कार्य कि घोषणा 

आशा ट्रस्ट का 31 वां वार्षिक सम्मेलन सम्पन्न 

आपसी मेल जोल व प्रेम से राष्ट्रीय एकता को मिलेगा बढ़ावा: डॉ मोहम्मद आरिफ




Varanasi (dil india live).सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट का तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन रविवार को सम्पन्न हो गया. देश के कई राज्यों से जुटे प्रतिनिधियों ने सम्मेलन के दौरान अपने यहां किये जा रहे सामाजिक बदलाव के प्रयासों की प्रस्तुति की और आगामी कार्ययोजना पर भी चर्चा की। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर समझ विकसित करने के लिए और आपसी प्रेम और सौहार्द्र को बढ़ाने के लिए सांझी विरासत की परम्परा को और विकसित करने के लिए व्याख्यान भी आयोजित किया गया।

प्रतिनिधियों ने क्षेत्रीय ईंट भट्ठे पर कार्यरत प्रवासी मजदूरों के बच्चों के की शिक्षा के लिए संस्था द्वारा संचालित शिक्षण केंद्र और संविलियन विद्यालय भंदहां कला में आशा द्वारा संचालित विज्ञान प्रयोगशाला, खेल पिटारा, बाल पुस्तकालय, हमारे आदर्श पोस्टर आदि प्रयासों का अवलोकन किया।

अंतिम दिन के प्रथम सत्र में  बोलते हुए वरिष्ठ गांधीवादी चिंतक और इतिहासकार डॉ मोहम्मद आरिफ ने कहा कि आपसी मेल जोल व प्रेम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिलेगा। भारत हजारों साल से विविध धर्म संस्कृतियों का देश रहा है। सदियों से लोग बेहतर तरीके से एक दूसरे के साथ भाईचारा के साथ रहते आये हैं। हमारे महापुरुषों की आईडिया ऑफ इंडिया की जो परिकल्पना थी उसमें स्वतंत्रता, समता, बंधुता और न्याय हो। हम बुद्ध, कबीर, रैदास, गोरख नाथ, स्वामी विवेकानंद, गांधी, नेहरू अंबेडकर, भगत सिंह आदि को पढ़ेंगे व जानेंगे तभी मेल जोल और साझी संस्कृति को आगे बढ़ा सकेंगें। आजादी का पूरा आंदोलन इसी मेलजोल का नतीजा था।

समापन सत्र में सभी प्रतिनिधियों ने संकल्प लिया  कि समाज में बहुमुखी विकास और खुशहाली के लिए आशा ट्रस्ट  शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, संविधान और सौहार्द पर अपने प्रयास और सघन करेगी तथा हम सुदूर इलाकों में अपनी पहुँच बढाने की दिशा में काम करेंगे। अगला सम्मेलन अगले वर्ष फरवरी में मणिपुर के उखनूर जिले में आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया। अध्यक्ष संस्था के सचिव विजय भाई, संचालन वल्लभाचार्य पाण्डेय और धन्यवाद ज्ञापन अरविन्द मूर्ति ने किया। इस अवसर पर वाराणसी और आसपास जिलों के सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

बुधवार, 22 फ़रवरी 2023

Dr mohd arif बोले: आपसी मेल जोल से मिलेगा राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा

संविधान की मूल आत्मा मानवतावादी: दौलतराम

सामाजिक सद्भाव से देश होगा खुशहाल: रणजीत कुमार 

भारतीय समाज का आधार सह-अस्तित्व की भावना: विनोद कुमार

भारत की परिकल्पना विषयक संगोष्ठी सम्पन्न



Jounpur (dil india live). राइज एंड एक्ट के तहत राष्ट्रीय एकता, शान्ति, सद्भाव एवं न्याय के लिए "भारत की परिकल्पना " विषयक परिचर्चा आयोजित की गई। इस अवसर पर समता मूलक समाज निर्माण का संकल्प लिया गया।

मुख्य वक्ता आल इंडिया सेक्युलर फोरम के डॉ मोहम्मद आरिफ ने कहा कि आपसी मेल जोल व प्रेम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिलेगा। भारत हजारों साल से विविध धर्म संस्कृतियों का देश रहा है। सदियों से लोग बेहतर तरीके से एक दूसरे के साथ भाईचारा के साथ रहते आये हैं। हमारे महापुरुषों की आईडिया ऑफ इंडिया की जो परिकल्पना थी उसमें स्वतंत्रता, समता, बन्धुता और न्याय हो। हम बुद्ध, कबीर, रैदास, गोरख नाथ, स्वामी विवेकानंद, गांधी, नेहरू अंबेडकर, भगत सिंह आदि को पढ़ेंगे व जानेंगे तभी मेल जोल और साझी संस्कृति को आगे बढ़ा सकेंगें। आजादी का पूरा आंदोलन इसी मेल-जोल का नतीजा था।

        बनारस से आये रणजीत कुमार ने कहा कि आपसी मेल जोल के लिए सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना होगा तभी एक सुंदर व खुशहाल भारत बनेगा। ऐसे वातावरण का निर्माण करें ताकि एकता व प्रेम कायम रहे। इस तरह के आयोजन होंने चाहिए जिसमें हम एक दूसरे को समझ सकें। सभी धर्म संस्कृति का सम्मान होगा तभी राष्ट्रीय एकता, शांति, सद्भाव व न्याय कायम होगा।

   सामाजिक कार्यकर्ता दौलतराम ने कहा कि संविधान की मूल अवधारणा लेकर चलें तो सर्वे सुखिना, सर्वे भवन्तु निरामया की उक्ति चरितार्थ होगी। हमारा संविधान मानवतावादी है और सभी के कल्याण और बराबरी के लिए है। उसे पूर्णरूपेण लागू करके शांतिमय समाज बना सकते हैं। कार्यक्रम संयोजक विनोद कुमार ने कहा कि सामाजिक एकता को कायम रखने के लिए संयम, जिम्मेदारी व मेल जोल आवश्यक है। भारतीय समाज सह-अस्तित्व के सिद्धांत पर आधारित है। हमे इसे बचाये रखने की कोशिश जारी रखनी चाहिए।

            इसी क्रम में उद्यान स्पेक्टर भोला प्रजापति ने कहा कि हमें एकता, शांति, न्याय को अक्षुण बनाये रखना होगा। उसके लिए अपनी मानसिकता बदलनी होगी। उन्होंने भारतीय संविधान को जानने समझने व सरकार द्वारा चल रही योजनाओं की चर्चा करते हुए अधिकारों के लिए सजग रहने का आह्वान किया। स्वागत करते हुये स्थानीय आयोजक विनोद कुमार ने इस कार्यक्रम का मकसद बताया कि समाज मे बदलाव आये और सामाजिक न्याय सबको मिले इसी जागरूकता के लिए परिचर्चा रखी गयी है।

 कार्यक्रम में शिवकुमारी, रविना भरती,महेंद्र प्रधान, मंजेस ,जय प्रकाश अभिषेक गायक  बिनाभारती, रमाशंकर, रागनी संजू भारती, धर्मेंद्र सहित कई ब्लॉक के सैकड़ों महिला, पुरुष व छात्र - छात्राएं मौजूद रहे।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...