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सोमवार, 26 दिसंबर 2022

COVID की तैयारियों को परखने के लिए मॉकड्रिल कल

आवश्यक व्यवस्थाओं के आकलन की होगी समीक्षा

मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने दिया निर्देश, सभी व्यवस्थाएं ठीक से जांच लें

जिले की 11 कोविड चिकित्सा इकाइयों का होगा imtehan 

Varanasi (dil india live) | कोविड-19 चिकित्सालयों में किये गए आवश्यक प्रबंध को परखने के लिए मंगलवार को मॉकड्रिल की जायेगी |चीन समेत कई देशों में कोविड-19 रोगियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए यहाँ भी हर जरूरी तैयारी करने को कहा गया है |

          मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा व जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने समस्त कोविड चिकित्सालयों को निर्देश दिया है कि कोविड उपचार व प्रबंधन संबंधी सभी व्यवस्थाएं ठीक तरह से जांच ली जाएं । मॉकड्रिल के दौरान समस्त चिकित्सा इकाइयों में ऑक्सीज़न प्लांट, औषधियों, एंबुलेंस, आईसीसीसी कॉल सेंटर, तैनाती स्थल, अंतर्भागीय कोविड वार्ड सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को अच्छी तरह जांच लिया जाए।

          मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड-19 के प्रबंधन को लेकर हर जरूरी तैयारियों के बारे में शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त हुये हैं। इसके तहत जनपद में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का प्रयोगात्मक विश्लेषण एवं मॉकड्रिल के दौरान पायी गयी कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा। यह  मॉकड्रिल  मंगलवार (27 दिसंबर) को जनपद के 11 चिकित्सा इकाइयों पर होगी जिसमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल हैं । कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा । जनपद की समस्त चिन्हित कोविड प्रबंधन इकाइयों के रोस्टर में सूचीबद्ध सभी चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफपूर्वाभ्यास में प्रतिभाग करेंगे। कोविड प्रबंधन के बारे में जनपद स्तर से अथवा चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले चिकित्सकों, पैरा मेडिकल व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को इस पूर्वाभ्यास में अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जायेगा ।ड्यूटी रोस्टर में नामित वार्डब्वाय व सफाई कर्मी, एम्बुलेन्स चालक, चिकित्सा इकाइयों पर तैनात फार्मासिस्ट व लैब टेक्नीशियन भी प्रतिभाग करेंगे।

          सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक चिन्हित ब्लॉक में एक-एक अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा रिहर्सल का पर्यवेक्षण किया जायेगा। समस्त नोडल अधिकारी व पर्यवेक्षकों द्वारा पूर्वाभ्यास में सम्पादित गतिविधियों की सूचना निर्धारित चेकलिस्ट पर चिकित्सीय इकाई-वार संकलित कर जिला सर्विलांस इकाई को उसी शाम छहबजे तक उपलब्ध कराएंगे, जिसका उत्तरदायित्व जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया का होगा।

इन बिन्दुओं पर रहेगा फोकस

-      ऑक्सीजन प्लान्ट तथा ऑक्सीज़न कन्संट्रेटर की क्रियाशीलता

-      वेंटिलेटर्स की उपलब्धता व क्रियाशीलता

-      आवश्यक लॉंजिस्टिक (औषधियों, आईवी फ्लूइड व अन्य उपकरण) की उपलब्धता

-      मानव संसाधन की उपलब्धता 

-      अबाध विद्युत आपूर्ति

शनिवार, 17 सितंबर 2022

9 fru का होगा संचालन, Varanasi में बढ़ेंगी स्वास्थ्य सेवाएं

Cm के chc हाथी सहित चार नए एफ़आरयू चिन्हित

Chc चौकाघाट, दुर्गाकुंड व डीडीयू चिकित्सालय के mch विंग हुए fru


Varanasi (dil india live). जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश पर जनपद में चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ीकरण करते हुये निरंतर विस्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में शासन ने जिले के चार सरकारी चिकित्सालयों को नवीन फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफ़आरयू) यानी प्रथम संदर्भन इकाई चिन्हित कर मुहर लगा दी है। इस तरह से अब जिले में नौ एफ़आरयू तैयार हो गए हैं।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि जनपद में पूर्व से ही पांच एफआरयू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी गंगापुर (पिंडरा), जिला महिला चिकित्सालय और एलबीएस रामनगर संचालित किए जा रहे हैं। साथ ही अब नए चार एफ़आरयू चिन्हित किए गए हैं। इनमें पहला है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से गोद ली गई सीएचसी हाथी बाजार, दूसरा नगरीय सीएचसी चौकाघाट, तीसरा सीएचसी दुर्गाकुंड और चौथा एमसीएच विंग, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय शामिल है। सीएमओ ने कहा कि शासन के निर्देश के क्रम में इन नवीन एफआरयू को सक्रिय रूप से क्रियाशील करने के लिए जल्द ही निर्धारित आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वर्तमान में सीएचसी हाथी बाजार में 50 बेड सहित अन्य सुविधाएं हैं। वहीं सीएचसी चौकाघाट व सीएचसी दुर्गाकुंड में 30-30 बेड और दीनदयाल चिकित्सालय स्थित एमसीएच विंग में 50 बेड सहित अन्य चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।

इसके अतिरिक्त सीएचसी चोलापुर में 30 बेड, रक्त भंडारण, जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) वार्ड, सिजेरियन प्रसव सुविधा, न्यू बोर्न स्टेबलाइज़ेशन यूनिट (एनबीएसयू) व 24 घंटे सातों दिन चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। यहाँ अप्रैल 2022 से अब तक 58 सिजेरियन प्रसव किए जा चुके हैं। इसी तरह सीएचसी अराजीलाइन में 42 बेड सहित अन्य सुविधाएं मौजूद हैं। यहाँ वित्त वर्ष में अब तक 27 सिजेरियन प्रसव किए जा चुके हैं। सीएचसी गंगापुर (पिंडरा) में 30 बेड सहित अन्य सेवाएं उलब्ध हैं और यहाँ अब तक 17 सिजेरियन प्रसव किया जा चुके हैं। एलबीएस चिकित्सालय रामनगर में करीब 150 बेड व जिला महिला चिकित्सालय में 180 बेड सहित अन्य सेवाएं 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध हैं।

एफ़आरयू में मिलने वाली सुविधाएं

 शासन के निर्धारित मानकों के क्रम में प्रथम रेफरल इकाइयों (एफआरयू) में व्यापक प्रसूती देखभाल सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जिसमें सिजेरियन सेक्शन, नवजात शिशु गहन देखभाल, बीमार बच्चों की आपातकालीन देखभाल, परिवार नियोजन सेवाओं की समस्त सेवाएं, सुरक्षित गर्भपात सेवाएं उपचार, रक्त भंडारण इकाई (ब्लड स्टोरेज यूनिट) की उपलब्धता, 24 घंटे सातों दिन चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाएं और रेफरल परिवहन सेवाएं शामिल हैं।

बुधवार, 13 जुलाई 2022

पं. दीनदयाल चिकित्सालय में फिर से शुरु हुई दंत चिकित्सा सेवा

नये संसाधनों, उपकरणों के साथ दंत रोगियों का हो रहा निःशुल्क उपचार


Varanasi (dil india live). दंत रोगियों को अब इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय में दंत चिकित्सा सेवा फिर से शुरू कर दी गयी है। नये संसाधनों के साथ शुरू की गयी इस सेवा का दंत रोगी लाभ उठा सकते हैं।

पं. दीनदयाल चिकित्सालय दंत विभाग की प्रभारी डा. निहारिका मौर्या ने बताया कि ओपीडी में हर रोज औसतन 40 से 50 मरीज देखे जा रहे हैं। जरूरत के अनुसार उनकी सर्जरी भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल दंत चिकित्सा की सभी जरूरी सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं। मसलन खराब दांत को निकालना, उनकी सफाई, फीलिंग आदि उपचार किये जा रहे हैं।

दांतोंके प्रति न बरतें लापरवाही


डा. निहारिका कहती हैं दांत हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। इसके प्रति बरती गयी लापरवाही न केवल हमारे स्वास्थ्य बल्कि व्यक्तित्व पर भी प्रभाव डालता है। शरीर के अंदर होने वाली कई बीमारियों का कारण खराब दांत और खराब मसूढ़े होते हैं। लिहाजा इनके प्रति सभी को संवेदनशील होना चाहिए। आम तौर पर दांत की बीमारियों की लोग अनदेखी करते हैं। चिकित्सक के पास तब जाते है जब उन्हें दांत या मसूढ़े में तेज दर्द होने लगता है, जबकि थोड़ी सी सावधानियों से हम दंत रोगों से बच सकते हैं। डा. निहारिका ने कहा कि दांतों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए खाने के बाद उसे अच्छी तरह साफ करना जरूरी होता है। ऐसा न करने पर खुराक दांतों में फंस जाता है और कुछ समय बाद उसमें सड़ांध शुरू होजाती है। वह कहती हैं कि एक ही ब्रश कई महीनों तक इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उसे समय-समय पर बदलते रहना चाहिए ताकि खराब ब्रश दांतों व मसूढ़ों को नुकसान न पहुंचा सकें।

 यहां करें सम्पर्क

डा. निहारिका का कहना है कि दंत रोग होने पर उसका तुरंत उपचार कराना चाहिए। पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय के कक्ष संख्या 313 में किसी भी कार्यदिवस में सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक दंत चिकित्सा सेवा निःशुल्क उपलब्ध है। दंत रोगी इसका लाभ उठा सकते हैं।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...