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बुधवार, 11 जनवरी 2023

Yoga welness center or aayush बना रहे हैं health

योग से हो रहे हैं निरोग, सीख रहें स्वस्थ जीवन का भी हुनर

योग वेलनेस सेंटर व आयुष हेल्थ वेलनेस सेंटर बने है मददगार  




Varanasi (dil india live). भेलूपुर निवासी 35 वर्षीय अजय शुक्ल कमर में दर्द के साथ ही तेजी से बढ़ते वजन की समस्या से परेशान थे। भेलूपुर स्थित स्वामी विवेकानन्द चिकित्सालय स्थित योग वेलनेस सेंटर में उन्होंने सम्पर्क कर उन्होंने योग करना शुरू किया।  चार माह में  में उन्हें सार्थक परिणाम नजर आने लगे। वजन 86 किलो से घट कर 69 किलो तो हुआ ही और साथ ही कमर के  दर्द में पूरी तरह आराम भी मिल गया । गौरीगंज की रहने वाली इशरत (28 वर्ष) हाई ब्लड प्रेशर के साथ ही चिड़चिड़ापन की समस्या से तंग थी। उन्होंने भी इस योग वेलनेस सेंटर में अनुलोम-विलोम, भ्रामरी जैसे प्राणायाम के साथ ही ध्यान करना सीखा। दो महीने के प्रयास के बाद उन्हें भी आराम मिलना शुरू हो गया। ब्लड प्रेशर तो सामान्य रहता ही है अब उनका चिड़चिड़पन भी खत्म हो गया।

भेलूपुर स्थित योग वेलनेस सेंटर के योग प्रशिक्षक मनीष कुमार पाण्डेय बताते हैं कि अजय शुक्ल और इशरत तो महज नजीर है। इस सेंटर में योग के जरिये विभिन्न बीमारियों से ठीक होने वालों की लम्बी फेहरिश्त है। वह बताते हैं कि वर्ष 2019 में जब इस सेंटर की शुरूआत हुई थी तब यहां महज दस-बारह लोग ही प्रतिदिन योग के जरिये उपचार कराने के लिए आते थे लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 40 से 50 के बीच पहुंच गयी है। इससे खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि योग के जरिये बीमारियों का उपचार कराने वालों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ी हैं। इनमें अधिकांश लोग शुगर, गठिया, ब्रोकाइटिस, स्पांडिलाइसिस, थायराइड जैसे रोगों से पीड़ित होते हैं। योग के जरिये हो रहा उपचार उनके लिए काफी लाभकारी हो रहा है। वह बताते हैं कि भेलुपुर के अलावा सीएचसी शिवपुर व पं.दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय-पाण्डेयपुर में भी योग वेलनेस सेंटर संचालित है। वहां भी योग के जरिये लोगों को योग के जरिये निरोग बनाने के साथ-साथ उन्हें स्वस्थ जीवन जीने की कला सिखायी जाती है। 

यहाँ भी होता है yog से उपचार

क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी बताती हैं कि प्रदेश सरकार लोगों को सेहतमंद बनाने के लिए चिकित्सा के साथ ही योग के लिए भी जागरूक कर रही है। आयुष मिशन के तहत इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में योग वेलनेस सेंटर के अतिरिक्त ‘आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’ भी  खोले गये है। वाराणसी में रामनगर, आयर, पलहीपट्टी, सिंधोरा, मंगारी, भाद्रासी, कठिरावं, रामेश्वर में आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचलित हैं जहाँ योग के जरिये उपचार के साथ ही योग का प्रशिक्षण भी दिया जाता है । यह केंद्र सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक खुले रहते हैं। इसके अतिरिक्त योग प्रशिक्षक सप्ताह में दो दिन समुदाय में अलग से कैंप लगाकर लोगो को योग करना सिखाते हैं।

 इन रोगों के उपचार में लाभदायक है yoga 

डिप्रेशन, शुगर, लीवर की बीमारी, गठिया, पीठ के निचले हिस्से में दर्द, माइग्रेन, अस्थमा, ह्र्दय से सम्बंधित रोग, अनिद्रा, मानसिक रोग।

शनिवार, 10 दिसंबर 2022

India में 1 लाख 33 हजार health व welness center, जल्द पूरा होगा डेढ़ लाख का लक्ष्य

सभी के स्वस्थ रहने पर आएगी खुशहाली:राज्यपाल 

अंतिम व्यक्ति तक बेहतर चिकित्सा सुविधा पहुंचाना सरकार का लक्ष्य 

टेलीकंसल्टेशन से हर रोज हो रहा चार लाख से अधिक का उपचार

• सम्मेलन समुदायों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में सीएचओ की भूमिका अहम-मनसुख मांडविया

 • सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों का दो दिवसीय अंतरराज्यीय सम्मलेन शुरू



Varanasi (dil india live). सभी के स्वास्थ्य की उचित देखभाल से ही देश में खुशहाली संभव है। यह तभी होगा जब समाज का अंतिम व्यक्ति तक बेहतरीन चिकित्सा सेवा मिलेगी। सरकार की मंशा के अनुरूप आम जन तक इस चिकित्सा व्यवस्था को पहुंचाने में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अहम भूमिका निभा रहे हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के दो दिवसीय अंतरराज्यीय सम्मलेन को वर्चुवली सम्बोधित करते हुए उक्त विचार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य जन्म से लेकर जीवन के अंतिम पल तक जुड़ा रहने वाला विषय है। केन्द्र और प्रदेश सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है। बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिए एक आन्दोलन जैसा चल रहा है। इसमें जन भागीदारी का नतीजा है कि हम तमाम बीमारियों पर अब काफी हद तक अंकुश लगा चुके है। उन्होंने कहा कि इसमें हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने इच्छा जताई कि 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में बढ़ते उम्र के साथ होने वाले शारीकि व मानसिक बदलाव से उनके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। हो सके तो ऐसी महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाए।

इसके पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने प्रदेश व अन्य प्रदेशों से आए मंत्री की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) दिवस  पर रुद्राक्ष कनवेंशन सेंटर में शनिवार से शुरू हुए इस सम्मेलन को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उसके घर के समीप ही उपलब्ध हों। इस मंशा के अनुरूप ही जगह-जगह पीएचसी के साथ ‘हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर भी खोले गये है। ‘हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ समाज के अंतिम व्यक्ति तक निशुल्क, सस्ती व बेहतरीन चिकित्सा सुविधाओं को पहुंचाने में मददगार साबित हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मियों ने जो भूमिका निभायी उसकी न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनियां में प्रशांसा हुर्इ। देश के स्वास्थ्यकर्मियों ने यह साबित कर दिया कि विपरीत परिस्थ्यिों में रहते हुए भी हम सीमित संसाधनों में सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा सकते है।  उन्होंने कहा कि ‘हेल्थ आर्मी’ ने कोरोना काल में जिस तरह अपने जीवन की चिंता किये बगैर काम किया उसी तरह उम्मीद है कि वह यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए भी बेहतरीन परिणाम देकर एक इतिहास रचेगी। उन्होंने कहा कि देशभर में एक लाख पचास हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर बनाने का लक्ष्य रखा गया। इस लक्ष्य के अनुसार अबतक एक लाख 33 हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर खुल चुके हैं।  उन्होंने कहा सिर्फ हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर खोले ही नहीं जा रहे है उन पर चिकित्सकों की तैनाती की भी योजना है। इसके लिए देश में नये मेडिकल कालेजों को खोलने का भी प्रयास चल रहा है। यह भी प्रयास है कि मेडिकल छात्र ऐसे हेल्थ एण्ड वेलनसे सेंटर पर अपनी सेवाए देने के लिए जुड़े। उन्होंने कहा कि  आज देश में र्इ-संजीवनी प्लेटफार्म से हर रोज चार लाख से अधिक लोग इस सेवा का लाभ ले रहे है।  उन्होंने कहा कि टीबी मुख्त भारत बनाने के लिए आज समाज के हर क्षेत्र से लोग आगे आ रहे है। निक्षय पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार 44 हजार से अधिक क्षय रोगियों को अबतक जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़े प्रतिनिधियों, फर्मो एवं संगठनों ने गोद लिया है। ऐसा ही प्रयास होता रहा तो वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने में सफल रहेंगे।

सम्मेलन में टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान करने वाले बड़े राज्यों तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, एवं पश्चिम बंगाल को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी प्रकार संघ शासित क्षेत्र के चण्डीगढ़ एवं जम्मू-कश्मीर के साथ साथ उत्तर पूर्व पहाड़ी राज्यों में से मणीपुर एवं असम को पुरस्कृत किया गया।

 सबसे अधिक आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट जेनरेशन (आभा) आईडी बनाने वाले तीन बड़े राज्यों उड़ीसा,मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर  के  साथ उत्तरपूर्व पहाड़ी राज्य असम एवं मिजोरम को पुरस्कृत किया गया।  आयुष्मान भारत के अंतर्गत बने हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर उत्कृष्ट कार्य कर रही पांच राज्यों बिहार, झारखण्ड, मध्यप्रदेश, उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश की टीमो को पुरस्कृत किया गया। सम्मेलन में अतिथियों का स्वागत अपर मिशन निदेशक (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) रोली सिंह व सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राजेश भूषण ने किया। मिशन निदेश,राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन यूपी अपर्णा ने सम्मेलन में समस्त अतिथियों के साथ-साथ प्रतिभाग कर रहे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सा अधिकारियों, जिला प्रशासन एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाराणसी की इस कार्यक्रम की सफलता के लिए धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रदेश के मंत्रीद्वय  रविन्द्र जायसवाल, डा.दयाशंकर मिश्र दयालु के अलावा  विभिन्न राज्यों से आये स्वास्थ्य मंत्रीगण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (भारत सरकार) से आये अधिकारीगण के अलावा  सहयोगी संस्था यूसेड, जपाईर्गो, पाथ, डब्ल्यूएचओ, आर्इहैट एवं बिल एण्ड मिलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन के प्रतिनिधि शामिल थे।

रविवार, 28 नवंबर 2021

जल्द पूरी होगी घर के पास मुफ़्त इलाज की आस

831 ‘हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’ में से 622 चालू

  • अन्य केंद्रों पर भी जल्द ही मिलने लगेंगी जरूरी सुविधाएं
  • चिकित्सीय  परामर्श, जांच व दवाएं मिलेंगी मुफ़्त
  • रोगों की  प्राथमिक स्तर पर पहचान व उपचार  होगा और आसान
  •   गंभीर बीमारियों के मरीज विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास होंगे रेफर


वाराणसी 28  नवम्बर(dil india live)। सरकार का पूरा जोर समुदाय को घर के निकट ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने पर है | इसके लिए लगातार प्रयास भी जारी हैं। इसी  के तहत वाराणसी मण्डल में 831 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं जो मरीजों की सेहत सुधारने में बहुत ही मददगार साबित होंगे । इन केंद्रों पर बीमारियों की  शुरुआत में ही पहचान करने के साथ ही चिकित्सीय परामर्श, जांच, दवाएं व इलाज मुफ़्त मिलेगा |  वाराणसी मण्डल के इन 831 केंद्रों में से अप्रैल 2020 तक 496 केंद्र खोले  जा चुके थे, जबकि इस वर्ष 126 नये केंद्र खोले गये हैं। इस तरह कुल  622 ‘हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’ ने काम करना शुरू कर दिया है जबकि शेष में भी जल्द ही चिकित्सकीय सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। अपर निदेशक चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (वाराणसी-मण्डल) डा. एसके उपाध्याय ने बताया कि वाराणसी मण्डल में  831 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जाने थे | इनमें वाराणसी में 114, जौनपुर में 158, चंदौली में 165 व गाजीपुर में 185 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खुल चुके हैं और वहां मुफ़्त चिकित्सकीय सुविधाएं मिल रहीं  हैं । शेष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी जल्द ही कार्य करने लगेंगे। उन्होंने बताया कि इन सभी केंद्रों पर  मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, किशोर स्वास्थ्य, मधुमेह, रक्तचाप की जांच, संचारी और गैर संचारी रोग प्रबंधन और उपचार की व्यवस्था होगी। टीकाकरण और इलाज के अलावा मौसमी बीमारी, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, टीबी, चेचक, कुष्ठ, मलेरिया, दिल व टायफाइड समेत अन्य बीमारियों की प्राथमिक स्तर पर पहचान  कर उपचार किया जायेगा । जरुरत पड़ने पर मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों के पास रेफर भी किया जाएगा।

 कम्युनिटी हेल्थ आफिसर की तैनाती

स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर  अभी तक एएनएम बैठती थीं। अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कम्युनिटी हेल्थ आॅफिसर (सीएचओ) तैनात किए जा रहे है जो रोगों की प्राथमिक स्तर पर पहचान कर मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास रेफर करेंगे।

जांच की व्यवस्था

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में हीमोग्लोबिन जांच, यूरिन द्वारा गर्भ की जांच, ब्लड ग्लूकोज, टीएलसी, डीएलसी, पेरिफेरल स्मेयर, ब्लड ग्रुपिंग, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, कालाजार की जांच, रैपिड सिफलिस, टायफायड टेस्ट, हेपेटाइटिस आदि जांच की सुविधा उपलब्ध होगी, जिसका मरीज लाभ उठा सकते हैं।

 यह  भी मिलेंगी स्वास्थ्य सुविधाएं 

इन केन्द्रों पर  बाल व किशोरावस्था स्वास्थ्य देखभाल, संचारी रोगों का प्रबंधन, साधारण बीमारियों का उपचार, गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल, परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक व प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल, गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग , रेफरल व फॉलोअप की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी जो आम नागरिकों के लिए बेहद लाभकारी होंगी। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सिकरौल (शिवपुर) में पत्नी कल्पना को टीका लगवाने आए कादीपुर निवासी अनिल कुमार मौर्या ने बताया कि घर के समीप चिकित्सा सुविधा हो जाने से अब उनके परिवार को काफी लाभ हो रहा है। कांशीराम आवास योजना में रहने वाली धर्मा ने कहा कि इस सेंटर के होने से हमारे जैसे मजदूरों को मुफ्त उपचार की सुविधा मिल रही है।

बुधवार, 24 नवंबर 2021

योग की पाठशाला’ में मिलेंगे सेहतमंद रहने के टिप्स

वाराणसी, चंदौली, भदोही के 29 ‘आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर योग गुरुओं की तैनाती शुरू, योग के जरिए उपचार करने के साथ ही निरोग रहने की भी सिखायेंगे कला

 



वाराणसी, 24 नवम्बर(dil india live)। वाराणसी, चंदौली व भदोही के 29 “आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” पर जल्द ही ‘योग की पाठशाला’ शुरू की जाएगी।  यहां स्वस्थ जीवन के जरूरी गुर तो सिखाये ही जायेंगे  साथ ही योग के जरिए विभिन्न रोगों का उपचार भी किया जाएगा। इसके लिए केन्द्रों पर योग गुरुओं की तैनाती शुरू कर दी गयी है। इनमें महिला योगाचार्य भी शामिल हैं।

प्रदेश सरकार लोगों को सेहतमंद बनाने के लिए चिकित्सा के साथ ही योग के बारे में  भी जागरूक कर रही है। आयुष मिशन के तहत इसके लिए वाराणसी सहित प्रदेश के सभी जिलों में “हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” खोले गये हैं। इसी क्रम में वाराणसी में आठ, भदोही  में 10 और चंदौली में 11 “आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” खोले गये हैं। 

 क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ भावना द्विवेदी ने कहा कि आयुर्वेद रोगों के उपचार के साथ स्वस्थ रहने की जीवनशैली भी सिखाता है। इसका पालन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है जिससे सामान्य संक्रमण बेअसर हो जाते हैं। गंभीर रोगों के घातक परिणाम की आशंका बहुत कम हो जाती है। “आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” की स्थापना का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ व संतुलित खान-पान व स्वस्थ जीवनशैली की मदद से रोग प्रतिरोधक क्षमता को कैसे मजबूत कर रोगों से बचा जा सकता है, इसकी जानकारी देना भी है । स्वस्थ रहने के लिए जो लोग योग सीखना चाहेंगे, उन्हें इन सभी केन्द्रों पर योग का प्रशिक्षण निःशुल्क दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक  “आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” पर एक पुरुष और एक महिला योग शिक्षक तैनात रहेंगे। वाराणसी के सभी आठ केन्द्रों के लिए 16 योग शिक्षकों का चयन कर लिया गया है जबकि भदोही में सात व चंदौली में छह योग शिक्षक चयनित किये गए है। शेष  पदों पर योग गुरुओं की चयन प्रक्रिया जारी है। जल्द ही चयन के बाद उनकी भी तैनाती कर दी जाएगी।

 यहाँ चलेगी योग निःशुल्क पाठशाला 

 वाराणसी के “आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” रामनगर, आयर, पलहीपट्टी, सिंधोरा, मंगारी, भाद्रासी, कठिरावं, रामेश्वर में योग की पाठशाला चलेगी। चन्दौली के “आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” गहिला, भुजना, सदलपुरा, केशवपुर, पचोखर, सिकन्दरपुर, मारूखपुर, शहाबगंज, मझगांवा, बबुरी, सरैयाबसाढी एवं भदोही के “आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” मोढ़, चौरी, वरवा, पल्ल्हिया, महराजगंज, खमहरिया, सुनेचा, सुधवा, सुरियावां,पाली में योग की पाठशाला चलेगी।

 महिलाओं के लिए होगा बेहद लाभकारी

“आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी होगा। खास तौर पर गर्भवती के लिए। इन केन्द्रों पर आने वाली गर्भवती को योगासन सिखाने के साथ ही उन्हें स्वस्थ खान-पान और जीवन शैली के बारे में भी समझाया जाएगा जिससे स्वयं तो स्वस्थ रहें ही साथ ही स्वस्थ बच्चे को भी जन्म दे सकें। आवश्यकतानुसार सम्बन्धित दवाएं भी निःशुल्क दी जाएंगी। महिलाओं को योग प्रशिक्षण लेने में कोई परेशानी न हो इसके मद्देनजर ही सभी केन्द्रों पर एक महिला योग शिक्षिका की तैनाती की गयी है।

 योग के साथ ही पंचकर्म भी 

डा. भावना द्विवेदी के अनुसार ‘योग-ध्यान’ शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने में सहायक है जबकि पंचकर्म समस्त शारीरिक विकारों को दूर करता है। इसे ध्यान में रखते हुए सभी केन्द्रों पर पंचकर्म की भी निःशुल्क व्यवस्था की गयी है। इसके जरिये रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी, इसके साथ ही यदि उसे कोई शारीरिक विकार है तो उसे पंचकर्म के जरिए दूर किया जा सकेगा।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...