जेल में हुई हत्या कि कहानी लगती है फिल्मी
चित्रकूट (दिल इंडिया लाइव)। ईद का त्योहार मुख्तार और उनके समर्थको के लिए खुशियां नहीं बांट सका। वजह मुख्तार अंसारी के करीबी भाई मेराज की चित्रकूट जेल में हत्या होना बताया जा रहा है। मेराज की जेल में हत्या की खबर से अशोक बिहार कालोनी से लेकर गाजीपुर तक में शोक और सन्नाटा पसर गया। बनारस में ईद की खुशियां मना रहे मेराज के अज़ीजों को मिली अचानक यह खबर सकते में डालने वाली थी।
घटना के बारे में बताया गया है कि उत्तर प्र'देश के चित्रकूट जेल में दो गुटों में फायरिंग हुई है। इस फायरिंग में जेल के अंदर दो बदमाशों की हत्या हो गई। इसमें एक बदमाश भाई मेराज बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी था। हत्या करने वाले गैंगस्टर को जेल पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। जेल के अंदर प्रशासन के आला-अधिकारी मौजूद हैं।
जेल से प्राप्त सूचना के अनुसार जिला जेल चित्रकूट की उच्च सुरक्षा बैरक में निरुद्ध अंशु दीक्षित पुत्र जगदीश जो जिला जेल सुल्तानपुर से प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित होकर चित्रकूट में निरूद्ध है। उसने आज सुबह लगभग 1 0:00 बजे सहारनपुर से प्रशासनिक आधार पर आए बंदी मुकीम काला तथा बनारस जिला जेल से प्रशासनिक आधार पर आए मेराज अली को असलहे से मार दिया तथा पांच अन्य बंदियों को अपने कब्जे में कर लिया। उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगा क्योंकि उसके पास असलहा था ऐसे में जिला प्रशासन को सूचना दी गई चित्रकूट के डीएम और एसपी द्वारा पहुंचकर बंदी को नियंत्रित करने का बहुत प्रयास किया गया किंतु वह पांच अन्य बंदियों को भी मार देने की धमकी देता रहा उसकी आक्रामकता तथा जिद को देखते हुए पुलिस द्वारा कोई विकल्प ना देखते हुए की गई फायरिंग में अंशु दीक्षित भी मारा गया इस प्रकार कुल 3 बंदी इस घटना में में मरे हैं जिसमें अंशु दीक्षित पुलिस द्वारा जब कि मुकीम काला और मेराज अली को अंशु दीक्षित ने असलहे से मारा है। कारागार में तलाशी कराई जा रही है। जिलाधिकारी तथा एसपी मौके पर मौजूद हैं तथा घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं अन्य विवरण प्राप्त होते ही अवगत कराया जाएगा.फिलहाल कारागार में शांति है तथा स्थिति नियंत्रण में है । सवाल खड़ा होता है जेल में असलहा कैसे पहुँचा। जेल प्रशासन कर क्या रहा था।
1 टिप्पणी:
जेल की व्यवस्था पर सवाल का होता है
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