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मंगलवार, 21 फ़रवरी 2023

Ajay rai को फर्जी मुकदमे में फंसाने का congress ने लगाया आरोप

Ajay rai पर से मुकदमा हटाने की मांग, राज्यपाल को लिखा कांग्रेस ने पत्र



Varanasi (dil india live). उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने मीडिया के द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए पिछले दिनों आरोप लगाया था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लोकसभा सदस्य राहुल गांधी के विमान को वाराणसी एयरपोर्ट पर सरकार के इशारे पर नहीं उतरने दिया गया। कांग्रेस के इस आरोप पर स्थानीय प्रशासन ने अजय राय पर फूलपुर थाने में मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दिया था। कांग्रेस ने इसे फर्जी मुकदमे कि संज्ञा देते हुए तत्काल मुकदमा वापस लेने कि प्रदेश की राज्यपाल से मांग की है।

वाराणसी कांग्रेसजनों का एक प्रतिनिधिमंडल आज राइफल क्लब में अजय राय पर से मुकदमा वापस लेने की मांग को लेकर जिलाधिकारी वाराणसी एस राज लिंगम से मिला और जिलाधिकारी को महामहिम राज्यपाल को प्रेषित पत्र सौंपा।

प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, कांग्रेस पार्षद दल के नेता सीताराम केशरी, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, प्रजा नाथ शर्मा, पार्षद विनय शादेजा, विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह एडवोकेट, पीसीसी राजीव राम, युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव चंचल शर्मा, दुर्गा गुप्ता, विधि विभाग के जिलाध्यक्ष लोकेश सिंह एडवोकेट, पंकज चौबे, रोहित डूबे, किशन यादव, राज जायसवाल आदि कांग्रेसजन मौजूद रहे।

इस दौरान कहा गया कि उक्त एयरपोर्ट बनाने के लिए अजय राय ने जितनी मेहनत की वह जगजाहिर है। किसानों की जमीन किस तरह से उन्होंने एयरपोर्ट के लिए अधिकृत कराई। किसान किसी भी स्थिति में अपनी जमीन देने को तैयार नहीं थे लेकिन अजय राय ने किसानों से विनती करके किसानों का हाथ पैर जोड़कर उस जमीन को एयरपोर्ट के लिए दिलवाई। कांग्रेस की ही देन है वाराणसी से इंटरनेशनल फ्लाइट भी चलने लगी और वही कांग्रेस के लोगों के ऊपर आज प्रशासन अपना चाबुक चला रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

शुक्रवार, 2 सितंबर 2022

Multi speciality hospital का दस्तावेज निकला फर्जी

फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने वाले मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का पंजीयन रद्द

हास्पिटल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश

अवैध चिकित्सालयों, नर्सिंगहोम संचालकों के खिलाफ कार्रवाई तेज


Varanasi (dil india live). फर्जी दस्तावेजों के सहारे पंजीयन कराकर नर्सिंगहोम संचालित करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कूटरचित दस्तावेजों के सहारे पंजीयन कराने वाले शिवपुर के मां चंद्रिका नगर कालोनी स्थित एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के साथ ही हास्पिटल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही जिले में अवैध अस्पताल, नर्सिंगहोम चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गयी है।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि मां चंद्रिका नगर कालोनी, बाबतपुर रोड-शिवपुर स्थित एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल की ओर से पंजीयन हेतु ऑनलाइन पोर्टल पर सम्बन्धित सभी दस्तावेजों के साथ ही अग्निशमन विभाग की एनओसी उपलब्ध कराये जाने के बाद गत 27 जुलाई को उक्त हास्पिटल का पंजीयन किया गया था। इस बीच एक सितम्बर को  दूरभाष पर शिकायत प्राप्त हुआ कि उक्त हास्पिटल के पंजीयन में लगाये गये अग्निशमन विभाग की एनओसी में गड़बड़ी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस शिकायत पर फौरन कार्रवाई करते हुए मामले की जांच उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी (पंजियन) डा. पीयूष राय को सौंपी गयी। डा. राय ने जांच के दौरान जब अग्निशमन विभाग से संपर्क करते हुए प्राप्त जानकारी के आधार पर  उक्त फायर एनओसी के यूआईडी संख्या की आनलाइन पड़ताल की तो पता चला कि वह श्री साई नर्सिंगहोम के नाम जारी की गयी है। श्री साईं नर्सिंग होम के फायर एनओसी में कूटरचना कर एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल  के संचालक ने स्वास्थ्य विभाग को गुमराह करते हुए अपने हास्पिटल का पंजीयन कराने में इस्तेमाल किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यह बेहद ही गंभीर मामला है लिहाजा एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का लाइसेंस रद्द करने के साथ ही नर्सिंगहोम संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।

सोमवार, 18 जुलाई 2022

जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र की फर्जी वेबसाइट

जनसमान्य को जागरूक करने के लिए एडवाइजरी


Varanasi (dil india live).जन्म लेने वाले प्रत्येक बच्चे एवं घटित होने वाली प्रत्येक मृत्यु का पंजीकरण होना बहुत अनिवार्य है। जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण प्रमाण पत्र से विभिन्न कार्यों में लाभ होता है। पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में सही व स्पष्ट जानकारी होना भी बहुत आवश्यक है। हाल ही में राज्य स्तर पर कुछ फर्जी वेबसाइट के जरिये फर्जी जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने का मामला सामने आया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी जनपदों को एक एडवाइजरी जारी कर फर्जी वेबसाइट की सूचना दी है और इसको जन सामान्य में जागरूक करने के लिए समस्त अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया है। 

सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशनुसार प्रदेश के कई जिलो में फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वालों का जाल संज्ञान में लिया गया है। जनसामान्य को जागरूक करने के लिए जारी की गई एडवाईजरी में फर्जी वेबसाइट उल्लिखित है जो इस प्रकार हैं https://crsrgi.in, https://crsorgi-gob.in, birthdeathonline.com, crsgov.org.in, crsigov.com, crsorgigoovi.in, crsorgi-gov.in, crs-gov.co.in । इन फर्जी वेबसाइट पर निजी जानकारी जैसे यूजर आईडी पासवर्ड न डालें। सोशल मीडिया साईटों पर दिये गए फर्जी फोन नंबर पर भी भरोसा न करें। ऑनलाइन पैसे देकर कोई जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र न बनवाएँ। इसके अलावा किसी जन सेवा केंद्र पर भी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की सुविधा उपलब्ध नहीं है। 

केंद्र स्तर से जन जागरूकता के उद्देश्य से एक वीडियो भी अपलोड किया गया गया है। जिसका लिंक https://www.youtube.com/watch?v=f7TkaspgkrE है। *सीएमओ* ने बताया कि भारत सरकार की सही वेबसाइट https://crsorgi.gov.in है जिसके जरिये राजकीय जिला चिकित्सालयों, नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायत कार्यालय, ग्राम पंचायत कार्यालय, ग्राम विकास व पंचायत अधिकारी कार्यालय पर पूर्ण रूप से निःशुल्क जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की सुविधा उपलब्ध है। जन्म-मृत्यु के 21 दिन के अंदर उक्त सभी कार्यालयों पर निःशुल्क प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। लेकिन 21 दिन के बाद 30 दिन के अंदर केवल दो रुपये विलंब शुल्क के साथ आदेशित संबन्धित रजिस्ट्रार को देते हुये प्रमाण पत्र बनेगा। इसके 30 दिन के बाद एक साल के अंदर पाँच रुपये विलंब शुक्ल ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) व शहरी क्षेत्र में डिप्टी सीएमओ या नोडल अधिकारी के समक्ष हलफनामा प्रस्तुत करने पर प्रमाण पत्र बनेगा। वहीं एक साल के बाद संबन्धित तहसील के एसडीएम को 10 रुपये का हलफनामा देना होगा और वह 10 रुपये विलंब शुल्क के साथ संबन्धित रजिस्ट्रार को आदेशित करेंगे, जिसके बाद ही प्रमाण पत्र बनेगा । 

जन्म पंजीकरण के लाभ

1. स्कूल में प्रवेश के लिए

2. राशन कार्ड में शिशु का नाम बढ़ाने के लिए। 

3. बीमा पालिसी के लिए

4. ड्राइविंग लाईसेन्स के लिए

5. पासपोर्ट बनवाने के लिए

6. सरकारी एवं गैर सरकारी सेवाओं में प्रवेश के लिए 

7. मतदान का अधिकार एवं चुनाव उम्मीदवारी के लिए

8. स्वयं विवाह का अधिकार प्राप्त करने के लिए

9. बाल विवाह एवं बच्चों के अनैतिक व्यापार के विवादों के निपटाने के लिए।

10. अन्य उद्देश्य जहाँ आयु प्रमाणन की आवश्यकता है।

मृत्यु पंजीकरण के लाभ

1. मृत्यु तिथि का प्रमाण ।

2. उत्तराधिकारी सिद्ध करने के लिए ।

3. सम्पति, बीमा तथा समाजिक सुरक्षा के लाभों पर दावा प्रमाणित करने के लिए ।

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