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शनिवार, 16 सितंबर 2023

DAV INTER College में हुई विद्यालयी एथलेटिक्स खेलकूद प्रतियोगिता

दौड़ में विनायक और भाला प्रक्षेप में अनिकेत रहे अव्वल




Varanasi (dil India live). 16.09.2023. डीएवी इंटर कॉलेज, वाराणसी में शनिवार को विद्यालयी एथलेटिक्स खेलकूद प्रतियोगिता-2023 का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि आर्य विद्या सभा, काशी के मंत्री / प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया. मुख्य अतिथि ने सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए सच्ची खेल भावना से इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया. प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष हरिवंश सिंह ने जीवन में खेलकूद के महत्व को समझाते हुए सभी खिलाड़ियों को इस प्रतिस्पर्धा के लिए शुभकामना दी. प्रतियोगिता में दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद,भाला प्रक्षेप,गोला प्रक्षेप इत्यादि प्रतिस्पर्धा आयोजित हुआ.

      100 मीटर दौड़ सीनियर वर्ग में विनायक, जूनियर वर्ग में मनीष साहनी तथा सब जूनियर वर्ग में सुमंत गौड़ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. इसी प्रकार भाला प्रक्षेप सीनियर वर्ग में अनिकेत यादव, जूनियर वर्ग में सूरज निषाद तथा सब जूनियर वर्ग में कृष्णा सिंह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. प्रतियोगिता का समापन विशिष्ट अतिथि प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष हरिबंश सिंह द्वारा किया गया.

मंच संचालन नरेंद्र कुमार सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डी.ए.वी. इण्टर कॉलेज के कार्यकारी प्रधानाचार्य डॉ. विवेक कुमार सिंह ने दिया। प्रतियोगिता आयोजित कराने में मुख्य रूप से वरिष्ठ प्रवक्ता बचनू प्रसाद, परीक्षित सिंह, शिव प्रकाश वर्मा, अनिल कुमार, रामकिंकर सिंह, मोहम्मद शहीद, प्रदीप गुप्त,श्रवण मौर्य, अशोक कुमार, राहुल कुमार सिंह, राहुल श्रीवास्तव ने सहयोग किया.

गुरुवार, 14 सितंबर 2023

DAV PG College: हिन्दी दिवस पर हुआ काव्य पाठ सह परिचर्चा

'जब शाम ढ़ले, यादों के जुगनू चमकेंगे...'




Varanasi (dil India live).14.09.2023. हिन्दी दिवस पर गुरुवार को डीएवी पीजी कॉलेज में हिन्दी विभाग के तत्वावधान में काव्य पाठ सह परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के अध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने कविता पाठ कर हिन्दी के प्रति अपने भाव प्रकट किया। हिन्दी विभाग के डॉ. राकेश कुमार द्विवेदी ने सर्वप्रथम 'उजालो के दीपक जलाते रहेंगे, हिंदी दिवस मनाते रहेंगे', 'ढूंढा तुझे गली-गली चित चोर', 'जब शाम ढले यादों के जुगनू चमकेंगे, तुम रोक न पाओगे दिल को धड़कने से' आदि कविताएं सुना कर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। इसके उपरांत प्रोफेसर ऋचारानी यादव ने 'भाग का भूखा हूं मैं और भाग का ही सार है' सुनाया, डॉक्टर संगीता जैन ने एक बालक के मर्म को समझाते हुए 'ओ माँ, कहां हो तुम' सुनाकर सबको भाव विभोर कर दिया। छात्र कौस्तुभ ने में 'हिंदी हूं मैं हिंदी हूं' सुनाया, उसके अलावा छात्र सत्यम कुमार, राजन झा, रत्नेश यादव, अमरेश आदि ने भी काव्य पाठ किया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्तव्य देते हुए महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य प्रोफेसर सत्यगोपाल जी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी हिन्दी के महत्व को समझ नहीं रही है, हमें अपनी मातृभाषा के प्रति गर्व की अनुभूति होनी चाहिए। हिन्दी को पिछड़ने से बचाना है तो हमें दूसरी भाषाओं का भी ज्ञान भी आवश्यक है। हिंदी भाषाओ के इंद्रधनुष के समान है जिसमें सभी रंग विद्यमान है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राकेश कुमार राम ने कहा कि हिंदी आज दबाव में है, उस पर अपनी व्यवसायिकता सिद्ध करने का दबाव महसूस किया जा रहा है, बल्कि हिंदी हमारी अस्मिता की भाषा है।

अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ अध्यापक प्रोफेसर मिश्रीलाल ने कहा कि भाषा व्यक्ति को उन्नति के शिखर पर पहुंचा सकती है। जब हम अपनी संस्कृति, अपनी भाषा को ही व विस्मृत कर देंगे तो शायद मनुष्यता ही समाप्त हो जाए। हमें अपनी भाषा के प्रति सम्मान का भाव रखना होगा। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर विश्वमौली ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉक्टर हबीबुल्लाह, प्रोफेसर सतीश कुमार सिंह, डॉ. दीपक कुमार शर्मा, डॉ. शालिनी, डॉक्टर त्रिपुर सुंदरी, डॉक्टर नाहिद फातिमा आदि ने भी विचार व्यक्त किया। 

मंगलवार, 24 जनवरी 2023

dav pg college news: मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी

Varanasi (dil india live). डीएवी (dav) पीजी कॉलेज (pg college) में स्थित सिफ्सा द्वारा संचालित यूथ फ्रेंडली क्लीनिक के तत्वावधान में मंगलवार को मानसिक स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल विषय पर बीए प्रथम वर्ष के मनोविज्ञान विषय के विद्यार्थियों के साथ संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया 

कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य प्रोफेसर सत्यगोपाल जी ने कहा कि वर्तमान परिवेश में मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित होना बहुत आवश्यक है। आज युवाओं में विभिन्न प्रकार की मानसिक समस्याएं सामने आ रही है जिसके लिए उन्हें तैयार होना होगा। यह युथ फ्रेंडली क्लीनिक उनके लिए काफी मददगार सिद्ध होगा। उन्होंने किशोरावस्था में होने वाली समस्याओं और उनका निदान भी बताया और कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समग्र है जो जीवन भर आवश्यक रहता है।

कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ. कल्पना सिंह के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। कार्यशाला में डॉक्टर अखिलेंद्र कुमार सिंह और डॉक्टर राजेश कुमार झा ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में 50 से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए।

शनिवार, 31 दिसंबर 2022

Varanasi ka Tanishk राजपथ पर करेगा यूपी का नेतृत्व

Varanasi के dav pg college का  छात्र है तनिष्क 



Varanasi (dil india live). डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र कुमार तनिष्क 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर राजपथ (नई दिल्ली) में होने वाली परेड के हिस्सा होंगे। 89 यूपी बटालियन, एनसीसी के सीनियर अंडर ऑफिसर वाराणसी के एकमात्र एनसीसी कैडेट है जिन्हें इस वर्ष होने वाली परेड में प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त होगा, परेड में वह उत्तर प्रदेश की तरफ से टीम लीडर बने है। कुमार तनिष्क इसके लिए पिछले 3 महीने से नई दिल्ली में ही है, जहाँ उन्हें कड़ी ट्रैनिंग दी जा रही है। डीएवी पीजी कॉलेज में बीकॉम तृतीय वर्ष के छात्र तनिष्क ने बताया की प्रतिदिन पौ फटते ही उन्हें ट्रैनिंग के लिए मैदान में जाना पड़ता है और शाम ढलने तक यह सिलसिला चलता ही रहता है। अपनी इस उपलब्धि का श्रेय माता पिता एवं गुरुजनों को देते हुए तनिष्क ने बताया कि उनसे ही कठिन परिश्रम की प्रेरणा मिलती है, जिसकी वजह से आज उसे ये मुकाम हासिल हुआ है। तनिष्क की इस उपलब्धि पर प्राचार्य डॉ. सत्यदेव सिंह ने हर्ष जताते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए गौरवान्वित होने का क्षण है जब हमारे महाविद्यालय के होनहार छात्र को यह अवसर मिला है। कॉलेज के मंत्री/प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव, एनसीसी के प्रभारी प्रोफेसर सत्यगोपाल, आईक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारुल जैन ने भी तनिष्क को शुभकामनाएं दी और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

गुरुवार, 13 अक्टूबर 2022

Art competition में सोनू, निखिल, गौरव का जलवा

कला शिक्षक आतिफ ने किया छात्रों को पुरस्कृत 



Varanasi (dil india live). कमलापति त्रिपाठी बॉयज इंटर कॉलेज कैंट में चित्रकला कंपटीशन का आयोजन कॉलेज के प्रिंसिपल विपुल श्रीवास्तव के निर्देश पर कला टीचर आतिफ मोहम्मद खालिद की अगुवाई में किया गया। गांधी जयंती के अवसर पर हुए इस आयोजन में सोनू कुमार को प्रथम तो निखिल कनौजिया को दूसरा व गौरव प्रजापति तीसरे स्थान पर रहे।

इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले तीनों छात्रों को कला अध्यापक आतिफ मोहम्मद खालिद ने पुरस्कृत किया।

सोमवार, 19 सितंबर 2022

dav pg college में Quiz में विजयी प्रतिभागी हुए पुरस्कृत


Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग के छात्र मंच 'डायलेक्टिका स्टूडेंट फोरम' के तत्वावधान में दो दिवसीय क्विज-2022 का आयोजन 12 एवं 13 सितम्बर को किया गया था। इसमें प्रथम स्थान जिज्ञासा मिश्रा, द्वितीय स्थान आलोक कुमार एवं तृतीय स्थान पर शशि शेखर गुप्ता रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सत्यदेव सिंह ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर  उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा आगे बढ़ने का सबसे बड़ा रास्ता होता है, इसमें हार जीत से आगे सीखने की प्रवृत्ति बढ़ती है जो भविष्य में हमारे काम आती है। 

 इस अवसर पर क्विज संयोजक एवं विभागाध्यक्ष डॉक्टर संजय कुमार सिंह, प्रोफेसर सतीश कुमार सिंह, डॉक्टर रामेंद्र सिंह, डॉक्टर संजीव वीर सिंह प्रियदर्शी आदि उपस्थित रहे। 2 चरणों में संपन्न हुई प्रतियोगिता में लगभग 30 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रथम चरण में 10 छात्र सफल हुए जिसमें से दूसरे चरण में  विजेताओं का चयन किया गया।

बुधवार, 14 सितंबर 2022

Kavi kn lal को श्रद्धांजलि सभा में दी गई पुष्पांजलि


Ghazipur (dil india live). सत्यदेव डिग्री कालेज में जिले के प्रसिद्ध होमियोपैथिक चिकिसक और कवि डा. केएन लाल के निधन पर एक श्रृद्धांजली सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजली सभा में सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कालेजेज के प्रबंध निदेशक डा. सानंद सिंह, काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय, सत्यदेव डिग्री कालेज के निदेशक अमित रघुवंशी, प्राचार्य डॉ. राम चन्द्र दूबे और नगर के कई महाविद्यालयों और इंटर कालेज के प्राध्यापको ने डा. के एन लाल के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि दी।

श्रद्धांजली सभा में बोलते हुए डा. सानंद सिंह ने डा. लाल को अपने पिता का अभिन्न मित्र बताते हुए संस्थान का अभिन्न हितैषी बताया। कहा कि डा. लाल एक कुशल चिकित्सक ही नहीं बल्कि समाज सेवक के रूप में भी विख्यात थे। उनकी रुचि हिंदी साहित्य में भी थी उन्होंने दर्जनों कविता की रचना भी की है।

शोक सभा में प्रसिद्ध समाज सेवी डा. केएन लाल के बेहद करीबी कौशलेंद्र ने डा. लाल के समाज में सहज पैठ को याद करते हुए कहा कि वे नितांत सरल प्रकृति के व्यक्तित्व थे। वे न केवल एक कुशल होमियोंपैथ चिकित्सक थे बल्कि एक मजे हुए कवि भी थे। वे अपने कविताओं की भाषा में शब्दो का प्रयोग बड़े सूझ बूझ के साथ करते थे।

श्रद्धांजली सभा में उपस्थित डा. प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, डा. ऋचा राय, डा. संगीता मौर्य, डा. निरंजन, डा. राम चन्द्र दूबे, कामेश्वर दूबे, अमित रघुवंशी, दिग्विजय उपाध्याय ने डा. लाल के चित्र पर पुष्पांजलि देते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया। अंत में सभी उपस्थित जन दो मिनट का मौन रखते हुए उनको श्रद्धांजली अर्पित की। श्रद्धांजली सभा का संचालन डिग्री कालेज के प्राचार्य डॉ. राम चन्द्र दूबे ने किया।

सोमवार, 29 अगस्त 2022

National sports day पर सम्मानित हुए खिलाड़ी

मेजर ध्यानचंद ने देश का नाम विश्व पटल पर किया रौशन 



Varanasi (dil india live)। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर सोमवार को डीएवी पीजी कॉलेज के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता काशी हिंदू विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अखिल मेहरोत्रा ने कहा कि मेजर ध्यानचंद ने हॉकी के माध्यम से भारत का नाम खेल की दुनिया मे शिखर पर पहुँचाया। उन्होंने सन 1928, 1932 एवं 1936 के ओलंपिक खेलों में भारत को हॉकी में स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका अदा की। भारत सरकार उन्हीं के सम्मान में उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। 

कार्यक्रम में डीएवी पीजी कॉलेज के खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में बीएचयू का प्रतिनिधित्व किया। सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों में पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयी फुटबाल में रवि कुजुर, अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालयी बास्केटबॉल में सूर्य प्रकाश चंदन, बॉलीबाल में कार्तिकेय त्रिपाठी एवं विनोद कुमार पाठक, ताइक्वांडो में मयंक कुमार पाण्डेय, विशाल यादव, शशांक मोहन शर्मा, क्रिकेट में संघर्ष कुमार एवं शुभम कुमार शामिल रहे।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के एथलेटिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रोफेसर सत्यगोपाल जी ने किया। स्वागत सचिव डॉक्टर मीनू लाकड़ा, संचालन प्रोफेसर राकेश कुमार राम एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर अखिलेन्द्र कुमार सिंह ने दिया। इस अवसर पर प्रोफेसर अनूप कुमार मिश्रा, डॉ. शिवनारायण, डॉ. नजमूल हसन आदि मौजूद रहे।

शनिवार, 13 अगस्त 2022

Health:भारत में युवाओं में बढ़ रही दिल की बीमारी




dil india live। अनियमित दिनचर्या, अनिद्रा, जंकफूड, मोबाइल फोन का अत्यधिक प्रयोग युवाओं को दिल का मरीज बना रहा है। शायद यही वजह है कि भारत मे दिल के मरीजों की बढ़ती संख्या में युवा वर्ग का बड़ा हिस्सा शामिल है। उक्त बातें शनिवार को डीएवी पीजी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के तत्वावधान में आयोजित हेल्थ इज वेल्थ कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता आये राजकीय चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवशक्ति प्रसाद द्विवेदी ने कही। अध्यापकों एवं कर्मचारियों के लिए आयोजित सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. शिवशक्ति ने कहा कि युवाओं में हार्ट की बीमारी तेजी से बढ़ रही है जिसमे  सेलफोन भी एक बड़ा कारण है। यह तकनीक हार्ट डेथ रेट को कम करने में काफी सहायक है। जब कभी किसी व्यक्ति को अचानक कार्डियक अरेस्ट हो जाता है तो शुरुआती 3 मिनट उसके लिए काफी अहम हो जाते है। इस समय यदि उसे प्राथमिक उपचार के तौर पर किसी प्रशिक्षित आदमी द्वारा सीपीआर दे दिया जाता है तो उसे मृत्यु के मुंह से वापस लाया जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने सीपीआर का लाइव डेमो भी दिखाया और शिक्षकों के सवाल का जवाब भी दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अनूप कुमार मिश्रा ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर मधु सिसौदिया, डॉ. मिश्रीलाल, डॉ. विजय नाथ दुबे, डॉ. मयंक कुमार सिंह, डॉ. पारुल जैन, डॉ. सिद्धार्थ सिंह , डॉ. पूनम सिंह, डॉ. प्रतिभा मिश्रा, डॉ. सुषमा मिश्रा, कुँवर शशांक शेखर, सुनंदन भट्टाचार्य, सुरजीत सहित समस्त अध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

एनसीसी कैडेटों ने निकाली तिरंगा यात्रा


हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत शनिवार को डीएवी पीजी कॉलेज के एनसीसी के कैडेटों ने तिरंगा यात्रा निकाली। एनसीसी प्रभारी कैप्टन प्रोफेसर सत्यगोपाल जी के नेतृत्व में 89 यूपी बटालियन के 40 से अधिक कैडेटों ने महाविद्यालय के स्व. पीएन सिंह क्रीड़ा प्रांगण से रैली निकाल दारानगर, मैदागिन, लोहटिया आदि जगहों पर जागरूकता फैलाई। हाथों में तिरंगा लिए कैडेटों ने रास्ते भर भारत माता की जय, हमारी शान तिरंगा आदि नारे लगाते चल रहे थे। इस अवसर पर एनसीसी प्रभारी प्रोफेसर सत्यगोपाल जी ने कैडेटों को प्लास्टिक के झण्डे प्रयोग ना करने की शपथ भी दिलाई। 

मंगलवार, 19 जुलाई 2022

स्कूल-कॉलेजों में मनाया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस

16 लाख बच्चों को खिलाई जायेगी कीड़ा निकालने की दवा

एक से 19 वर्ष तक के बच्चों का कृमि संक्रमण से किया जाएगा बचाव     

दवा को उम्र के मुताबिक चबाकर, पीसकर व चूरा बनाकर है खाना


Varanasi (dil india live). बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाव के लिए पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाने के लिए बुधवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि इस अभियान के तहत एक से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोर-किशोरियों को पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाएगी । कृमि मुक्ति के लिए दवा सेवन कराने से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है । स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होता है। एनीमिया को नियंत्रित किया जा सकता है ।

सीएमओ ने बताया कि दिवस के लिए सम्पूर्ण तैयारियाँ कर ली गयी हैं। अभियान के तहत एक से 19 साल के बालक-बालिकाओं को कृमि से मुक्ति के लिए एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए बुधवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। किसी कारणवश दवा खाने से छूट जाने से बच्चों व किशोर-किशोरियों को 25 से 27 जुलाई तक चलने वाले मॉप अप चरण में दवा खिलाई जाएगी। आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस बात का ध्यान रखें कि इस दवा को चबाकर, पीसकर या चूरा बनाकर खिलाई जानी है। उन्होने बताया कि एक से पांच साल तक के सभी पंजीकृत बच्चों को, छह से 19 साल तक के स्कूल न जाने वाले सभी बालक-बालिकाओं एवं ईंट-भट्ठों पर कार्य करने वाले श्रमिक व घुमंतू लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्र पर दवा खिलाई जाएगी। छह से 19 साल तक के सभी छात्र-छात्राओं को सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों, मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी।

जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (डीसीपीएम) रमेश प्रसाद वर्मा ने बताया कि जनपद में 20 जुलाई को चिन्हित स्कूल-कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसके बाद 25 से 27 जुलाई तक मॉपअप चरण आयोजित होंगे। शासन से प्राप्त निर्देशानुसार जिले में 16,37,011 बालक-बालिकाओं को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। 

क्या होते हैं कृमि

पेट में कीड़े (कृमि) होने से बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं और शरीर में खून की कमी हो जाती है। बच्चों में नाखून से बाहर की गंदगी उनके पेट में जाती है। इसके अलावा खुले में शौच के कारण भी कृमि का संक्रमण होता है। 

लक्षण  

बेचैनी, सिरदर्द, कुपोषण, चक्कर आना, वजन मे कमी, भूख न लगना, खून की कमी (एनीमिया) व पेट मे दर्द, उल्टी-दस्त आदि कृमि संक्रमण के लक्षण हैं ।

उपाय 

नाखून साफ व छोटे रखें, हमेशा साफ पानी पिएं, आस-पास सफाई रखें, खाने को हमेशा ढक कर रखें, साफ पानी से फल व सब्जियाँ धोएँ, खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें, हाथ साबुन और साफ पानी से धोएँ विशेषकर खाने से पहले और शौच जाने के बाद, जूते पहनकर रहें। 

लाभ 

दवा कृमि से मुक्ति की क्षमता रखती है। स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है और एनीमिया नियंत्रण में रहता है। इसके साथ ही सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार होता है।

शनिवार, 9 जुलाई 2022

दसवीं का छात्र घर से लापता


Varanasi (dil india live). फुलवरिया निवासी राजकीय क्वींस कॉलेज में दसवीं कक्षा का छात्र 15 वर्षीय रेहान अहमद सिद्दीकी आज शनिवार की सुबह 10:00 बजे कहीं गुम हो गया। वो घर से बिना बताए निकला और अभी तक घर वापस नहीं आया है। आसपास खोजने पर भी कहीं उसका पता नहीं चला है। इससे परिजनों का बुरा हाल है। अगर कोई भी जानकारी किसी को मिले तो मोबाइल नंबर 7392011577 पर सूचना दे। बच्चा काले रंग की हाफ टीशर्ट, काले रंग का लोवर, फिरोजी रंग की स्लीपर पहने हुए है।

Dav pg college:समाज में कुछ नया लाने के लिए करे शोध-प्रो. शबनम



Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज के रिसर्च प्रमोशन सेल एवं कला संकाय के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे 8 दिवसीय कला एवं मानविकी में रिसर्च मेथडोलॉजी पर राष्ट्रीय कार्यशाला के दूसरे दिन उर्दू में तहक़ीक़ के उसूल-ओ-जवावित विषय पर व्याख्यान हुआ। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग की प्रोफेसर शबनम हमीद ने उर्दू विषय मे शोध की आवश्यक पहलुओं पर विमर्श किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उर्दू भाषा मे भी शोधार्थी सिर्फ डिग्री या स्कॉलरशिप के लिए शोध ना करे बल्कि समाज के सामने कुछ नया लाए। बीए की पढ़ाई के दौरान से ही उन्हें तहक़ीक़ की अहमियत बतानी होगी, ताकि उनकी परवरिश एक अच्छे शोधार्थी की तरह ही हो। उन्होंने कहा कि शोध में सच की तलाश करना चाहिए और ईमानदारी से विषय मे नई बात पैदा करने का जुनून होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शोध के दौरान जो रुकावटें आती है उससे घबराने की जरूरत नही है बल्कि उससे निकलने का रास्ता बनाने की दिशा में बढ़ना चाहिए।शोध का कार्य सिर्फ खूबियां गिनाना ही नही है बल्कि कमियों को भी उजागर करना चाहिए। अंत मे उन्होंने शोधार्थियों को पुस्तकालय का नियमित दौरा, फील्ड विजिट ये सब जरूरी कदम है जिससे शोध की गुणवत्ता में सुधार आता है। 

अतिथि का स्वागत रिसर्च प्रमोशन सेल की समन्वयक प्रोफेसर मधु सिसोदिया ने किया। संचालन उर्दू विभाग की डॉ. तमन्ना शाहीन तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक डॉ. मिश्री लाल ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. राकेश कुमार द्विवेदी, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. सतीश कुमार सिंह, डॉ. राकेश कुमार राम, डॉ. संगीता जैन, डॉ. प्रशांत कश्यप, डॉ. रामेंद्र 

सिंह, डॉ. बंदना बाल चंदनानी, डॉ. समीर कुमार पाठक आदि शामिल रहे। कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालयों के 50 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए l

शुक्रवार, 8 जुलाई 2022

बौद्धिक क्षमता को प्रदर्शित करता है शोध प्रस्ताव

शोध प्रविधि पर 8 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला शुरू



Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज के रिसर्च प्रमोशन सेल एवं कला संकाय के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को कला एवं मानविकी में रिसर्च मैथेडोलॉजी पर 8 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। पहले दिन उद्धघाटन सत्र में लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर आर. पी सिंह ने शोध प्रस्ताव बनाते समय उसके महत्व के दृष्टिकोण पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी शोध प्रस्ताव व्यक्ति के भौतिक अथवा शारिरिक उपस्थिति के बजाए उसके ज्ञान, उसके बौद्धिक स्तर को प्रदर्शित करता है। इस दृष्टिकोण से शोध प्रस्ताव का महत्व स्वयं ही दिखलाई पड़ता है। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि साहित्य में शोध के लिए सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि शोधार्थी सर्वप्रथम अपनी संस्कृति को पहचाने। स्थानीय संस्कृति के अध्ययन बगैर साहित्यिक शोध की गुणवत्ता में सुधार नही महसूस किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अंग्रेजी साहित्य में शोध के समय जितने भी वैज्ञानिक और मॉडर्न सिद्धांत है, उन सभी का प्रयोग कर सकते है।

इससे पूर्व कार्यशाला का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। रिसर्च प्रमोशन सेल की समन्वयक प्रोफेसर मधु सिसौदिया ने कहा कि कोई भी शोध  हो उसमे शोध प्रविधि का सर्वाधिक महत्व है। सामान्यतौर पर सामाजिक विज्ञान, वाणिज्य में ही शोध प्रविधियों पर कार्यशाला आयोजित की जाती है,  इस लिहाज से कला एवं मानविकी पर भी कार्यशाला की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस कार्यशाला का लाभ कला वर्ग के शोधार्थियों को मिलेगा।

अध्यक्षता कार्यक्रम संयोजक डॉ. मिश्रीलाल ने किया। स्वागत डॉ. पूनम सिंह एवं डॉ. सतीश कुमार सिंह ने किया। संचालन डॉ. संगीता जैन तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राकेश कुमार राम ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारुल जैन, डॉ. विनोद कुमार चौधरी, डॉ. समीर कुमार पाठक, डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डॉ. राहुल, डॉ. नेहा चौधरी, डॉ. आनंद सिंह, डॉ. प्रशांत कश्यप, डॉ. मीनू लाकड़ा, डॉ. संजय कुमार सिंह, डॉ. तमन्ना शाहीन, डॉ. इंद्रजीत मिश्रा,डॉ. सुषमा मिश्रा, डॉ. प्रतिभा मिश्रा, डॉ. हसन बानो आदि थी।

शनिवार, 27 नवंबर 2021

हड़प्पा निवासियों की संतान हैं भारतीय:- प्रो. बसन्त

16 दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय कार्यशाला सम्पन्न


वाराणसी, 27 नवम्बर(dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के तत्वावधान में आयोजित प्राचीन भारतीय संस्कृति के विविध आयाम विषय पर चल रहे 16 दिवसीय राष्ट्रीय ई-कार्यशाला के समापन सत्र में शनिवार को जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रो वाइस चान्सलर प्रो. दूर्ग सिंह चौहान ने कहा कि संस्कृति के अवशेषों से ही राष्ट्र की पहचान निर्धारित होती है। भारतीय संस्कृति दुनिया में सबसे अलग है जिसमें सामूहिकता का भाव निहित है। संस्कृति के सम्यक विकास के कारण शान्ति की संभावनाएॅ और प्रबल हुई हैं सामूहिक सहअस्तित्व के भाव से ही विश्व का विकास संभव है।

मुख्य वक्ता डेक्कन कॉलेज एण्ड पीजी रिसर्च इन्सट्यिूट, पुणे, महाराष्ट्र के पूर्व कुलपति प्रो. बसन्त शिन्दे ने कहा कि हड़प्पा सभ्यता के लोगों ने दुनिया को नगरों के निर्माण की सभ्यता सिखाई। प्रो. शिन्दे ने कहा कि सैन्धव सभ्यता ने विश्व को ईंटों की विशेष व्यवस्था से संयोजन एवं जोड़ने की कला दी, जिसके आधार पर बाद में बड़े भवनों और इमारतों का निर्माण संभव हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास लेखक को सभी प्रकार के श्रोतों का यथासंभव प्रयोग करना चाहिए। किसी विचार के खण्डन के लिए पहले सम्यक अध्ययन तथा वैज्ञानिक विश्लेषण करना आवश्यक होता है। भारतीय संस्कृति के विरासत का सही ढ़ंग से आकलन किया जाये तो भारत की एक विशिष्ट पहचान सम्पूर्ण विश्व में सदियों तक अजर अमर रहेगी। उन्होंने राखीगढ़ी पुरास्थल से प्राप्त अवशेषों के डीएनए विश्लेषण के आधार पर भारतीय लोगों की पहचान निर्धारित करने की कोशिश की तथा यह भी कहा कि समस्त भारतीय लोगों के आदि पूर्वज हड़प्पा निवासी ही थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. सत्यदेव सिंह ने किया। संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रशान्त कश्यप ने किया। रिर्पोट वाचन डॉ. सीमा, धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने दिया। इस अवसर पर डॉ. ओम प्रकाश कुमार, डॉ. समीर पाठक, डॉ. शोभनाथ पाठक, डॉ. विनय कुमार, डॉ. उमेश कुमार सिंह, डॉ. देवेन्द्र प्रताप सिंह आदि ऑनलाइन उपस्थित रहे। कार्यशाला में 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।


(प्रताप बहादुर सिंह)

मीडिया प्रभारी

डीएवी पीजी कॉलेज, वाराणसी

मंडलीय खेलकूद प्रतियोगिता का समापन

समापन समारोह में उत्कृष्ठ प्रतिभाओ का सम्मान






वाराणसी 27 नवंबर (dil india live) दो दिवसीय मंडलीय खेलकूद प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन स्थानीय उदय प्रताप डिग्री कॉलेज वाराणसी के विशाल ग्राउंड में उप मुख्यमंत्री दिनेशनचंद्र शर्मा की उपस्थिति में किया गया। उक्त अवसर पर जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने शिरकत की। इस मौके पर बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों व अध्यापिकाओं तथा बच्चो के द्वारा बनाये गए टीएलएम की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा उत्कृष्ट प्रतिभाओ को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम स्थल पर रंगोली सजायी गई थी।

 पूर्व माध्यमिक विद्यालय चुप्पेपुर विकास खंड हरहुआ की अनुदेशिका आकांक्षा सिंह द्वारा माँ अन्नपूर्णा की छवि को राजर्षि की तपोभूमि पर अवतरित कराए जाने के प्रयास की कलाकृति विशेष रूप से प्रशंसा व कौतूहल का विषय बनी। इस अवसर पर धन्यवाद प्रकाश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षक प्रतिनिधियो के साथ मुख्यरूप से उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ पंजियन (1160) के जिला अध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह व अन्य पदाधिकारीयो ने शिरकत किया।

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