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सोमवार, 19 दिसंबर 2022

Tirthankar parshvanath के जन्म कल्याणक पर निकली भव्य रथयात्रा




Varanasi (dil india live)। जैन धर्म के 23 वें Varanasi में जन्मे तीर्थंकर श्री 1008 पार्श्वनाथ के 2898 वे जन्म कल्याणक पर सोमवार को भव्य रथयात्रा निकाली गई। 

गर्भ, जन्म, तप एवं ज्ञान कल्याणक की विशेष पूजन के उपरांत सोमवार को श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में प्रातः 9:30 बजे श्री दिगम्बर जैन पचांयती मन्दिर ग्वाल दास साहू लेन से शोभायात्रा प्रारम्भ होकर सोराकुआं, ठठेरी बाजार होते हुए चौक पहुंची। चौक थाने के समीप से तीर्थंकर के विग्रह को एक विशाल रजत रथ के कमल सिंहासन पर इन्द्रों ने विराजमान कराया। वहा उपस्थित समाज के लोगों ने भगवान की आरती उतारी। पुनः 11 बजे राजशाही रथयात्रा प्रारंभ हुई। गजरथ रथयात्रा में पार्श्वनाथ जी के जीवन से मोक्ष तक की झांकिया शामिल थी। 

जिस विशाल रथ पर भगवान विराजमान थे उसे भक्तगण स्वयं खीच कर अपनी श्रध्दा समर्पित कर रहे थे। श्रद्धालु श्रावक रास्ते भर आरती एवं पुष्प बर्षा कर रहे थे। आधा दर्जन बैन्ड पार्टीया द्वारा भक्ति धुन बजाकर माहौल को धर्ममय बना रहे थे। छोटे-छोटे बच्चे घोडो पर सवार थे। रथयात्रा का मुख्य आकर्षण रजत की धूप गाड़ी, 108 चंवरो वाली गाड़ी, राजशाही साज-सज्जा वाला विशाल रजत हाथी सबका ध्यान बरबस अपनी ओर खींच कर आकर्षित कर रहा था। 

रथयात्रा बांसफाटक, गौदोलिया होते हुए सोनारपुरा पहुंची। वंहा राजस्थान से आई भजन मंडली द्वारा भजनो की विशेष प्रस्तुती हुई। रास्ते भर केशरिया परिधानों में सजी धजी महिलाओं द्वारा भजनों की प्रस्तुती एवं जयकारा लगाया जा रहा था। रथयात्रा में अंहिसा परमो धर्म की जय, जीयो और जीने दो का जयकारा भक्तगण लगा रहे थे रथयात्रा मे अंहिसा परमो धर्म का बैनर, जैन धर्म का बैनर, झंडी गाड़ी, झंडे, ध्वज पताका भी लोग लेकर चल रहे थे। बीच-बीच मे जय-जय जिनेन्द्र देव की भव सागर नाव खेव की बोल कर तीर्थंकर के प्रति अपनी आस्था प्रगट कर रहे थे। 

रास्ते मे कई जगह रथयात्रा का स्वागत किया गया। भेलूपुर स्थित भगवान की जन्म स्थली जैन मन्दिर पहुंचने पर स्वागत एवं देवाधिदेव की आरती उतारी गई। मन्दिर परिसर में भगवान के विग्रह को बडे रजत रथ पर से उतार कर भक्तो ने रजत नालकी पर विराजमान कर बधाई गीत मेरी आली आज बधाई गाईया, ढोल, मंजीरा, ताल बाजै नौबत शहनाईया की प्रस्तुती हुई। 

तत्पश्चात भगवान को मन्दिर में रजत पाण्डुक शिला में विराजमान कर 108 कलशो से अभिषेक प्रक्षाल एवं विशेष पूजन किया गया। सोमवार को ही जैन धर्म के 8 वें तीर्थंकर चन्द्र प्रभु भगवान का भी जन्म कल्याणक धूम धाम से चन्द्रपुरी चौबेपुर जैन मन्दिर एवं भेलूपुर स्थित जैन मंदिर मे मनाया गया। आयोजन में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष दीपक जैन उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर सी जैन, विनोद जैन, संजय जैन प्रधान मन्त्री अरूण जैन समाज मन्त्री तरूण जैन विनय जैन प्रदीप जैन, सुधीर पोद्दार निशांत जैन संयोजक रत्नेश जैन, राजेश भूषण जैन उपस्थित थे।

गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

तीर्थंकर पार्श्वनाथ के जन्म कल्याणक पर निकली शोभायात्रा



वाराणसी 30 दिसंबर (dil india live) । जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर श्री 1008 चिंतामणि पार्श्वनाथ जी के 2897 वे जन्म कल्याणक पर गुरुवार को वाराणसी में जन्मे पार्श्वनाथ जी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई । श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में आज प्रातः 10:00 श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर ग्वालदास सहुलेन से तीर्थंकर की भव्य शोभायात्रा प्रारंभ होकर सोरा कुआँ , ठठेरी बाजार होते हुए चौक पहुंचने पर इंद्र ने तीर्थंकर को एक रजत (विशाल ) रथ के कमल सिंहासन पर विराजमान कराया । वहां उपस्थित समाज के लोगों ने भगवान की आरती उतारी।

 पुनः दिन में 11:00 बजे राजशाही रथयात्रा प्रारंभ हुई । गजरथ रथयात्रा में पार्श्वनाथ भगवान जीवन में मोक्ष तक की  झांकियां शामिल थी । जिस विशाल रथ पर भगवान विराजमान थे उसे भक्तगण खींचकर अपनी श्रद्धा-पुष्प अर्पित कर रहे थे । इंद्रगण भगवान को चंवर डोला रहे थे। श्रद्धालु भक्तगण रास्ते भर आरती एवं पुष्प वर्षा कर रहे थे। आधा दर्जन बैंड पार्टियों द्वारा भक्ति धुन बिखेर कर माहौल धर्म मय बना रहे थे। छोटे-छोटे बच्चे घोड़ों पर सवार थे। शोभा यात्रा का मुख्य आकर्षण रजत की धूपगाड़ी नालकी, 108 चंवरों वाली गाड़ी, राजशाही साज-सज्जा वाला विशाल रजत हाथी सबका ध्यान अपनी ओर खींच कर आकर्षित कर रहा था। रथ यात्रा बांसफाटक, गोदौलिया होते हुए सोनारपुरा पहुंची। वहां भरतपुर (राजस्थान) से आई भजन मंडली द्वारा भजनों की प्रस्तुति की गई । रास्ते भर केसरिया परिधानों में सजी धजी महिलाओं द्वारा भजनों की प्रस्तुति एवं जयकारा लगाया जा रहा था। 

शोभायात्रा में अहिंसा परमो धर्म का बैनर , जैन धर्म का बैनर , झंडी गाड़ी, झंडे ध्वज पताका भी लोग लेकर चल रहे थे । बीच-बीच में जय-जय जिनेंद्र देवकी भवसागर नाव खेव की अहिंसा परमो धर्म की जय “ जियो और जीने दो “ का जयकारा भी लगा रहे थे। रास्ते में कई जगह लोगों ने शोभायात्रा का स्वागत भी किया।भेलूपुर जैन मंदिर पहुंचने पर शोभायात्रा का स्वागत एवं तीर्थंकर की आरती उतारी गई। मंदिर परिसर में भगवान के विग्रह को बड़े रथ से उतारकर भक्तों ने रजत नालकी पर विराजमान कर बधाई गीत - “ मेरा अली आज बधाई “ गाईया, ढोलक, ताल, मजीरा, बाजे, नौबत शहनाइयां। सोहर बधाई के उपरांत भगवान को मंदिर जी में रजत पांडुक शिला में विराजमान कर 108 रजत कलशो से मस्तकाभिषेक एवं विशेष पूजन किया गया। शोभायात्रा का संयोजन रत्नेश जैन एवं राजेश भूषण जैन ने किया। आयोजन में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष दीपक जैन, प्रधानमंत्री अरुण जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन ,  आ.सी. जैन , संजय जैन , विनोद जैन, तरुण जैन, निशांत जैन, विशाल जैन, पवन जैन सहित विशिष्ट जन उपस्थित थे। सांयकाल भगवान का झूलनोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सामूहिक आरती का आयोजन किया गया । शोभायात्रा में भारी सुरक्षा बल तैनात थे। सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का पूर्ण पालन किया गया। 


Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...