स्व. Nidar रणभेरी की तर्ज पर खौलता हुआ खून news paper का संपादन करते रहे। खौलता हुआ खून में उल्लिखित कथानक ब्रिटिश शासन में उनके खिलाफ जनमानस की भुजाओं को फड़काने का काम करती रही। ब्रिटिश हुकूमत ने इनकी जिन्दा या मुर्दा गिरफ्तारी पर 1000 / रूपये का ईनाम भी रखा था। एक रिपोर्ट....
निडर कि मनाई गई 19 वीं पुण्य तिथि
Varanasi (dil india live). स्वतंत्रता संग्राम सेनानी योगीराज डा. ब्रजमोहन सिंह निडर की उन्नीसवीं पुण्य तिथि हीरापुरा वाराणसी स्थित एवीके चिल्ड्रेन एकेडमी सभागार में मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. आरएन श्रीवास्तव ने उनके चित्र पर माल्यार्पण व द्वीप प्रज्वलित कर किया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में उनके द्वारा आजादी के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि स्व. निडर रणभेरी की तर्ज पर खौलता हुआ खून पत्र का संपादन करते रहे। खौलता हुआ खून में उल्लिखित कथानक ब्रिटिश शासन में उनके खिलाफ जनमानस की भुजाओं को फड़काने का काम करती रही।ब्रिटिश हुकूमत ने इनकी जिन्दा या मुर्दा गिरफ्तारी पर 1000/रूपये का ईनाम भी रखा था। कार्यक्रम का संचालन उनके पुत्र महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा करते हुए संस्मरण के आधार पर खौलता हुआ खून पत्र में उल्लिखित कविताओं का संस्मरण सुनाते हुए बताया कि जब तक भुजाओं में है बल और जब तक है इस तन में दम, बिना सुराज लिए हरगिज खामोश नही बैठेंगे हम। हम शेर भी कसे गुलामी की जंजीर में झटके खाते है, अफसोस, भारत माता की खातिर कुछ कर न दिखाते है।
कार्यक्रम में उपस्थित जनों द्वारा उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में एचएम सिंह, डा. अजीत कुमार सिंह, पूनम श्रीवास्तव ऐडवोकेट, मोतीलाल लाल एडवोकेट, मो. आजम एकलाख अहमद बहाउद्वीन सौरभ सिंह, विभांशु सिंह, विराज सिंह एडवोकेट व अन्य सम्मानित लोगो ने शिरकत किया अध्यक्षता मन्नन सिंह ने किया।