फाफामऊ और सनबीम की छटना पर जताया विरोध
वाराणसी 28 नवम्बर (dil india live)। आम आदमी पार्टी ने वाराणसी में जहाँ एक ओर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए फाफामऊ की घटना के विरोध में ACM चतुर्थ के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा तो वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी आवास पर धरना देते हुए थाना कैंट प्रभारी राजेश सिंह के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए वाराणसी के सनबीम स्कूल में हुए घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की।
आप के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह ने प्रयागराज के फाफामऊ और वाराणसी में हुए घटना की जोरदार निंदा करते हुए कहा हैं कि उत्तर-प्रदेश में निरंतर बढ़ते अपराध ने आमजन को दहशत में डाल दिया हैं। फाफामऊ में जिस पर दरिंदगी की गयी हैं और उस घटना के पूर्व पीड़ित परिवार के प्रति प्रशासन का रवैया खेदपूर्ण हैं और मोदी जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी अपराधियों के हौसले बुलंद है। लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल में मासूम के साथ हुए दरिंदगी ने सम्पूर्ण वाराणसी को कलंकित करने का काम किया हैं, इस पर स्कूल प्रबंधन पर कठोर कार्यवाही करते हुए स्कूल की मान्यता रद्द की जाये और प्रबंधन पर मुकदमा दर्ज किया जाये, फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में सुनवाई करते हुए 06 माह के अंदर दोषी को सजा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिये। प्रदेश सचिव कृष्ण कांत तिवारी ने कहा दलित परिवार के चार ब्यक्ति की नृसंश हत्या कर दी गई जिसमे एक16 वर्ष की लड़की की बलात्कार कर हत्या कर दी गयी आगे से ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसकी व्यवस्था की जाएं। जिला अध्यक्ष कैलाश पटेल ने कहा कि योगी सरकार में वंचित शोषित समाज और गरीब तबके के खिलाफ दरिंदगी हैवानियत और गुंडागर्दी की खुली छूट मिली है 24 नवम्बर की प्रयागराज के फाफामऊ की घटना वाराणसी सनबीम की घटना ताजा प्रमाण है
जिला मीडिया प्रभारी घनश्याम पांडे ,ने कहा कि प्रयागराज का फाफामऊ कांड और वाराणसी की घटना हाथरस से भयभीत वीभत्स है अफसोस की बात है कि अब तक मुख्यमंत्री या उनके किसी मंत्री ने पीड़ित परिवार से मिलना जरूरी नहीं समझे। फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करते हुए 6 माह के अंदर दोषी को सजा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए इसके साथ ही फाफामऊ कांड और वाराणसी के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पार्टी रविवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया राज्यपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला सचिव अखिलेश पांडे, दीनानाथ सिंह वीरेंद्र प्रताप , विजय कुमार, माया शंकर पटेल, गुलाब सिंह राठौर, रोशन कुमार बरनवाल ,रेखा जायसवाल, विनोद जायसवाल, अर्चना श्रीवास्तव, जेपी दुबे, मनीष गुप्ता, अब्दुल रकीब एडवोकेट हैप्पी, महफूज, राजीव भारद्वाज, हुसैन, डा. आसिफ खान, सरोज शर्मा, रोहित मौर्य, पल्लवी वर्मा, सेतु पति त्रिपाठी, अमर सिंह पटेल, नियाज अहमद, सत्यपाल, रमेश पटेल, गोपाल पांडे, नियाज भाई आदि मौजूद थे।