Barely (dil india live). बरेली में इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी का 104 वां तीन रोजा उर्स-ए-रजवी आज अपने शबाब पर है। देश दुनिया से आला हजरत के दीवाने वहां न सिर्फ जुटे हुए हैं बल्कि सभी अकीदतमंद 2 ने जुमे की नमाज के बाद दोपहर में 2 बज के 38 मिनट पर कुल शरीफ में हिस्सा लिया। इस दौरान देश दुनिया में अमन और शांति के लिए लोगों ने हाथ उठाया।
पता होकि आगाज परचम कुशाई की रस्म के साथ हुआ था। सड़कों पर रजवी परचम लेकर चले रजा के दीवानों ने जिंदाबाद के नारे लगाए। परचम कुशाई की रस्म आजम नगर के अल्लाह बख्श के निवास से हुई। परचम कुशाई जुलूस का जगह-जगह फूलों से स्वागत किया गया। इस्लामियां ग्राउंड के मुख्य गेट पर परचम जुलूस का झंडा लहराया गया। इस तीन दिवसीय उर्स में जायरीन देश विदेश से आये हुए हैं, दो वर्षों से कोरोना के कारण आयोजन नहीं हुआ था।
गुरुवार की सुबह कुरानख्वानी। इसके बाद कांफ्रेस। सुबह 9.58 मिनट पर रेहाने मिल्लत व 10.30 बजे मु़फस्सिर-ए आजम के कुल की रस्म अदा हुई। इसके बाद आपसी सौहार्द कॉन्फ्रेंस हुई। दिन में कार्यक्रम व चादरपोशी का सिलसिला जारी रहा। रात में उलेमा की तकरीर हुई। अकीदतमंद देश-दुनिया के लाखों अकीदतमंद उर्स-ए-रजवी में हाजिरी के लिए बरेली पहुंचे हुए हैं। तीन दिन से शहर में अकीदत और रूहानियत का अनूठा नजारा दिखाई दे रहा है। मोहल्ला सौदागरान में दरगाह से लेकर उर्स स्थल इस्लामियां गाउंड, मथुरापुर स्थित इस्लामिक स्टडी सेंटर और बाकरगंज मदरसा जामिया नूरिया रजविया में उर्स की रौनक गुलजार हो गई। आज कुल की रस्म अदा हुई। मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर्रज़ा को खूबसूरती से सजाया गया था।
बरेली में अकीदतमंदों की भीड़
इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी का 104 वां तीन रोजा उर्स-ए-रजवी का आगाज परचम कुशाई की रस्म के साथ हुआ। सड़कों पर रजवी परचम लेकर चले रजा के दीवानों ने जिंदाबाद के नारे लगाए। परचम कुशाई की रस्म आजम नगर के अल्लाह बख्श के निवास से हुई। परचम कुशाई जुलूस का जगह-जगह फूलों से स्वागत किया गया। इस्लामियां ग्राउंड के मुख्य गेट पर परचम जुलूस का झंडा लहराया गया।