दिल्ली की कुर्सी पर बैठीं रेखा गुप्ता, लिया शपथ
यहां जानिए क्या है रेखा गुप्ता का सियासी सफर, कितने वोटों से जीती थी चुनाव
New Delhi (dil India live)। 27 साल का सियासी वनवास खत्म करते हुए भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। भाजपा ने दिल्ली में अपने अगले मुख्यमंत्री का ऐलान किया तो किसी को कोई ताज्जुब नहीं हुआ कि दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता होगी। आज गुरुवार को रेखा गुप्ता ने रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लें ली। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी मौजूद थे। इस दौरान आधा दर्जन लोगों को मंत्री पद की शपथ भी दिलाई गई।
यूं तो सियासी गलियारों में कई नेताओं के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई जा रही थी, जिसमें सबसे बड़ा दावा रेखा गुप्ता के नाम को लेकर ही किया गया। कहा जा रहा है कि रेखा गुप्ता को संघ की मंजूरी मिल चुकी थी और भाजपा ने भी उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी पसंद बनाया था। दिल्ली में मुख्यमंत्री बनी रेखा गुप्ता कौन हैं, रेखा गुप्ता की पढ़ाई कहां-कहां हुई है और उनका सियासी सफरनामा क्या रहा है। यहां जानते हैं उनका पार्षद से मुख्यमंत्री तक का सफर।
रेखा गुप्ता राजधानी दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा से विधायक हैं। रेखा गुप्ता मौजूदा समय में दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। 50 वर्षीय रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले में नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था। रेखा गुप्ता के पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी पद पर थे। 1976 में रेखा गुप्ता का परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया था। तब रेखा गुप्ता की उम्र दो साल थी। इसके बाद रेखा गुप्ता की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक दिल्ली में हुई।
रेखा गुप्ता बचपन में पढ़ाई-लिखाई के दौरान ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) के स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ गई थीं। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान रेखा गुप्ता दौलत राम कॉलेज में सचिव का चुनाव जीता। 1995-96 में रेखा गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष बनीं। इस दौरान उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई पूरी करने के बाद रेखा गुप्ता 2003-04 में भाजपा युवा मोर्चा की दिल्ली इकाई से जुड़ीं और सचिव पद पर रहीं। इसके बाद 2004 से 2006 तक रेखा गुप्ता ने भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभाई।
2007 में बनी पार्षद बनीं
2007-09 तक एमसीडी में महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की दो साल तक रेखा गुप्ता अध्यक्ष रहीं। 2009 में दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव रहीं। 2010 में भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य की जिम्मेदारी दी। 2012 में उत्तरी पीतमपुरा वॉर्ड-54 से फिर पार्षद बनीं। 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वो 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग विधानसभा से चुनाव में उतारी। 2015 में रेखा गुप्ता को आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी ने लगभग 11 हजार वोटों से हराया। 2020 में रेखा गुप्ता का हार का अंतर 3400 वोट के करीब था। इस बार 2025 के विधानसभा चुनाव में रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा से आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हरा दिया। उन्हें 68,200 वोट मिले थे।
रेखा गुप्ता की 1998 में मनीष गुप्ता से शादी हुई थी। चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक रेखा गुप्ता के पति एक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में काम करते हैं। साथ ही उनका स्पेयर पार्ट्स का भी कारोबार है।