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सोमवार, 3 जुलाई 2023

Speed post से मंगायें Baba vishwanath का प्रसाद

घर बैठे प्राप्त करें श्री काशी विश्वनाथ का प्रसाद 


Varanasi (dil India live)। इस बार का सावन अधिमास के कारण बेहद खास है। सावन में शिव आराधना की विशेष महिमा है। हर किसी की इच्छा होती है कि वह भगवान  शिव के ज्योतिर्लिङ्ग स्वरूप का दर्शन और आशीर्वाद स्वरुप प्रसाद पा सके। परन्तु कुछ श्रद्धालु चाहकर भी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन नहीं कर पाते। अब ऐसे श्रद्धालुओं को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। डाक विभाग की स्पीड पोस्ट सेवा के माध्यम से लोग देश के किसी भी कोने में घर बैठे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद प्राप्त कर सकते हैं। सावन माह में डाक विभाग ने इसके लिए विशेष प्रबंध किये हैं। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। डाकघर से मात्र 251 रूपये का इलेक्ट्रानिक मनीआर्डर प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी (पूर्वी) मंडल-221001 के नाम भेजना होगा। ई-मनीऑर्डर प्राप्त होते ही डाक विभाग द्वारा तत्काल दिए गए पते पर स्पीड पोस्ट द्वारा प्रसाद भेज दिया जाएगा। डिब्बा बंद प्रसाद टेंपर प्रूफ इनवेलप में होगा, जिसके ऊपर वाराणसी के घाट पर जारी डाक टिकट की प्रतिकृति भी अंकित होगी। इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। इसके अलावा इसे मात्र ₹ 201 में वाराणसी सिटी डाकघर के काउंटर से भी प्राप्त किया जा सकता है।

प्रसाद में शामिल वस्तुएं

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रसाद में श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिङ्ग की छवि, महामृत्युंजय यंत्र, श्री शिव चालीसा, 108 दाने की रुद्राक्ष की माला, बेलपत्र, माता अन्नपूर्णा से भिक्षाटन करते भोले बाबा की छवि अंकित सिक्का, भभूति, रक्षा सूत्र, रुद्राक्ष मनका, मेवा, मिश्री का पैकेट इत्यादि शामिल हैं। सूखा होने के कारण यह प्रसाद लम्बे समय तक उपयोग में बना रहता है। प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी पूर्वी मंडल श्री राजन ने बताया कि, डाक विभाग ने इस बात के भी प्रबंध किए हैं कि, श्रद्धालुओं को मोबाइल नंबर पर स्पीड पोस्ट का विवरण एस.एम.एस के माध्यम से मिलेगा। इसके लिए उन्हें  ई-मनीऑर्डर में अपना पूरा पता, पिन कोड और मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य होगा।

गुरुवार, 18 मई 2023

India post पेमेंट्स बैंक खाते अब तुरंत खुलेंगे

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की किश्त मिलेगी तुरंत 

ग्राम पंचायत शिविर में खुलेंगे आधार लिंक्ड इंडिया पोस्ट खाते 


Varanasi (dil india live). 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' योजना के अंतर्गत अप्रैल से जुलाई 2023 की अवधि हेतु 14 वीं किश्त का किसानों को बेसब्री से इंतज़ार है। इनमें तमाम किसान ऐसे हैं, जिनका बैंक खाता आधार और मोबाईल नंबर से लिंक नहीं है। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि अब इन लाभार्थी किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने डाकघर और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से इनके आधार और मोबाईल लिंक्ड नए खाते खोलने की पहल की है। 

वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा किसानों के लिए पूरे राज्य में प्रत्येक ग्राम पंचायत में वृहद ग्राम पंचायत शिविर का आयोजन 22 मई से 10 जून तक किया जा रहा है, जिसमें समस्त जनपदीय उप कृषि निदेशक अपने-अपने जनपद में तैनात इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के प्रतिनिधि अधिकारियों से संपर्क कर गाँव-गाँव में शिविरों का आयोजन कराना सुनिश्चित करेंगे। इन शिविरों में डाक विभाग द्वारा 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' हेतु किसानों के नए इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाते खोलकर तत्काल आधार से लिंक करने की सुविधा प्रदान की जाएगी। श्री यादव ने बताया कि शिविर के दौरान तुरंत ही लाभार्थी किसान के आधार कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर के माध्यम से उनका नया खाता आईपीपीबी द्वारा चंद मिनटों में ही खोलकर उसमें आधार सीडिंग का कार्य पूर्ण किया जायेगा, जिससे किसानों को आगामी किश्त से वंचित नहीं रहना पड़ेगा। यही नहीं, खातों में किश्त प्राप्त होने के बाद किसान घर बैठे ही डाकिया के माध्यम से अपने खाते से राशि भी निकाल सकते हैं। गौरतलब है कि 13वीं किश्त जारी होने से पूर्व फ़रवरी माह में भी डाक विभाग द्वारा वाराणसी परिक्षेत्र में इस प्रकार के चलाये गए कैंपेन में उत्तर प्रदेश परिमंडल में प्रथम स्थान पर रहते हुए लगभग 15 हज़ार किसानों के नए खाते खोले गए थे और उनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ घर बैठे मिल रहा है। 

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत दिसम्बर 2018 से किसानों को हर साल आर्थिक मदद की जाती है। किसानों को ये राशि हर 4 महीने के अंतराल पर तीन किश्तों में दो-दो हजार रुपये करके उनके खातों में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है जिसमें उत्तर प्रदेश में अभी तक लगभग 2.60 करोड़ किसानों को कम से कम एक बार लाभ प्रदत्त किया जा चुका है। इस संबंध में अधिकाधिक किसानों को जोड़ने हेतु उत्तर प्रदेश शासन में अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने भी डाक विभाग को पत्र लिखकर सहयोग की अपेक्षा की है। 


मंगलवार, 27 दिसंबर 2022

Kisan अब post office से भी करा सकेंगे 'pm फसल बीमा योजना'

Post office कल pm फसल बीमा योजना के लिए चलाएगा विशेष अभियान 



Varanasi (dil india live). Pm की किसानों के लाभ के लिए महत्वाकांक्षी ' prime minister फसल बीमा योजना' से लोगों को जोड़ने की जिम्मेदारी post office ने उठायी है। अब post office के माध्यम से भी इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में post office की पहुँच को देखते हुए इससे किसानों को काफी सहूलियत होगी। उक्त जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसी क्रम में वाराणसी परिक्षेत्र के अंतर्गत सभी 6 जनपदों–वाराणसी, भदोही, चन्दौली, गाजीपुर, जौनपुर और बलिया के अधीन डाकघरों में 28 दिसंबर को विशेष अभियान चलाया जायेगा, ताकि इसका फायदा अधिकाधिक किसानों तक पहुँच सके और ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस योजना में कवर किया जा सके।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों के माध्यम से 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना' के ऑनलाइन आवेदन के लिए किसान की खतौनी, आईडी कार्ड  (आधार कार्ड, पैन कार्ड , वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस) व बैंक पासबुक साथ लाना होगा। खरीफ व रबी फसलों के लिए क्रमशः 2% व 1.5% का प्रीमियम अदा करना होगा। फ़िलहाल, रबी फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत कवर करने हेतु पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 दिसंबर, 2022 नियत है। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग जन सरोकारों से जुड़ा विभाग है।नवीनतम टेक्नोलॉजी और व्यापक पहुँच होने के कारण डाकघर ग्रामीण अंचलों में अपने सेवाएँ बखूबी प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों और उनके परिवारों को फसल के नुकसान का मुआवजा और साथ ही सुरक्षा प्रदान करना है। इसके तहत बुवाई से पहले से लेकर कटाई के बाद तक फसल को सुरक्षा प्रदान की जाती है। यह योजना किसानों के परिवारों और उनके आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में भी मददगार है।

शनिवार, 1 अक्टूबर 2022

Post Card ने पूरा किया 153 साल का सफर

1 अक्टूबर 1869 को ऑस्ट्रिया में जारी हुआ था पहला पोस्टकार्ड

  • विभिन्न आंदोलनों का गवाह है पोस्टकार्ड
  • पोस्टकार्ड का क्रेज आज भी बरकरार, वाराणसी परिक्षेत्र में गत वर्ष डाकघरों से बिके 3.20 लाख पोस्टकार्ड
  • शादी-ब्याह, शुभकामनाओं में पोस्ट कार्ड की रही है अहम भूमिका 



Varanasi (dil india live). सोशल मीडिया में खोई युवा पीढ़ी का पाला भले ही पोस्टकार्ड से न पड़ा हो, पर एक दौर में पोस्टकार्ड खत भेजने का प्रमुख जरिया था। शादी-ब्याह, शुभकामनाओं से लेकर मौत की ख़बरों तक तो इन पोस्टकार्डों ने सहेजा है। तमाम राजनेताओं से लेकर साहित्यकार व आंदोलनकारियों ने पोस्टकार्ड का बखूबी प्रयोग किया है। अपना वही पोस्टकार्ड 1 अक्टूबर, 2022 को वैश्विक स्तर पर 153 साल का हो गया। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, दुनिया में पहला पोस्टकार्ड  एक अक्तूबर 1869 को ऑस्ट्रिया में जारी किया गया था।

इसके पीछे की कहानी के बारे में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव बताते हैं कि, पोस्टकार्ड का विचार सबसे पहले ऑस्ट्रियाई प्रतिनिधि कोल्बेंस्टीनर के दिमाग में आया था, जिन्होंने इसके बारे में वीनर न्योस्टॉ में सैन्य अकादमी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर डॉ. एमैनुएल हर्मेन को बताया।  उन्हें यह विचार काफी आकर्षक लगा और उन्होंने 26 जनवरी 1869 को एक अखबार में इसके बारे में लेख लिखा। ऑस्ट्रिया के डाक मंत्रालय ने इस विचार पर बहुत तेजी से काम किया और पोस्टकार्ड की पहली प्रति एक अक्तूबर 1869 में जारी की गई। यहीं से पोस्टकार्ड के सफर की शुरुआत हुई। दुनिया का यह प्रथम पोस्टकार्ड पीले रंग का था।  इसका आकार 122 मिलीमीटर लंबा और 85 मिलीमीटर चौड़ा था। इसके एक तरफ पता लिखने के लिए जगह छोड़ी गई थी, जबकि दूसरी तरफ संदेश लिखने के लिए खाली जगह छोड़ी गई।  

 पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारत में पहला पोस्टकार्ड 1879 में जारी किया गया। हल्के भूरे रंग में छपे इस पहले पोस्टकार्ड की कीमत 3 पैसे थी और इस कार्ड पर ‘ईस्ट इण्डिया पोस्टकार्ड’ छपा था।  बीच में ग्रेट ब्रिटेन का राजचिह्न मुद्रित था और ऊपर की तरफ दाएं कोने में लाल-भूरे रंग में छपी ताज पहने साम्राज्ञी विक्टोरिया की मुखाकृति थी। अंदाज़-ए-बयां का यह  माध्यम लोगों को इतना पसंद आया कि साल की पहली तीन तिमाही में ही लगभग 7.5 लाख रुपए के पोस्टकार्ड बेचे गए थे।

गौरतलब है कि डाकघरों में चार  तरह के पोस्टकार्ड मिलते रहे हैं - मेघदूत पोस्टकार्ड, सामान्य पोस्टकार्ड, प्रिंटेड पोस्टकार्ड और कम्पटीशन पोस्टकार्ड । ये क्रमश : 25 पैसे, 50 पैसे, 6 रूपये और 10 रूपये में उपलब्ध हैं। कम्पटीशन पोस्टकार्ड फिलहाल बंद हो गया है। इन चारों पोस्टकार्ड की लंबाई 14 सेंटीमीटर और चौड़ाई 9 सेंटीमीटर होती है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कम लिखे को ज़्यादा समझना की तर्ज पर पोस्टकार्ड न सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि तमाम सामाजिक-साहित्यिक- धार्मिक -राजनैतिक आंदोलनों का गवाह रहा है।  पोस्टकार्ड का खुलापन पारदर्शिता का परिचायक है तो इसकी सर्वसुलभता लोकतंत्र को मजबूती देती रही है। आज भी तमाम आंदोलनों का आरम्भ पोस्टकार्ड अभियान से ही होता है।  ईमेल, एसएमएस, फेसबुक, टि्वटर और व्हाट्सएप ने संचार की परिभाषा भले ही बदल दी हो, पर पोस्टकार्ड अभी भी आम आदमी की पहचान है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पोस्टकार्ड के प्रति अभी भी लोगों का क्रेज बरकरार है। वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में 3.20 लाख पोस्टकार्डों की बिक्री हुई थी, वहीं इस साल 51 हजार से ज्यादा पोस्टकार्डों की बिक्री की जा चुकी है।

गुरुवार, 15 सितंबर 2022

Post office ने शुरू किया 'सुकन्या समृद्धि महोत्सव'

डाक विभाग के महोत्सव में बेटियों ने दिखाया उत्साह

  • प्रधानमंत्री मोदी ने जनकल्याणकारी योजनाओं में सदैव महिलाओं को दी प्राथमिकता - डॉ. नीलकंठ तिवारी
  • बालिकाओं के सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभा रही सुकन्या समृद्धि योजना -पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
  • सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से बनेगीं बेटियाँ आत्मनिर्भर, 'आत्मनिर्भर भारत' की संकल्पना भी होगी साकार - पद्मश्री डॉ. रजनीकांत 


Varanasi (dil india live).आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देश भर के 75 शहरों में 'सुकन्या समृद्धि योजना' की सफलता के आयामों को लेकर 15 सितंबर से 11 अक्टूबर तक 'सुकन्या समृद्धि महोत्सव' मनाया जा रहा है। वाराणसी में  'सुकन्या समृद्धि महोत्सव' का शुभारंभ पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव की अध्यक्षता एवं पद्मश्री डॉ. रजनीकांत के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित समारोह में किया। वाराणसी प्रधान डाकघर में आयोजित महोत्सव में 10 साल तक की बच्चियों के सुकन्या समृद्धि खाते खोलकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई और उन्हें पासबुक व  उपहार वितरित किये गए। 1000 से ज्यादा बालिकाओं ने इसके लिए आवेदन किया। वहीं वित्तीय समावेशन के तहत डाकघर बचत बैंक और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की तमाम योजनाओं से जनमनास को जागरूक करते हुए इन योजनाओं के भी खाते खुलवाए गए। 

बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनकल्याणकारी योजनाओं में सदैव महिलाओं को प्राथमिकता दी है। स्वच्छ भारत के तहत शौचालय, उज्ज्वला, जनधन खाता, कौशल विकास, प्रधानमंत्री आवास योजना, जैसी तमाम योजनाओं ने महिलाओं का सशक्तिकरण किया। डाक विभाग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि घर-घर अभियान चलाकर जिस तरह से इस योजना से बेटियों को जोड़ा जा रहा है, वह प्रशंसनीय है।

 अध्यक्षीय सम्बोधन में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि बालिकाओं के सशक्तिकरण में सुकन्या समृद्धि योजना अहम भूमिका निभा रही है। वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में अब तक 2.60 लाख बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा चुके हैं, वहीं 755 गाँवों को सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बना दिया गया है।  डॉ. रजनीकांत ने कहा कि, डाक विभाग अब लोगों तक सिर्फ पत्र ही नहीं पहुँचा रहा, बल्कि सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं और इनके लाभों को भी लोगों तक पहुँचा रहा है। सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से बेटियाँ आत्मनिर्भर बनेगीं तो 'आत्मनिर्भर भारत' की संकल्पना भी साकार होगी।

प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव ने बताया कि 10 साल तक की बालिकाओं का मात्र 250 रूपये में सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी डाकघर में खुलवाया जा सकता है। 7.6 फीसदी आकर्षक ब्याज दर वाली इस योजना में एक वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख जमा किये जा सकते हैं। 

महोत्सव में स्वागत सम्बोधन प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव, धन्यवाद ज्ञापन सीनियर पोस्टमास्टर सी.एस बरुआ और संचालन इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक मैनेजर सुबलेश सिंह ने किया। इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक एसके चौधरी, दिलीप यादव, डाक निरीक्षक सर्वेश सिंह, रमेश यादव, श्रीकांत पाल, वी.एन द्विवेदी, राम रतन पांडेय, श्रीप्रकाश गुप्ता, जगदीश सडेजा, भूपेंद्र कुमार, विवेक कुमार, दीपमणि तिवारी, कमल भारती सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और सुकन्याएँ व उनके अभिभावक उपस्थित रहे।

शनिवार, 10 सितंबर 2022

Digital payment को बढ़ावा देने के लिए अब डाकघरों में 'प्रोजेक्ट फास्ट ट्रैक अभियान'

डाकघरों में यूपीआई आधारित क्यूआर कोड से होगा डिजिटल भुगतान

उपभोक्ताओं को मिलेगा कैश की समस्या से छुटकारा :पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव



Varanasi (dil india live). भारत सरकार कैशलेस व्यवस्था को प्रोत्साहित करने  डाकघरों में भी ऑनलाइन और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है। 'डाकिया डाक लाया' से 'डाकिया बैंक लाया' तक के सफर में जहां डाक विभाग के माध्यम से सरकार वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित कर रही है, वहीं अब देश भर में डाकघरों के माध्यम से 'डिजिटल पेमेंट' को भी बढ़ावा दिया जायेगा। सुदूर क्षेत्रों तक डाक विभाग की पहुच होने के चलते ग्रामीण इलाकों के लोग भी डिजिटल पेमेंट करना सीख सकेंगे। उक्त जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था के लिए क्यू.आर. कोड से यू.पी.आइ आधारित आनलाइन भुगतान की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 'प्रोजेक्ट फास्ट ट्रैक" अभियान भी चलाया जा रहा है। इससे जहाँ डाक कर्मियों को डिजिटल भुगतान प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर डाकघरों में आए ग्राहकों को डिजिटल भुगतान के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में 16 हजार से अधिक डिजिटल ट्रांजैक्शन हो चुके हैं जो कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक हैं। 

वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों में हुए डिजिटल ट्रांजैक्शन की प्रगति की निगरानी हेतु ऑनलाइन पोर्टल भी बनाया गया है। वाराणसी परिक्षेत्र के सभी 6 प्रधान डाकघरों, 268 उप डाकघरों और 1209 शाखा डाकघरों में  क्यू.आर. कोड से डिजिटल पेमेंट की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इसमें वाराणसी पूर्वी मंडल के 224, वाराणसी पश्चिमी मंडल के 211, जौनपुर के 402, गाजीपुर के 337 और बलिया के 309 डाकघर शामिल हैं। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों में स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री पत्र, रजिस्टर्ड पार्सल, रजिस्टर्ड फॉरेन पत्र, व अन्य रजिस्टर्ड आर्टिकल्स, इंटरनेशनल एयर पार्सल, एरोग्राम इंटरनेशनल, फ्रैंकिंग मशीन रिचार्ज, बिजनेस पोस्ट, बिल मेल सेवा, विभागीय परीक्षा शुल्क  इत्यदि के चार्ज का भुगतान अब डिजिटल पेमेंट के माध्यम से हो सकेगा। पत्र/पार्सलों की बुकिंग के दौरान काउंटर क्लर्क द्वारा पॉइंट ऑफ सेल पर पत्र के प्रेषक व प्राप्तकर्ता की सभी जानकारियों को दर्ज करने के उपरांत ग्राहक को रकम बताई जायेगी और क्यू.आर. कार्ड को स्कैन कर भुगतान की प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। उक्त क्यू आर कोड को स्कैन कर किसी भी यू.पी.आई पेमेंट मोबाइल एप्लीकेशन जैसे डाक पे, गूगल पे, फोन पे, पेटीएम, एमेजन पे, इण्डिया पोस्ट  पेमेंट्स बैंक आदि के द्वारा डिजिटल भुगतान किया जा सकेगा। भुगतान की प्रक्रिया ग्राहक द्वारा पूर्ण करने पर सॉफ्टवेयर सेन्ट्रल सर्वर से भुगतान संपन्न होने की जानकारी लेगा और ग्राहक की रसीद प्रिंट हो जाएगी।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस सेवा के शुरू होने से ग्राहकों की सुविधाओं में इजाफा होने के साथ-साथ डिजिटल अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। इससे डाकघरों में आए हुए ग्राहकों को फुटकर पैसों की समस्या से राहत मिल जाएगी और काउंटर पर बैठे डाक सहायक को भी नकद लेन-देन से छुटकारा प्राप्त हो जाएगा और समय की भी बचत होगी। ग्राहकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसलिए नकद रकम देकर भी डाक वस्तुओं की बुकिंग का कार्य पूर्व की ही भांति होता रहेगा।

शनिवार, 13 अगस्त 2022

Post office में लगी'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' प्रदर्शनी

प्रधान डाकघर में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार ने की शुरुआत 


Varanasi (dil india live). 'आजादी का अमृत महोत्सव' के क्रम में वाराणसी प्रधान डाकघर में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस'  (14 अगस्त) के उपलक्ष्य में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें विभीषिका को दर्शाते विभिन्न पहलुओं को तस्वीरों और ऐतिहासिक घटनाओं के क्रम में प्रदर्शित किया गया। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर विभीषिका के दंश से पीड़ित आत्माराम, सावित्री देवी सहित तमाम शरणार्थी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन उपस्थित रहे। विभाजन के समय की भयावहता को याद करते हुए लोगों ने अपने अनुभवों को साझा किया। इस विभीषिका को सुनकर पूरा माहौल मार्मिक हो उठा।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि यह प्रदर्शनी 14 अगस्त तक प्रधान डाकघर वाराणसी के साथ-साथ परिक्षेत्र के सभी प्रधान डाकघरों में लोगों के अवलोकन हेतु चलेगी। इस प्रदर्शनी के द्वारा देश के विभाजन के हालात विभिन्न तस्वीरों के माध्यम से प्रदर्शित किये गए। विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों को याद कर उस दर्द को महसूस किया गया जो कभी हमारे पूर्वजों द्वारा झेला गया था। विभाजन के दौरान बहुत से लोग बेघर हो गए तो तमाम लोगों ने अपने संघर्षों से नए मुकाम भी प्राप्त किए।

इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव, डाक अधीक्षक पीसी तिवारी, सीनियर पोस्टमास्टर  सी.एस बरुआ, सहायक अधीक्षक एसके चौधरी, एमआर राश्दी,  दिलीप सिंह यादव, डाक निरीक्षक श्रीकांत पाल, रमेश यादव, श्रीप्रकाश गुप्ता, जगदीश चंद्र सडेजा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

मंगलवार, 19 जुलाई 2022

इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने वित्तीय समावेशन को दी नई ऊंचाई - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

डाक विभाग व इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की रीजनल मीट 

घर-घर तक डिजिटल बैंकिंग को पहुँचाने में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की अहम भूमिका: पीएमजी



Varanasi (dil india live). डाक विभाग के उपक्रम रूप में स्थापित इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने अल्प समय में ही अपनी नई पहचान बनाई है। ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन और डिजिटल इण्डिया के क्षेत्र में आज इसकी अहम् भूमिका है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को इसके माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाया जा रहा है। डाक विभाग उन तमाम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनके पास बीमा और अन्य वित्तीय सेवाओं तक आसान पहुंच नहीं है। यह बातें वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक विभाग और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की रीजनल मीट का वाराणसी में शुभारंभ करते हुए कही। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले मंडलाधीक्षकों, आईपीपीबी मैनेजर्स और डाककर्मियों को भी पोस्टमास्टर जनरल ने सम्मानित किया। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आईपीपीबी के माध्यम से डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक आज एक चलते फिरते बैंक के रूप में कार्य कर रहे हैं। घर बैठे बच्चों का आधार बनाने, मोबाइल अपडेट करने, डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट, डीबीटी, बिल पेमेंट, एईपीएस द्वारा बैंक खाते से भुगतान, वाहनों का बीमा, स्वास्थ्य बीमा, दुर्घटना बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी तमाम सेवाएं डाकिया के माध्यम से घर बैठे मुहैया कराई जा रही हैं। आईपीपीबी में खाता होने पर डाकघर की सुकन्या, आरडी, पीपीएफ, डाक जीवन बीमा में भी ऑनलाइन जमा किया जा सकता है।     

 पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की साझेदारी में बजाज आलियांज लाइफ स्मार्ट प्रोटेक्ट गोल और बजाज आलियांज लाइफ गारंटीड पेंशन गोल की बिक्री का भी शुभारंभ किया। बजाज आलियांज लाइफ स्मार्ट प्रोटेक्ट गोल एक व्यापक और मूल्य वर्धित टर्म बीमा उत्पाद है, जिसे घर के प्रमुख कमाने वाले व्यक्ति की असामयिक मृत्यु की स्थिति में एक परिवार को तत्काल वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बजाज आलियांज लाइफ गारंटीड पेंशन गोल एक वार्षिकी बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य व्यक्ति की सेवानिवृत्ति के बाद के खर्चों को पूरा करना है क्योंकि यह उसके जीवित रहने तक गारंटीड और निश्चित रूप से नियमित आय प्रदान करता है। आईपीपीबी कॉरपोरेट ऑफिस के एजीएम विकास दहल ने कहा कि डाक विभाग के विस्तृत एवं मजबूत नेटवर्क के माध्यम से हम अपने ग्राहकों को व्यापक वित्तीय समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन के जोनल मैनेजर संदीप महाजन ने बताया कि यह साझेदारी हमारे लिए एक नया मील का पत्थर है क्योंकि हम आईपीपीबी और डाक विभाग के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से ग्राहकों को मूल्य-पैक उत्पादों की पेशकश करने वाले पहले जीवन बीमाकर्ता हैं। कार्यक्रम में विभिन्न मंडलों के अधीक्षक सर्वश्री राजन राव, पीसी तिवारी, राम मिलन, संजय त्रिपाठी, कृष्ण चंद, सहायक निदेशक दिनेश साह, बृजेश शर्मा, आईपीपीबी के चीफ मैनेजर मुकेश मिश्रा, वरिष्ठ प्रबंधक सुबलेश सिंह सहित विभिन्न ब्रांचेज के मैनेजर्स और डाककर्मी उपस्थित रहे।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...