दावते लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
दावते लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, 3 जुलाई 2023

Gharib Nawaz relief फाउंडेशन

दावते इस्लामी इंडिया का पौधारोपण अभियान के तहत लगाए गए पौधे



Bhadohi (dil India live)। दावते इस्लामी इंडिया के डिपार्टमेंट गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन के तहत पूरे भारत मे 1 जुलाई से 10 जुलाई 2023 तक 1 करोड़ 20 लाख पौधा लगाने का आंदोलन चलाया जा रहा है। इस दौरान न केवल पौधारोपण ही करना है बल्कि यह आंदोलन पौधों को विशाल दरख़्त बनाना के भी है। इस मुहिम के तहत पौधारोपण कार्यक्रम शुरू हो गया है। इसके तहत नगर पालिका परिषद के पूर्व सभासद मो. दानिश सिद्दीकी के पचभैया स्थित आवास पर 'सेफ नेचर प्रोग्राम' आयोजित किया। जिसमें दावते इस्लामी के यूपी ईस्ट निगरान हाफिज़ फहद अत्तारी ने पौधा लगाने के फायदे और न लगाने के नुकसान को बताया। कार्यक्रम में मौजूद सभी से कम से कम 12 पौधे लगाने के लिए अपील किया। कार्यक्रम के बाद सभी के साथ पौधा लगाया गया। कार्यक्रम में उपस्थित  मुख्य अतिथि शहर चौकी प्रभारी श्री प्रमोद कुमार राय को पौधा भेंट कर के सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भदोही के इद्रीस खान, एहसान खान, खुर्शीद खान, लल्लन खान, जफर आदिल खान, लल्लन खान, अमजद खान, अर्सलान खान, गुलज़ार खान, सैय्यद हुजैफा, सैय्यद शमश, हसन खान, तौफ़ीक़ बेग, सैयद शीबू,शादाब खान, वैसा खान, फैजान सिद्दीकी, अरक़म सिद्दीकी, मुजककीर खान, आरिफ खान, अरकान खान, फ़ैज़ खान, फैजान खान के अलावा दावते इस्लामी इंडिया के वसीम अत्तारी,अमीर अत्तारी,मेराज हबीबी,ताबिश अत्तारी, उबैद अत्तारी, तालिब अत्तारी आदि मौजूद थे।

रविवार, 26 मार्च 2023

यहां तो पूरा Ramadan ही रहते हैं एतेकाफ

एतेकाफ पर इबादतगुजार करते हैं देश दुनिया में अमन की दुआएं 

Varanasi (dil india live). रमजान की खास इबादतों में शामिल एतेकाफ अमूमन रमजान के आखिरी अशरे में रहा जाता है मगर नबी ने कई बार पूरा रमजान यानी 30 दिन एतेकाफ किया था। नबी कि इसी सुन्नतों पर अमल करते हुए दावते इस्लामी हिंद के मेंबर्स मस्जिद कंकडियाबीर में पूरे रमजान एतेकाफ पर बैठते हैं। इस बार भी दावते इस्लामी इंडिया के मेंबर्स एतेकाफ पर बैठ गए हैं। पूरी मस्जिद इबादतगुजारो से भरी हुई है। एक साथ इबादत,एक साथ जमात से नमाजे अदा करना व एक साथ रोज़ा इफ्तार के साथ ही देश दुनिया में अमन और शांति के लिए दुआएं करने का नजारा देखते ही बनता है। दावते इस्लामी इंडिया के डा. साजिद अत्तारी बताते हैं कि हर साल दावते इस्लामी इंडिया के लोग एक साथ पहले ही रमजान से एतेकाफ पर बैठ जाते हैं और जब ईद का चांद होता है तो एतेकाफ पूरा करके अपने घरों को लौटते हैं।

क्या है एतेकाफ:

एतेकाफ सुन्नते कैफाया है। एतेकाफ का लफ्ज़ी मायने, अल्लाह की इबादत में बैठना या खुद को अल्लाह की इबादत के लिए वक्फ कर देना है। 20 रमज़ान से ईद का चांद होने तक मोमिनीन मस्जिद में खुद को अल्लाह के लिए वक्फ कर देते है। इसी इबादत का नाम एतेकाफ है। सुन्नत है एतेकाफ:

एतेकाफ सुन्नते कैफाया है यानी मुहल्ले का कोई एक भी बैठ गया तो पूरा मुहल्ला बरी अगर किसी ने नहीं रखा तो पूरा मुहल्ला गुनाहगार होगा और पूरे मोहल्ले पर अज़ाब नाज़िल होगा। 

रमज़ान हेल्प लाइन:

अगर आपके जेहन में भी रमजान को लेकर कोई सवाल है तो फोन करें। इन सवालों का जवाब मुफ्ती बोर्ड के सदर मुफ्ती मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी, सेक्रेटरी मौलाना हसीन अहमद हबीबी व मदरसा खानमजान के उस्ताद मौलाना अज़हरुल कादरी देंगे। 

इन नम्बरों पर होगी रहनुमाई

9415996307, 9450349400, 9026118428, 9554107483

रविवार, 16 अक्टूबर 2022

Gharib Nawaz relief फाउंडेशन ने इस तरह मनाया नबी का जश्न

दावते इस्लामी इंडिया पहुंची कबीरचौरा अस्पताल, मरीजों में बांटा फल





Varanasi (dil india live). देश दुनिया के तमाम मुस्लिम इन दिनों पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला अलैहि वसल्लम की यौमे पैदाइश की खुशियों में डूबे हुए है। जगह जगह दीनी जलसे, नातिया मुशायरों व अन्य ईद मिलादुन्नबी की महफ़िले सजायी जा रही है। ऐसे ही दावते इस्लामी इंडिया की गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन की ओर से कबीरचौरा के श्री शिव प्रसाद गुप्त अस्पताल में भर्ती मरीजों को फल बांट कर पैगम्बरे इस्लाम की यौमे पैदाइश की खुशियां मनाई गई। डाक्टर साजिद के संयोजन में हुए इस आयोजन में मो. शाहिद अततारी, अफरोज अततारी, मुबारक, अनवर अततारी, सरफराज अततारी, फारुक अततारी व मो. मोहसिन अततारी आदि मौजूद थे। वक्ताओं ने कहा कि दीन के साथ ही समाज सेवा के क्षेत्र में भी दावते इस्लामी इंडिया बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है। इसके लिए ही गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन पूरी तरह समर्पित है।

सोमवार, 3 अक्टूबर 2022

Eid miladunnabi पर मरकज़ी दावते इस्लामी निकालेगी जुलूस

मरकजी दावते इस्लामी ने किया यह खास ऐलान 


Varanasi (dil india live). हज़रत खाकी शाह  रहमतुल्ला अलैह शिवाला में हाफिज मोहम्मद जावेद अख्तर के बगीचे में जुलूस मुहम्मदी सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम के सिलसिले में अहम मीटिंग मौलाना अब्दुल हादी खान हबीबी रिजवी, की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में संस्था के मेंबर्स व आशिक ए रसूल सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एकत्रित हुए, और निर्णय लिया गया कि हर साल की तरह इस साल भी जश्ने आमदे रसूल सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम को बहुत ही सुंदरता के साथ मनाया जाएगा और जुलूस को इस तरह अपने पुराने मार्गों से मंजिल तक पहुंचया जाए ताकि किसी को रास्ते भर कोई कष्ट न हो, जुलूस को उसके सम्मानजनक और शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जाए। 

नहीं रहेगा डीजे व घोड़ा 

निर्णय लिया गया कि जुलुसे मोहम्मदी में डीजे और बाइक व घोड़े गाड़ी आदि कतई न लाएं। सारे लोग पैदल, रास्ते भर दुरूद व सलाम और नात शरीफ़ पढ़ते हुए चलें। लाउड स्पीकर को उचित साउंड के साथ प्रयोग करें। जुलूस ए मोहम्मदी सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम में सम्मिलित होने वाले अन्य लोग व संगठन अपने अपने संगठन से कुछ विशिष्ट जिम्मेदार का चुनाव कर लें जो संगठन प्रतिभागियों को अच्छी तरह रास्ते भर उन पर नज़र रखें। 

शहर की स्थि‍ति के अनुसार चौक व चौराहों से जुलूस सुंदरता से ले जाएं और किसी को मार्ग में कष्ट न हो। जुलूस में सम्मिलित होने वाले आशिकाने रसूल ज्यादा से ज्यादा  सफेद कपड़े इमामा (पगड़ी) व खुशबू लगाकर तैयार होकर चलें, और रास्ता भर इधर उधर सैर सपाटा से बचें, ताकि आपके हर हर कदम से इश्के रसूल व मुहब्बते रसूल अभिव्यक्त होता रहे।

मंगलवार, 16 अगस्त 2022

Dawate islami india ने मनाया आजादी का अमृत महोत्सव

लगाया पौधा,लिया पर्यावरण बचाने का संकल्प 






Varanasi (dil india live). दावते इस्लामी इंडिया ने आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से शहर बनारस में मनाया। इस दौरान जहां पौधे लगाए गए वही लोगों से पर्यावरण बचाने के लिए पौधारोपण करने की गुजारिश भी की गई। इससे पहले दावते इस्लामी इंडिया की ओर से मरकज में झंडारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। झंडारोहण के बाद कौमी तराना, नज़्म वह नात पढ़ी गई।
शाम में आजादी का जश्न बनाने के लिए लोगों का मजमा नाटी इमली में छूटा। इस दौरान दावते इस्लामी इंडिया के कार्यकर्ताओं ने जहां पौधा लगाने का संकल्प लिया वही वक्ताओं ने कहा कि जून, जुलाई का महीना गुजर गया आधा अगस्त भी चला गया मगर क्या वजह है कि इस बार बारिश नहीं हुई? इसकी सबसे बड़ी वजह एक है वो यह कि आधुनिकता कि चकाचौंध में हम दरख़्त काटते जा रहे हैं। इससे हमारा पर्यावरण बेहद बुरे दौर में पहुंच गया है। हमें पर्यावरण बचाने के लिए पौधारोपण करना होगा। फलदार, छायादार पेड़ लगाना होगा। तभी हमारा पर्यावरण बच पायेगा। कार्यक्रम का संचालन डा. साजिद ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसओ जैतपुरा वह पत्रकार अशफाक सिद्दीकी थे। कार्यक्रम में सरताज हुसैन एडवोकेट, अफरोज अख्तर, मोहम्मद शाहिद, मुबारक अततारी, मोहम्मद फहद, हालिम अंसारी, पप्पू, नूर मोहम्मद, शकील अहमद,नसीम, अहमद आदि मौजूद थे।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...