Varanasi (dil India live). 09.09.2023. शनिवार को हिंदी भाषा खड़ी बोली के जनक भाषाचार्य भारतेंदु हरिश्चंद्र की 173 वीं जयंती उनके निजी आवास चौखम्बा में भावपूर्ण मनाई गई. जयंती समारोह में नगर के कवि, साहित्यकार व समाजसेवियों ने काशी के लाल को पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जितेंद्र मिश्रा ने कहा भारतेंदु हरिश्चंद्र हिंदी खड़ी बोली के साथ-साथ स्वाधीनता की चेतना भी जागृत किया. वह काशी के गौरव और भारत के एक रत्न थे। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर अत्रि भारद्वाज ने कहा कि भारतेंदु जी बहुमुखी प्रतिभा के आयामी थे वह भाषा के लोकपाल थे. इस मौके पर उनके चित्र पर अतिथियों ने माल्यार्पण किया गया.
गोष्ठी में मुख्य रूप से कविता म्बारा साहित्यिक पत्रिका के संपादक मधुकर मिश्र, साहित्यकार डॉक्टर जयशंकर जय, कवि सिद्धनाथ शर्मा, कवि पंडित भोलानाथ त्रिपाठी, महेंद्र अलंकार, परमहंस तिवारी, रमेश चौबे, मयंक चतुर्वेदी आदि लोग उपस्थित थे. संचालन दीपेश चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन मालिनी चौधरी ने किया.