शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025

Sangit की किसी भी विद्या में आपकी रुचि हो रियाज़ करना जरूरी-Ramshankar

VKM Varanasi main संगीत कार्यशाला के पांचवें दिन 'कल्पना की उड़ान' पर जोर

Varanasi (dil India live). बसंत कन्या महाविद्यालय  के तत्वावधान में संगीत गायन विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला के पांचवें दिन गुरु वंदन से कार्यक्रम का आगाज़ हुआ। गुरु शिष्य परंपरा की विशेषताएं बताते हुए कलाकार रामशंकर ने विद्यार्थियों को अपने गाने में अपनी कल्पना की उड़ान पर जोर दिया। साथ ही गुरु मुख की तालीम कहां और क्यों  जरूरी है? इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया। वक्ता ने ध्रुवपद, खयाल, ठुमरी गायन शैली कि विशेषताओं को बताते हुए रियाज़ पर बल दिया।


 कार्यक्रम में प्रश्नों के माध्यम से कार्यशाला में सीखी बातों का पुनरावलोकन कर कलाकार ने मंच पर ध्यान रखने योग्य बातों को भी समझाया और सा के अभ्यास में ही मधुर कंठ की बारीकियां समाहित है ,सभी को नियमित अभ्यास आवश्यक है चाहे संगीत की किसी भी विद्या में आप रुचि रखते हो। कार्यक्रम में संयोजक प्रोफेसर सीमा वर्मा द्वारा प्रेरक उद्बोधन के माध्यम से मंच प्रस्तुति के विविध आयाम की चर्चा की। आज के कार्यक्रम में महाविद्यालय के डॉ सुमन सिंह, डॉ  निरंजना श्रीवास्तव, डॉ सपना भूषण, डॉ अमित ईश्वर, डॉ आशीष सोनकर आदि शिक्षक शिक्षिकाओं की  उपस्थिति थी। शनिवार को समापन सत्र का आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रमाण पत्र वितरण के साथ मशहूर संगीतकार डॉ. रामशंकर का गायन का कार्यक्रम होगा।

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