पांच लाख से अधिक नौनिहाल पियेंगे ‘दो बूंद जिंदगी की'
• रविवार को 1859 बूथों पर पिलायी जायेगी दवा की खुराक
• छूटे बच्चों के लिए सोमवार से घर-घर चलेगा अभियान
Varanasi (dil india live). जिले में सघन पल्स पोलियो अभियान 18 सितम्बर से शुरू होगा। छह दिवसीय इस अभियान में साढ़े पांच लाख से अधिक नौनिहालों को ‘दो बूंद जिंदगी की’ दी जायेगी। इसके लिए रविवार 18 सितम्बर को बूथ दिवस का आयोजन होगा। इसमें जनपद के 1859 बूथों पर पोलियो की खुराक दी जायेगी। बूथ तक न पहुंच पाने वाले बच्चों के लिए 19 सितम्बर से घर-घर जाकर पोलियो की खुराक देने का काम होगा। इसके बाद भी अगर कोई बच्चा दवा पीने से वंचित रह गया होगा तो उसे 26 सितम्बर को भी पोलियो की खुराक दी जा सकेगी।
सघन पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए *मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल* ने बृहस्पतिवार को विकास भवन में जिला टास्क फोर्स की बैठक की। अभियान के लिए अबतक की गयी तैयारियों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेने के साथ ही उन्होंने उन्हें आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाये कि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक लेने से वंचित न रह जाये।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि वैसे तो भारत पोलियो मुक्त हो चुका है, लेकिन कुछ देशों में पोलियो अभी भी है। लिहाजा इसके फिर से लौटने की आशंका बनी रहती है। इसी वजह से सघन पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है ताकि किसी भी हालत में इसे अपने देश में पुनः न लौटने दिया जाये । उन्होंने अभिभावकों से अपील किया कि वे अपने शून्य से पांच साल तक के बच्चों को हरहाल में पोलियो की खुराक अवश्य पिलाये। सीएमओ ने बताया कि इस बार जनपद के 5 लाख 68 हजार 511 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए 18 सितंबर रविवार को बूथ दिवस का आयोजन किया गया है जिसमें 1859 बूथों पर दवा पिलाई जाएगी। जो बच्चे बूथ दिवस पर दवा पीने से छूट जाएंगे उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीमें 19 से 23 सितंबर (सोमवार से शुक्रवार) तक घर-घर जाकर दवा पिलाने का काम करेगी। इसके बाद भी जो बच्चे छूट जाएंगे, उन्हें 26 सितंबर सोमवार को दवा पिलाई जाएगी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि 18 सितम्बर से शुरु हो रहे सघन पल्स पोलियो अभियान के लिए ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र में कुल 1859 बूथ बनाए जाएंगे। कुल 1265 टीमें अभियान में लगायी जायेंगी। साथ ही 36 ट्रांजिट टीम भी होंगी । उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिए रोजाना शाम को ब्लाक स्तर के नोडल अधिकारियों द्वारा फीडबैक लिया जाएगा और अभियान की समीक्षा होगी।
बैठक में एसीएमओ डा. एके मौर्या, डिप्टी सीएमओ डा. पीयूष राय, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पांडेय, उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. यतीश भुवन पाठक, डीएचईआईओ हरिवंश यादव के साथ ही सभी अपर एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त चिकित्सालयों के चिकित्सा अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्साधिकारी, डब्ल्यूएचओ की एसएमओ डा.जयशीलन, यूनिसेफ के क्षेत्रीय समन्वयक डा. प्रदीप विश्वकर्मा व डीएमसी डा. शाहिद शामिल थे।