जलालीपुरा के नए सरदार व महतो की हुई दस्तारबंदी
Varanasi (dil India live). मोहल्ला सरैया स्थित हाजी हकीम के बगीचे में मोहल्ला जलालीपुरा के नए सरदार और महतो की दस्तारबंदी की रस्म अदा की गई। नए सरदार और महतो की दस्तारबंदी की रस्म अदायगी बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी के सरदार हाजी हाफिज मोइनुद्दीन ने अपने हाथो से किया। नए सरदार हाजी जैद को और महतो हाजी नुरुलहुदा ऊर्फ बाबू को सर पर पघडी बांध कर दरस्तारबंदी की रस्म अदायगी की। इस मौके पर बाईसी के सरदार हाजी हाफिज मोइनुद्दीन ने कहा की सरदार और महतो की जो आज दोनो जिम्मेदारान को यह पद दी गई है यह बहुत ही जिम्मेदारी की पद है जो सर पर पगड़ी बंधाई है ये पगड़ी नहीं एक कांटो भरा ताज है जिसे बहुत ही जिम्मेदारी और ईमानदारी से और बिना भेद भाव के सभी के साथ इंसाफ करना है इसमें ने कोई अपना होता है न कोई पराया है सब एक समान है। समाज के जो भी मसले सामने आए उस मसले के साथ बिना भेद भाव के इंसाफ करना ये दोनो सरदार महतो की जिम्मेदारी है। की किसी के साथ ना इंसाफी न हो। इस दस्तार बंदी की सदारत मौलाना हारून रशीद नक्शबंदी ने की। इस मौके पर तकरीर मौलाना कारी दिलशाद साहब और मौलाना हारून नक्सबंदी साहब ने की । इस दस्तारबंदीय में आए सभी लोगो का स्वागत चेत्रीय पार्षद हाजी ओकास अंसारी ने किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में थाना जैतपुरा प्रभारी श्री मथुरा प्रसाद राय जी सामिल हुए। दस्तारबंदि में प्रमुख रूप से मौजूद हाजी इस्तियाक, हाजी बाबूलाल किंग, हाजी नसीर, हाजी बाबू महतो, हाजी मुमताज, हाजी गुलाब, पार्षद गुलशन अली, हाजी तुफैल, सरदार अजीजुल्हक, हाजी गुड्डू सरदार, हकीम महतो, बाऊ सरदार, अली हसन, खलील सरदार, सरदार गुलाम नबी, हाजी अनिसुर्रहमान, हाजी इम्तियाज, हाजी लाला, असलम, अब्दुल रब, बिस्मिल्ला अंसारी, नुरुल ऐन, हाजी समसू, अफजल अंसारी, वहाब अंसारी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।