अंजुमन लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
अंजुमन लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 5 अक्टूबर 2022

Karbala k shahido का मना साठा

जंज़ीर का मातम देख खड़े हुए रोंगटे 

ग़म का अय्याम हुआ पूरा, अब मनेगी ईदे जेहरा की खुशी 



Varanasi (dil india live) . दालमंडी के पुरानी अदालत सिथत शब्बीर और सफदर के अजाखाने से सैकड़ों वर्ष कदीमी साठे का जुलूस पूरी अकीदत के साथ निकाला गया। जुलूस में अंजुमन हैदरी चौक के नौहेखां दर्द भरे नौहों से लोगों को कर्बला के मंजर बयां कर रहे थे। दर्द भरे नौहों के बीच तमाम लोगों ने जंजीर का मातम किया। गढ़े हुसैन के आखिरी दौर में ज़ंजीर का मातम देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।

 दरअसल इमाम हसन वह इमाम हुसैन समेत कर्बला के मैदान में 72 लोग शहीद हुए। शहीदों की याद में ही शिया मुस्लिम 2 महीना 8 दिन ग़म मनाते हैं। साठे के जुलूस के साथ ग़म का अय्याम पूरा हो गया। अब शिया वर्ग ईदे जेहरा की खुशियों में डूबा नजर आएगा। उसके बाद यौमुननबी वीक मनेगा।

जुलूस अपने कदीमी रास्ते दालमंडी, नई सड़क, पाठक शेख सलीम, काली महाल, पितरकुंडा, लल्लापुरा होते हुए फातमान पर जाकर समाप्त हो गया। जुलूस में जगह जगह तबर्रुक बांटा गया। जुलूस में प्रमुख रूप से शहीद, अनवर काजिम, करार काजिम, नयाब रज़ , अब्बास मुर्तुजा शम्सी, लियाकत अली, शराफत अली, नदीम, शकील अहमद जादूगर समेत हजारों लोग मौजूद थे।

मंगलवार, 2 अगस्त 2022

Muharram 3rd: नवाब की ड्योढ़ी से निकला दुलदुल का कदीमी जुलूस

नाना मेरे रसूले ख़ुदा मैं हुसैन हूं...

दर्द भरे नौहे फिजा में बुलंद कर आगे बढ़ा अंजुमन जव्वादिया का जुलूस 


Varanasi (dil india live). तीसरी मोहर्रम को अलम व दुलदुल का कदीमी जुलूस औसानगंज से अकीदत के साथ निकाला गया। यह जुलूस नवाब की ड्योढ़ी से शाम में उठा। जुलूस, नाना मेरे रसूले ख़ुदा मैं हुसैन हूं, गूंजी है कर्बला में सदा मैं हुसैन हूं...। जैसे दर्द भरे नौहे फिजा में बुलंद करता हुआ आगे बढ़ा। जुलूस में अंजुमन जव्वादिया नौहाखवानी वह मातम करते हुए चल रही थी। वहीं शिवाला स्थित सैयद आलीम हुसैन रिजवी के इमामबाड़े से से भी एक जुलूस उठाया गया, जो हरिश्चन्द्र घाट के पास कुम्हार के इमामबाड़े पर जाकर समाप्त हुआ। रास्ते भर अंजुमनों ने नौहाखवानी वह मातम का नजराना पेश किया। तीन मोहर्रम को ही रामनगर में बारीगढ़ी स्थित सगीर साहब के इमामबाड़े से भी अलम का जुलूस उठा।

कल शिवाला से निकलेगी ताजिया

चार मोहर्रम को ताजिये का जुलूस शिवाला में सैयद आलीम हुसैन रिजवी के निवास से निकलेगा। जुलूस गौरीगंज स्थित काजिम रिजवी के इमामबाड़े पर जाकर समाप्त होगा। चार मोहर्रम को ही चौहट्टा में इम्तेयाज हुसैन के मकान से 2 बजे दिन में जुलूस उठकर इमामबाड़ा तक जायेगा। चौथी मुहर्रम को ही तीसरा जुलूस अलम व दुलदुल का चौहट्टा लाल खाँ इमामबाड़ा से रात 8 बजे उठकर अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ सदर इमामबाड़ा पहुंचकर समाप्त होगा। 

जुलूस मार्ग से हटाया डिवाइडर


मोहर्रम के जुलूसों को देखते हुए एडीसीपी ट्रैफिक दिनेश पुरी के निर्देश पर नई सड़क चौराहे और फाटक शेख सलीम पर से आज डिवाइडर हटवाया गया। दरअसल मुहर्रम के जुलूस इसी रास्ते से गुजरते है और डिवाइडर जुलूस के रास्ते को बाधित कर रहा था।


Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...