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शनिवार, 31 दिसंबर 2022

New year में भी होगा health सेवाओं का वृहद विस्तार: cmo

मिलेंगी mru, bsl-3 सहित अन्य जरूरी लैब

ग्रामीण संग नगर क्षेत्र में बढ़ेंगे आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर

Varanasi (dil india live). मुख्य चिकित्सा अधिकारी ड. संदीप चौधरी का कहना है कि जनपद के समस्त सरकारी चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार हुआ है। इसमें आधारभूत संरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) के साथ डिजिटलीकरण पर पूरा ज़ोर दिया गया। अब नए साल में भी नवीन चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जाएगा जिससे मरीजों को डिजिटलीकरण के साथ बेहतर उपचार की सुविधा मिल सके और एक स्वस्थ व बेहतर समाज की कल्पना की जा सके । 

इस क्रम में सर्वप्रथम उन बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हैं जिन्हें वर्ष 2022 में पूरा किया गया। 

- चार प्रथम संदर्भन इकाई (एफ़आरयू) क्रमशः डीडीयू चिकित्सालय स्थित मातृ व शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) विंग, सीएचसी चौकाघाट, सीएचसी दुर्गाकुंड और मुख्यमंत्री द्वारा गोद ली गई सीएचसी हाथी बाजार । 

- तीन हेल्थ एटीएम क्रमशः सीएचसी चौकाघाट, सीएचसी दुर्गाकुंड और पीएचसी बड़ागांव में स्थापित ।

- विभिन्न आठों ब्लॉक में 65 आयुष्मान भारत  - हेल्थ वेलनेस सेंटर की बढ़ोतरी, अब हुए 225 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ।   

- गैर संचारी रोग कार्यक्रम के अंतर्गत सभी 11 ग्रामीण व शहरी सीएचसी में सेंटीनल/पैथालोजी लैब स्थापित। 

- सभी 12 सीएचसी पर मिनी पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) स्थापित । 

- स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण के लिए ई-कवच पोर्टल, मंत्रा एप, आधारबद्ध जन्म पंजीकरण, यूबीआई फेसिंग अटेंडेंस एप का संचालन शुरू हुआ। 

- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की उपस्थिति के लिए एएमएस एप।

- सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर पर टेली मेडिसिन की सुविधा शुरू।  

New year 2023 में बढ़ेंगी यह सुविधाएं -  

- तीन मल्टी डिसिप्लेनरी यूनिट (एमआरयू) लैब, एक बीएसएल-3 लैब, एक पब्लिक हेल्थ लैब।  

- राजकीय चिकित्सालयों में हृदय रोगियों की सुविधा के लिए केंद्र। 

- सभी सीएचसी और पीएचसी पर बेड की संख्या में बढ़ोतरी के लिए एक-एक यूनिट। 

- सभी पीएचसी व सीएचसी सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर एक-एक हेल्थ एटीएम। 

- दो ब्लॉक स्तरीय पब्लिक हेल्थ यूनिट।  

- दो नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सारनाथ और काशी विद्यापीठ)। 

- ग्रामीण क्षेत्र में 75 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और नगर क्षेत्र में 48 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर।

मंगलवार, 1 नवंबर 2022

Yeshu bhakto ने लगाया नये धर्मांतरण कानून के दुरुपयोग का आरोप


Varanasi (dil india live).  मसीही अनुयाइयों एवं यीशु भक्तों द्वारा पुलिस कमिश्नर वाराणसी ज़ोन और मंडलायुक्त वाराणसी से मिल कर अराजक तत्वों और लोकल पुलिस के नकारात्मक गठजोड़ पर गहरी आपत्ति दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की। आरोप लगाया कि विगत कुछ समय से एक कथित हिन्दू संगठन के पदाधिकारी होने का दावा करने वाले कुछ लोगों द्वारा निर्दोष मसीही नागरिकों के खिलाफ धर्मान्तरण के झूठे मामलों में फंसाने की साजिश की जा रही है। इस संबंध में एक अभ्यावेदन पुलिस कमिश्नर वाराणसी ज़ोन और मंडलायुक्त वाराणसी को दिया गया।

वक्ताओं ने कहा कि विगत दो वर्षों में नये धर्मांतरण कानून का यूपी में भारी दुरुपयोग जारी है। ईसाई समुदाय पर मेरठ, आजमगढ़, फतेहपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, मऊ ही नहीं बनारस इत्यादि में भी हमले फिर से कई गुना बढ़ गए है।

पुलिस कमिश्नर वाराणसी ज़ोन और मंडलायुक्त वाराणसी से मिल कर अनुरोध किया गया है, कि साम्प्रदायिक सद्भाव और शांति के हित में इलाके में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए इस मामले में आप अविलम्ब आवश्यक कार्रवाई करें।

प्रतिनिधि मंडल ने कि यह मांग 

1.वाराणसी मंडल में धार्मिक उन्मादी व् मनबढ़ लोगों को चेतावनी दिया जाये की समाज में वैमनस्य न फैलाएं।

2.पोलिस द्वारा रविवार को यीशु भक्तों की आराधना व् संगती बाधित न किया जाये।

3.पोलिस प्रशासन सभी वर्गों के लोगों के साथ न्यायपूर्ण व्यहवार करें व् 'उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध कानून' का दुरूपयोग रोका जाये। 

4.सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सभी पोलिस स्टेशनों पर सी. सी. टीवी कैमरा लगाया जाये।

इनकी रही मौजूदगी

फादर आनंद, मनीष शर्मा, फादर कल्याण, फादर दशरथ पवार, फादर मारन, पास्टर नवीन जॉय, पास्टर विन्सेंट, दीनानाथ जैसवार इत्यादि।

शनिवार, 9 जुलाई 2022

Dav pg college:समाज में कुछ नया लाने के लिए करे शोध-प्रो. शबनम



Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज के रिसर्च प्रमोशन सेल एवं कला संकाय के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे 8 दिवसीय कला एवं मानविकी में रिसर्च मेथडोलॉजी पर राष्ट्रीय कार्यशाला के दूसरे दिन उर्दू में तहक़ीक़ के उसूल-ओ-जवावित विषय पर व्याख्यान हुआ। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग की प्रोफेसर शबनम हमीद ने उर्दू विषय मे शोध की आवश्यक पहलुओं पर विमर्श किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उर्दू भाषा मे भी शोधार्थी सिर्फ डिग्री या स्कॉलरशिप के लिए शोध ना करे बल्कि समाज के सामने कुछ नया लाए। बीए की पढ़ाई के दौरान से ही उन्हें तहक़ीक़ की अहमियत बतानी होगी, ताकि उनकी परवरिश एक अच्छे शोधार्थी की तरह ही हो। उन्होंने कहा कि शोध में सच की तलाश करना चाहिए और ईमानदारी से विषय मे नई बात पैदा करने का जुनून होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शोध के दौरान जो रुकावटें आती है उससे घबराने की जरूरत नही है बल्कि उससे निकलने का रास्ता बनाने की दिशा में बढ़ना चाहिए।शोध का कार्य सिर्फ खूबियां गिनाना ही नही है बल्कि कमियों को भी उजागर करना चाहिए। अंत मे उन्होंने शोधार्थियों को पुस्तकालय का नियमित दौरा, फील्ड विजिट ये सब जरूरी कदम है जिससे शोध की गुणवत्ता में सुधार आता है। 

अतिथि का स्वागत रिसर्च प्रमोशन सेल की समन्वयक प्रोफेसर मधु सिसोदिया ने किया। संचालन उर्दू विभाग की डॉ. तमन्ना शाहीन तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक डॉ. मिश्री लाल ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. राकेश कुमार द्विवेदी, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. सतीश कुमार सिंह, डॉ. राकेश कुमार राम, डॉ. संगीता जैन, डॉ. प्रशांत कश्यप, डॉ. रामेंद्र 

सिंह, डॉ. बंदना बाल चंदनानी, डॉ. समीर कुमार पाठक आदि शामिल रहे। कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालयों के 50 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए l

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...