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मंगलवार, 12 सितंबर 2023

TB उन्मूलन, संचारी रोग व टीकाकरण के प्रति किया जागरूक

TB Champion ने रोगियों से भेदभाव न करने, उनकी मदद करने का दिया संदेश

रैली में TB उन्मूलन को जनसहभागिता व बच्चों के टीकाकरण के लगे नारे  



Varanasi (dil India live). 12.09.2023. क्षय (TB) उन्मूलन के साथ ही संचारी रोग नियंत्रण एवं बच्चों व गर्भवती के नियमित टीकाकरण के लिए समुदाय को लगातार जागरूक किया जा रहा है. इसी क्रम में मंगलवार को दयानंद एंग्लो वैदिक (डीएवी) इंटर कॉलेज से TB और नियमित टीकाकरण को लेकर जन जागरूकता रैली निकाली गई. इसके साथ ही हरिश्चंद्र चंद्र इंटर कॉलेज में गोष्ठी आयोजित कर छात्र-छात्राओं को सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 और संचारी रोग नियंत्रण अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राओं, यूनिसेफ से डा. शाहिद एवं TB चैम्पियन ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.

            डीएवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ विवेक कुमार सिंह ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए विशेष अभियान चलाये जा रहे हैं। इसके साथ ही बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का समय से टीकाकरण और संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया आदि के लिए समुदाय में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. विभागीय अधिकारी व कर्मचारी इसकी रोकथाम के लिए जुटे हुये हैं. ऐसे में आम जनमानस की भी ज़िम्मेदारी बनती है कि वह इन बीमारियों से बचाव के लिए सतर्क व जागरूक रहें। रैली में ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा’, ‘जन जन को जगाना है टीबी को भागना है’, ‘टीबी से बचाव करें और अपनों का ख्याल करें’ एवं ‘अपने बच्चों को बीमारियों से बचाएंगे, सब काम छोड़ पहले टीकाकरण कराएंगे’ आदि जन जागरूकता के नारे लगाए गए.

TB चैम्पियन ने साझा किया अनुभव

TB चैम्पियन मोहम्मद अहमद ने अपने अनुभवों को साझा करते हुये कहा कि वर्ष 2018 में वह TB की बीमारी से ग्रसित हो गए थे. इसके बाद उन्होंने अपना पूरा इलाज (छह माह) सरकारी अस्पताल से कराया और स्वस्थ हो गए. एक भी दिन दवा खाना नहीं छोड़ा. उसके बाद एसएसपीजी चिकित्सालय स्थित TB यूनिट के मुख्य उपचार पर्यवेक्षक धर्मेन्द्र नाथ सिंह ने वर्ल्ड विज़न इंडिया के डीसीसी सतीश कुमार सिंह से उनकी मुलाकात कराई और उनके द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण देकर टीबी चैम्पियन बनाया गया. पिछले करीब दो सालों से वह समाज के हर वर्ग में जाकर TB उन्मूलन के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं. TB रोगियों से भेदभाव न करने व उनकी मदद करने का संदेश दिया. साथ ही जागरूकता कार्यक्रम और एसएसपीजी चिकित्सालय में सपोर्ट हब पर बैठकर टीबी के मरीजों से मिलकर उनके इलाज में हर संभव मदद कर रहे हैं.

            इस मौके पर उप प्रधानाचार्य अखिलेश श्रीवास्तव, एनसीसी कैडेट लेफ्टिनेंट सुलाब सिंह एवं लेफ्टिनेंट मो शहीद, वरिष्ठ अधिकारी नरेन्द्र कुमार, एसटीएस धर्मेंद्र नाथ सिंह, वर्ल्ड विज़न इंडिया से सतीष कुमार सिंह एवं अन्य लोग उपस्थित रहे.

सोमवार, 27 मार्च 2023

Kashi में चोलापुर से शुरू होगी ‘tb मुक्त पंचायत’ की मुहिम

पहले पंचायत को करेंगे टीबी मुक्त, तब होगा काशी क्षय मुक्त: सीएमओ



Varanasi (dil india live). जनपद में अब ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान चलेगा। इसकी प्रक्रिया, योजना और रणनीति तेज कर दी है। यह पहल काशी में हुए तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय टीबी सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद की गई है।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री की इस मुहिम को लेकर सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रवीण भारती पवार ने भी इस बात पर ज़ोर दिया था और आग्रह किया था कि हम सभी लोग देखें कि उनके ग्राम पंचायत में कोई भी टीबी मरीज नहीं होना चाहिए। यदि कोई टीबी का मरीज पहचान में आए तो तुरंत नजदीकी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जाने को कहें। इस कार्य में क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता और ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य उनका पूरा सहयोग करें। हर बैठक में इसके साथ ही उन्हें जागरूक करते हुये जांच के लिए प्रेरित करें जिससे गाँव टीबी मुक्त हो और देश भी टीबी मुक्त हो सके।  

         सीएमओ ने कहा कि वाराणसी में प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त पंचायत को हकीकत बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। पहले हम सभी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करेंगे, तब काशी क्षय मुक्त कहलाएगा। उन्होंने जनमानस से अपील की है कि किसी भी मरीज का पता चलने पर उसे तुरंत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ले जाएं और जांच कराकर सम्पूर्ण उपचार कराएं। उपचार के दौरान टीबी मरीज को हर माह 500 रुपये पोषण भत्ते के रूप में सीधे उसके बैंक खाते में भेजें जाते हैं।  

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान के तहत जनपद ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुरुआत में चोलापुर ब्लॉक के सभी 89 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। इसके बाद जल्द ही सभी ब्लॉकों और शहरी क्षत्रों पर यह अभियान शुरू किया जाएगा। चोलापुर में तीन अतिरिक्त पीएचसी, 13 आयुष्मान भारत - हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और 37 स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं। यहाँ 20 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), 27 एएनएम और 206 आशा कार्यकर्ताएं तैनात हैं। ग्राम प्रधान और आशा कार्यकर्ता के माध्यम से वृहद स्तर पर समुदाय को जागरूक करने के साथ ही टीबी की सघन स्क्रीनिंग के अभियान चलाया जाएगा। सभी संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों की सूची तैयार की जाएगी। तत्पश्चात सभी का बलगम एकत्रित कर जांच की जाएगी। जांच में पुष्टि होने पर उन्हें निक्षय पोर्टल पर नोटिफ़ाई करते हुये उपचार शुरू किया जाएगा। यदि बलगम की जांच निगेटिव आती है तो उसका एक्सरे किया जाएगा। 

         डॉ पीयूष ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान को सफल बनाने के लिए पिरामल फ़ाउंडेशन विभाग का सहयोग कर रही है। सीएचओ और ग्राम प्रधान एक साथ टीबी मुक्त पंचायत में कार्य करेंगे। हर बैठक में वह टीबी के बारे में जागरूकता फैलाएँगे जिससे टीबी के प्रति सामाजिक मिथक व भ्रांतियों को दूर किया जा सके।

शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2023

Medical news:विशेष टीकाकरण अभियान में 30,424 बच्चों को लगा टीका

टीकाकरण का 24 फरवरी तक चलेगा दूसरा चरण

प्रथम चरण में टीकाकरण से आच्छादित हुए 73 प्रतिशत बच्चे




Varanasi (dil india live). जनपद में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों के लिए 13 फरवरी से शुरू हुआ विशेष टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण 24 फरवरी तक चलेगा। अभियान के तहत अब तक 30,424 बच्चों को प्रतिरक्षित किया जा चुका है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि पहला चरण 9 से 20 जनवरी तक चला था जिसमें लक्षित 28,388 बच्चों के सापेक्ष 73 प्रतिशत बच्चों को आच्छादित किया जा चुका है। दूसरे चरण का उद्देश्य शत-प्रतिशत बच्चों को नियमित टीकाकरण से आच्छादित करना है। सीएमओ ने अपील की है कि बच्चों को उम्र के अनुसार सभी टीके समय से जरूर लगवाएँ। टीकाकरण से ही बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाया जा सकता है। सभी टीके पूरी तरह से सुरक्षित है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के सहयोग से जनपद में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह अभियान तीन चरणों में चलेगा जिसका प्रथम चरण 9 से 20 जनवरी तक चलाया गया। दूसरा चरण 13 फरवरी से शुरू होकर 24 फरवरी तक चलेगा। अभियान का तीसरा और आखिरी चरण 13 मार्च से 24 मार्च तक चलेगा। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण को लेकर समुदाय में फैली भ्रांतियों को दूर करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है और टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवार को जागरूक कर उनके बच्चों को टीका लगाया जा रहा है।    

वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (टीकाकरण प्रभारी) डॉ एके पाण्डेय ने बताया कि बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। शिशु के जन्म पर बीसीजी, हेपेटाइटिस-बी, ओपीवी, छठे हफ्ते पर बीओपीवी-1, पेंटावेलेंट-1, एफ़आई पीवी-1, रोटा-1, पीसीवी-1, 10वें सप्ताह पर बीओपीवी-2, पेंटावेलेंट-2 और रोटा-2, 14वें सप्ताह पर बीओपीवी-3, पेंटावालेंट-3, एफ़आईपीवी-2, रोटा-3 और पीसीवी-2, नौ से 12वें माह पर एमआर-1, पीसीवी बूस्टर, एफ़आईपीवी-3 व विटामिन-ए की पहला खुराक, इसके बाद 16 से 24 माह पर एमआर-2, डीपीटी बूस्टर 1, बीओपीवी बूस्टर और विटामिन-ए की दूसरी खुराक, 5 से 6 वर्ष पर डीपीटी बूस्टर 2 और 10 व 16 वर्ष पर टीडी का टीका लगता है। 

उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यतीश भुवन पाठक ने बताया कि बच्चों के जन्म से पांच वर्ष की आयु तक सात बार नियमित टीकाकरण आवश्यक है । यह टीके 11 विभिन्न गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। अगर किसी बच्चे का टीकाकरण छूट गया है तो उसके अभिभावक आशा कार्यकर्ता और एएनएम से सम्पर्क कर छूटा हुआ टीका लगवा सकते हैं । इसी उद्देश्य विशेष टीकाकरण अभियान चल रहा है ।

सोमवार, 30 जनवरी 2023

dm बोले:01 से 19 वर्ष के बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाएं

डीएम की अध्यक्षता में हुई जिला टास्क फोर्स की बैठक

जिले में 10 फरवरी से चलेगा कृमि मुक्ति अभियान

करीब 16 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी कृमि से बचाव की दवा



Varanasi (dil india live). राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के लिए सोमवार को जिलाधिकारी एस राजलिंगम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग सहित शिक्षा, आईसीडीएस विभाग आदि को निर्देशित किया कि 10 फरवरी से 15 फरवरी तक चलने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान के तहत 01 से 19 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं एवं किशोरों को कृमि संक्रमण से बचाव की दवा खिलाई जाए । इस अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित आईसीडीएस, शिक्षा, पंचायती राज विभाग को आपस में समन्वय बनाकर काम करना होगा । उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला वेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि शासकीय, निजी व सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/नोडल शिक्षक के साथ बैठक कर इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुये निर्धारित तिथियों पर सभी बच्चों की उपस्थिती सुनिश्चित की जाए । समस्त विभागों को निर्देशित किया कि माइक्रोप्लान का पुनः परीक्षण कर शत-प्रतिशत बच्चों को सूचीबद्ध कर लिया जाए ।         

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचसी मौर्य ने बताया कि एक से 19 वर्ष तक आयु के लक्षित करीब 16 लाख बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए “राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (नेशनल डिवार्मिंग डे) अभियान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जनपद में 10 फरवरी को चिन्हित स्कूल-कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसके बाद 13 से 15 जुलाई तक मॉप अप राउंड स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयोजित होंगे । अभियान के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखा जाएगा ।

इस बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, डिप्टी सीएमओ व नगरीय नोडल, समस्त ब्लॉक पीएचसी-सीएचसी के अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, डीएचईआईओ, डीसीपीएम, नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे ।  

क्या हैं कृमि 

जिन बच्चों के पेट में कीड़े (कृमि) होते हैं, वह कुपोषण के शिकार हो जाते हैं और शरीर में खून की कमी हो जाती है। संक्रमण रोकने के लिए बच्चों के नाखून साफ व कटे रहने चाहिए। इसके अलावा खुले में शौच के कारण भी कृमि का संक्रमण होता है। इससे बचने के लिए बच्चों के खानपान और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह दवा कृमि से मुक्ति की क्षमता रखती है।

रविवार, 18 सितंबर 2022

polio vaccine सुरक्षित और असरदार

svm hospital से हुआ polio अभियान का शुभारंभ

बूथ दिवस पर 2.43 लाख बच्चों को पिलाई गई polio की खुराक

घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगी पल्स पोलियो की टीम


Varanasi (dil india live). पल्स पोलियो की दवा सुरक्षित और असरदार है । इसके प्रति मिथक और भ्रांतियों के कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो का उन्मूलन नहीं हो सका, जबकि भारत में पोलियो उन्मूलन संभव हो गया । चूंकि पड़ोसी देशों में पोलियो के वायरस मौजूद हैं, इसलिए एहतियातन भारत के भी हर शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे को पोलियो से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाना अनिवार्य है । इसलिए प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं। 

उक्त बातें जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने भेलूपुर स्थित एसवीएम राजकीय चिकित्सालय से पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं । उन्होंने बताया कि 19 से 23 सितंबर तक घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पोलियो की दवा पिलाएंगी । जिले में रविवार को आयोजित बूथ दिवस पर 1808 बूथों पर 2,43,711 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। डीआईओ ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए सीएमओ कार्यालय की तरफ से समस्त उप जिलाधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, जिला पूर्ति अधिकारी, नगर निकायों से संबंधित अधिकारियों, जिला पंचायती राज अधिकारी, एनडीआरएफ़, एनएसएस व अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं से सहयोग करने के लिए कहा गया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद के समस्त ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बूथ दिवस पर बच्चों को पोलियो की खुराख पिलाई गईं । पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है । पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है । इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है । भारत सरकार के नेशनल हेल्थ पोर्टल पर 23 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पोलियो के दो सौ संक्रमणों में से एक संक्रमण अपरिवर्तनीय पक्षाघात (आमतौर पर पैरों में) में बदल जाता है। ऐसे पक्षाघात पीड़ित में से पांच से दस फीसदी की मौत हो जाती है । ऐसे में इस जटिल बीमारी के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण अति आवश्यक है ।

इस अवसर पर चिकित्साधीक्षक डॉ क्षितिज तिवारी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पांडे, डिप्टी डीआईओ डॉ यतीश भुवन पाठक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के डॉ जयशीलन व डॉ सतरुपा, यूनिसेफ के प्रदीप श्रीवास्तव व डॉ शाहिद और यूएनडीपी की रीना वर्मा संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे । 

स्वस्थ है दोनों बच्चे 

भेलूपुर निवासी संजय का सरकारी टीकों में पूर्ण विश्वास है। उनका बड़ी बेटी श्रद्धा चार साल की है जबकि छोटा बेटा वेदान्त लगभग दो साल का है । उनका कहना है कि उन्होंने अपने दोनों बच्चों को पोलियो की सभी ड्रॉप पिलवाई है और सभी प्रकार के टीके सरकारी टीकाकरण केंद्र से ही लगवाए हैं। इससे उनके दोनों बच्चे स्वस्थ हैं । पोलियो के ड्रॉप के कारण कभी भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा । सभी लोगों को अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलानी चाहिए और नियमित टीकाकरण भी कराना चाहिए।

अभियान: एक नजर में

लक्षित मकान – 7.46 लाख

लक्षित लाभार्थी बच्चे – 5.68 लाख

पर्यवेक्षक – 364

गृहभ्रमण टीम – 1265

ट्रांजिट टीम – 36

मोबाइल टीम – 36

गुरुवार, 15 सितंबर 2022

18 September से शुरू होगा छह दिवसीय pulse polio Abhiyan

पांच लाख से अधिक नौनिहाल पियेंगे ‘दो बूंद जिंदगी की'

• रविवार को 1859  बूथों पर पिलायी जायेगी दवा की खुराक

 • छूटे बच्चों के लिए सोमवार से घर-घर चलेगा अभियान


Varanasi (dil india live). जिले में सघन पल्स पोलियो अभियान 18 सितम्बर से शुरू होगा। छह दिवसीय इस अभियान में साढ़े पांच लाख से अधिक नौनिहालों को ‘दो बूंद जिंदगी की’ दी जायेगी। इसके लिए रविवार 18 सितम्बर को बूथ दिवस का आयोजन होगा। इसमें जनपद के 1859 बूथों पर पोलियो की खुराक दी जायेगी। बूथ तक न पहुंच पाने वाले बच्चों के लिए 19 सितम्बर से घर-घर जाकर पोलियो की खुराक देने का काम होगा। इसके बाद भी अगर कोई बच्चा दवा पीने से वंचित रह गया होगा तो उसे 26 सितम्बर को भी पोलियो की खुराक दी जा सकेगी।

सघन पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए *मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल* ने बृहस्पतिवार को विकास भवन में जिला टास्क फोर्स की बैठक की। अभियान के लिए अबतक की गयी तैयारियों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेने के साथ ही उन्होंने उन्हें आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाये कि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक लेने से वंचित न रह जाये।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि वैसे तो भारत पोलियो मुक्त हो चुका है, लेकिन कुछ देशों में पोलियो अभी भी है। लिहाजा इसके फिर से लौटने की आशंका बनी रहती है। इसी वजह से सघन पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है ताकि किसी भी हालत में इसे अपने देश में पुनः न लौटने दिया जाये । उन्होंने अभिभावकों से अपील किया कि वे अपने शून्य से पांच साल तक के बच्चों को हरहाल में पोलियो की खुराक अवश्य पिलाये। सीएमओ ने बताया कि इस बार जनपद के 5 लाख 68 हजार 511 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए 18 सितंबर रविवार को बूथ दिवस का आयोजन किया गया है जिसमें 1859 बूथों पर दवा पिलाई जाएगी। जो बच्चे बूथ दिवस पर दवा पीने से छूट जाएंगे उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीमें 19 से 23 सितंबर (सोमवार से शुक्रवार) तक घर-घर जाकर दवा पिलाने का काम करेगी। इसके बाद भी जो बच्चे छूट जाएंगे, उन्हें 26 सितंबर सोमवार को दवा पिलाई जाएगी। 

 जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि 18 सितम्बर से शुरु हो रहे सघन पल्स पोलियो अभियान के लिए ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र में कुल 1859  बूथ बनाए जाएंगे। कुल 1265 टीमें अभियान में लगायी जायेंगी। साथ ही 36 ट्रांजिट टीम भी होंगी । उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिए रोजाना शाम को ब्लाक स्तर के नोडल अधिकारियों द्वारा फीडबैक लिया जाएगा और अभियान की समीक्षा होगी। 

 बैठक में एसीएमओ डा. एके मौर्या, डिप्टी सीएमओ डा. पीयूष राय, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पांडेय, उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. यतीश भुवन पाठक, डीएचईआईओ हरिवंश यादव के साथ ही सभी अपर एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त चिकित्सालयों के चिकित्सा अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्साधिकारी, डब्ल्यूएचओ की एसएमओ डा.जयशीलन, यूनिसेफ के क्षेत्रीय समन्वयक डा. प्रदीप विश्वकर्मा व डीएमसी डा. शाहिद शामिल थे।

शनिवार, 30 जुलाई 2022

Post office: 'हर घर तिरंगा' अभियान : ₹25 में डाकघरों से मिलेगा तिरंगा

1 अगस्त से डाकघरों से होगी तिरंगा ध्वज की बिक्री 




Varanasi (dil india live). देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में संपूर्ण भारत "आजादी का अमृत महोत्सव" मना रहा हैI इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 'हर घर तिरंगा' अभियान की घोषणा की गयी है। इस अभियान के तहत प्रधानमंत्री जी ने देश के सभी नागरिकों से अपने-अपने घरों में 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराने की अपील की हैI 'हर घर तिरंगा' अभियान में डाक विभाग द्वारा हर घर तिरंगा पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगीI वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि सभी प्रधान डाकघरों में 1 अगस्त से बिक्री हेतु तिरंगा उपलब्ध रहेगा जिसे लोगों द्वारा मात्र ₹25/- रूपए में ख़रीदा जा सकता है तथा अपने घर पर लगाया जा सकता हैI शीघ्र ही इसे अन्य डाकघरों में भी बिक्री हेतु उपलब्ध कराया जाएगा।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 'हर घर तिरंगा' अभियान के अंतर्गत प्रत्येक प्रधान डाकघर में एक सेल्फी पॉइन्ट (राष्ट्र ध्वज एवं स्वतंत्रता संग्राम पर जारी डाक टिकटों तथा विशेष आवरणों के फिलेटली फ्रेम के साथ) भी बनाया जाएगा। नागरिकों को इस सेल्फी पॉइन्ट पर सेल्फी लेने के पश्चात #indiapost4Tiranga और #HarGharTiranga हैशटैग के साथ इंडिया पोस्ट और अमृत महोत्सव हैंडल को टैग करते हुए सोशल मीडिया हैंडल पर साझा करने के लिए उत्साहित किया जाएगा। सोशल मीडिया पर अभियान के साथ-साथ डाककर्मियों एवं स्थानीय नागरिकों की भागीदारी के साथ प्रभात फेरी का आयोजन भी किया जाएगा। श्री यादव ने कहा कि डाक कर्मियों द्वारा अपने परिजनों और आसपास के लोगों को भी इस अभियान से जुड़ने और तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित किया जायेगा।

गुरुवार, 16 दिसंबर 2021

नुक्कड़ नाटक के जरिये किया गंगा के प्रति जागरूक




वाराणसी 16 दिसंबर (dil india live)। दश्श्वमेध घाट पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, पर्यावरण मंत्रालय उत्तर प्रदेश सरकार तथा जी आई जेड इण्डिया के सहयोग से लक्ष्य ए सोसाइटी फार सोशल एण्ड ईनवायरमेटल डवलपमेंट ने गंगा स्वच्छता एवं प्लास्टिक कचरा प्रबन्धन विषय पर  नुक्कड़ नाटक “जिम्मेदारी किसकी” के माध्यम से माँ गंगा तथा काशी को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया गया I

 पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, पर्यावरण मंत्रालय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता तथा प्लास्टिक प्रबन्धन को लेकर जलीय तन्त्र पड़ने वाले दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है I इसके अंतर्गत काशी के घाटों पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जा रहा है, जिसके क्रम में आज दश्श्वमेध घाट पर नुक्कड़ नाटक दिखाया गया जिसमें प्लास्टिक प्रबन्धन के गैरजिम्मेदाराना रवैया से गंगा एवं जलीय प्रदुषण के बारे में जागरूक किया I नाटक में दिखाया गया की यदि प्लास्टिक का सही प्रकार से विभाजन और निस्तारण नहीं किया जाता हैं तो वह जलीय स्त्रोतों को दूषित करता है और प्लास्टिक नदी और तालाबों के तलहटी में जा कर बैठ जाता है उसके वजह से जलीय जीवों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है वही नदियों से होते हुए अन्तःत समुद्र तक भी पहुँच रहे है इसके लिए हमने प्लास्टिक प्रबन्धन तथा स्वच्छता के प्रति जागरूक होने की आवश्कता है I नाटक में दिखाए गए कहानी में बताया गया कि प्लास्टिक को यदि सही प्रकार से वर्गीकरण एवं सही निस्तारण नहीं करते है तो यही प्लास्टिक हमारे गंगा एवं नदियों, तालाबों को दूषित करते है और साथ ही उसमे रहने वाले जलीय जीवों को नुकसान पहुचाते है I इसलिए प्लास्टिक प्रबन्धन एवं पुन: इस्तेमाल कर प्लास्टिक कचरे में कमी लाया जा सकता है तथा  जलीय तंत्र को साफ़ रखा जा सकता हैं I नाटक का शीर्षक था “जिम्मेदारी किसकी” I जिसे घाटों पर उपस्थिति लोगों ने नाटक को गंभीरता से समझा।

कार्य्रकम का मुख्य उद्देश्य काशी के आम जनमानस को जागरूक करना है I साथ ही कलाकरों की टोली नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता का सन्देश दे रहे हैI आज नुक्कड़ नाटक के बाद लक्ष्य संस्था अंगद कुमार द्विवेदी ने कहा अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तथा प्लास्टिक को सही प्रकार से निस्तारण करने की आवश्यकता हैI  नुक्कड़ नाटक में मोईन खांन, दीपक सिंह, विशाल सिंह,रसूल हाशमी, ब्रिजेश एवं अन्य लोग उपस्थित रहें 

तुलसी विवाह पर भजनों से चहकी शेर वाली कोठी

Varanasi (dil India live)। प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में तुलसी विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री ...