पहले आशिक ने माशूका को मारी गोली, फिर खुद की भी गोली मारकर दे दी जान
Sarfaraz Ahmad
क्या है इश्क की दास्तां यहां जानिए
सौरिख थाना क्षेत्र के ग्राम कुठिला निवासी महिपाल सिंह यादव उर्फ फौजी के बेटे देवांशू उर्फ अन्नू (22) का पड़ोस के गांव सुल्तानपुर की युवती दीप्ति (21) पुत्री अशोक कुमार पाल से तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लड़की के परिवार वालों को जब जानकारी हुई तो उन्होंने 15 दिन पहले उसकी शादी जनपद औरैया के एरवा कटरा थाना क्षेत्र के ग्राम चिट्ठा निवासी अनिकेश के साथ तय कर दी। जिस लड़के से शादी तय हुई, वह तालग्राम कस्बे में क्लीनिक संचालित करता है। देवांशू ने तालग्राम जाकर लड़के को धमकाया और दीप्ति से शादी न करने के लिए कहा। इस पर लड़के ने दीप्ति के पिता को घटनाक्रम के बारे में बताया। बीते रविवार को पड़ोस के गांव नगला भजूं में दोनों परिवारों के बीच पंचायत हुई, जिसमें देवांशू ने दीप्ति से सारे संबंध खत्म करने की बात कही थी। पंचायत में वह लड़का भी मौजूद था, जिसके साथ दीप्ति की शादी तय हुई थी। सोमवार को सुबह तीन बजे देवांशू अपने पिता की 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक लेकर चुपचाप सुल्तानपुर गया और छत से नीचे उतर कर कमरे में छोटी बहन दीपांशु के साथ सो रही दीप्ति के माथे से बंदूक सटाकर गोली मार दी और भाग गया। इसके बाद उसके घर से केवल 20 मीटर दूर स्थित अमृत सरोवर तालाब के किनारे खुद को भी गोली मार ली। घटना में दोनों की मौत हो गई। घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड़ लग गई। सुबह जानकारी मिलते ही एसपी विनोद कुमार, एएसपी अजय कुमार, सीओ छिबरामऊ सुरेश मलिक, थाना प्रभारी दिनेश कुमार, सकरावा थानाध्यक्ष अजब सिंह, विशुनगढ़ थानाध्यक्ष गौरव कुमार छिबरामऊ कोतवाल विष्णुकांत तिवारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लाइसेंसी बंदूक और खोके जब्त किए हैं। घटना के बाद देवांशू के परिवार वाले मकान में ताला डालकर भाग गए। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय पर भेज दिया। एसपी ने बताया कि घटना का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। दीप्ति बीएससी फाइनल की छात्रा थी। परिवार में छोटी बहन दीपांशु और एक भाई अभिषेक है।, जबकि देवांशू उर्फ अन्नू दो भाई और दो बहन है। दीप्ति के पिता अशोक बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर तालग्राम में तैनात हैं। घटना से उनके परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। वही घटना स्थल पर विशुन गण। थाना प्रभारी गौरव कुमार, नादेमउ चौकी इंचार्ज देवी सहाय बर्मा सहित पुलिस बल तैनात है। पुलिस समूचे मामले पर नज़र रखे हुए है। हालांकि इस love story पर दबी ज़ुबान लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि अगर दोनों परिवार संयम से काम लेते तो दोनों की न सिर्फ जिंदगी बचा जाती बल्कि इस सच्ची love story का इस तरह दुखदाई अंत भी न होता।