जेल प्रशासन पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
जेल अधिकारियों ने आरोपों को किया खारिज
Patna (dil India live). भागलपुर जेल में बंद राजद विधायक रीतलाल यादव को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने जेल प्रशासन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है जबकि जेल अधिकारियों ने आरोपों को खारिज किया है। पिछले दिनों रीतलाल यादव को रंगदारी के एक मामले में बेऊर जेल से भागलपुर जेल स्थानांतरित किया गया था। चिकित्सकों की जांच के बाद उन्हें वापस जेल भेजा जा सकता है। उन्हें आननफानन में जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया।
विधायक भागलपुर जेल से मायागंज हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में फिलहाल भर्ती है। इस संबंध में जेल प्रशासन का कहना है कि उन्हें बीती रात में लगभग 9:30 बजे के आसपास मायागंज अस्पताल में भर्ती किया गया है।
विधायक रीतलाल की पत्नी के आरोप
इस संबंध में विधायक रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी ने एक वीडियो जारी करते हुए आरोप लगाया है कि उनके पति की तबीयत खराब हो गई है। उनकी जेल में ही हत्या करवाने की योजना बनायीं जा रही है। इतना ही नहीं हम पूरे परिवार को भी ख़तरा महसूस हो रहा है।
उनका कहना है कि एक साजिश के तहत हम पूरे परिवार को जान से मारने की योजना बनायी जा रही है। बता दें कि बाहुबली छवि वाले विधायक रीतलाल यादव पर एक बिल्डर से रंगदारी मांगने का आरोप लगा था, जिसके बाद पटना पुलिस ने उनके आवास पर छापेमारी की थी।
पुलिस के दबाव के कारण राजद विधायक रीतलाल यादव, उनके भाई टिंकू और उनकी पत्नी के भाई पिंकू समेत कई लोगों ने दानापुर अनुमंडल न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था। अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया था। फिर सुरक्षा कारणों से या प्रशासनिक निर्णय के तहत उन्हें बेऊर जेल से भागलपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया। बताया गया था कि न्यायालय ने उन्हें तब न्यायिक हिरासत में लेकर आदर्श केंद्रीय कारागार बेऊर भेज दिया था। लेकिन, बेऊर जेल में रीतलाल के रहने से विधि-व्यवस्था, लोक व्यवस्था और शांति व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनने लगी थी।
जानिए क्या बोले विधायक रीतलाल...
राजद विधायक रीतलाल का कहना है कि जेल के अंदर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। वहां, वो कारागार प्रशासन के खराब बर्ताव के कारण अनशन पर बैठ रहे थे। जेल प्रशासन ने उन्हें अनशन करने से भी रोक दिया। उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया।
उधर, जेल अधिकारियों ने राजद विधायक को सारी सुविधाएं मुहैया कराने को कहा है, जिस श्रेणी के वह बंदी हैं। उनके साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया गया। बल्कि, विधायक ही कारागार कर्मियों से उलझते रहे। जेल से अस्पताल लाने पर चिकित्सकों का दल उनकी स्वास्थ्य जांच की और कैदी वार्ड में उन्हें शिफ्ट करा दिया गया है।