सुरभि सिंह बोली: 15 साल की मेहनत का फल
बप्पी लाहिरी के साथ राष्ट्रपुत्र में सुरभि ने किया था काम
भुज द प्राइड आफ इंडिया सफलता की मेरी पहली सीढ़ी
वाराणसी (अमन/दिल इंडिया लाइव)। स्टेज शो से धीरे-धीरे अपनी पहचान बनाने वाली सुरभि सिंह के कदम अब बालीवुड में भी मज़बूत होने लगे हैं। हाल में रिलीज़ हुई फिल्म भुज द प्राइड आफ इंडिया में शंकर महादेवन के साथ सुरभि सिंह ने गीत पेश किया है। इसमें संगीत अमर मोहिले ने दिया है। इस फिल्म में अजय देवगन, संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा, नोरा फतेही, परिंता सुभाष, शरद केलकर, एमी विर्क जैसे बड़े दिग्गज कलाकरों ने अभिनय किया है। भुज को बीते 15 अगस्त को ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉट स्टार पर रिलीज किया गया है।
सुरभि सिंह कहती हैं कि ये मेरी 15 साल की मेहनत का फल है। यूं तो कई फिल्मों में मैंने गीत गाये हैं मगर इस फिल्म को मैं अपनी सफलता की पहली सीढ़ी मान रही हूं। मुुझे दिली खुशी है कि मेरे गीत को सभी ने सराहा है और उसे पसंद कर रहे हैं। अमर मोहिलेजी, भूषण कुमारजी, अभिषेक धुधियाजी कि बहुत मैं शुक्रगुज़ार हूं जिन्होने मुझे ये चांस दिया।
बता दें कि इससे पहले बप्पी लाहिरी के साथ राष्ट्रपुत्र फिल्म में सुरभि ने काम किया था। सुरभि का एल्बम सावन आया पहले ही धूम मचा चुका है, सोने वे आदि में भी अपनी आवाज़ सुरभि ने दी है। बॉलीवुड के साथ ही सूफी गायिकी में अपना जलवा बिखेर चुकी सुरभि कहती हैं कि भुज अब तक की सबसे बड़ी फिल्म है, जिसमें गाने का मुझे मौक मिला है।
कौन हैं सुरभि सिंह
सुरभि सिंह का जन्म 10 फरवरी 1987 गाजीपुर में हुआ था मगर शिक्षा-दीक्षा सब कुछ वाराणसी में ही हुई। सुरभि बताती हैं कि वाराणसी में उसके घर के सभी लोग शिक्षा विभाग से जुड़े हुए है। बचपन से ही गाने का शौक था और स्कूल फिर कॉलेज में भाग लिया करती थी और हमेशा प्राइज लेकर आती थी, इससे मुझे प्रोत्साहन मिलता था। मैंने बचपन में आकाशवाणी, दूरदर्शन में काम और फिर स्टेज शो करने लगी । धीरे धीरे मेरी रुचि और बढ़ती गई। मैने 12वीं पास करने के बाद आगे की शिक्षा संगीत में ही पुरी की। इसके बाद 2005 में माया नगरी मुंबई पहुंच गई। सपनो के शहर में यहां मेरा एक शो था जिसके लिए मैं पहली बार आई थी। यह आने के बाद मुझे लगा ये मेरी असली कर्मभूमि है। फिर मैं यहीं रहकर अपनी किस्मत आज़माने लगी।
छोटे बड़े शो से बनी पहचान
शुरू में छोटे बड़े शो किये] धीरे धीरे मेरी पहचान बनती गई। उसी बीच करीब 4-5 वर्षो के बाद मेरी पहचान पंछी जालोनवी जी से हुई जिन्होंने बॉलीवुड में बहुत सारे गाने लिखे हैं और वो काफी सुपरहिट रहे हैं। फिर उनसे मेरी अच्छी पहचान हो गई और उन्होंने मुझे बहुत सपोर्ट किया। फिर मैंने काफी काम किया जिसमें स्व. आदेश श्रीवास्तव जी ,बप्पी लाहिरी उनके बेटे बप्पा लाहिरी, सुखविंदर सिंह और भी बहोत सारे लोगो के साथ गाने गाए। 2019 में मैंने एक गाना रिकॉर्ड किया भुज द प्राइड आफ इंडिया... फिल्म अमर मोहिले जी के लिए जो कि 15 अगस्त 2020 को रिलीज़ होने वाली थी मगर कोविड के चलते वो एक साल बाद रिलीज़ हुई। आज मैं बहुत उत्साहित हूं, मुझे मेरा मुकाम अब मिलता नज़र आ रहा है।