प्रोफेसर मंजुला चतुर्वेदी का यह है तृतीय कविता संग्रह
"एक उम्मीद है दिए की तरह" का हुआ लोकार्पण
Varanasi (dil india live) विद्याश्री न्यास के द्वारा आयोजित त्रि दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं लेखक शिविर के उद्घाटन सत्र में प्रोफेसर मंजुला चतुर्वेदी का तृतीय कविता संग्रह "एक उम्मीद है दिए की तरह" का लोकार्पण मुख्य अतिथि राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र, दयालु, प्रोफेसर हरे राम त्रिपाठी, (कुलपति संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय), विशिष्ट अतिथि अरुणेश नीरन, (साहित्यकार), पद्मश्री कमलकांत, राजेश गौतम (निदेशक आकाशवाणी, वाराणसी), प्रोफेसर गिरीश्वर मिश्र, (पूर्व कुलपति, हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा) एवं डॉ अमिता दुबे, (उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ) के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।
प्रस्तुत संग्रह में कोरोना समय, कश्मीर त्रासदी, सौंदर्य, प्रेम तथा नारी विमर्श की कविताएं हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न रंगों के मनोविज्ञान तथा विभिन्न कलाकारों द्वारा चित्रित चित्रों से संबंधित कविताएं भी रची गई हैं, यही इस संग्रह की विशेषता है। मुख्य रूप से प्राकृतिक बिंबों से प्रेरणा ग्रहण कर कविताएं लिखी गई हैं। प्रो. मंजुला चतुर्वेदी प्रमुख रूप से चित्रकला की विद्यार्थी हैं। लेकिन कविता लेखन में उनकी विशिष्ट रूचि है। यह प्रो. मंजुला की तृतीय काव्य कृति है। इस संकलन में 56 कविताएं हैं, जो प्रो. मंजुला चतुर्वेदी के कलात्मक मन एवं सामाजिक दायित्व की परिचायक हैं। संग्रह भावना प्रकाशन नई दिल्ली से 2022 में प्रकाशित है।