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गुरुवार, 29 जून 2023

eid-ul-azha 2023: desh duniya mai शुरु हुआ कुर्बानी का त्योहार

पहले रब कि इबादत, फिर शुरू कुर्बानी का सिलसिला





Varanasi (dil india live)। सुबह मोमिनीन ने पहले रब की रजा के लिए सिजदा किया, मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा करने लोग पहुंचे, इसके बाद घरों में छोटे–बडे जानवरों की कुर्बानी का दौर का आगाज़ हुआ। देश और दुनिया में इसी के साथ ईदुल अजहा कि खुशियों में मोमिनीन डूब गये है।
मजहबी शहर बनारस में बकरीद को देखते हुए मस्जिदों में नमाजे ईदुल अजहा की तैयारियां पहले ही कर ली गई थी। ईदुल–अजहा कि नमाज सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच जुमेरात को अम्नो-मिल्ल्त के साथ मुकम्मल की गई। नमाज़ अदा करने के बाद कुर्बानी का जो सिलसिला शुरू हुआ समाचार लिखे तक जारी था और कुर्बानी के बाद उसका तबर्रुक पहुंचाने लोग अपने अज़ीजो और रिश्तेदारों के यहां आते जाते दिखाई दिए। 

इस दौरान मस्जिद लंगडे हफिज में मौलाना जकीउल्लाह असदुल कादरी, ईदगाह लाट सरैया में मौलाना जियाउर्रहमान, ईदगाह पुरानापुल में इमाम मौलाना शकील, खानकाह हमीदिया रशीदिया शक्कर तालाब में मुफती–ए–बनारस ‘अहले सुन्नत’ मौलाना मोईनुदृीन अहमद फारुकी ‘प्यारे मियां’ शाही मुगलिया मसजिद बाद्शाहबाग में मौलाना हसीन अहमद हबीबी, ईदगाह गोगा की बाग में मौलाना नुरुल हसन, ईदगाह शक्कर तालब अहले हदीस में मौलाना हसन जमील मदनी, ईदगाह लंगर में मौलाना इरशाद रब्बानी, जामा मस्जिद खोजापुरा में मौलाना सगीर, मस्जिद शहीद बाबा में हाफिज गुलाम तो मस्जिद सुन्नी इमामबाड़ा सरैया में मौलाना इकबाल अहमद सेराजी ने बकरीद की नमाज़ अदा कराया. शिया इमामबाड़ा सरैया में मौलाना जफर हुसैनी, दरगाहे फातमान में मौलाना अकील हुसैनी, बड़ी मस्जिद सरैया में हाफिज खैरुद्दीन, मस्जिद इमिलियातल्ले छीत्तनपुरा में मौलाना मंजर हसन, मस्जिद ढाई कंगूरा पठानी टोला में हाफिज नसीम अहमद बशीरी, बड़ी मस्जिद काजीसादुल्लापुरा में मौलाना सकलैन, मस्जिद अहनाफ अहले सुन्नत सरायहडहा में मौलाना फैजानुल्लाह कादरी, मस्जिद उस्मानिया में मौलाना इनाम ने नमाज अदा कराया। ऐसे ही जामा मस्जिद अगागंज में मौलाना रमजान अली, बड़ी मस्जिद काज़ीसादुल्लाहपुरा में मौलाना शफीक अकमल, बड़ी मस्जिद भोज बाबा छीत्तनपुरा में मौलवी कय्युम, जामा मस्जिद कमनगडहा में मौलाना आजाद, मस्जिद मीनार कमालपुरा में मौलाना निजाम, बड़ी मस्जिद रसूलपुरा में मौलाना हाजी नसीरुद्दीन ने नमाज़ अदा कराया. 

ऐसे ही मस्जिद शाही ज्ञानवापी, मस्जिद दायम खां, मस्जिद आलमगीर धरहरा, ईदगाह मस्जिद लाटशाही बाबा, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार, मस्जिद नुरूददीन शहीद, मस्जिद हबीबिया, मस्जिद नयी बस्ती, मस्जिद खाकी शाह, मस्जिद बुलाकी शहीद, मस्जिद याकूब शहीद, अल्लू कि मस्जिद, मस्जिद नगीना, मस्जिद सुल्तानिया, मस्जिद गौसिया, मस्जिद ताड़ का बाग आदि में बकरीद कि नमाज़ अदा किया गया।बकरीद कि नमाज़ मुकम्मल होने के बाद ईदगाहों के आसपास मेले जैसा माहौल था। वहां बच्चे खिलौना गुब्बारा आदि खरीदते दिखाई दिए। लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी। शाम के बाद घरों में दावतों का दौर शुरू होगा जो देर रात तक जारी रहेगा।

सिकंदरपुर के विधायक का फोटो वायरल 


उधर बलिया के सिकंदरपुर में सपा विधायक मोहम्मद रिजवी अपने अज़ीजो को बकरीद कि नमाज़ के बाद ईदुल अजहा कि मुबारकबाद दी। वो ईदुल अजहा कि खुशियां लोगों से साझा करते नजर आए। सोशल मीडिया पर मोहम्मद रिजवी कि तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही थी। 

देर रात तक हुई खरीदारी 

बकरो और सेवईयो की खरीदारी का दौर इससे पहले देर रात तक चला। बकरों की खरीद के साथ ही खोवा, दूध, सेवई, मेवा, प्याज, अदरक, मसाले आदि की भी खरीदारी देर रात तक हुई। कुर्बानी के साथ ही घरों में लज़ीज सेवईयां बनाई गई थी. इसकी तैयारियों में ख्वातीन देर रात से ही जुटी हुई थी। दरअसल बकरीद के दिन को कुर्बानी और त्याग के दिन के रूप में याद किया जाता है। 









रविवार, 25 जून 2023

कुर्बानी के जानवर वाले वाहनों को पुलिस न रोके: संतोष सिंह

बिजली, साफ-सफाई व निर्बाध जलापूर्ति दी जाएगी 
Varanasi (Dil India live). बकरीद के त्योहार के अवसर पर जनपद में मुख्य रूप से साफ सफाई, जलापूर्ति आदि की व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए सिटी कंट्रोल रूम चेतगंज में आज जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में पुलिस अधिकारी डीसीपी काशी आर.एस. गौतम, डीसीपी ट्रैफिक प्रबल प्रताप सिंह के अलावा सम्बन्धित विभागों नगर निगम, जलकल व जल निगम आदि के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

     अपर पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि कुर्बानी के जानवर बकरे आदि लाने वाली गाड़ियों को पुलिस द्वारा न रोका जाय, विशेष रूप से रामनगर, चितईपुर लंका आदि क्षेत्रों में गाड़ियां रोकने की शिकायत मिली है वरिष्ठ अधिकारी इस पर नज़र रखें।

     बैठक के दौरान नागरिकों ने सुझाव दिया कि नगर निगम द्वारा मुहल्ले-मुहल्ले छोटी ठेला गाड़ियां खड़ी की जायें जिसमें लोग कुर्बानी के अवशेष डालें। इधर-उधर कूड़े घर में नहीं फेकेंगे। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों ने सीवर जाम से सड़कों पर गंदे पानी फैलने की शिकायत की, साफ-सफाई कराने के लिए कहा, नालों की सफाई कर सिल्ट सड़क पर ही छोड़ देने से और गंदगी फैलने और पुनः बह कर उसी नाले में जाने की शिकायत की गयी। लल्लापुरा, कालीमहाल, पितरकुंडा, फाटक शेख सलीम में सीवर जाम तथा जैतपुरा छमुहानी पर पानी लगने की शिकायत की। नगर निगम के अधिकारियों द्वारा सभी चिन्हित स्थानों को सूचीबद्ध किया गया जिसे निस्तारण कराने हेतु जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया। आवश्यकतानुसार मस्जिदों के आस-पास पानी के टैंकर भी लगवाये जायेंगे। नगर निगम के टोल फ्री नंबर 1533 पर नगर निगम से सम्बन्धित समस्याएं दर्ज करायी जा सकती हैं। और कानून व्यवस्था हेतु पुलिस से सम्बन्धित शिकायत 112 पर दर्ज करा सकते हैं।

रविवार, 10 जुलाई 2022

Eid-ul-azha mubarak 2022: ईदुल अजहा की नमाज़ के साथ बकरीद का जश्न शुरु

कुर्बानी से पहले किया ईदुल अजहा की नमाज़ अदा






Varanasi (dil india live). देश-दुनिया के साथ ही बनारस में सुबह ईदुल अजहा की नमाज़ के साथ बकरीद का जश्न पूरी अकीदत के साथ शुरु हो गया। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे को बकरीद की मुबारकबाद दी। मसजिदों और ईदगाह से नमाज़ मुकम्मल करके अकीदतमंद घर पहुँचे जहां कुर्बानी का सिलसिला शुरु हुआ। नमाज़ के दौरान उलेमा ने अपनी तकरीर में जहां लोगों को दीन के रास्ते पर चलने की दावत दी वही बकरीद के दिन को कुर्बानी और त्याग का दिन बताया। उलेमा ने कहा कि जानवर का गोश्त और हड्डी रब के पास नहीं जाती बाल्कि रब हमारी नियत देखता है, इसलिए हमे चाहिए कि जब भी हमारी जरुरत हो हम कुर्बानी के लिए तैयार रहे। वो कुर्बानी धन, दौलत, जानवर ही नहीं बाल्कि अपनी कौम और वतन के लिए भी हो सकती है। इस दौरान मुल्क में अमन, मिल्लत बुराईयों के खात्मे के लिए भी दुआएं मांगी गई। 

पता हो कि इस्लामिक हिजरी कैलेंडर के मुताबिक, कुर्बानी का त्योहार बकरीद रमजान के दो महीने बाद आता हैं। इस्लाम धर्म में बकरीद के तीन दिन आमतौर पर छोटे-बड़े जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। इस दिन जानवर को अल्लाह की राह में जहां कुर्बान कर दिया जाता हैं। वहीं काबा में ज़ायरीन हज के अरकान मुकम्मल करते हैं।

बकरीद की जाने क्या है कहानी

बकरीद पैगम्बर हजरत इब्राहिम की सुन्नत है। एक बार खुदा ने हजरत इब्राहिम का इम्तिहान लेने के लिए आदेश दिया कि हजरत अपनी सबसे अजीज की कुर्बानी दें। हजरत इब्राहिम के लिए सबसे अजीज उनका बेटे हजरत इस्माइल थे, जिसकी कुर्बानी के लिए वे तैयार हो गए। उन्हे कुर्बानी के लिए ले भी गये मगर ऐन कुर्बानी से पहले रब ने हजरत इस्माईल की जगह ये कहते हुए कुर्बानी के लिए दुम्बा भेज दिया कि वो हज़रत इब्राहिम का इम्तेहान ले रहे थे और इम्तेहान में वो पास हो गये, तभी से कुर्बानी का पर्व मनाया जाता है।

अल सुबह हुई नमाजें

इस साल 10 जुलाई को पूरे देश में बकरीद का पर्व शुरु हुआ। ईदगाहों और प्रमुख मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज सुबह 6 बजे से लेकर 10.30 बजे तक अदा की गई। कई जगहों पर मस्जिद और ईदगाहों के आसपास मेले जैसा माहौल दिखाई दिया। नमाज़ मुकम्मल करके जब मोमिन घर पहुंचे, घरों में सेवईयों का लुत्फ उठाया।


शनिवार, 9 जुलाई 2022

Eid-ul-azha 2022: पहले रब की बारगाह में होगा सिजदा, फिर कुर्बानी

ईद-उल-अजहा कल, सुरक्षा चाकचौबंद

-कमिश्नर ने किया ईदगाहों का मुआयना

-नमाज के बाद शुरू होगी कुर्बानी




Varanasi (dil india live). ईद-उल-अजहा की नमाज कल पूरी अकीदत के साथ अदा की जाएगी। इस दौरान सुरक्षा चाक-चौबंद रहे, इसके लिएपु लिस कमिश्नर ने न सिर्फ सख्त हिदायत दी है बल्कि ईदगाहों का आज उन्होंने मुआयना भी किया और जरुरी दिशा निर्देश दिया।

बता दें कि कुर्बानी का यह त्योहार ईद-उल-फित्र के करीब 70 दिन बाद मनाया जाता है। इस त्योहार पर मुस्लिम नमाज पढ़ने के बाद बकरा, भेड़, दुंबे आदि जानवरों की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी का सिलसिला अल-सुबह फज्र की नमाज के बाद शुरू हो जाएगा।

बकरीद की विशेष नमाज के लिए  ईदगाह से लेकर  छोटी, बड़ी सभी मस्जिदों में नमाज की तैयारियां पूरी कर ली गई है। नमाज सुबह 6 बजे से 11बजे के बीच अदा की जाएगी।

तीन हिस्से में बंटता है कुर्बानी का गोश्त

बकरीद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह के नाम पर छोटे बड़े जानवरों की कुरबानी देते हैं। कुर्बानी के गोश्त को तीन हिस्सों में बांटा जाता है। एक खुद के इस्तेमाल के लिए, दूसरा गरीबों के लिए और तीसरा अजीजो के लिए लिए। वैसे ज्यादातर लोग सभी हिस्सों का गरीबों में बांट देते हैं।शहर काजी ने सादगी के साथ ईदुल अजहा का पर्व मनाने की अपील की है।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...