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शनिवार, 27 सितंबर 2025

Education: Foundational Literacy and Numeracy प्रशिक्षण का हुआ समापन

प्राथमिक शिक्षकों ने चिरईगांव विकास खंड में हुए एफ एल एन प्रशिक्षण में की सहभागिता


Varanasi (dil india live). वाराणसी के ब्लॉक संसाधन केंद्र चिरईगांव में आयोजित Foundational Literacy and Numeracy (FLN) प्रशिक्षण का समापन उत्साहपूर्वक किया गया। प्रशिक्षण में ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने सहभागिता की। इस दौरान शिक्षकों ने भी संकल्प लिया कि वे प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को कक्षा-कक्ष में लागू कर बच्चों के सर्वांगीण विकास में योगदान देंगे।संपूर्ण कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। 

बच्चों में पढ़ने-लिखने की रुचि बढ़ाने पर ज़ोर 

FLN प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने शिक्षकों को आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक कौशल विकसित करने की नवीन तकनीकों से अवगत कराया। बच्चों में पढ़ने-लिखने की रुचि बढ़ाने, खेल-आधारित गतिविधियों और शिक्षण-अधिगम सामग्री के प्रयोग पर इस दौरान विशेष बल दिया गया। समापन अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि FLN कार्यक्रम का उद्देश्य “हर बच्चा पढ़े, हर बच्चा बढ़े” के लक्ष्य को साकार करना है। 

खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति सिंह के नेतृत्व में हुए प्रशिक्षण के संदर्भदाता के रूप में श्रीनिवास सिंह, रश्मि त्रिपाठी, रविंद्र यादव, एवं उमेश त्रिपाठी के नाम शामिल हैं। इस अवसर पर पूर्व ए आर पी आलोक मौर्य, बी एन यादव , धर्मेन्द्र कुशवाहा, आमरा जमाल सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे। यह जानकारी मीडिया को एहतेशामुल हक़ ने दी।

गुरुवार, 25 सितंबर 2025

Education: DAV PG College Main डांडिया, गरबा की धूम

डांडिया डांस प्रतियोगिता में छात्र- छात्राओं ने जमकर किया धमाल

श्री बरनवाल के सिर सजा डांडिया क्वीन का ताज



Varanasi (dil india live). नवरात्रि के मौके पर गुरुवार को डीएवी पीजी कॉलेज में डांडिया और गरबा की धूम रही। कॉलेज के कॉमर्स विभाग के छात्र मंच वॉइस ऑफ कॉमर्स एवं स्पर्श के तत्वावधान में स्व. पीएन सिंह यादव मेमोरियल हॉल में आयोजित फोक एवं डांडिया डांस प्रतियोगिता में छात्र- छात्राओं ने जमकर धमाल मचाया। रंग बिरंगे लोक परिधानों में गुजराती गीतों पर पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर सबके मन को मोह लिया। प्रतियोगिता में फोक डांस एवं डांडिया में 17 टीमों ने प्रतिभाग किया। डांडिया में श्री बरनवाल प्रथम, पंखुड़ी दवे द्वितीय एवं श्रेया शर्मा तथा नव्या बरनवाल तीसरे स्थान पर रही। वहीं फोक डांस में धनराम गौतम, सूर्यान्शु यादव, अंचल भदौरिया की टीम प्रथम रही। दूसरे स्थान पर अपूर्वा महन्ता एवं तृषा कमल तथा श्री बरनवाल, प्रियंका वर्मा, श्रेया शर्मा की टीम रही। तीसरे स्थान पर शिवांग पाल रहे।

विजेताओं को किया गया पुरस्कृत 

विजेताओं को विभागाध्यक्ष प्रो. विजयनाथ दुबे, चीफ प्रॉक्टर डॉ. संजय कुमार सिंह, कार्यक्रम संयोजक डॉ. तरु सिंह एवं डॉ. प्रियंका बहल ने ट्राफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया। निर्णायक मण्डल में डॉ. रश्मि त्रिपाठी, डॉ. ऋचा गुप्ता, डॉ. सोनल कपूर एवं डॉ. गोपाल चौरसिया शामिल रहे। इस मौके पर मुख्य रूप से उपाचार्य प्रो. राहुल, प्रो.संजय साह, डॉ. साक्षी चौधरी, डॉ. श्रुति अग्रवाल, डॉ. शान्तनु सौरभ सहित समस्त प्राध्यापक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन छात्रा श्राबोनी भट्टाचार्य, नैमिष पटेल एवं वैष्णवी दीक्षित ने किया।



सोमवार, 22 सितंबर 2025

Education: VKM Varanasi Main Hindi सप्ताह का हुआ समापन

हिंदी हमारी संस्कृति और अस्मिता की पहचान-डॉ. रचना

Varanasi (dil india live). वसंत कन्या महाविद्यालय में 15 सितंबर से 22 सितंबर तक हिंदी सप्ताह समारोह बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस सप्ताह के अंतर्गत विद्यार्थियों के भाषाई कौशल, रचनात्मक प्रतिभा और हिंदी के प्रति प्रेम को उजागर करने के लिए विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्ष रहीं डाॅ. उर्वशी गहलोत (हिन्दी विभाग, महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) एवं विशिष्ट अतिथि रहीं डाॅ. प्रियंका सोनकर (हिन्दी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय)।


कार्यक्रम का समापन सोमवार को ’हिंदी सप्ताह उद्यापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह’ के रूप में किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव, प्रबंधक उमा भट्टाचार्य, कार्यक्रम की अध्यक्ष डॉ. उर्वशी गहलोत, असोसिएट प्रोफेसर, महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रियंका सोनकर, विभागाध्यक्षा डॉ. आशा यादव, डॉ. शशि कला, डॉ.सपना भूषण, डॉ शुभांगी श्रीवास्तव, संगीत विभाग से प्रो. सीमा वर्मा और प्रो. सौम्यकांत मुखर्जी की गरिमामयी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ पुष्पांजलि और कुलगीत के गायन के साथ हुआ। प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव ने मंच की अध्यक्षता कर रही डॉ. उर्वशी गहलोत और विशिष्ठ अतिथि डॉ.प्रियंका सोनकर का उत्तरीय और पौधा देकर स्वागत और अभिनंदन किया।


समारोह के दौरान प्राचार्या रचना श्रीवास्तव ने कहा कि “हिंदी केवल भाषा नहीं, यह हमारी संस्कृति और अस्मिता की पहचान है। आज की पीढ़ी को चाहिए कि वह हिंदी को केवल अध्ययन की भाषा न माने, बल्कि व्यवहार की भाषा बनाए।” प्रबंधक उमा भट्टाचार्य ने हिंदी सप्ताह जैसे आयोजन के लिए सभी को शुभकामनाएं दी।

हिंदी के कवियों ने समाज को जागृत किया

मंच की अध्यक्षता कर रही डॉ. उर्वशी गहलोत ने अपने वक्तव्य में स्वतंत्रता और नवजागरण में हिंदी के योगदान की बात करते हुए कहा “ हिंदी ने सभी देशवासियों को साथ लाने का कार्य किया, कबीर, मीरा, महादेवी जैसे हिंदी के कवियों ने समाज को जागृत किया।“ विशिष्ट अतिथि डॉ.प्रियंका सोनकर ने हिंदी के वैश्वीकरण की बात कही। कार्यक्रम का सफल संयोजन प्रीति विश्वकर्मा, राजलक्ष्मी जायसवाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रीति विश्वकर्मा ने किया।

प्रतियोगिता में हुई सफल, तो मिला पुरस्कार 

हिन्दी सप्ताह कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की गयी थीं। इसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में जयंतिका डे‌ (भजन प्रतियोगिता), अनुपमा (इमला प्रतियोगिता), प्रज्ञा पटेल, अनिशा यादव (काव्य पाठ), विदिशा तिवारी (कहानी पाठ), सिंधु कुमारी (भाषण प्रतियोगिता) को प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव एवं प्रबंधक डॉ. उमा भट्टाचार्य ने  प्रमाणपत्र और पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया।

शुक्रवार, 19 सितंबर 2025

Education: VKM Varanasi Main अनुसंधान पद्धति और शोध प्रबंध लेखन पर तीन दिवसीय workshop

शोधार्थियों को सांख्यिकीय विश्लेषण की बुनियादी तकनीकों से कराया परिचित


Varanasi (dil india live). वसंत कन्या महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग तथा ओशन सेल फोरम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के द्वितीय दिन (19 सितंबर) को शोध से संबंधित प्रायोगिक सत्रों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने छात्राओं के सक्रिय सहभाग की सराहना करते हुए कहा कि शोध में उनकी ऐसी सहभागिता भविष्य की शैक्षणिक उपलब्धियों का आधार बनेगी। समाजशास्त्र विभाग की प्रमुख डॉ. कल्पना आनंद के स्वागत संबोधन से हुआ। उन्होंने अतिथियों का अभिनंदन करते हुए शोध कार्य में आधुनिक सॉफ्टवेयर उपकरणों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
पहले सत्र की मुख्य वक्ता डॉ. शुभ्रा सिन्हा, सहायक प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग ने SPSS सॉफ्टवेयर के प्रयोग पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने डेटा क्लीनिंग, डेटा कोडिंग तथा डेटा एंट्री की व्यावहारिक प्रक्रिया को समझाया और शोधार्थियों को सांख्यिकीय विश्लेषण की बुनियादी तकनीकों से परिचित कराया। दूसरे सत्र की विशेषज्ञ नम्रता गुप्ता (पुस्तकालयाध्यक्ष, वसंत कन्या महाविद्यालय) ने शोध में संदर्भ प्रबंधन हेतु Zotero और Mendeley सॉफ्टवेयर के प्रयोग पर व्यावहारिक प्रस्तुति दी। उन्होंने शोधार्थियों को बताया कि किस प्रकार इन सॉफ्टवेयर्स की सहायता से शोध कार्य में संदर्भ सूची और साइटेशन तैयार करना सरल एवं सटीक बनाया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन जिसुस्मिता कश्यप और रितिका सत्या ने किया। रिपोर्ट का संकलन मास्टर्स फाइनल वर्ष की मृणालजीत द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के शोधार्थियों के साथ-साथ संकाय सदस्य डॉ. अखिलेश कुमार राय, डॉ. अनुराधा बापुली एवं डॉ. सिमरन सेठ की सक्रिय उपस्थिति रही। 
(नीचे जानिए पहले दिन क्या हुआ था।)

शोध कार्य में गंभीरता, अनुशासन और मौलिकता को सदैव प्राथमिकता दें-प्रो. रचना


Varanasi (dil india live). वसंत कन्या महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग द्वारा ओशन सेल फोरम के सहयोग से 18 सितंबर से 20 सितंबर तक अनुसंधान पद्धति और शोध प्रबंध लेखन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को शोध प्रक्रिया, शोध प्रबंध संरचना, डेटा विश्लेषण और व्याख्या तकनीकों की समग्र समझ प्रदान करना था। 

पहले दिन कार्यशाला का आगाज़ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव के संबोधन से हुआ। उन्होंने शोध को उच्च शिक्षा का आधार बताते हुए कहा कि यह छात्राओं की आलोचनात्मक सोच और अकादमिक दृष्टि को विकसित करने का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे शोध कार्य में गंभीरता, अनुशासन और मौलिकता को सदैव प्राथमिकता दें। इसके पश्चात् समाजशास्त्र विभाग की प्रमुख डॉ. कल्पना आनंद ने स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने अथितियों का स्वागत किया और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कार्यशाला के उद्देश्य एवं महत्त्व पर प्रकाश डाला। डॉ. अखिलेश कुमार राय, सहायक प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग ने “अनुसंधान पद्धति” विषय पर थीम प्रेज़ेंटेशन प्रस्तुत किया। 



प्रथम सत्र में डॉ. अंशु शुक्ला, मुख्य अतिथि, एसोसिएट प्रोफेसर, होम साइंस डिपार्टमेंट ने “शोध प्रबंध लेखन की संरचना” पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने शोध प्रबंध के विकास की प्रक्रिया, अध्यायों के संगठन, उचित उद्धरण पद्धतियाँ, शोध प्रश्नों के निर्माण और लेखन में अकादमिक अनुशासन बनाए रखने की रणनीतियों पर विशेष बल दिया। द्वितीय सत्र में डॉ. विजय कुमार, सहायक प्रोफेसर, अर्थशास्त्र विभाग ने “डेटा विश्लेषण और व्याख्या” विषय पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने सांख्यिकीय उपकरणों के उपयोग, विभिन्न डेटा विश्लेषण तकनीकों और शोध से सार्थक निष्कर्ष निकालने हेतु सही व्याख्या की महत्ता को रेखांकित किया। 


प्रथम सत्र का संचालन दीक्षिता फुकन और रिचा ने किया, और द्वितीय सत्र का संचालन अस्मिता और अर्घ्यरूपा साहू जिन्होंने कार्यक्रम को सुचारु रूप से संचालित किया। कार्यशाला की संपूर्ण रिपोर्ट मास्टर्स फाइनल की ह्रदयांशी द्वारा संकलित की गई। कार्यक्रम में संकाय सदस्यों डॉ सपना भूषण, डॉ. अनुराधा बापुली और डॉ. सिमरन सेठ की उपस्थिति ने भी प्रतिभागियों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान किया।

गुरुवार, 18 सितंबर 2025

Education: VKM Varanasi Main हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ओजोन दिवस

भूगोल विभाग के 'इडिका क्लब' ने ओजोन दिवस पर आयोजित की विभिन्न प्रतियोगिताएं 

Varanasi (dil india live). काशी हिन्दू विश्वविद्यालय सम्बद्ध कमच्छा स्थित वसन्त कन्या महाविद्यालय में भूगोल विभाग के 'इडिका क्लब' द्वारा ओजोन दिवस का अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया गया। इस अवसर  पर विज्ञान और वास्तविकता को प्रदर्शित करते क्विज, डिबेट, आक्शन गेम, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन इत्यादि विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की गयीं। 

पर्यावरण के प्रति हों जागरूक- डा. रचना 

प्रारम्भ में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव ने ओजोन परत के दिनों दिन होते क्षरण पर चिन्ता व्यक्त करते हुए छात्राओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया। संस्कृत विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डा. शान्ता चटर्जी ने ओजोन का संस्कृतपरक शब्द 'अरुण' बताया और बच्चों के उत्साह की सराहना करते हुए आगे भी ऐसे कार्यक्रम करने की प्रेरणा दी। उन्होनें अपनी लघु कहानी के माध्यम से पर्यावरण के प्रति सचेत होने की बात की। 



अपने सुख में ओजोन को हानि क्यों-डा. प्रतिभा
 

भूगोल विभाग की शिक्षिका डॉ. प्रतिभा यादव ने अतिथियों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए विषय प्रस्थापन के क्रम में वायुमण्डल में ओजोन परत की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार मनुष्य अपने सुख के लिए ओजोन परत को हानि पहुँचा रहा है जो कि ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा दे रहा है। नेत्ररोग, चर्मरोग, कैंसर जैसी अनेक गम्भीर बीमारियों का मानव शिकार बनता जा रहा है। कार्यक्रम में शिक्षकों के निर्देशन में छात्राओं की अत्यधिक सहभागिता रही। 

कार्यक्रम में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में डॉ. पूनम पाण्डेय, डॉ. इंदु उपाध्याय, डाॅ. सरोज उपाध्याय, डॉ. आरती चौधरी, डॉ. नैरंजना श्रीवास्तव, डॉ मंजू कुमारी, डॉ. वर्षा सिंह, डॉ. शशिकेश गौड़, डॉ सुप्रिया सिंह, डॉ. पूर्णिमा, डॉ आरती कुमारी, डॉ. प्रियंका पाठक, डॉ. सौमिली मण्डल निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे। प्रतियोगिताओं में क्विज़ में अनु, आक्शन गेम में जाह्नवी, पोस्टर मेकिंग में समीक्षा यादव और स्लोगन में खुशी शर्मा प्रथम स्थान पर रहीं। अन्य सभी छात्राओं ने अच्छा प्रदर्शन किया। स्वयंसेविक के रूप में छात्राओं की कुशल सहभागिता रही। स्किट और एक लघु डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से

'पर्यावरण रक्षणं नूनं भवतु' के संकल्प के साथ कार्यक्रम के अन्तिम चरण में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र के साथ मेडल देकर सम्मानित किया गया। विभाग के शिक्षक डॉक्टर सुशील कुमार यादव ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य सभी विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाओं की गरिमामयी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।

शुक्रवार, 29 अगस्त 2025

Education: VKM Varanasi Main हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद, तुलसीदास एवं नंददास जयंती की धूम

बहुत बड़ा है भारतीय ज्ञान परंपरा का कैनवास -प्रो. अनुराग कुमार

Varanasi (dil India live). वसंत कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर 28 से 30 अगस्त 2025 तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह तथा हिन्दी विभाग द्वारा तुलसीदास एवं नंददास जयंती के भी VKM में धूम रही। इस दौरान ‘रामचरित मानसः एक सांस्कृतिक धरोहर भारतीय ज्ञान परंपरा के संदर्भ में एवं अष्टछाप में नंददासः एक अनूठी पहचान’ विषय पर एक भव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

हिंदी विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी का शुभारम्भ दीप-प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पण से हुआ। तत्पश्चात् संगीत विभाग की अध्यक्ष प्रो० सीमा वर्मा के निर्देशन में संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा कुलगीत गाया गया। इसके उपरान्त महाविद्यालय की प्राचार्या और हिन्दी विभागाध्यक्ष ने मुख्य अतिथि वक्ता प्रो. अनुराग कुमार (संकायप्रमुख, कला संकाय, आचार्य, हिन्दी विभाग, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ) एवं प्रो.गोरखनाथ पाण्डेय (अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, यूपी कॉलेज) को उत्तरीय और पौधा देकर सम्मानित किया।


महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि हिन्दी साहित्य इतना समृद्ध औैर सरस है कि प्रत्येक व्यक्ति इस साहित्य के प्रति आकर्षित होता है। इस आयोजन की सराहना करते हुए पुस्तक लेखिका प्रो. आशा यादव एवं डाॅ. शशिकला व राजलक्ष्मी को उनके पुस्तक लोकार्पण पर उन्हें बधाई देते हुए निरंतर इसी प्रकार प्रयत्नशील रहने के लिये प्रेरित किया। इस दौरान संगीत विभाग की अध्यक्ष प्रो. सीमा वर्मा के निर्देशन में संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा तुलसी दास प्रशस्ति गीत-बोल ‘बन राम रसायन की रसिका’ कवि अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध द्वारा रचित तथा कवि नंद दास की रचना ‘कान्ह कुंवर के कर पल्लव पर’ पद का सुंदर गायन किया गया। नंददास का यह सुंदर पद संगीत और साहित्य का सुंदर अंतः संबंध प्रस्तुत करता है संगीत और साहित्य का इतना कर्णप्रिय, सुरम्य मिलन इससें पहले कभी सुनने को न मिला जिसका श्रेय प्रो.सीमा वर्मा को जाता है। जिसमें संगीत विभाग की वैष्णवी पाण्डेय, वैदेही नीमगांवकर, संजना गुप्ता, जयंतिका दे, अनुषा चक्रवर्ती, आस्था मौर्या व दृष्टि मुखर्जी आदि छात्राओं ने सहभागिता की। तबले पर संगत सौम्यकान्त मुखर्जी ने की।

इस अवसर पर हिन्दी विभाग की अध्यक्ष प्रो. आशा यादव द्वारा लिखित पुस्तक ‘रामचरितमानसः इतिहास संस्कृति और भारतीय ज्ञान-परम्परा’ तथा डॉ.शशिकला और राजलक्ष्मी द्वारा सम्पादित पुस्तक ‘हिन्दी कथा साहित्य में मध्यवर्गीय स्त्रियांँ दशा एवं दिशा’ का मुख्य अतिथि एवं प्राचार्या के कर कमलो से लोकार्पण किया गया। लेखकीय वक्तव्य देते हुए प्रो. आशा यादव ने कहा कि रामचरितमानस जो उत्कृष्ट आदर्श, नैतिक मूल्यो, सामाजिक संस्कृति को उद्घाटित करता है। प्रलोभनो का त्याग करते हुए कत्र्तव्यनिष्ठा और मानवीय मूल्यों को अपनाने का संदेश देती है। वर्तमान परिदृश्य में टूटते हुए जीवन मूल्यों को देखते हुए फिर से भारतीय ज्ञान परंपरा की ओर लौटने की आवश्यकता है। इस पुस्तक के माध्यम से भक्ति के परिप्रेक्ष्य में यही प्रयास किया गया है।

आज की संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रो०अनुराग कुमार ने नंददास पर अपने सारगर्भित वक्तव्य में कहा कि मनुष्यता के मूल्यो का निरंतर क्षरण हो रहा है। भारतीय ज्ञान परंपरा का कैनवास बहुत बड़ा है। संवाद और शास्त्रार्थ दो शैलियो में भारतीय ज्ञान परंपरा के कवि सबको अवसर प्रदान करते है। हवेली संगीत में नंददास और तुलसीदास के पदों को गाये जाने की परंपरा प्रारंभ से ही रही। अष्टछाप के कवियों की स्थिरता केवल भक्ति में लीन होना नही अपितु उसकी उपयोगिता को प्रचारित करना भी है। अष्टछाप के कवियों के पदों का संगीत साहित्य-सृजन का मार्ग प्रशस्त करता है। तदुपरांत मुख्य वक्ता प्रो.गोरखनाथ पाण्डेय ने तुलसीदास पर अपना महत्वपूर्ण वक्तव्य देते हुए कहा कि रामचरितमानस को हम भक्ति और आध्यात्म की आवरण में देखते है। जिसकी संस्कृति मानवीय चेतना को पुष्ठ करती है। हिन्दी प्रदेश में मीरा, सूर, तुलसीदास, नंददास, सुंदरदास आदि कवियों की भक्ति का स्वरूप राष्ट्रीय है जो पूरे हिन्दुस्तान की चेतना का मंथन करता है। रामचरितमानस भारतीय संस्कृति सभ्यता का एक ऐसा धरोहर है जिसे भारतीय समाज से पृथक नही किया जा सकता। दिनांक 28 अगस्त 2025 को डॉ. प्रीति विश्वकर्मा एवं राजलक्ष्मी के निर्देशन में आयोजित तुलसीदास एवं नंददास पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तीन विजेता समूह को पुरस्कार वितरित किया गया स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा तनु मिश्रा ने  नंददास एवं परास्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा अनन्या सृष्टि ने तुलसीदास का अत्यंत संक्षिप्त एवं सुंदर जीवन परिचय प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सुंदर व सुगठित संचालन डॉ. प्रीति विश्वकर्मा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजिका सहअध्यापिका डा.शशिकला ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर गाजीपुर गल्र्स पी.जी. काॅलेज से पूर्व प्राचार्या डाॅ0 सविता भारद्वाज, प्रो. मीनू पाठक, डाॅ0 नैरंजना श्रीवास्तव हिन्दी विभाग से सहअध्यापिका डॉ.सपना भूषण ,डॉ. शुभांगी श्रीवास्तव एवं सुश्री राजलक्ष्मी सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण एवं छात्राओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया।


खेल बौद्धिक विकास में सहायक

महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने छात्राओं को खेलकूद गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन केवल शारीरिक तंदुरुस्ती ही नहीं बल्कि बौद्धिक विकास में भी सहायक होते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि नियमित रूप से खेलों में भागीदारी आत्म-अनुशासन को विकसित करती है और विद्यार्थियों को तनाव तथा चिंता से मुक्त करती है। कार्यक्रम के पहले दिन (28 अगस्त) पोस्टर मेकिंग, क्विज और निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिनका मुख्य विषय मेजर ध्यानचंद रहा।





छात्राओं ने उत्साहपूर्वक बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। दूसरे दिन (29 अगस्त) महाविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग  के निर्देशानुसार विभिन्न शारीरिक गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसकी शुरुआत खेल शपथ से हुई। इसके अंतर्गत 50 मीटर दौड़, रस्साकशी, स्किपिंग रोप और नींबू दौड़ जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। 100 से अधिक छात्राओं ने इन खेलों में भाग लेकर उत्साह और खेल भावना का परिचय दिया, जिससे पूरा आयोजन जीवंत और ऊर्जा से भरपूर रहा। यह राष्ट्रीय खेल दिवस डॉ. विजय कुमार (इंचार्ज, खेल समिति) के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। साथ ही खेल समिति के अन्य सदस्य डॉ. आशीष, डॉ. मनोज, डॉ. अखिलेश, डॉ आर पी सोनकर, डॉ. शशिकेश, डॉ. पूर्णिमा, डॉ. सुप्रिया, डॉ. दीक्षा तथा डॉ. सिमरन सेठ ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

मंगलवार, 12 अगस्त 2025

Education: VKM Varanasi Main एंटी रैगिंग जागरूकता सप्ताह की शुरुआत

छात्राओं को एंटी रैगिंग के महत्व व दुष्प्रभावों को लेकर  किया जागरूक

 Varanasi (dil India live). वसंत कन्या महाविद्यालय, कमच्छा, वाराणसी के तत्वाधान में एंटी रैगिंग जागरूकता सप्ताह की शुरुआत की गई । सप्ताह के प्रथम दिन एंटी रैगिंग  के महत्व एवं इसके दुष्प्रभावों के संदर्भ में छात्राओं को जागरूक करने के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव के उद्बोधन से हुआ। प्राचार्या रचना श्रीवास्तव ने  इस बात पर बल दिया कि रैगिंग एक संज्ञेय अपराध है और सभी विद्यार्थियों को इसका बोध होना चाहिए।महाविद्यालय के शैक्षणिक पर्यावरण को समरस बनाए रखने पर भी उन्होंने जोर दिया और कहा कि किसी भी प्रकार कि रैगिंग मानवता के खिलाफ ही होती है । 

कार्यक्रम का संचालन डॉ आर पी सोनकर ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुनीता दीक्षित ने किया। कार्यक्रम के दौरान डॉ सुमन सिंह, डॉ शशिकला,  डॉ नैरंजना श्रीवास्तव, डॉ आशीष सोनकर,  डॉ मंजू कुमारी,  डॉ अखिलेश कुमार राय, डॉ अंशु शुक्ला,  डॉ सरोज , डॉ अनु, डॉ पूर्णिया, डॉ आरती आदि उपस्थित थी।

गुरुवार, 7 अगस्त 2025

Education: VKM Varanasi Main स्नातक एवं स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के Students के लिए करियर सेमिनार

रिटेल एवं इन्वेस्टमेंट बैंकिंग से जुड़ी जानकारियां की गई साझा

Varanasi (dil India live). IMARTICUS Learning एवं मार्गदर्शन व परामर्श प्रकोष्ठ एवं प्रशिक्षण एवं नियुक्ति प्रकोष्ठ , वसंत कन्या महाविद्यालय कामछा के संयुक्त तत्वावधान में स्नातक (UG) एवं स्नातकोत्तर (PG) अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष करियर सेमिनार का आयोजन किया गया।

इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को बैंकिंग सेक्टर के विभिन्न अवसरों और आवश्यक कौशल (Skills) से अवगत कराना था। कार्यक्रम में सत्य प्रकाश सिंह ने रिटेल बैंकिंग एवं इन्वेस्टमेंट बैंकिंग से जुड़ी गहन जानकारी साझा की गई।


उन्होंने रिटेल बैंकिंग में कस्टमर सर्विस, अकाउंट मैनेजमेंट, लोन प्रोसेसिंग, डिजिटल बैंकिंग ऑपरेशंस और फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की समझ के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग से जुड़े फाइनेंशियल एनालिसिस, मार्केट रिसर्च, मर्जर एवं एक्विज़िशन, कैपिटल मार्केट्स तथा रिस्क मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा की।

इस अवसर पर छात्राओं ने विभिन्न प्रश्न पूछे और उद्योग के वास्तविक परिदृश्य से जुड़ी जानकारियों का लाभ उठाया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को बैंकिंग सेक्टर में रोजगार के अवसरों के प्रति प्रेरित करना और उन्हें उद्योग की मांग के अनुरूप कौशल विकसित करने हेतु मार्गदर्शन देना था।


कार्यक्रम आयोजक डॉ कल्पना आनंद ने स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यवाहक प्राचार्या डॉ शांता चैटर्जी ने छात्राओं को अपने करियर निर्माण के लिए ऐसे अवसरों का अधिकतम लाभ उठाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में दोनों प्रकोष्ठ के सदस्यों के साथ अन्य अध्यापकगण और अमरजीत की भी सक्रिय भागीदारी रही ।

शुक्रवार, 18 जुलाई 2025

Education : Varanasi K VKM Main BFA संग अब तीन नए पाठ्यक्रम

बीएफए, बीकाम व बीपीए की भी इस सत्र से होगी बसंत कन्या महाविद्यालय में पढ़ाई 


Varanasi (dil India live). थीयोसोफिकल सोसाइटी परिसर में वसंत कन्या महाविद्यालय (वी.के.एम.) में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से बीएफए समेत तीन नए स्नातक पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जा रहे हैं। यह निर्णय महाविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता की परंपरा को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

नए पाठ्यक्रम और सीटें देखिए 

 • बी.कॉम. (B.Com) — 100 नियमित सीटें एवं 15 भुगतान सीटें, कुल 115 सीट।

 • बी.पी.ए. (BPA – वाद्य एवं गायन संगीत) — प्रत्येक में 20 नियमित सीटें एवं 3 भुगतान सीटें, कुल 23 सीटें।

 • बी.एफ.ए. (BFA – ललित कला) — 20 नियमित सीटें एवं 3 भुगतान सीटें, कुल 23 सीटें इसमें भी है।

वीकेएम के बारे में यहां जानिए 

वसंत कन्या महाविद्यालय, जिसकी स्थापना 10 जुलाई 1954 को हुई थी, शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। महाविद्यालय वर्तमान में 15 विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम, 11 विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा अनेक विभागों में पीएच.डी. कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है। बी.एच.यू. की अकादमिक परिषद के निर्णयानुसार वसंत कन्या महाविद्यालय को “Privileges of Banaras Hindu University” प्राप्त हैं, जिससे यह संस्था शैक्षणिक गुणवत्ता के उच्च मानकों का पालन करती है।

इन नए पाठ्यक्रमों के प्रारंभ को छात्राओं के लिए एक नवीन अवसर के रूप में देखा जा रहा है, जिससे वे वाणिज्य, संगीत एवं ललित कला के क्षेत्र में दक्षता प्राप्त कर सकेंगी। प्रवेश प्रक्रिया विश्वविद्यालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार शीघ्र ही प्रारंभ की जाएगी।