जयंती लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
जयंती लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024

Sardar Ballabhbhai Patel जयंती एकता दिवस के रूप में मनी@dilindialive

सरदार बल्लभ भाई पटेल की 141 वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि 


Varanasi (dil India live)। कंपोजिट विद्यालय खानपुर विकासखंड चिरईगांव वाराणसी में लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती एकता दिवस के रूप में मनायी गई। इस अवसर पर विद्यालय परिवार द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। उत्तर प्रदेशीय  प्राथमिक शिक्षक संघ पंजीयन 1160 के जिला अध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह ने उपस्थित लोगों को प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोह पुरुष सरदार पटेल द्वारा दिया गया नारा "एक भारत श्रेष्ठ भारत" का संस्मरण कराया और आगे कहा की उनके द्वारा दिया गया नारा आज हमारे देश की अखंडता का आधार बना है जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका इंदिरा सिंह, सहायक अध्यापिका नीलिमा प्रभाकर, मालती यादव, पूजा तिवारी, पार्वती राय आदि ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

शनिवार, 9 सितंबर 2023

Hindi Bhasha खड़ी बोली के जनक भाषाचार्य भारतेंदु हरिश्चंद्र की 173 वीं जयंती मनी



Varanasi (dil India live). 09.09.2023. शनिवार को हिंदी भाषा खड़ी बोली के जनक भाषाचार्य भारतेंदु हरिश्चंद्र की 173 वीं जयंती उनके निजी आवास चौखम्बा में भावपूर्ण मनाई गई. जयंती समारोह में नगर के कवि, साहित्यकार व समाजसेवियों ने काशी के लाल को पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।


अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जितेंद्र मिश्रा ने कहा भारतेंदु हरिश्चंद्र हिंदी खड़ी बोली के साथ-साथ स्वाधीनता की चेतना भी जागृत किया. वह काशी के गौरव और भारत के एक रत्न थे। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर अत्रि भारद्वाज ने कहा कि भारतेंदु जी बहुमुखी प्रतिभा के आयामी थे वह भाषा के लोकपाल थे. इस मौके पर उनके चित्र पर अतिथियों ने माल्यार्पण किया गया. 

गोष्ठी में मुख्य रूप से कविता म्बारा साहित्यिक पत्रिका के संपादक मधुकर मिश्र, साहित्यकार डॉक्टर जयशंकर जय, कवि सिद्धनाथ शर्मा, कवि पंडित भोलानाथ त्रिपाठी, महेंद्र अलंकार,  परमहंस तिवारी, रमेश चौबे, मयंक चतुर्वेदी आदि लोग उपस्थित थे. संचालन दीपेश चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन मालिनी चौधरी ने किया.                   

बुधवार, 28 दिसंबर 2022

Ravidas jayanti कि तैयारियों को लेकर हुआ मंथन

संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती 3 फरवरी से 

Varanasi (dil india live). संत शिरोमणि गुरु रविदास प्रांगण, राजघाट, वाराणसी में चार दिवसीय कार्यक्रम 3 फरवरी से 6 फरवरी तक गुरु रविदास महाराज कि 646 वीं जयंती धूमधाम से मनाने जानें को लेकर मंथन हुआ। 

         बैठक में यह निर्णय लिया गया की सर्वप्रथम मंदिर परिसर की सफाई व रंग दोगन कराई जाय। बाहर से आए अतिथियो एवम् श्रद्धालुओं को ठहरने और भोजन (लंगर) की शानदार व्यवस्था की जाय। बहन मीरा कुमार पूर्व लोक सभा अध्यक्ष और उनके पति मंंगुल कुमार अध्यक्ष दी रविदास स्मारक सोसाइटी (रजिस्टर्ड) पुत्र डॉ अंशुल अविजित राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता व मंदिर कार्यक्रारिणी सदस्य शामिल होंगे । 

         उपरोक्त निर्णय के अनुसार परिसर में गुरु रविदास महाराज की जयंती की  तैयारी शुरू हो गई हैं। 

                  बैठक में सतीश कुमार महासचिव दी रविदास स्मारक सोसाइटी  गुरु रविदास मंदिर राजघाट काशी वाराणसी , डा. जयशंकर जय , गोरखनाथ यादव , लाला रामकृष्ण गुप्ता, वीरेंद्र कुमार , एडवोकेट , अनुराग त्रिवेदी , हाजी ओकाश अंसारी पार्षद, बबलू साह पार्षद  , मिथलेश साहनी  ( बच्चा साहनी ) , दुर्गामंझी , अजय साहनी किशन जायसवाल , रमेश गुप्ता , धीरज माली , श्रीमती बचानी देवी , धर्मूराम , अनिल खरवार, राम विलास  दास पुजारी , मदन यादव फोटोग्राफर, आनंद मौर्य आदि लोग शामिल हुएबै, ठक की अध्यक्षता श्री सतीश कुमार महासचिव दी रविदास स्मारक सोसाइटी ने किया।

सोमवार, 31 अक्टूबर 2022

National unity day के रूप में मनाया गया सरदार पटेल जयंती


Ghazipur (dil india live). सत्यदेव डिग्री कालेज, गाजीपुर में सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. राम चन्द्र दूबे ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर सभी प्राध्यापको, कर्मचारियों और छात्र छात्राओं को शपथ दिलाया।

श्रद्धांजली सभा में डिग्री कालेज के निदेशक श्री अमित रघुवंशी जी,सत्यदेव ग्रुप ऑफ कालेजेज के काउंसलर श्री दिग्विजय उपाध्याय जी,ने सरदार पटेल के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। प्राचार्य डा. दूबे ने पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जीवन परिचय देने के साथ ही बताया कि आज का दिन राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह के रूप में क्यों मनाया जा रहा है।

सभा में बोलते हुए निदेशक अमित रघुवंशी जी ने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के पहले गृह मंत्री थे इस महत्व पूर्ण पद पर कार्य करते हुए उन्होंने भारत के 600 देशी रीयासतो का भारत राष्ट्र में विलय कराया।इस कार्य के लिए उन्हें देश भर का दौड़ा करना पड़ा अनेक राजाओं से समझौता कराना पड़ा,कुछ राज्यों से युद्ध भी करना पड़ा तब जाकर भारत का राष्ट्रीय एकीकरण पूरा हुआ।उनके इस महत्व पूर्ण कार्य को देखते हुए ही आज का दिन राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। अन्त में काउंसलर श्री दिग्विजय उपाध्याय जी ने सभी उपस्थित जनों का आभार ज्ञापन किया।

रविवार, 2 अक्टूबर 2022

Ghandhi shastri jyanti ki dhum

विद्यालय खानपुर में गांधी, शास्त्री जयंती


Varanasi (dil india live)। राष्ट्रीय पर्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस कम अपोजिट विद्यालय खानपुर विकासखंड चिरईगांव जनपद वाराणसी में धूमधाम से मनाया गया।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद वाराणसी के जिलाध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका इंदिरा सिंह एवं चिरईगांव विकासखंड के प्रधान संघ के अध्यक्ष एवं ग्राम सभा खानपुर के प्रधान लाल बहादुर सिंह द्वारा संयुक्त रुप से झंडोत्तोलन का कार्यक्रम एवं महापुरुष द्वय के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिकाओं एवं बच्चों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी  अपनी अपनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया तथा उक्त लोगों को  महामानव पुरुष होने की संज्ञा दी गई। तथा उनके बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया

बुधवार, 24 अगस्त 2022

Amar Shaheed शिवराम राजगुरु की जयंती

जयंती पर लगा रक्तदान शिविर,15 ने किया रक्तदान

सामाजिक कार्यकर्त्ता वल्लभाचार्य पाण्डेय ने किया 99 वां रक्तदान




Varanasi (dil india live). सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट के तत्वावधान में  भंदहा कला स्थित संस्थान के प्रशिक्षण केंद्र पर बुधवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अमर शहीद शिवराम हरि राजगुरु की 115 जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। अमर शहीद राजगुरु, भगत सिंह और सुखदेव को एक साथ लाहौर में 23 मार्च 1931 को फांसी दे दी गयी थी।

 रक्तदान शिविर में 15 स्वैच्छिक युवा रक्तदाताओं ने रक्तदान किया जिसमे 4 प्रथम बार के रक्तदाता शामिल रहे।  कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्था के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय द्वारा रक्त देकर किया गया यह उनका 99 वां रक्तदान रहा। उन्होंने अपने रक्तदान के शतक का संकल्प दोहराया.पं दीनदयाल उपाध्याय  मंडलीय चिकित्सालय की 12 सदस्यीय दल का नेतृत्व कर रहे डा बृजेन्द्र सिंह ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई पुण्य कार्य नही है ऐसा करके हम दूसरे को जीवन दान देते हैं।

आशा ट्रस्ट की तरफ से सभी पूर्व ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह ने सभी रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर राजेन्द्र चौधरी, सत्य प्रकाश, अंकित राय, प्रियंका गोस्वामी, देवब्रत मिश्रा, प्रियंका पांडेय, राजेश कुमार, अभिषेक, राम मिलन, विनय कुमार सिंह, प्रदीप सिंह, महेंद्र कुमार राठोर, रमेश प्रसाद, बृजेश कुमार,  सूरज पाण्डेय, राजबली, मनोज राठौर, नर नाहर पांडेय, जीतेश, चंदन, अजितेश, मयंक आदि की प्रमुख भूमिका रही।

शुक्रवार, 19 नवंबर 2021

वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई को दी संगीतांजली

जयंती पर निकली शोभायात्रा, शामिल हुई झांकी

स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का हुआ शुभारंभ


वाराणसी 19 नवम्बर(dil india live)। काशी की बेटी महारानी लक्ष्मी बाई जिनका बचपन का नाम मनु था। मनु को उनकी जयंती पर काशी के प्रबुद्ध जनों ने एक अलग ही तरह से श्रद्धांजलि अर्पित की। विख्यात संगीतकार सितार वादक पंडित देवब्रत मिश्र ने सितार पर वंदेमातरम की धुन प्रस्तुत कर उनके श्री चरणों में नमन किया। अवसर था अमृत महोत्सव आयोजन समिति, मानस नगर, काशी द्वारा शुरू किए गए स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के प्रथम चरण के शुभारंभ का। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को अस्सी स्थित महारानी लक्ष्मी बाई की जन्मस्थली से हुआ जिसमें विविध सांस्कृतिक एवं बौद्धिक कार्यक्रमों से उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। इस अवसर पर आयोजित संगीत सभा में  ख्यातिलब्ध सितारविद पंडित देवब्रत मिश्र ने राग भटियार में  निबद्ध वंदे मातरम की अत्यंत मनमोहक धुन प्रस्तुत कर वीरांगना के चरणों में नमन किया। उनके साथ तबले पर रहे प्रशांत मिश्र ने तबले पर घोड़े के टापो की आवाज निकाल कर सबको अचंभित कर दिया। उनके साथ कृष्णा मिश्रा सितार पर रहे।  इस अवसर पर आयोजित विद्वत सभा में नगर के कई गणमान्य विद्वानों ने विचार व्यक्त किया। मुख्य वक्ता उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक के निदेशक त्रिलोक शुक्ला ने कहा कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के जरिये हम राष्ट्र के उन उन्नायकों के बारे में भी आने वाली पीढ़ियों से अवगत करा पा रहे है जिन्होंने स्वातंत्र संघर्ष में अपना बलिदान दिया। इसके अलावा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्र एवं दिनेश पाठक ने भी विचार व्यक्त किया।

इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता एवं रानी लक्ष्मीबाई के प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। अंत मे विशाल शोभायात्रा भी निकाली गई जो विभिन्न मार्गों से होते हुए दुर्गाकुण्ड पहुँच कर समाप्त हुई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर कविता शाह ने क़िया।  कार्यक्रम का संयोजन केशव जालान, स्वागत डॉ. रजनीश उपाध्याय, संचालन प्रीतेश आचार्य तथा धन्यवाद ज्ञापन नवीन श्रीवास्तव ने दिया। इस मौके पर मोहिनी झँवर, बी.एस. सुब्रह्मण्यम मणि, भाऊ आचार्य तोड़पे, सीए आलोक मिश्र, राजमंगल पाण्डेय, सुबोध, ज्ञानेश्वर, हरीश वालिया, पवन शर्मा, जेपी सिंह, मांधाता मिश्र, गोविंद, जगन्नाथ ओझा आदि प्रबुद्ध जन शामिल रहे।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...