घर वाले बोले मुख्तार से नहीं था कोई सम्बंध
वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। चित्रकूट की जेल में गैंगवार के दौरान भाई मेराज की हत्या के बाद वाराणसी के विहार स्थित घर में ईद की खुशियां गम में बदल गई। ईद की नमाज पढ़ने के बाद खुशियां मनायी जा रही थी। तभी चित्रकूट जेल से मेराज की हत्या की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। जेल प्रशासन द्वारा बताया गया कि गैंगवार में मेराज अहमद की हत्या हो गई है। आकर बॉडी ले लीजिए। उसके बाद घर से मेराज के दो भाई समेत कुल पांच लोग चित्रकूट के लिए रवाना हो गए। भतीजे आमिर ने मीडिया को बताया कि मार्च में बिना किसी कारण के चाचा को चित्रकूट जेल भेज दिया गया था। मार्च के आखरी सप्ताह में बनारस कचहरी में पेशी के दौरान उन्होंने बताया था कि उनकी जान को खतरा है। उनके सिर में पीछे की तरफ एक फोड़ा हो गया था जिसके कारण उन्हें काफी परेशानी थी। ऐसी परिस्थिति में वो क्या किसी से रंजिश करते। बताया कि पूर्व के सभी मुकदमों में वो बरी हो चुके थे। फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजा गया था। बार बार मुख्तार का करीबी लिखा जाता है। जबकि मुख्तार गिरोह के किसी भी आदमी से कोई संबंध नही था।
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