सांसद-विधायक ले रहें हैं पेंशन तो हमे क्यों नहीं?
वाराणसी 27 जून (दिल इंडिया लाइव)। पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण के विरोध में ट्विटर पर अटेवा और एनएमओपीएस की ओर से अभियान चलाया गया। उत्तर प्रदेश के पेंशन विहीन कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारियों ने ट्विटर पर दो हैशटैग ट्रेंड किया। अटेवा पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्यक्ष व नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एन एम ओ पी एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आह्वान पर प्रदेश सहित पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण के विरोध में(# Restore Old Pension # Privatization NoSolution) ट्विटर अभियान चलाया गया।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पदाधिकारियों ने भारी संख्या में इस ट्यूटर अभियान में भाग लिया। वाराणसी के जिला संयोजक विनोद यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश के शिक्षकों व कर्मचारियों का सरकारें शोषण कर रही हैं। सांसद व विधायक खुद चार चार पेंशन ले रहे हैं, परंतु कर्मचारियों शिक्षकों व अधिकारियों को एक भी पेंशन देने से मना किया जा रहा है, जिससे पेंशन विहीन लोगों में आक्रोश है। सरकार पूरी तरह से निजीकरण पर आमादा है। यूपी का विधानसभा चुनाव नजदीक है यदि सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करेगी तो इसका परिणाम उन्हें चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वैश्विक महामारी में चुनाव ड्यूटी करने पर हमारे सैकड़ों साथी शहीद हो गए, ऐसे विपदा में भी सरकारी कर्मचारी ही लोगों की मदद करते रहे, परंतु इसके विपरीत एक भी प्राइवेट कर्मचारी दिखाई नहीं दिए।
ट्विटर अभियान में वाराणसी के जिला संरक्षक रामचंद्र गुप्ता, जिला संयोजक विनोद यादव, जिला सह संयोजक डॉ. एहतेशामुल हक, जिला महामंत्री मनबोध यादव, जिला कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश गुप्त, जिला मंत्री बी एन यादव, जिला संगठन मंत्री जफ़र अंसारी, मीडिया प्रभारी रामचंदर, नगर अध्यक्ष गुलाब चंद कुशवाहा,सोशल मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार सिंह, शैलेश कुमार, प्रमोद पटेल, इमरान, अब्दुर्रहमान,
सतीश वर्मा, अजय यादव, शकील अंसारी, नौशाद अमान सहित अनेक साथी थे।