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सोमवार, 30 जनवरी 2023

dm बोले:01 से 19 वर्ष के बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाएं

डीएम की अध्यक्षता में हुई जिला टास्क फोर्स की बैठक

जिले में 10 फरवरी से चलेगा कृमि मुक्ति अभियान

करीब 16 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी कृमि से बचाव की दवा



Varanasi (dil india live). राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के लिए सोमवार को जिलाधिकारी एस राजलिंगम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग सहित शिक्षा, आईसीडीएस विभाग आदि को निर्देशित किया कि 10 फरवरी से 15 फरवरी तक चलने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान के तहत 01 से 19 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं एवं किशोरों को कृमि संक्रमण से बचाव की दवा खिलाई जाए । इस अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित आईसीडीएस, शिक्षा, पंचायती राज विभाग को आपस में समन्वय बनाकर काम करना होगा । उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला वेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि शासकीय, निजी व सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/नोडल शिक्षक के साथ बैठक कर इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुये निर्धारित तिथियों पर सभी बच्चों की उपस्थिती सुनिश्चित की जाए । समस्त विभागों को निर्देशित किया कि माइक्रोप्लान का पुनः परीक्षण कर शत-प्रतिशत बच्चों को सूचीबद्ध कर लिया जाए ।         

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचसी मौर्य ने बताया कि एक से 19 वर्ष तक आयु के लक्षित करीब 16 लाख बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए “राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (नेशनल डिवार्मिंग डे) अभियान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जनपद में 10 फरवरी को चिन्हित स्कूल-कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसके बाद 13 से 15 जुलाई तक मॉप अप राउंड स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयोजित होंगे । अभियान के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखा जाएगा ।

इस बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, डिप्टी सीएमओ व नगरीय नोडल, समस्त ब्लॉक पीएचसी-सीएचसी के अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, डीएचईआईओ, डीसीपीएम, नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे ।  

क्या हैं कृमि 

जिन बच्चों के पेट में कीड़े (कृमि) होते हैं, वह कुपोषण के शिकार हो जाते हैं और शरीर में खून की कमी हो जाती है। संक्रमण रोकने के लिए बच्चों के नाखून साफ व कटे रहने चाहिए। इसके अलावा खुले में शौच के कारण भी कृमि का संक्रमण होता है। इससे बचने के लिए बच्चों के खानपान और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह दवा कृमि से मुक्ति की क्षमता रखती है।

मंगलवार, 27 दिसंबर 2022

Varanasi में covid संक्रमण से निपटने की तैयारियां परखीं

Varanasi के 11 चिकित्सा इकाइयों  में हुआ मॉकड्रिल



Varanasi (dil india live). Varanasi में कोविड संक्रमण की तैयारी परखने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान जिले के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय, बीएचयू स्थित सर सुन्द्र लाल चिकित्सालय समेत 11 चिकित्सा इकाइयों में पूर्वाभ्यास किया गया।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि यह मॉक ड्रिल कोविड के नए वैरियंट के संक्रमण के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर हुई। इसमें जनपद की 11 चिकित्सा इकाइयां जिनमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल रहें । उन्होंने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान अन्य विभागों से स्वास्थ्य टीम का और स्वास्थ्य टीम के आपस का समन्वय भी देखा गया। सीएमओ ने आश्वस्त किया है कि जनपद में आक्सीजन और बेड की कोई कमी नहीं है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा की पूरी उपलब्धता है। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। 

 जिला सर्विलांस अधिकारी डा.एसएस कनौजिया ने बताया कि चयनित सीएचसी पर नोडल अधिकारी नियुक्ति हैं। मॉक ड्रिल के दौरान जनपद में कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड, वार्ड और आक्सीजन की उपलब्धता देखी गई। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के पीकू वार्ड तैयार हैं। वहीं पीडियाट्रिक वार्ड भी तत्काल में उपयोग लाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में वर्तमान में कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हैं लेकिन नए वैरियंट को देखते हुए कोविड मरीजों के लिए बेड आरक्षित कर दिये गए हैं। 

मॉकड्रिल के दौरान पं. दीन दयाल चिकित्सालय में अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (वाराणसी-मण्डल) डा. अंशू सिंह के अलावा सीएमएस आरके सिंह, सीएचसी चोलापुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसएस कनौजिया, सीएचसी आराजी लाइन में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आर. प्रसाद, ईएसआईसी चिकित्सालय पाण्डेयपुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके मौर्या, सर सुन्दर लाल चिकित्सालय बीएचयू में डा. जयशीलन, ट्रामा सेंटर बीएचयू में डब्लयू एचओ की डा.सतरूपा, सीएचसी नरपतपुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.मोइनुद्दीन हाशमी, सीएचसी गंगापुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरिश्चन्द्र मौर्या, होमी भाभा कैंसर अस्पताल, लहरतारा मेेंं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.यतीश भूवन पाठक, केन्द्रीय चिकित्सालय बीएलडब्लयू में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अमित सिंह, हेरिटेज इंसीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्स भदवर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष राय समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।

तुलसी विवाह पर भजनों से चहकी शेर वाली कोठी

Varanasi (dil India live)। प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में तुलसी विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री ...