- उर्स-ए-रज़वी घरों में ही मनाया जा रहा
- कोरोना प्रोटोकाल के तहत मन रहा उर्स
- इस बार सड़कों पर नहीं हुआ आयोजन
वाराणसी 03 अक्टूबर (दिल इंडिया लाइव)। दुनिया के प्रमुख इस्लामी विद्धान, सूफीवादी आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां फाजिले बरेलवी के उर्स पर जगह-जगह अमन और मिल्लत की सदाएं बुलंद हुई। इस दौरान बरेली शरीफ की तर्ज़ पर बनारस के घरों में उर्स-ए-रज़वी कोरोना प्रोटोकाल के तहत अक़ीदत के साथ मनाया गया। उर्स के मौके पर भीड़ न हो इसलिए यह आयोजन इस बार सड़कों पर न होकर केवल घरों और खानकाहों पर ही किया गया। सुबह से ही लोगों ने घरों में फोतहा कराया, गरीबों को खैरात और सदका दिया। इस मौके पर गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, मदनपुरा, रामापुरा, रेवड़ी तालाब, नई सड़क, दालमंडी, सरायहड़हा, चौहट्टा लाल खां, पठानी टोला, जलालीपुरा, शक्कर तालाब खानकाह, सरैया, लल्लापुरा, हबीबपुरा, हंकारटोला, अर्दली बाज़ार, नदेसर, सदर बाज़ार, मक़बूल आलम रोड हुकुलगंज आदि मुहल्लों में उर्स मनाया गया। इस बार उर्स पर बरेली शरीफ से ही लोगों से अपने अपने घरों और मोहल्ले की मस्जिदों में उर्स मनाने की अपील की थी इसलिए आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेली का 103 वां उर्स-ए-रजवी 2, 3 व 4 अक्तूबर तक मनाया जा रहा है। बरेली में मुख्य आयोजन इस्लामिया इंटर कालेज मैदान पर हो रहा है। उर्स दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती और सज्जादानशीन अहसन रजा खां कादरी की सदारत में मनाया जा रहा है।