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मंगलवार, 27 दिसंबर 2022

Varanasi में covid संक्रमण से निपटने की तैयारियां परखीं

Varanasi के 11 चिकित्सा इकाइयों  में हुआ मॉकड्रिल



Varanasi (dil india live). Varanasi में कोविड संक्रमण की तैयारी परखने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान जिले के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय, बीएचयू स्थित सर सुन्द्र लाल चिकित्सालय समेत 11 चिकित्सा इकाइयों में पूर्वाभ्यास किया गया।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि यह मॉक ड्रिल कोविड के नए वैरियंट के संक्रमण के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर हुई। इसमें जनपद की 11 चिकित्सा इकाइयां जिनमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल रहें । उन्होंने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान अन्य विभागों से स्वास्थ्य टीम का और स्वास्थ्य टीम के आपस का समन्वय भी देखा गया। सीएमओ ने आश्वस्त किया है कि जनपद में आक्सीजन और बेड की कोई कमी नहीं है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा की पूरी उपलब्धता है। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। 

 जिला सर्विलांस अधिकारी डा.एसएस कनौजिया ने बताया कि चयनित सीएचसी पर नोडल अधिकारी नियुक्ति हैं। मॉक ड्रिल के दौरान जनपद में कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड, वार्ड और आक्सीजन की उपलब्धता देखी गई। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के पीकू वार्ड तैयार हैं। वहीं पीडियाट्रिक वार्ड भी तत्काल में उपयोग लाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में वर्तमान में कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हैं लेकिन नए वैरियंट को देखते हुए कोविड मरीजों के लिए बेड आरक्षित कर दिये गए हैं। 

मॉकड्रिल के दौरान पं. दीन दयाल चिकित्सालय में अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (वाराणसी-मण्डल) डा. अंशू सिंह के अलावा सीएमएस आरके सिंह, सीएचसी चोलापुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसएस कनौजिया, सीएचसी आराजी लाइन में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आर. प्रसाद, ईएसआईसी चिकित्सालय पाण्डेयपुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके मौर्या, सर सुन्दर लाल चिकित्सालय बीएचयू में डा. जयशीलन, ट्रामा सेंटर बीएचयू में डब्लयू एचओ की डा.सतरूपा, सीएचसी नरपतपुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.मोइनुद्दीन हाशमी, सीएचसी गंगापुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरिश्चन्द्र मौर्या, होमी भाभा कैंसर अस्पताल, लहरतारा मेेंं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.यतीश भूवन पाठक, केन्द्रीय चिकित्सालय बीएलडब्लयू में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अमित सिंह, हेरिटेज इंसीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्स भदवर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष राय समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।

सोमवार, 26 दिसंबर 2022

COVID की तैयारियों को परखने के लिए मॉकड्रिल कल

आवश्यक व्यवस्थाओं के आकलन की होगी समीक्षा

मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने दिया निर्देश, सभी व्यवस्थाएं ठीक से जांच लें

जिले की 11 कोविड चिकित्सा इकाइयों का होगा imtehan 

Varanasi (dil india live) | कोविड-19 चिकित्सालयों में किये गए आवश्यक प्रबंध को परखने के लिए मंगलवार को मॉकड्रिल की जायेगी |चीन समेत कई देशों में कोविड-19 रोगियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए यहाँ भी हर जरूरी तैयारी करने को कहा गया है |

          मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा व जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने समस्त कोविड चिकित्सालयों को निर्देश दिया है कि कोविड उपचार व प्रबंधन संबंधी सभी व्यवस्थाएं ठीक तरह से जांच ली जाएं । मॉकड्रिल के दौरान समस्त चिकित्सा इकाइयों में ऑक्सीज़न प्लांट, औषधियों, एंबुलेंस, आईसीसीसी कॉल सेंटर, तैनाती स्थल, अंतर्भागीय कोविड वार्ड सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को अच्छी तरह जांच लिया जाए।

          मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड-19 के प्रबंधन को लेकर हर जरूरी तैयारियों के बारे में शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त हुये हैं। इसके तहत जनपद में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का प्रयोगात्मक विश्लेषण एवं मॉकड्रिल के दौरान पायी गयी कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा। यह  मॉकड्रिल  मंगलवार (27 दिसंबर) को जनपद के 11 चिकित्सा इकाइयों पर होगी जिसमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल हैं । कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा । जनपद की समस्त चिन्हित कोविड प्रबंधन इकाइयों के रोस्टर में सूचीबद्ध सभी चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफपूर्वाभ्यास में प्रतिभाग करेंगे। कोविड प्रबंधन के बारे में जनपद स्तर से अथवा चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले चिकित्सकों, पैरा मेडिकल व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को इस पूर्वाभ्यास में अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जायेगा ।ड्यूटी रोस्टर में नामित वार्डब्वाय व सफाई कर्मी, एम्बुलेन्स चालक, चिकित्सा इकाइयों पर तैनात फार्मासिस्ट व लैब टेक्नीशियन भी प्रतिभाग करेंगे।

          सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक चिन्हित ब्लॉक में एक-एक अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा रिहर्सल का पर्यवेक्षण किया जायेगा। समस्त नोडल अधिकारी व पर्यवेक्षकों द्वारा पूर्वाभ्यास में सम्पादित गतिविधियों की सूचना निर्धारित चेकलिस्ट पर चिकित्सीय इकाई-वार संकलित कर जिला सर्विलांस इकाई को उसी शाम छहबजे तक उपलब्ध कराएंगे, जिसका उत्तरदायित्व जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया का होगा।

इन बिन्दुओं पर रहेगा फोकस

-      ऑक्सीजन प्लान्ट तथा ऑक्सीज़न कन्संट्रेटर की क्रियाशीलता

-      वेंटिलेटर्स की उपलब्धता व क्रियाशीलता

-      आवश्यक लॉंजिस्टिक (औषधियों, आईवी फ्लूइड व अन्य उपकरण) की उपलब्धता

-      मानव संसाधन की उपलब्धता 

-      अबाध विद्युत आपूर्ति

गुरुवार, 10 नवंबर 2022

COVID में माता-पिता को खोने वाले बच्चों का CDO ने जाना हाल

बच्चों से बोले CDO: समस्या होने पर कभी भी कर सकते है कॉल

Varanasi (dil india live). मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने कोरोना काल में माता-पिता दोनों को खो देने वाले बच्चों  से गुरुवार को  विकास भवन सभागार में मुलाकात कर उनका हाल जाना। ये सभी बच्चे पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन  स्कीम के तहत लाभान्वित हो रहे हैं। इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडे, बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी नम्रता श्रीवास्तव, मंडलीय बाल संरक्षण सलाहकार रिजवाना परवीन, राजकुमार तथा विजय उपस्थित रहे।

जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडे ने  मुख्य विकास अधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना के तहत कुल 8 बच्चे लाभान्वित किए जा रहे, सभी बच्चों के खाते में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दस लाख  रुपए जमा हुए हैं। जोकि उन्हें 23 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात मिलेंगे तथा 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर बच्चों को स्टाइपेंड मिलना शुरू हो जाएगा। जनपद के दो बच्चे जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लिया है उनको 5500 रुपए प्रतिमाह मिलना शुरू हो गया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे सभी बच्चों को ₹20000 वार्षिक धनराशि उनके खाते में भेजी जा रही है। जिससे वह अपने लिए यूनिफॉर्म ,जूते ,बैग इत्यादि क्रय कर सकें।भारत सरकार से सभी बच्चो  को आयुष्मान हेल्थ कार्ड प्राप्त हुआ है जिससे वे 5 लाख तक का इलाज करा सकते हैं,साथ ही  उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे 6 बच्चो को 4000 प्रतिमाह की धनराशि उनकी शिक्षा हेतु  भेजी जा रही हैं दो बच्चे जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है उन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत 2500 रूपए प्रतिमाह से लाभान्वित किया जा रहा है। 5 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लैपटॉप दिया गया है। राजस्व विभाग द्वारा अहेतुक सहायता 6 बच्चो को 50000 तथा 2 बच्चो को 1 लाख रुपए की धनराशि उनके खाते में भेजी गई है।

मुख्य विकास अधिकारी ने सभी बच्चो से  बात किया । उन्होंने उनकी रुचि ,स्वास्थ्य परिवार के बारे में जाना, बच्चो के पैतृक संपत्ति में उनका नामांतरण करवाने हेतु संबंधित विभाग को पत्र प्रेषित करने, सुरक्षा के दृष्टिगत संबंधित थाने तथा चिकित्सा संबंधी आकस्मिक आवश्यकता हेतु नजदीकी  स्वास्थ्य केंद्र को पत्र प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया।इसके साथ ही अगर बच्चो को  किसी प्रकार की कोई समस्या होने पर  स्वयं का व्यक्तिगत नंबर  भी उपलब्ध कराया गया  और  आश्वासन दिया गया कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है तो कभी भी उनके व्यक्तिगत नंबर पर बात कर सकते हैं।  मुख्य विकास अधिकारी ने एक अभिभावक की भूमिका निभाते हुए सभी बच्चों को प्रत्येक माह  के द्वितीय शनिवार को अपने घर पर  साथ में लंच करने के लिए आमंत्रित किया।

मंगलवार, 15 मार्च 2022

बच्चों के लिए लांच होगा कोविड का “कोर्बीवैक्स” टीका

शहरी सीएचसी दुर्गाकुण्ड पर 12 से 14 आयुवर्ग के बच्चों को टीके की डोज देकर अभियान की होगी औपचारिक शुरुआत

वाराणसी, 15 मार्च (दिल इंडिया लाइव)। जनपद में 12 वर्ष से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को कोविड टीका “कोर्बीवैक्स” (Corbevax) का बुधवार को लगाया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. वीएस राय के अनुसार बच्चों के टीकाकरण की औपचारिक शुरुआत बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के समीप स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गाकुण्ड से होगी। इसके बाद पूरे जिले की रूपरेखा बनाकर टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।

कोरोना महामारी के बाद शुरु हुए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में बड़ी सफलता हासिल करने के बाद अब 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। इसके पूर्व गत तीन जनवरी को 15 से 18 आयु वर्ग के टीकाकारण का अभियान शुरू किया गया था। इसमें भी लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद सरकार ने अब 12 से 14  आयु वर्ग के बच्चों के भी टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। इस आयु वर्ग के बच्चों को “कोर्बीवैक्स” लगाने का निर्णय लिया है। जिसकी पर्याप्त खुराक यहां पहुंच चुकी है। बच्चों को यह टीका कैसे लगेगा इसकी पूरी रूपरेखा तय करने के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को स्थानीय अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। साथ ही निर्देश दिया कि अभियान में शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य रखा जाए। इस बात का ध्यान रहे कि टीकाकरण से कोई बच्चा छूटने न पाये।

बुधवार, 2 फ़रवरी 2022

कोविड ने अपनों की ली जान वे दूसरों को बचाने के लिए चला रहे अभियान

लोगों को समझाते हैं : ‘हमने अपनों को खोया है, आप भी रहे सावधान, खुद की ही नहीं दूसरों की भी बचाए जान’


वाराणसी, 02 फरवरी (dil India live) । कोरोना संक्रमण के कारण हमने अपनों को खोया है। अच्छी खासी गृहस्थी को बिगड़ते देखा है। जरा सी लापरवाही हर किसी के लिए खतरनाक हो सकती है। बस जरूरत है टीके की दोनों खुराक लेने और कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करने की। यह कहना है उन लोगों का जिन्होंने कोविड की पहली और दूसरी लहर में अपनों को खोया है। कोविड की तीसरी लहर में ऐसे लोग खुद तो सतर्क हैं हीं दूसरों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं।

    गिलट बाजार निवासी प्रांजल अपने काम-धाम के बीच समय निकाल कर हर रोज मित्रों के साथ लोगों को कोविड से सतर्क रहने के लिए जागरुक करते हैं । वह लोगों को बताते हैं कि कोरोना की पहली लहर में किस तरह उन्होंने अपने पिता को खोया । उसके बाद किस तरह उनके परिवार ने परेशानियों को झेला । वह लोगों को समझाते है कि परेशानियों से बचने का एकमात्र उपाय सतर्कता है । कोविड टीका लगवाने के साथ ही अगर हम कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें, तो आप उस बड़ी मुसीबत से बच सकते है जिसे खुद उन्होंने झेला है।

  प्रांजल बताते हैं कि पिता के निधन के बाद तो ऐसा लगा जैसे सबकुछ तहस-नहस हो गया । खुद के साथ ही बहनों की पढ़ाई कैसे होगी, परिवार का खर्च कैसे चलेगा यह चिंता रात-दिन सताने लगी थी । वह एक ऐसा संकट का दौर था जिसके बारे में सोच कर ही कलेजा कांप उठता है । उस समय पूरा परिवार कोविड से ग्रसित था। प्रांजल कहते है, कोविड के चलते हमने ऐसी परेशानियों को झेला है जिसका सामना ईश्वर करे किसी को न करना पड़े । यही कारण है कि वह उन्होंने अब दूसरों को सतर्क रहने के लिए इन दिनों अभियान चला रखा है ।भोजूबीर के रहने वाले अरविन्द भी इन दिनों कुछ ऐसा ही कर रहे है। पेशे से दवा व्यवसायी अरविन्द ने अपने बड़े पिता को कोविड की दूसरी लहर में खोया है। वह बीएलडब्लयू कारखाने के कर्मचारी थे। किसी और के घर में ऐसी विपदा न आये इसके लिए अरविन्द भी लोगों को कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं । अरविन्द बताते है कि अधिकांश लोग इस गंभीर बीमारी पर पूरे दिन चर्चा करते रहते है लेकिन जब मास्क लगाने या दो गज की दूरी का पालन करने की बात आती है तो वह खुद इस मामले में लापरवाह हो जाते है । ऐसे लोगों को भ्रम होता है कि कोविड दूसरों को तो होगा, उन्हें नहीं । अरविन्द बताते है कि वह लोगों को यही समझाने का काम कर रहे है कि कोविड किसी को भी हो सकता है । इसलिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी है। पहड़िया निवासी दिव्यांशू ने कोविड की दूसरी लहर में अपने पिता को खोया । पिता के न रहने पर अचानक आई परिवार की जिम्मेदारियों को उठाने के साथ-साथ ही दिव्यांशू ने भी कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए अभियान चला रखा है । वह सामने पड़े ऐसे हर व्यक्ति को रोकते और टोकते है जिन्होंने मास्क नहीं पहन रखा होता है । उसे मास्क के महत्व के बारे में समझाते हैं, इसके साथ ही अपने सामने आयी परेशानियों का हवाला देते हुए यह सभी को यह समझाते हैं कि मास्क पहनना सभी के लिए क्यों जरूरी है। अपने दोस्तों-मित्रों को फोन कर वह सभी से पूछते हैं कि उन्होंने कोविड का टीका लगवाया है या नहीं। न लगवाने वाले को जल्द से जल्द लगा लेने की सलाह देते हैं। दिव्यांशू का मानना है कि यदि हर व्यक्ति सजग हो जाए और टीकाकरण कराने के साथ ही कोविड नियमों का पालन करे तो कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है। उनका मानना है कि बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है, ऐसे में जरूरी है सभी को अपने स्तर पर ऐसे ही अभियान चलाने की जिससे कोविड़ पर विजय पायी जा सके।

सोमवार, 24 जनवरी 2022

जिले में सोमवार को 35,524 लाभार्थियों को लगा कोविड का टीका

10,218 को पहली, 24,125 लोगों को लगी दूसरी डोज़


वाराणसी, 24 जनवरी (dil india live)। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। इस क्रम में जनपद में सोमवार को जिले में 35,524 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसमें 2,520 किशोर-किशोरियों का टीकाकरण किया गया। इसके साथ ही 1,181 लोगों ने एहतियाती टीका लगवाया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी* ने बताया कि सोमवार को जिले के विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों पर आयोजित 594 सत्रों में कुल 35,524 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 10,218 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 24,125 लाभार्थियों को दूसरी डोज एवं 1,181 लोगों को प्रीकाशनरी डोज़ का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 17 वर्ष के 2,520 लाभार्थियों को, 18 से 44 वर्ष के 23,346 लाभार्थियों को, 45 से 59 वर्ष के 5,575 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 2,986 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

      सीएमओ ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 52,24,672 कोरोना डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 30,06,757 (101.2%) पहली डोज़ व  20,06,436 (67.5%) दूसरी डोज़ एवं 16,814 प्रीकॉशनरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसके साथ ही अब तक 1,94,665 (75.5%) किशोरों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।

शनिवार, 22 जनवरी 2022

रविवार को जिले के 10 केंद्रों पर होगा टीकाकरण

जिले में शनिवार को 36,831 लाभार्थियों को लगा कोविड का टीका

11,061 लोगों को पहली व 24,640 लोगों को लगी दूसरी डोज़

वाराणसी, 22 जनवरी (dil india live)। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। इस क्रम में जनपद में शनिवार को जिले में 36,831 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसमें 3,129 किशोर-किशोरियों का टीकाकरण किया गया। इसके साथ ही 1,130 लोगों ने एहतियाती टीका लगवाया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि शनिवार को जिले के विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों पर आयोजित 570 सत्रों में कुल 36,831 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 11,061 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 24,640 लाभार्थियों को दूसरी डोज एवं 1,130 लोगों को प्रीकाशनरी डोज़ का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 17 वर्ष के 3,129 लाभार्थियों को, 18 से 44 वर्ष के 23,781 लाभार्थियों को, 45 से 59 वर्ष के 5,731 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 3,021 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

      सीएमओ ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 51,79,794 कोरोना डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 29,97,246 (100.9%) पहली डोज़ व  19,75,312 (66.5%) दूसरी डोज़ एवं 15,468 प्रीकॉशनरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसके साथ ही अब तक 1,91,768 (74.4%) किशोरों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।

      जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ वीएस राय ने बताया कि रविवार को जिले में 10 टीकाकरण केंद्रों पर लोगों को कोविड टीका लगाया जाएगा। इसमें समस्त आठों ब्लॉकों के ब्लॉक स्तरीय प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित दो विशेष टीकाकरण केंद्र सिगरा स्टेडियम एवं एलटी कॉलेज में टीकाकरण सत्र चलाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिन्होंने पहली डोज़ लगवा ली है वह समय से दूसरी डोज़ भी अवश्य लगवा लें। इसके साथ ही जिन्होंने दोनों डोज़ लगवा ली हैं वह समय से प्रीकॉशनरी डोज़ लगवा लें।

शुक्रवार, 21 जनवरी 2022

घर-घर जाकर चिन्हित किये जाएंगे कोविड-19 के लक्षण युक्त व्यक्ति

जिले में सोमवार से चलेगा विशेष सर्वेक्षण अभियान

सूचीबद्ध होंगे नियमित टीकाकरण से छूटे दो वर्ष से कम आयु के बच्चे

 • चिन्हित होंगे कोविड टीके की पहली खुराक न लेने वाले 60 से अधिक आयु के लोग

वाराणसी, 21 जनवरी (dil india live)। पोलियो की तर्ज पर जिले में 24 से 29 जनवरी तक विशेष सर्वेक्षण अभियान चलाया जाएगा। इसमें घर-घर जाकर आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कोविड-19 के लक्षण युक्त व्यक्ति, नियमित टीकाकरण से छूटे हुए दो  वर्ष से कम आयु के बच्चे, 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में कोविड टीके की पहली खुराक न प्राप्त करने वाले व्यक्ति को चिन्हित कर सूचीबद्ध किया जाएगा । इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों को निर्देशित किया है कि इस अभियान की सफलता के लिए आशा और आंगनवाड़ी को प्रशिक्षण दिया जाय, इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाए कि इस सर्वेक्षण में एक भी घर न छूटे । साथ ही स्वास्थ्य विभाग की जो योजनाएं चल रही हैं उसकी पहुँच आमजन तक जरूर हो इस पर विशेष ध्यान दिया जाए ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि सर्वेक्षण के साथ-साथ कोविड टीकाकरण का कार्य यथावत चलता रहेगा । कोविड टीकाकरण में मोबलाइजेशन का कार्य निगरानी समिति द्वारा संपादित किया जाएगा । सर्वेक्षण के दौरान प्रत्येक घर पर स्टीकर चस्पा तथा पोलियो की तर्ज पर हाउस मार्किंग का कार्य भी होगा । प्रत्येक पांच टीमों पर एक सुपरवाइजर तथा जोनल अधिकारी नियुक्त होंगे। प्रतिदिन ब्लॉक तथा जनपद स्तर पर समीक्षा की जायेगी। एएनएम एवं सीएचओ को उक्त सर्वेक्षण से मुक्त रखा जाएगा। समस्त गतिविधियों हेतु प्रशिक्षण तथा सहयोगात्मक पर्यवेक्षण डब्ल्यूएचओ तथा यूनिसेफ द्वारा किया जाएगा। 26 जनवरी को अवकाश के कारण उस रोज सर्वेक्षण नहीं होगा लेकिन 27 जनवरी से पुनः यह अभियान  29 जनवरी तक जारी रहेगा। इस अभियान में पंचायतीराज विभाग, ग्राम्य विकास,आई सी डी एस, नगर -पालिका, वन विभाग, कृषि विभाग, गैर-सरकारी संगठनों, डब्ल्यू एच ओ तथा यूनीसेफ आदि से सहयोग लिया जाएगा। 

 निम्न बिन्दुओं पर एकत्रित होगी सूचना

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सर्वेक्षण में निम्न बिन्दुओं पर सूचना एकत्रित की जाएगी ।

60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के कोविड टीका करण के प्रथम डोज से छूटे हुए व्यक्तियों का चिन्हांकन एवं उन्हें सूचीबद्ध करना ।

0 से 2 वर्ष की आयु के नियमित टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का चिन्हांकन एवं उन्हें सूचीबद्ध करना ।

टीडी टीकाकरण से छूटे हुए गर्भवती महिलाओं का सर्वेक्षण ।

आई एल आई /सारी से प्रभावित व्यक्तियों का चिन्हकांन एवं मेडिसिन किट का वितरण।

 • सूचीबद्ध होंगे नियमित टीकाकरण से छूटे दो वर्ष से कम आयु के बच्चे

 • चिन्हित होंगे कोविड टीके की पहली खुराक न लेने वाले 60 से अधिक आयु के लोग।

टीडी टीकाकरण से छूटे हुए गर्भवती महिलाओं का सर्वेक्षण ।

आई एल आई /सारी से प्रभावित व्यक्तियों का चिन्हकांन एवं मेडिसिन किट का

वितरण ।

गुरुवार, 20 जनवरी 2022

लक्ष्य के मुताबिक हर किसी को लगी कोविड टीके की पहली डोज

कोविड की पहली डोज़ का आंकड़ा पहुंचा 100 प्रतिशत

एक साल में 50 लाख से अधिक डोज लग चुकी है टीके की  

जिले में गुरुवार को 43,176 लाभार्थियों को लगा टीका

गुरुवार को 13,136 लोगों को पहली व 28,348 लोगों को लगी दूसरी डोज़

वाराणसी, 20 जनवरी (dil india live) जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। इसी कड़ी में  जनपद कोरोना की पहली डोज़ लगाने में 100 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल कर चुका है। कुछ दिवस पूर्व जनपद ने टीके की 50 लाख  डोज़ लगाने की उपलब्धि हासिल की थी। 

इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों की सराहना की है। उनका कहना है कि लगातार प्रयास कर दूसरी डोज़ की  भी जल्द से जल्द शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करें। जिलाधिकारी ने  इस बात पर भी ज़ोर दिया है कि 15 से 17 वर्ष के किशोर-किशोरियों के टीकाकरण लक्ष्य को भी जल्द से जल्द हासिल करना है, इसके लिए सभी लोग हरसंभव प्रयास करें |        

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जिले में गुरुवार को कोरोना की पहली डोज़ का आंकड़ा 100 फीसदी पहुँच चुका है। जनपद में गुरुवार को 43,176 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। *इसके साथ ही जिले में एक साल में 29,79,345 (100.3%) पहली डोज़ एवं 19,20,499 (64.6%) दूसरी डोज़ लग चुकी है। इस तरह से जिले में टीके की कुल 50,96,707 डोज़ लग चुकी हैं। एक साल में 26,71,064 पुरुषों व 24,12,542 महिलाओं को कोविड टीके की डोज़ लगाई गईं। अब वाराणसी जनपद कोरोना की पहली डोज़ से शत-प्रतिशत प्रतिरक्षित हो चुका है। 

इस उपलब्धि के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों, हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर सहित अन्य विभागों और संस्थाओं द्वारा दिये गए अहम योगदान की प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद दिया है । इसके साथ ही उन्होने उम्मीद जताई है कि इसी तरह उत्साहपूर्वक कार्य करते हुये टीकाकरण के अन्य लक्ष्य को भी जल्द ही प्राप्त करेंगे। 

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ वीएस राय ने बताया कि गुरुवार को जिले के विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों पर आयोजित 596 सत्रों में कुल 43,176 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 13,136 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 28,348 लाभार्थियों को दूसरी डोज एवं 1,692 लोगों को प्रीकाशनरी डोज़ का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 17 वर्ष के 4,254 लाभार्थियों को, 18 से 44 वर्ष के 27,236 लाभार्थियों को, 45 से 59 वर्ष के 6,459 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 3,481 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

इसके साथ ही जिले में एक साल में 18 से 44 वर्ष के 31,66,270 व 45 से 59 वर्ष के 10,19,093 एवं 60 वर्ष से ऊपर के लोगों में कुल 5,62,820 कोरोना डोज़ लग चुकी हैं। तीन जनवरी से अब तक 15 से 17 वर्ष के 1,83,810 (71.3%) किशोर-किशोरियों को पहली डोज़ लग चुकी हैं। वहीं 10 जनवरी से अब तक 13,053 प्रीकॉशनरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं।

मंगलवार, 18 जनवरी 2022

वाराणसी ने हासिल की 50 लाख कोविड डोज़ लगाने की बेमिसाल उपलब्धि

जिले में 38,576 लाभार्थियों को लगा कोविड का टीका

15,431 लोगों को पहली व 21,711 लोगों को लगी दूसरी डोज़

वाराणसी, 18 जनवरी (dil india live)।  मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। इस क्रम में जनपद मे मंगलवार को जिले में करीब 38,576 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसी के साथ वाराणसी ने मंगलवार को 50 लाख से अधिक कोविड डोज़ लगाने की बेमिसाल उपलब्धि हासिल कर ली है। इस उपलब्धि के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों और संस्थाओं ने अपना अहम योगदान दिया है, जो काफी सराहनीय है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि मंगलवार को जिले के विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों पर आयोजित 613 सत्रों में कुल 38,576 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 15,431 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 21,711 लाभार्थियों को दूसरी डोज एवं 1,434 लोगों को प्रीकाशनरी डोज़ का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 17 वर्ष के 5,841 लाभार्थियों को, 18 से 44 वर्ष के 23,545 लाभार्थियों को, 45 से 59 वर्ष के 5,187 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 2,511 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

      सीएमओ ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 50,03,423 कोरोना डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 29,58,872 (99.6%) पहली डोज़ व  18,60,259 (62.6%) दूसरी डोज़ एवं 1,0,065 प्रीकॉशनरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसके साथ ही अब तक 1,74,228 (67.6%) किशोरों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।

घर पर ही सही देखभाल से कोरोना को दें मात

इंटीग्रेटेड कमांड व कंट्रोल सेंटर से रखी जा रही निगरानी, मिल रहा परामर्श

Himanshu Rai 

गाजीपुर 18 जनवरी (dil india live)। कोविड-19 के मामले बढ़ जरूर रहें हैं लेकिन पहली दो लहर जैसी गंभीर स्थिति संक्रमितों में इस बार नहीं देखी जा रही है । बहुत से लोगों में तो कोई खास लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, फिर भी उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है । ऐसी स्थिति में घर पर ही रहकर कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए और स्वास्थ्य महानिदेशालय से जारी दवाओं का सेवन करते हुए कोरोना को आसानी से मात दिया जा सकता है । इसके साथ ही सरकार द्वारा कोविड की जांच, उपचार और रेफर के लिए बनाए गए इंटीग्रेटेड कमांड व कंट्रोल सेंटर से संक्रमितों की निगरानी की जा रही है और जरूरी परामर्श भी दिए जा रहे हैं।

डॉ. के के वर्मा ने बताया की स्वास्थ्य महानिदेशालय ने इस बार कोविड को मात देने के लिए समिति द्वारा निर्धारित दवाओं की सूची जारी करने के साथ ही कोरोना से निपटने के लिए की गईं तैयारियों और बरती जाने वाली सावधानियों का भी जिक्र किया है । पत्र के मुताबिक इंटीग्रेटेड कमांड व कंट्रोल सेंटर से होम आइसोलेशन के पात्र मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है । किसी होम आइसोलेटेड मरीज के लक्षण युक्त हो जाने या उसे चिकित्सकीय सहायता की जरूरत होने पर इलाज व संदर्भन की सुविधा मिल रही है । इसके अलावा जन सामान्य को कोविड से बचाव के उपायों और प्रदेश में उपलब्ध कोविड की जांच व इलाज की उपलब्ध सेवाओं के बारे में अवगत कराया जा रहा है । चिकित्सीय सलाह की सुविधा पूरे समय के लिए उपलब्ध है। ई-संजीवनी एप के माध्यम से घर पर ही अनुभवी चिकित्सकों द्वारा मुफ्त कंसल्टेंसी की सुविधा दी जा रही है । सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त कोविड टीकाकरण किया जा रहा है । नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त कोविड जांच और लक्षण युक्त व्यक्तियों के लिए उपचार की सुविधा मौजूद है । विशेष परिस्थितियों में हेल्पलाइन नंबर- 1800-180-5145 और 104 नंबर की भी मदद ली जा सकती है । ध्यान देने वाली बात यह है कि यदि परिवार में कोई व्यक्ति कोविड पाजिटिव है तो होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करें और घर से बाहर न निकलें । इसके अलावा यदि खुद कोविड के लक्षणों से ग्रसित हैं तो खुद को परिवार के अन्य सदस्यों से दूर रखें और घर से बाहर न निकलें ।

 होम आइसोलेशन में रहने वाली 40 वर्षीया कलावती (बदला हुआ नाम)  ने बताया कि कोविड पाजिटिव की रिपोर्ट आने के बाद उन्हें घर पर ही मेडिकल किट मुहैया करा दी गई थी और दिन में तीन-चार बार इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से फोन पर हालचाल ली जाती है और आक्सीजन लेवल की भी जानकारी ली जाती है । 

इन परिस्थितियों में हेल्पलाइन या डाक्टर से संपर्क करें : 


लगातार कई दिनों तक 101 डिग्री से अधिक का बुखार 

सांस फूलना और सांस लेने में परेशानी होना 

पल्स आक्सीमीटर से नापने पर आक्सीजन का स्तर 94 फीसद से कम आना 

भ्रम की स्थिति उत्पन्न होने पर  


छोटे बच्चों में कोविड के लक्षण : 


बुखार, खांसी, जुकाम 

लगातार रोना 

दूध/खुराक लेना बंद कर देना 

दस्त लगना 

पसली चलना 

निढाल पड़ जाना 


12 वर्ष से अधिक के लोगों में कोविड के लक्षण : 


बुखार, खांसी, जुकाम व थकावट 

सिर दर्द व बदन दर्द 

स्वाद या गंध की चेतना का चला जाना 

बुखार के साथ दस्त 

बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते


कोविड से बचाव एवं सावधानियाँ : 


हमेशा मास्क का इस्तेमाल करें 

मास्क को ठीक तरह से पूरे मुंह व नाक को ढकते हुए लगाएं 

सोशल डिस्टेंसिंग (छह फुट की दूरी) का पालन करें 

अनावश्यक घर से बाहर न निकलें 

लक्षण आने पर खुद को परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रखें और जांच कराएं 

बार-बार साबुन-पानी से अच्छी तरह से हाथों को धुलते रहें 

समय से कोविड टीकाकरण जरूर कराएं  


दवाओं के साथ इन बातों का भी रखें ख्याल : 


सांस संबंधी व्यायाम, योग व प्राणायाम दिन में 20 से 30 मिनट तक करें (सहज महसूस करने पर ही) 

दिन में तीन से चार बार श्वसन दर (रेस्परेटरी रेट) व आक्सीजन सेचुरेशन (पल्स आक्सीमीटर से) अवश्य नापें, यह 94 फीसद अथवा इससे अधिक होना चाहिए 

पर्याप्त मात्रा में हल्का गर्म/गुनगुना पानी पियें 

उच्च रक्तचाप व किसी पुरानी बीमारी का उपचार चल रहा है तो उसे डाक्टर के परामर्श से जारी रखें

सोमवार, 17 जनवरी 2022

बच्चों का रखें ख्याल, खांसी आए-पसली चले तो डाक्टर से मिलें

सर्दी के साथ बढ़ी कोरोना की रफ्तार, आक्सीजन सेचुरेशन 94 फीसद से अधिक होना जरूरी

 लक्षण विहीन, मामूली लक्षण वाले पाजिटिव व लक्षण युक्त के लिए दवाएं तय 

 


वाराणसी, 17 जनवरी (dil india live)। कड़ाके की सर्दी के बीच कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए इस वक्त छोटे बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखना सभी के लिए बहुत ही जरूरी है । यह कहना है  *श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ डा. एस.पी. सिंह* का। उन्होंने बताया कि एक साल तक के बच्चे को अधिक खांसी आ रही हो, पसली चल रही हो, बच्चा दूध व खुराक लेना बंद कर दे, तेज बुखार हो और दस्त न रुके तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक से जरूर संपर्क करें । इसके साथ ही दिन में तीन-चार बार बच्चे के सांस लेने की दर (रेस्परेटरी रेट) और आक्सीजन सेचुरेशन (पल्स आक्सीमीटर से) जरूर नापें, आक्सीजन सेचुरेशन 94 फीसद व उससे अधिक ही होना चाहिए । इससे कम होने पर चिकित्सक से सलाह ली जानी चाहिए ।    

 *मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी* ने बताया कि विभिन्न आयु वर्गों के कोविड पाजिटिव व लक्षणयुक्त व्यक्तियों के इस्तेमाल के लिए दवाओं को “मेडिकल किट” के जरिये  उपलब्ध कराने को कहा गया है । इसके तहत शून्य से 12 साल तक के बच्चों को तीन श्रेणी में बांटते हुए और 12 साल से ऊपर वालों के लक्षणों के आधार पर जरूरी दवाओं के सेवन की सलाह दी गई  है । इसके तहत शून्य से 12 माह, एक से पाँच साल और छह से 12 साल तक के बच्चों की तीन श्रेणी बनाई गई है और लक्षणों के आधार पर व कोरोना पाजिटिव होने की स्थिति में निर्धारित दवाओं के सेवन की सलाह दी गई है।व मेडिकल किट में शामिल निम्न दवाएं शामिल की गई है।

 12 माह तक के शिशुओं के लिए दवा किट

पेरासिटामोल ड्राप 

मल्टीविटामिन ड्राप 

ओआरएस पैकेट 

एक से पांच वर्ष के बालकों के लिए दवा किट

पेरासिटामोल सिरप  

मल्टीविटामिन सीरप 

ओआरएस पैकेट  

 छह से 12 वर्ष के बालकों के लिए दवा किट

पेरासिटामोल 

मल्टीविटामिन 

आईवरमेक्टिन टेबलेट 

ओआरएस 

 12 वर्ष से अधिक उम्र के लिए

टेबलेट पेरासिटामोल 

टेबलेट आईवरमेक्टिन 

टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन 

टेबलेट विटामिन-सी 

टेबलेट जिंक 

टेबलेट/ कैप्सूल विटामिन-बी काम्पलेक्स 

विटामिन डी-3 

 इस तरह करना है दवाओं का सेवन

 शून्य से 12 माह तक के शिशुओं के लिए

लक्षण युक्त शिशु (जिनका कोविड टेस्ट रिजल्ट अभी ज्ञात नहीं है या टेस्ट नहीं हुआ है) तथा पाजिटिव शिशु जिनको केवल बुखार है, उनको पैरासिटामाल ड्रॉप बुखार आने की स्थिति में देना है। ध्यान रहे इसे खाली पेट नहीं देना है । शून्य से दो माह तक के शिशु को पैरासिटामाल ड्रॉप दशमलव पाँच मिली. दिन में तीन बार देना है, तीन से छह माह तक के शिशु को एक मिली. दिन में तीन बार और सात से 12 माह के शिशु को एक मिली. दिन में चार बार बुखार आने पर देना है । मल्टी विटामिन का ड्रॉप छह माह तक के शिशुओं को नहीं देना है, सात से 12 माह तक के शिशु को दशमलव पाँच मिली. सात दिन तक देना है । इसके अलावा दस्त की स्थिति में ओआरएस का घोल थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दें ।  

 एक से पाँच वर्ष के लिए 

 पैरासिटामाल सिरप (बुखार आने पर दें, ध्यान रहे खाली पेट नहीं देना है)- एक से दो वर्ष के बच्चे को पाँच मिली. छह घंटे के अंतराल पर दिन में चार बार, दो से तीन वर्ष को 10 मिली. आठ घंटे के अंतराल पर दिन में तीन बार, तीन से पाँच वर्ष के बच्चे को 10 मिली. छह घंटे के अंतराल पर दिन में चार बार देना है । मल्टीविटामिन सिरप- एक से दो वर्ष के बच्चे को ढाई  मिली. रात को एक बार, दो से पाँच वर्ष तक के बच्चे को ढाई मिली. सुबह और रात को सात दिन तक देना है । ओआरएस का घोल दस्त आने पर देना है ।   

 छह से 12 वर्ष के लिए 

 टैबलेट पैरासिटामाल (500 मिलीग्राम) बुखार आने पर आधी गोली दिन में तीन बार (खाली पेट नहीं देना है)-आठ घंटे के अंतराल पर, टैबलेट आइवरमेक्टिन छह मिलीग्राम-रात को खाना खाने के एक घंटे बाद एक गोली तीन दिन तक, मल्टीविटामिन टैबलेट- रात को सोने से पहले एक गोली सात दिन तक, ओआरएस का घोल दस्त आने पर देना है । 

 12 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए 

 टैबलेट पैरासिटामाल (500 मिलीग्राम) की एक गोली दिन में तीन बार-,  टैबलेट आइवरमेक्टिन 12 मिलीग्राम- रात के खाने के बाद  (गर्भवती व धात्री महिलाओं और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नहीं देना है), टैबलेट एजिथ्रोमायिसिन-500 मिलीग्राम दिन में एक बार के साथ ही टैबलेट विटामिन-सी, टैबलेट/कैप्सूल विटामिन बी काम्प्लेक्स, विटामिन डीथ्री की एक गोली भी प्रतिदिन देनी है । इन दवाओं के सेवन के साथ ही सांस संबंधी व्यायाम, योग व प्राणायाम करने की सलाह दी गई है ।  हल्का गर्म या गुनगुना पानी प्रतिदिन अधिक मात्रा में पियें और दिन में तीन से चार बार आक्सीजन सेचुरेशन पर ध्यान दें । आक्सीजन सेचुरेशन 94 फीसद से अधिक होना चाहिए ।

गुरुवार, 13 जनवरी 2022

15 से 18 वर्ष के 11,442 किशोरों को लगा कोविड का टीका

जिले में 1,396 लोगों को लगी एहतियाती डोज़

टीकाकरण अभियान में गुरुवार को 28,368 लाभार्थियों को लगा टीका


वाराणसी, 13 जनवरी (dil india live)। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। जनपद में सोमवार से हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से ऊपर के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को प्रीकाशनरी डोज़ (एहतियाती टीका) लगाने की शुरुआत की जा चुकी है। इस क्रम में गुरुवार को 1,396 लोगों ने एहतियाती टीका लगवाया। इसके साथ ही 11,442 किशोर-किशोरियों को कोविड का टीका लगाया गया।  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी* ने बताया कि गुरुवार को विभिन्न केन्द्रों, चैरिटेबल अस्पतालों सहित 516 सत्रों व स्कूलों में कुल 28,368 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 20,131 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 6,841 लाभार्थियों को दूसरी डोज एवं 1,369 लोगों को प्रीकाशनरी डोज़ का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 18 वर्ष के बीच के 11,442 लाभार्थियों को, 18 से 45 वर्ष तक के बीच के 12,992 लाभार्थियों को, 45 से 60 वर्ष के बीच के 1,757 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 777 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

 सीएमओ ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 48,37,963 कोरोना डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 29,12,333 (98.3%) पहली डोज़ व  18,03,406 (60.8%) दूसरी डोज़ एवं 5,144 प्रीकॉशनरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसके साथ ही अब तक 1,17,080 (45.4%) किशोरों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।

अपर मुख्य सचिव ने जांची जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था

महिला समेत कई अस्पतालों का किया निरीक्षण

कोविड टीकाकरण का जाना हाल, अधिकारियों को दिए निर्देश


वाराणसी 13 जनवरी (dil india live)। उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव व जिले के नोडल अधिकारी दीपक कुमार ने गुरुवार को जिले की चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का जायजा लिया। एएसपीजी मण्डलीय चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, राजकीय आयुर्वेद  अस्पताल व चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्होंने औचक निरीक्षण किया। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के साथ ही उन्होंने कोविड के तीसरे लहर से निपटने एवं वैक्सीनेशन की जानकारी ली।

अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार पूर्वाहन लगभग दस बजे अचानक सनबीम वरुणा स्कूल पहुंचे । उनके साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी भी थे। स्कूल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए लगाये गये कोविड टीकाकरण कैम्प में पहुंच कर उन्होंने वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी ली। टीकाकरण केन्द्र में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों  से पूछा कि वे अब तक कितना टीकाकरण कर चुके हैं। यहां से वह चौकाघाट स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय पहुंचे और वहां हो रहे कोविड टीकाकरण की व्यवस्थाओं के बारे में जाना। टीकाकरण कराने आये लोगों से उन्होंने पूछा कि उन्हें टीकाकरण कराने में कोई असुविधा तो नहीं हो रही। इस दौरान वहां मौजूद आयुर्वेद चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डा. विनय मिश्र ने वहां हो रहे टीकाकरण और अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्थाओं की पूरी जानकारी अपर मुख्य सचिव को दी। 

चौकाघाट के बाद अपर मुख्य सचिव कबीरचौरा स्थित एसएसपीजी मण्डलीय चिकित्सालय पहुंचे। मण्डलीय चिकित्सालय व जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण करने के साथ उन्होंने यहां भी 15 से 18 वर्ष के बच्चों तथा वयस्कों के हो रहे टीकाकरण के बारे में जानकारी ली। टीकाकरण केंद्र  पर जाकर उन्होंने वहां की  सुरक्षा व्यवस्था और टीका लगवाने वाले आ रहे हैं लोगों के बारे में जाना। उन्होंने पूछा कि प्रतिदिन कितने लोग वैक्सीनेशन के लिए आ रहे हैं। उन्होंने टीकाकरण केंद्र पर बैठी नर्स से सुबह से हुए वैक्सीनेशन के बारे में पूछा और यह भी पूछा कि इस डेस्क पर कोविड की कौन सी वैक्सीन लग रही है।  इसके साथ ही उन्होंने मण्डलीय चिकित्सालय में लगे आक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्लांट को चलवाकर भी देखा। आपरेटर से उन्होंने प्लांट के संचालन की पूरी प्रक्रिया को समझा। निरीक्षण के दौरान जिला महिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. ए.के. श्रीवास्तव व मण्डलीय चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डा. एसपी सिंह ने अपस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्थाओं के बारे में अपर मुख्य सचिव को जानकारी दी।

यहां से अपर मुख्य सचिव चोलापुर पहुंचे उनके साथ मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल भी थे। चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बने 30 बेड के कोविड केयर सेंटर का उन्होंने निरीक्षण किया। यहां बने 12 बेड के “पीकू वार्ड”  को भी उन्होंने देखा। निरीक्षण के दौरान चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डा. आर.बी. यादव ने अपर मुख्य सचिव को अवगत कराया कि “पीकू वार्ड” आक्सीजन की सुविधा से लैस है और इसके लिए यहां आक्सीजन प्लांट भी लगा है। इस पर अपर मुख्य सचिव ने वहां आक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। यहां निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल ने वहां मौजूद चोलापुर ग्राम सभा की निगरानी समीतियों के सद्स्यों के बारे में अपर मुख्य सचिव को जानकारी दी। अपर मुख्य सचिव ने समीति के सदस्यों से उनके कार्यों  के बारे में बातचीत की। निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके मौर्या, जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एसएस कन्नौजिया, वरिष्ठ चिकित्सक डा. एके पाण्डेय,  डा. अतुल सिंह मौजूद थे। इसके पूर्व  बुधवार की रात अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ बैठक कर  कोविड के तीसरी लहर से निपटने के लिये की गयी तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी लाने का निर्देश दिया। बैठक में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख आधिकारी मौजूद थे।

मंगलवार, 11 जनवरी 2022

जिले में पहले दिन 917 को लगी एहतियाती डोज़

15 से 18 वर्ष के 19,658 किशोरों को लगा टीका

टीकाकरण अभियान में 39,273 लाभार्थियों को लगा टीका


वाराणसी, 10 जनवरी(dil india live)। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। जनपद में सोमवार से हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से ऊपर के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को प्रीकाशनरी डोज़ (एहतियाती टीका) लगाने की शुरुआत की गई है। पहले दिन 917 लोगों ने एहतियाती टीका लगवाया। इसके साथ ही 19,658 किशोर-किशोरियों को कोविड का टीका लगाया गया। जिले के करीब 200 से अधिक स्कूलों में किशोरों का टीकाकरण किया गया। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि सोमवार को जिले में हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से ऊपर के पूर्व से गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को प्रीकाशनरी डोज़ लगाने की शुरुआत की जा चुकी है। दूसरी डोज़ के नौ माह या 39 सप्ताह बाद लगाई जा रही प्रीकाशनरी डोज़ के लिए सभी हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर बेहद उत्सुक थे और काफी समय से इसका इंतजार कर रहे थे। अब जब उन्हें प्रीकाशनरी डोज़ लग चुकी है, इससे उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता और बढ़ जाएगी। सीएमओ ने कहा कि प्रत्येक कोविड टीकाकरण केंद्र पर हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर में उत्साह देखने को मिला। इसके साथ ही स्कूलों के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी किशोर-किशोरियों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। 

सीएमओ ने बताया कि सोमवार को विभिन्न केन्द्रों, चैरिटेबल अस्पतालों सहित  511 सत्रों व करीब 200 से अधिक स्कूलों में कुल 39,273 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 33,381 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 4,975 लाभार्थियों को दूसरी डोज एवं 917 लोगों को प्रीकाशनरी डोज़ का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 18 वर्ष के बीच के 19,658 लाभार्थियों को, 18 से 45 वर्ष तक के बीच के 16,438 लाभार्थियों को, 45 से 60 वर्ष के बीच के 1,503 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 752 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया। सीएमओ ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 47,41,910 कोरोना डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 28,79,093 पहली डोज़ और 17,84,240 दूसरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं।


रविवार, 9 जनवरी 2022

किशोरों में दिखा गजब का उत्साह, 21,441 को लगा कोविड का टीका

225 स्कूलों के किशोर-किशोरियों को लगा टीका

टीकाकरण अभियान में 34,356 लाभार्थियों ने की सहभागिता



वाराणसी, 9 जनवरी(dil india live)। जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। जनपद में शनिवार को 15 से 18 वर्ष के बीच के किशोर-किशोरियों में गजब का उत्साह देखने को मिला। शनिवार को जिले में 21,441 किशोर-किशोरियों को कोरोना का टीका लगाया गया। जिले के 225 सरकारी व निजी स्कूलों के जरिये  किशोर-किशोरियों को कोरोना का टीका लगा प्रतिरक्षित किया गया।  

   मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि शनिवार को विभिन्न केन्द्रों, चैरिटेबल अस्पतालों सहित 515 टीकाकरण सत्रों का आयोजन कर 34,356 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 30,536 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 3,820 लाभार्थियों को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 18 वर्ष के बीच के 21,441 (21.49%) लाभार्थियों को, 18 से 45 वर्ष के बीच के 11,519 लाभार्थियों को, 45 से 60 वर्ष के बीच के 1,002 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 403 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

     


सीएमओ ने शनिवार को नगर के एनी बेसेंट थियोसोफिकल  उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कमच्छा का निरीक्षण किया। किशोरों के टीकाकरण में प्राचार्य डॉ अंजू राय, अध्यापक चंदन सिंह, सियाराम शुक्ला व मनोज कुमार ने पूर्ण सहयोग किया। इसके साथ ही सीएमओ ने सेंट्रल हिन्दू बॉयज स्कूल कमच्छा का भी निरीक्षण किया। इस दौरान वहां के प्राचार्य डॉ नीरू वहाल और अध्यापक डॉ एसके श्रीवास्तव ने पूर्ण सहयोग किया। निरीक्षण के दौरान सीएमओ के साथ वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ एके पांडेय, अशफाक नगर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ जैस्मीन व यूनिसेफ से डॉ शाहिद मौजूद रहे। सीएमओ ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 46,95,405 कोरोना डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 28,62,728 (96.58%) पहली डोज़ और 17,77,268 (60%) दूसरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं।


शुक्रवार, 7 जनवरी 2022

जिला प्रशासन ने जारी किया टोल फ्री नम्बर


इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड एंड कंट्रोल सेंटर

फोन करके प्राप्त कर सकते हैं आप भी मदद

वाराणसी, 07 जनवरी(dil india live)। कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट हैं । विभाग ने समस्त व्यवस्था व सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए अपनी प्रक्रिया भी  तेज कर दी है। इसी क्रम में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश पर सिगरा के शहीद उद्यान  स्थित इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड एंड कंट्रोल सेंटर का टोल फ्री नम्बर जारी किया गया है ताकि कोविड की समस्या से पीड़ित कोई भी व्यक्ति अथवा उसका परिवार इस नम्बर पर काल कर मदद हासिल कर सके।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि टोल फ्री नम्बर 1077 पर काल  कर कोई भी व्यक्ति कोविड सम्बन्धित जानकारी के साथ ही मदद हासिल कर सकता है। इसके अलावा 0542-2221937, 0542-2221941, 0542-2221942, 0542-2221944 के साथ ही 0542-2720005 पर भी काल कर मदद हासिल की जा सकती  है। उन्होंने बताया कि कोविड पीड़ित किसी व्यक्ति को यदि एम्बुलेंस की जरूरत है अथवा उसे किसी भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है तो वह मोबाइल नम्बर 7307413510 पर काल कर मदद प्राप्त कर सकता है।

सीएमओ  ने बताया कि इन फोन नम्बरों से जनपदवासियों को  काफी सहूलियत मिलेगी वह यहां सम्पर्क कर तत्काल सहायता प्राप्त कर सकते हैं । उन्होने लोगों से अपील की है कि कोरोना के नए वैरिएंट से घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसके बचाव के लिए मास्क लगाना, दो गज की दूरी और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करना न भूलें। इसके साथ ही कोविड टीकाकरण जरूर कराएं।

210 मिले कोविड मरीज

वाराणसी में शुक्रवार को मिले 210 कोरोना पॉजिटिव केस, 1 मरीज हुआ स्वस्थ, एक्टिव केस 630.

मंगलवार, 4 जनवरी 2022

फुल रिहर्सल से परखी जिले में कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारियां

छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित 

डीडीयू व बीएचयू में हुआ फुल रिहर्सल

महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा लखनऊ द्वारा नामित संयुक्त निदेशक डॉ एमपी सिंह ने मॉकड्रिल का किया निरीक्षण, कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का जाना हाल




वाराणसी 4 जनवरी (dil india live)। कोविड-19 की संभावित संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों को लेकर को राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार फुल रिहर्सल (सम्पूर्ण पूर्वाभ्यास) जनपद के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) सहित बीएचयू मेडिकल कालेज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में किया गया। इस क्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा लखनऊ के द्वारा नामित संयुक्त निदेशक डॉ एमपी सिंह ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरके सिंह की उपस्थिति में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का हाल जाना और सम्पूर्ण पूर्वाभ्यास का निरीक्षण किया। 

        संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियां कितनी पुख्ता है, इसका जायजा लेने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के एक डमी व्यक्ति ने 108 नम्बर पर फोन कर बताया कि उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है और वह चल भी नहीं पा रहा। सूचना के 14 मिनट के भीतर ही एम्बुलेंस उस व्यक्ति के बताये हुए पते पर पहुंच गयी और उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरपतपुर ले जाया गया। उसमें कोविड-19 के लक्षण दिखते ही उसे फौरन कोविड के लिए एल-1 चिन्हित अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां फौरन उसका उपचार शुरू हो गया। इसी तरह सम्पूर्ण पूर्वाभ्यास के दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में एक डमी कोविड संक्रमित बच्चे को एंबुलेंस से उसके अभिभावक के जरिए डॉक्टर के पास लाया गया। कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा कर्मियों के द्वारा उस बच्चे की जांच कर आईसीयू बेड तक ले जाया गया। इस दौरान चिकित्सक एवं चिकित्साकर्मियों द्वारा इलाज के समस्त मानकों का अनुपालन किया गया। 

        फुल रिहर्सल में कोविड-19 प्रबंधन की तैयारियों, चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों की तैयारियों, दवाओं एवं उपकरणों की क्रियाशीलता को परखा गया। जनपद की कोविड-19 केयर चिकित्सा इकाईयों में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों व अन्य किए जाने वाले सुधारात्मक कार्यों को चिन्हित किया गया। इसफुल रिहर्सल से प्रशिक्षित किए गए चिकित्साकर्मी तैयारियों के बारे में गहनता से जान सके। इस दौरान अन्य बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा सहयोग किया गया एवं मौके पर ही कमियों को दूर किया गया।  

      मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों क्रमशः सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर पिंडरा सीएचसी हाथी बाजार, सीएचसी मिसिरपुर पर आक्सीजन युक्त 30-30 बेड एवं दो-दो आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं। इसी प्रकार दीनदयाल में पीडियाट्रिक के आक्सीजन युक्त 64 बेड तैयार किए गए हैं जिसमें 20 आईसीयू के बेड तैयार हैं। इसी प्रकार बीएचयू मेडिकल कालेज में कोविड के आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक व आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं। डा. चौधरी ने बताया कि सीएचसी चोलापुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया, सीएचसी अराजीलाइन में चिकित्सा अधिकारी डॉ. अतुल सिंह, सीएचसी नरपतपुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश सिंह  एवं सीएचसी गंगापुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके गुप्ता, सीएचसी मिसिरपुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय राय एवं हाथी बाजार में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष राय ने फुल रिहर्सल का निरीक्षण किया। बीएचयू मेडिकल कालेज में डबल्यूएचओ एसएमओ डॉ जयशीलन की देखरेख में फुल रिहर्सल का कार्य सम्पन्न किया गया तथा अन्य बालरोग विशेषज्ञों ने सहयोग किया। डॉ अतुल सिंह ने बताया कि जनपद में कुल 23 पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं, जोकि माकड्रिल के दौरान क्रियाशील रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मॉकड्रिल के सफलतापूर्वक संचालन के लिए सभी चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों की प्रसंशा की।

गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

COVID-19: दो गज दूरी और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करना न भूले

कोविड जैसा लक्षण दिखे तो तत्काल जांच कराएं : सीएमओ

स्वास्थ्य विभाग ने सक्रिय किए कोविड-19 स्टेटिक बूथ

शहर में छह व ग्रामीण में आठ स्टेटिक बूथ संचालित

निःशुल्क होगी एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच

सीएमओ ने की अपील मास्क लगाएँ, दो गज दूरी का करें पालन  

वाराणसी, 30 दिसंबर (dil india live)।  कोविड की संभावित तीसरी लहर के प्रबंधन की तैयारियों को लेकर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से सक्रिय हो गया है। विभाग ने समस्त व्यवस्था व सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए अपनी प्रक्रिया तेज कर दी है। इसी क्रम में कोरोना जांच के लिए जनपद में पूर्व से संचालित स्टेटिक बूथ पुनः सक्रिय किए जा रहे हैं। वहीं सीएमओ ने अपील की है कि कोविड से मिलते जुलते लक्षण भी दिखे तो तत्काल कोविड की जांच कराएं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि दूसरी लहर में कोरोना जांच के लिए स्टेटिक बूथों ने अहम भूमिका निभाई थी। इससे जनपदवासियों को भी काफी सहूलियत मिली। जनपद में पूर्व से ही शहरी व ग्रामीण इलाकों में कुल 14 स्टेटिक बूथ संचालित किए जा रहे हैं जो पुनः सक्रिय हो गए हैं। इस क्रम में शहर के छह स्टेटिक बूथ यथा स्वामी विवेकानंद मेमोरियल हॉस्पिटल भेलूपुर, लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सालय रामनगर, शहरी सीएचसी शिवपुर, एसएसपीजी हॉस्पिटल कबीरचौरा, ईएसआईसी हॉस्पिटल पाण्डेयपुर व स्टेटिक बूथ बीएचयू शामिल हैं। जबकि ग्रामीण में आठ स्टेटिक बूथ यथा पीएचसी बड़ागांव, पीएचसी काशी विद्यापीठ, पीएचसी सेवापुरी, पीएचसी पिंडरा, पीएचसी हरहुआ, पीएचसी चिरईगांव, सीएचसी चोलापुर एवं सीएचसी अराजीलाइन शामिल हैं। 

जिला सर्विलान्स अधिकारी व एसीएमओ डॉ एसएस कन्नौजीय ने बताया कि इन समस्त केन्द्रों में एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच की निःशुल्क सुविधा मौजूद है। जबकि स्टेटिक बूथ बीएचयू में ट्रू-नाट, सीबी-नाट, एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच की निःशुल्क सुविधा मौजूद है। स्वामी विवेकानंद मेमोरियल हॉस्पिटल भेलूपुर, एलबीएस हॉस्पिटल रामनगर, शहरी सीएचसी शिवपुर एवं एसएसपीजी हॉस्पिटल कबीरचौरा में सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक जांच करवा सकते हैं। जबकि अन्य केन्द्रों पर सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक जांच की सुविधा मौजूद रहेगी।

सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि जिन भी व्यक्तियों में कोविड के मिलते जुलते लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो वह अपने नजदीकी चिन्हित स्टेटिक बूथों पर जाकर कोरोना की निःशुल्क जांच करा सकते हैं। इसके साथ ही जो लोग कहीं बाहर से आ रहे हैं और जांच में पॉज़िटिव आने पर वह अपनी ट्रेवल हिस्ट्री व निकट संपर्कियों की जानकारी कोंट्रेक्ट ट्रेसिंग टीम को प्रदान कराने में सहयोग करें, जिससे उन्हें ट्रैक कर उनकी कोरोना जांच कराई जा सके। सीएमओ ने अपील की है कि कोरोना के नए वैरिएंट से घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसके बचाव के लिए मास्क लगाना, दो गज दूरी और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करना न भूलें। इसके साथ ही कोविड टीकाकरण जरूर कराएं।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...