स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025” के तहत बरेका में हुआ भव्य आयोजन
F. Farouqi Babu
Varanasi (dil india live). रेल मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार एवं बरेका महाप्रबंधक श्री नरेश पाल सिंह के प्रेरणादायी मार्गदर्शन में बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में आज दिनांक 01अक्टूबर 2025 को “स्वच्छता ही सेवा अभियान- 2025” के अंतर्गत एक विशाल स्वच्छता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
रैली का शुभारंभ कुंदन के पास मुख्य संरक्षा अधिकारी, श्री राम जन्म चौबे द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। यह रैली कुंदन तिराहे से प्रारंभ होकर सूर्य सरोवर, मां काली मंदिर एवं नाथूपुर गेट से होते हुए पुनः कुंदन तिराहे पर आकर समाप्त हुई।
स्वच्छता रैली के दौरान स्वच्छता संदेश से युक्त आकर्षक पोस्टर एवं बैनर सभी लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे जबकि “स्वच्छ भारत – स्वस्थ भारत” और “स्वच्छ बरेका, स्वस्थ बरेका" जैसे स्वच्छता से प्रेरित गगनभेदी नारों से संपूर्ण बरेका परिसर गूंज उठा और संपूर्ण बरेका परिसर स्वच्छता के संदेश से सराबोर हो उठा।
इनकी रही खास मौजूदगी इस रैली में उप मुख्य संरक्षा अधिकारी ए.के. धुसिया, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर (प्लांट), ए.के. सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, आरपीएफ के जवान, सिविल डिफेंस, नागरिक सुरक्षा संगठन एवं बरेका सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड के सदस्य तथा बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। इस स्वच्छता जागरूकता रैली का मुख्य उद्देश्य अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आमजन में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा स्वच्छ और स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करना था।
गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को सौंपा 70 हजार की नकद राशि
Varanasi (dil india live). अल-मदद फाउंडेशन द्वारा पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद। अल-मदद फाउंडेशन समिति के पदाधिकारी / प्रतिनिधियों ने गुरूबाग, गुरूद्वारे के मुख्य ग्रन्थी भाई रंजीत सिंह को पंजाब में आई बाढ़ के पीड़ितो के लिए 70000/- (सत्तर हजार रूपये) की धनराशि नकद राशि के रूप में सौंपी। धनराशि के लिए गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अल मदद फाउंडेशन का आभार प्रकट किया।
इंसानियत और एकता का प्रतीक
कल मदद फाउंडेशन की ओर से मुफ्ती-ए-शहर बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा कि यह योगदान इंसानियत और एकता के प्रतीक के रूप में दिया जा रहा है। इस मौके पर दोनों समुदायों के लोगो ने पंजाब बाढ़ पीड़ितो के लिए मिलकर दुआ और अरदास किया। सभी ने बाढ़ पीड़ितों के प्रति सहानूभूति व्यक्त की। गुरूद्वारे के मुख्य ग्रन्थी भाई रंजीत सिंह ने कहा कि हम इस योगदान के लिए आभारी है। यह दर्शाता है कि जब मुश्किल समय आता है, तो मजहब की दीवारें गिर जाती है और इंसान-इंसान के करीब आ जाता है। मुस्लिम समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारा धर्म हमें इंसान की सेवा करना सिखाता है। पंजाब के लोगों के दुख की घड़ी में हम सब उनके साथ तन मन और धन से खड़े है। इस दौरान गुरुद्वारे के काफी लोग मौजूद थे।
डांडिया डांस प्रतियोगिता में छात्र- छात्राओं ने जमकर किया धमाल
श्री बरनवाल के सिर सजा डांडिया क्वीन का ताज
Varanasi (dil india live). नवरात्रि के मौके पर गुरुवार को डीएवी पीजी कॉलेज में डांडिया और गरबा की धूम रही। कॉलेज के कॉमर्स विभाग के छात्र मंच वॉइस ऑफ कॉमर्स एवं स्पर्श के तत्वावधान में स्व. पीएन सिंह यादव मेमोरियल हॉल में आयोजित फोक एवं डांडिया डांस प्रतियोगिता में छात्र- छात्राओं ने जमकर धमाल मचाया। रंग बिरंगे लोक परिधानों में गुजराती गीतों पर पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर सबके मन को मोह लिया। प्रतियोगिता में फोक डांस एवं डांडिया में 17 टीमों ने प्रतिभाग किया। डांडिया में श्री बरनवाल प्रथम, पंखुड़ी दवे द्वितीय एवं श्रेया शर्मा तथा नव्या बरनवाल तीसरे स्थान पर रही। वहीं फोक डांस में धनराम गौतम, सूर्यान्शु यादव, अंचल भदौरिया की टीम प्रथम रही। दूसरे स्थान पर अपूर्वा महन्ता एवं तृषा कमल तथा श्री बरनवाल, प्रियंका वर्मा, श्रेया शर्मा की टीम रही। तीसरे स्थान पर शिवांग पाल रहे।
विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
विजेताओं को विभागाध्यक्ष प्रो. विजयनाथ दुबे, चीफ प्रॉक्टर डॉ. संजय कुमार सिंह, कार्यक्रम संयोजक डॉ. तरु सिंह एवं डॉ. प्रियंका बहल ने ट्राफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया। निर्णायक मण्डल में डॉ. रश्मि त्रिपाठी, डॉ. ऋचा गुप्ता, डॉ. सोनल कपूर एवं डॉ. गोपाल चौरसिया शामिल रहे। इस मौके पर मुख्य रूप से उपाचार्य प्रो. राहुल, प्रो.संजय साह, डॉ. साक्षी चौधरी, डॉ. श्रुति अग्रवाल, डॉ. शान्तनु सौरभ सहित समस्त प्राध्यापक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन छात्रा श्राबोनी भट्टाचार्य, नैमिष पटेल एवं वैष्णवी दीक्षित ने किया।
Varanasi (dil india live). वसंत कन्या महाविद्यालय में 15 सितंबर से 22 सितंबर तक हिंदी सप्ताह समारोह बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस सप्ताह के अंतर्गत विद्यार्थियों के भाषाई कौशल, रचनात्मक प्रतिभा और हिंदी के प्रति प्रेम को उजागर करने के लिए विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्ष रहीं डाॅ. उर्वशी गहलोत (हिन्दी विभाग, महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) एवं विशिष्ट अतिथि रहीं डाॅ. प्रियंका सोनकर (हिन्दी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय)।
कार्यक्रम का समापन सोमवार को ’हिंदी सप्ताह उद्यापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह’ के रूप में किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव, प्रबंधक उमा भट्टाचार्य, कार्यक्रम की अध्यक्ष डॉ. उर्वशी गहलोत, असोसिएट प्रोफेसर, महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रियंका सोनकर, विभागाध्यक्षा डॉ. आशा यादव, डॉ. शशि कला, डॉ.सपना भूषण, डॉ शुभांगी श्रीवास्तव, संगीत विभाग से प्रो. सीमा वर्मा और प्रो. सौम्यकांत मुखर्जी की गरिमामयी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ पुष्पांजलि और कुलगीत के गायन के साथ हुआ। प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव ने मंच की अध्यक्षता कर रही डॉ. उर्वशी गहलोत और विशिष्ठ अतिथि डॉ.प्रियंका सोनकर का उत्तरीय और पौधा देकर स्वागत और अभिनंदन किया।
समारोह के दौरान प्राचार्या रचना श्रीवास्तव ने कहा कि “हिंदी केवल भाषा नहीं, यह हमारी संस्कृति और अस्मिता की पहचान है। आज की पीढ़ी को चाहिए कि वह हिंदी को केवल अध्ययन की भाषा न माने, बल्कि व्यवहार की भाषा बनाए।” प्रबंधक उमा भट्टाचार्य ने हिंदी सप्ताह जैसे आयोजन के लिए सभी को शुभकामनाएं दी।
हिंदी के कवियों ने समाज को जागृत किया
मंच की अध्यक्षता कर रही डॉ. उर्वशी गहलोत ने अपने वक्तव्य में स्वतंत्रता और नवजागरण में हिंदी के योगदान की बात करते हुए कहा “ हिंदी ने सभी देशवासियों को साथ लाने का कार्य किया, कबीर, मीरा, महादेवी जैसे हिंदी के कवियों ने समाज को जागृत किया।“ विशिष्ट अतिथि डॉ.प्रियंका सोनकर ने हिंदी के वैश्वीकरण की बात कही। कार्यक्रम का सफल संयोजन प्रीति विश्वकर्मा, राजलक्ष्मी जायसवाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रीति विश्वकर्मा ने किया।
प्रतियोगिता में हुई सफल, तो मिला पुरस्कार
हिन्दी सप्ताह कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की गयी थीं। इसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में जयंतिका डे (भजन प्रतियोगिता), अनुपमा (इमला प्रतियोगिता), प्रज्ञा पटेल, अनिशा यादव (काव्य पाठ), विदिशा तिवारी (कहानी पाठ), सिंधु कुमारी (भाषण प्रतियोगिता) को प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव एवं प्रबंधक डॉ. उमा भट्टाचार्य ने प्रमाणपत्र और पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया।
"स्वच्छता ही सेवा अभियान" के अंतर्गत साइकिलोथान और वाकथान का आयोजन
F. Farouqi Babu
Varanasi (dil india live). बनारस रेल इंजन कारखाना में महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह के निर्देशन में स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत मैराथन, साइकिलोथान और वाकथान का आयोजन किया गया। बनारस रेल इंजन कारखाना के गोल्फ कोर्स गेट से प्रातः 7 बजे प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर, सुशील कुमार श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखा कर मैराथन, साइकिलोथान और वाकथान की टीमों को रवाना किया।
साइकिलोथान और मैराथन का रूट
गोल्फ कोर्स गेट से प्रारंभ होकर आरपीएफ चेक पोस्ट, सूर्य सरोवर, इंटरमीडिएट कॉलेज चौराहा, नाथूपुर रेलवे क्रॉसिंग एवं प्रशासन भवन तिराहा से होते हुए बरेका स्टेडियम गेट तक था।
वाकथान रूट
गोल्फ कोर्स गेट प्रारंभ होकर आरपीएफ चेक पोस्ट, कुंदन, रेलवे आवास 122, रेलवे आवास 152, रेलवे आवास 181 एवं सिनेमा हॉल तिराहा से होते हुए बरेका स्टेडियम गेट तक रखा गया था।
स्वच्छ भारत, हरित बरेका की गूंज
मैराथन, साइकिलोथान और वाकथान के दौरान स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत एवं हरित बरेका,स्वस्थ बरेका जैसे स्वच्छता से प्रेरित नारों के उदघोष से संपूर्ण बरेका परिसर गूंज उठा। इस दौरान आयोजन में भाग लेने वाले सभी सदस्यों के हाथों में मौजूद स्वच्छता को समर्पित आकर्षक पोस्टर एवं बैनर,स्वच्छता के संदेश को जन-जन तक पहुंचा रहे थे। इस अवसर पर प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि "स्वच्छता केवल आदत ही नहीं, बल्कि हमारे जीवन का मूलभूत आधार है। स्वच्छ वातावरण ही स्वस्थ और प्रगतिशील समाज का निर्माण करता है।"
इस अभियान में मुख्य सतर्कता अधिकारी अंकुर चंद्रा, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर उत्पादन एवं विपणन सुनील कुमार, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर (विद्युत) अनुराग कुमार गुप्ता, मुख्य संरक्षा अधिकारी, राम जन्म चौबे, उप महाप्रबंधक अनुज कटियार, जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार, रेल सुरक्षा बल निरीक्षक के. के. सिंह, वरिष्ठ कोच बास्केटबॉल, राजू यादव सहित सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड, सिविल डिफेंस, भारत स्काउट एंड गाइड के सदस्य, रेलवे सुरक्षा बल के जवान, समस्त खेल एवं अकादमी के प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षु, एवं बड़ी संख्या में कर्मचारीगण भी शामिल रहे। दरअसल इस भव्य आयोजन का मुख्य उद्देश्य समस्त जनमानस में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और सहभागिता का विस्तार करना था।
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 50 लोगों ने दिया रक्त
F. Farouqi Babu
Varanasi (dil india live). बरेका महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह के दिशा-निर्देशन एवं प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार के कुशल नेतृत्व में स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत केन्द्रीय चिकित्सालय, बरेका में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर श्री शिव प्रसाद गुप्त चिकित्सालय, कबीरचौरा, वाराणसी के सहयोग से संपन्न हुआ। इस अवसर पर पुरूषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। विशेष रूप से बरेका महिला कल्याण संगठन की सदस्याएं अंजू गुप्ता, श्वेता सिंह, अर्चना तिवारी, चिकित्सालय कर्मचारी डॉ. मंजुषा रानी लाल, संजूलता गौतम, उपासना यादव एवं रत्ना सिंह ने रक्तदान कर महिला की समग्र भागीदारी और नारी सशक्तिकरण का प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।
प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार ने कहा कि – “रक्तदान जैसे पुनीत कार्य में समाज के सभी वर्गों को जागरूक होकर भाग लेना चाहिए, ताकि परिवार की मुख्य धुरी नारी सहित सभी जरूरतमंदों को समय पर सुरक्षित रक्त उपलब्ध कराया जा सके।”
इस अवसर पर बरेका के चिकित्सक डॉ. विजय सिंह, डॉ. मिन्हाज अहमद, डॉ. संतोष कुमार मौर्या, डॉ. विशाल मिश्रा, डॉ. गौरव सिंह, डॉ. अभिषेक कुमार गुप्ता, अमित गुप्ता, सौरभ सागर तथा प्रधानाचार्य, बरेका इंटर कॉलेज ए.के.माहेश्वरी ने भी रक्तदान कर समाज को जागरूकता किया। इनके साथ ही रक्तदान शिविर में भारतीय रेलवे मजदूर संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राधा बल्लभ त्रिपाठी, बरेका कर्मचारी परिषद सदस्य धर्मेन्द्र कुमार सिंह तथा ओबीसी एसोसिएशन सदस्य हरिशंकर यादव ने रक्तदान कर लोगों को प्रोत्साहित किया तथा बरेका कर्मचारी परिषद के संयुक्त सचिव श्रीकांत यादव, कर्मचारी परिषद सदस्य नवीन सिन्हा, अमित कुमार व ओबीसी एसोसिएशन के सदस्य अजय कुमार के अतिरिक्त उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर मनोज कुमार के साथ ही बरेका के अन्य अधिकारी व कर्मचारियों ने इस पुनीत कार्य के लिए जन-जागरूकता फैलायी, ताकि अधिक से अधिक लोग इस कार्यक्रम में रक्तदान कर सकें । इस स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 50 व्यक्तियों ने रक्तदान किया।
शिविर की सफलता में ये रहे भागीदार
वरिष्ठ मंडल चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. मौर्या, डॉ. मधुलिका सिंह, नर्सिंग अधिकारी कमला श्रीनिवासन, अंजना टौड, सीता कुमारी सिंह, संजू लता गौतम, तथा एच.ए. रंजनी, सूरज, राकेश चौधरी तथा कबीरचौरा मंडलीय जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में उनकी टीम – नर्सिंग अधिकारी मीना श्रीवास्तव, एल.टी. बद्री राम, रमेश कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी श्री दीपक कुमार सिंह, काउन्सलर श्री विकास कुमार, वरिष्ठ लैब असिस्टेंट सत्येन्द्र कुमार, लैब अटेन्डेन्ट अभिषेक कुमार, राजबली पाल, सुशांत मोदनवाल एवं श्री शुभम मौर्या ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
'विश्वकर्मा' और 'युवा सम्मान' योजनाओं से ग्रामीणों को किया गया रूबरू
सरकारी योजनाओं से ग्रामीणों को सशक्त बनाने का लक्ष्य
Varanasi (dil india live). कैमेलिया सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने BLW Varanasi के कंदवा गांव में शुक्रवार को महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान चलाया। अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और वंचित वर्ग के लोगों को केंद्र तथा राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से रूबरू कराना था। इस अभियान के दौरान विशेष रूप से विश्वकर्मा सम्मान योजना और युवा सम्मान योजना जैसी प्रमुख योजनाओं पर जोर दिया गया, ताकि योग्य ग्रामीण अपनी क्षमतानुसार लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकें। इस दौरान संस्था के मेम्बर्स ने ग्रामीणों के साथ सेल्फी भी ली।
सोसाइटी की उपाध्यक्ष वर्तिका शर्मा, सचिव सैफुल्लाह खान, प्रोजेक्ट मैनेजर पूजा पांडेय और सहायक चंद्रप्रकाश पांडे सहित कई प्रमुख पदाधिकारी इस अभियान की अगुवाई कर रहे थे। उन्होंने ग्रामीणों, विशेषकर उन लोगों से सीधा संवाद किया जिनके पास पारंपरिक शिल्प कौशल या कोई विशेष योग्यता है, लेकिन जानकारी के अभाव में वे अपनी क्षमता का सदुपयोग नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें विश्वकर्मा सम्मान योजना के तहत मिलने वाले कौशल विकास, आधुनिक उपकरण और वित्तीय सहायता के बारे में विस्तार से बताया गया। इसी प्रकार, युवाओं को युवा सम्मान योजना के माध्यम से स्वरोजगार और उद्यमशीलता के अवसरों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया।
यह कार्यक्रम कंदवा गांव की निवासी रीना शर्मा के सिलाई प्रशिक्षण केंद्र पर आयोजित किया गया था, जहाँ बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाएं सिलाई का प्रशिक्षण लेती हैं। इस स्थान का चुनाव इसलिए किया गया ताकि महिलाएं और अन्य ग्रामीण बिना किसी झिझक के जुड़ सकें और योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
अभियान का मुख्य जोर इस बात पर था कि सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाएं जैसे स्वास्थ्य बीमा, शिक्षा ऋण, कृषि सब्सिडी, महिला एवं बाल विकास से संबंधित योजनाएं, विश्वकर्मा सम्मान योजना, युवा सम्मान योजना और आजीविका के अवसर ग्रामीण और कमजोर तबके तक पहुँचें। सोसाइटी का मानना है कि इन वर्गों में जागरूकता पैदा करना अत्यंत आवश्यक है ताकि वे स्वयं आगे आकर इन योजनाओं से जुड़ें और उनका अधिकतम लाभ उठाएँ।
सोसाइटी के पदाधिकारियों ने बताया, "हमारा प्रयास सिर्फ जानकारी देना नहीं है, बल्कि लोगों के भीतर यह विश्वास पैदा करना है कि वे भी इन योजनाओं के हकदार हैं और सरकार उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। विशेषकर, विश्वकर्मा सम्मान योजना और युवा सम्मान योजना जैसी पहल उन लोगों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती हैं जिनके पास कौशल है, लेकिन संसाधनों की कमी है। हम ऐसे लोगों को सक्रिय रूप से जोड़ना और उन्हें सशक्त बनाना चाहते हैं।"
अभियान में ग्रामीणों और विशेष रूप से महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, अपनी शंकाओं को दूर किया और योजनाओं के बारे में विस्तार से जाना। कैमेलिया सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने संकल्प लिया है कि वे भविष्य में भी ऐसे जागरूकता अभियानों को जारी रखेंगे, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे और अपनी योग्यता का पूर्ण उपयोग कर सके।
शोधार्थियों को सांख्यिकीय विश्लेषण की बुनियादी तकनीकों से कराया परिचित
Varanasi (dil india live). वसंत कन्या महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग तथा ओशन सेल फोरम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के द्वितीय दिन (19 सितंबर) को शोध से संबंधित प्रायोगिक सत्रों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने छात्राओं के सक्रिय सहभाग की सराहना करते हुए कहा कि शोध में उनकी ऐसी सहभागिता भविष्य की शैक्षणिक उपलब्धियों का आधार बनेगी। समाजशास्त्र विभाग की प्रमुख डॉ. कल्पना आनंद के स्वागत संबोधन से हुआ। उन्होंने अतिथियों का अभिनंदन करते हुए शोध कार्य में आधुनिक सॉफ्टवेयर उपकरणों की भूमिका पर प्रकाश डाला। पहले सत्र की मुख्य वक्ता डॉ. शुभ्रा सिन्हा, सहायक प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग ने SPSS सॉफ्टवेयर के प्रयोग पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने डेटा क्लीनिंग, डेटा कोडिंग तथा डेटा एंट्री की व्यावहारिक प्रक्रिया को समझाया और शोधार्थियों को सांख्यिकीय विश्लेषण की बुनियादी तकनीकों से परिचित कराया। दूसरे सत्र की विशेषज्ञ नम्रता गुप्ता (पुस्तकालयाध्यक्ष, वसंत कन्या महाविद्यालय) ने शोध में संदर्भ प्रबंधन हेतु Zotero और Mendeley सॉफ्टवेयर के प्रयोग पर व्यावहारिक प्रस्तुति दी। उन्होंने शोधार्थियों को बताया कि किस प्रकार इन सॉफ्टवेयर्स की सहायता से शोध कार्य में संदर्भ सूची और साइटेशन तैयार करना सरल एवं सटीक बनाया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन जिसुस्मिता कश्यप और रितिका सत्या ने किया। रिपोर्ट का संकलन मास्टर्स फाइनल वर्ष की मृणालजीत द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के शोधार्थियों के साथ-साथ संकाय सदस्य डॉ. अखिलेश कुमार राय, डॉ. अनुराधा बापुली एवं डॉ. सिमरन सेठ की सक्रिय उपस्थिति रही।
(नीचे जानिए पहले दिन क्या हुआ था।)
शोध कार्य में गंभीरता, अनुशासन और मौलिकता को सदैव प्राथमिकता दें-प्रो. रचना
Varanasi (dil india live). वसंत कन्या महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग द्वारा ओशन सेल फोरम के सहयोग से 18 सितंबर से 20 सितंबर तक अनुसंधान पद्धति और शोध प्रबंध लेखन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को शोध प्रक्रिया, शोध प्रबंध संरचना, डेटा विश्लेषण और व्याख्या तकनीकों की समग्र समझ प्रदान करना था।
पहले दिन कार्यशाला का आगाज़ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव के संबोधन से हुआ। उन्होंने शोध को उच्च शिक्षा का आधार बताते हुए कहा कि यह छात्राओं की आलोचनात्मक सोच और अकादमिक दृष्टि को विकसित करने का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे शोध कार्य में गंभीरता, अनुशासन और मौलिकता को सदैव प्राथमिकता दें। इसके पश्चात् समाजशास्त्र विभाग की प्रमुख डॉ. कल्पना आनंद ने स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने अथितियों का स्वागत किया और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कार्यशाला के उद्देश्य एवं महत्त्व पर प्रकाश डाला। डॉ. अखिलेश कुमार राय, सहायक प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग ने “अनुसंधान पद्धति” विषय पर थीम प्रेज़ेंटेशन प्रस्तुत किया।
प्रथम सत्र में डॉ. अंशु शुक्ला, मुख्य अतिथि, एसोसिएट प्रोफेसर, होम साइंस डिपार्टमेंट ने “शोध प्रबंध लेखन की संरचना” पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने शोध प्रबंध के विकास की प्रक्रिया, अध्यायों के संगठन, उचित उद्धरण पद्धतियाँ, शोध प्रश्नों के निर्माण और लेखन में अकादमिक अनुशासन बनाए रखने की रणनीतियों पर विशेष बल दिया। द्वितीय सत्र में डॉ. विजय कुमार, सहायक प्रोफेसर, अर्थशास्त्र विभाग ने “डेटा विश्लेषण और व्याख्या” विषय पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने सांख्यिकीय उपकरणों के उपयोग, विभिन्न डेटा विश्लेषण तकनीकों और शोध से सार्थक निष्कर्ष निकालने हेतु सही व्याख्या की महत्ता को रेखांकित किया।
प्रथम सत्र का संचालन दीक्षिता फुकन और रिचा ने किया, और द्वितीय सत्र का संचालन अस्मिता और अर्घ्यरूपा साहू जिन्होंने कार्यक्रम को सुचारु रूप से संचालित किया। कार्यशाला की संपूर्ण रिपोर्ट मास्टर्स फाइनल की ह्रदयांशी द्वारा संकलित की गई। कार्यक्रम में संकाय सदस्यों डॉ सपना भूषण, डॉ. अनुराधा बापुली और डॉ. सिमरन सेठ की उपस्थिति ने भी प्रतिभागियों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान किया।
भूगोल विभाग के 'इडिका क्लब' ने ओजोन दिवस पर आयोजित की विभिन्न प्रतियोगिताएं
Varanasi (dil india live). काशी हिन्दू विश्वविद्यालय सम्बद्ध कमच्छा स्थित वसन्त कन्या महाविद्यालय में भूगोल विभाग के 'इडिका क्लब' द्वारा ओजोन दिवस का अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया गया। इस अवसर पर विज्ञान और वास्तविकता को प्रदर्शित करते क्विज, डिबेट, आक्शन गेम, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन इत्यादि विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की गयीं।
पर्यावरण के प्रति हों जागरूक- डा. रचना
प्रारम्भ में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव ने ओजोन परत के दिनों दिन होते क्षरण पर चिन्ता व्यक्त करते हुए छात्राओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया। संस्कृत विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डा. शान्ता चटर्जी ने ओजोन का संस्कृतपरक शब्द 'अरुण' बताया और बच्चों के उत्साह की सराहना करते हुए आगे भी ऐसे कार्यक्रम करने की प्रेरणा दी। उन्होनें अपनी लघु कहानी के माध्यम से पर्यावरण के प्रति सचेत होने की बात की।
अपने सुख में ओजोन को हानि क्यों-डा. प्रतिभा
भूगोल विभाग की शिक्षिका डॉ. प्रतिभा यादव ने अतिथियों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए विषय प्रस्थापन के क्रम में वायुमण्डल में ओजोन परत की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार मनुष्य अपने सुख के लिए ओजोन परत को हानि पहुँचा रहा है जो कि ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा दे रहा है। नेत्ररोग, चर्मरोग, कैंसर जैसी अनेक गम्भीर बीमारियों का मानव शिकार बनता जा रहा है। कार्यक्रम में शिक्षकों के निर्देशन में छात्राओं की अत्यधिक सहभागिता रही।
कार्यक्रम में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में डॉ. पूनम पाण्डेय, डॉ. इंदु उपाध्याय, डाॅ. सरोज उपाध्याय, डॉ. आरती चौधरी, डॉ. नैरंजना श्रीवास्तव, डॉ मंजू कुमारी, डॉ. वर्षा सिंह, डॉ. शशिकेश गौड़, डॉ सुप्रिया सिंह, डॉ. पूर्णिमा, डॉ आरती कुमारी, डॉ. प्रियंका पाठक, डॉ. सौमिली मण्डल निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे। प्रतियोगिताओं में क्विज़ में अनु, आक्शन गेम में जाह्नवी, पोस्टर मेकिंग में समीक्षा यादव और स्लोगन में खुशी शर्मा प्रथम स्थान पर रहीं। अन्य सभी छात्राओं ने अच्छा प्रदर्शन किया। स्वयंसेविक के रूप में छात्राओं की कुशल सहभागिता रही। स्किट और एक लघु डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से
'पर्यावरण रक्षणं नूनं भवतु' के संकल्प के साथ कार्यक्रम के अन्तिम चरण में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र के साथ मेडल देकर सम्मानित किया गया। विभाग के शिक्षक डॉक्टर सुशील कुमार यादव ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य सभी विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाओं की गरिमामयी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।
आन्तरिक चेतना को जागृत करती है हिन्दी-प्रो. मिश्रीलाल
Varanasi (dil India live). वाराणसी के डीएवी पीजी कॉलेज में हिन्दी विभाग के तत्वावधान में चल रहे हिन्दी सप्ताह के समापन समारोह में प्रतिभाओं का मंगलवार को सम्मान किया गया। विगत 8 से 16 सितम्बर तक चली विविध प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को मंगलवार को स्व. पीएन सिंह यादव मेमोरियल हॉल में स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। विजेताओं को महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल एवं विभागाध्यक्ष प्रो. राकेश कुमार राम ने पुरस्कृत किया।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में सबसे पहले पोस्टर निर्माण में करण सिंह प्रथम, सचिन कुमार गुप्ता द्वितीय एवं प्रिया चौरसिया तीसरें स्थान पर रहे। स्वरचित कविता पाठ में जयंत शुक्ला, धर्मराज ठाकुर एवं सुहानी कक्कड़ क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। सस्वर छंद पाठ में शिवम सांवरा प्रथम, शिवनारायण द्वितीय एवं ऋषभ सिंह तीसरे स्थान रहे। हिन्दी क्वेस्ट में स्नातकोत्तर स्तर पर जयंत, करण एवं शिवम अव्वल रहे तो स्नातक स्तर पर आकाश दुबे, अनिमेष प्रवीण एवं श्वेता सिंह विजेता रही।
इस मौके पर प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए प्रो. मिश्रीलाल ने कहा कि हिन्दी साहित्य के माध्यम से हम अपनी उपयोगिता समाज मे सिद्ध कर सकते है, साहित्य हमे इंसान बनने की प्रेरणा देता है और आंतरिक चेतना को जागृत करता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दी। स्वागत प्रो. राकेश कुमार राम ने दी। संयोजन डॉ. अस्मिता तिवारी, संचालन डॉ. विजय यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नीलम सिंह ने दिया। कार्यक्रम में प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी, डॉ. श्वेता मिश्रा, डॉ. ओमप्रकाश कुमार, डॉ. त्रिपुर सुंदरी, डॉ. शमशीर अली आदि सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
हिंदी दिवस व जीवित्पुत्रिका पर बरेका में हुई काव्य गोष्ठी
F. Farouqi Babu
Varanasi (dil india live). संस्थान बरेका के तत्वाधान में काशी काव्य संगम के सहयोग से हिंदी दिवस एवं जीवित्पुत्रिका के अवसर पर काव्य पाठ का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार एवं गज़लकार महेंद्र नाथ तिवारी अलंकार ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार टीकाराम शर्मा तथा विशिष्ट अतिथि के वरिष्ठ साहित्यकार उषा पांडे थी। इस अवसर पर अध्यक्ष महेंद्र नाथ तिवारी अलंकार ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से हम अपनी संस्कृति, परंपरा इत्यादि को जीवित रखते हुए उसको आगे बढ़ाते हुए नई पीढ़ी को इसकी जानकारी साझा करते हैं। उन्हें बताते हैं कि हमारी संस्कृति कितनी मधुर एवं हर उत्सव को सबके साथ मिलकर मनाने वाली है जिससे आपसी भाईचारा एवं अपनत्व बढ़ाते है। आज हिंदी विश्व की बोलने वाली प्रमुख भाषा है। हिंदी का सम्मान हम सभी को करना चाहिए। सचिव संस्थान आलोक कुमार सिंह एवं उनकी पूरी टीम को साधुवाद देता हूं कि जिन्होंने इस प्रकार की अलख जगाई हुई है। इस मौके पर काव्य पाठ को प्रारंभ किया गया। कवियों द्वारा हिंदी दिवस एवं जीवित्पुत्रिका के अवसर पर प्रस्तुत गीत, कविताएं, गजल इत्यादि ने ऐसा माहौल बना दिया जैसे लगा कि पूरा वातावरण हिंदीमय व भक्तिमय हो गया। कार्यक्रम में निम्न कवियों एवं कवियित्रियों ने काव्य पाठ किया उनमें आलोक सिंह बेताब, अखलाक खान भारतीय, जयप्रकाश मिश्र, उषा पांडे ,प्रताप शंकर दुबे, परमहंस तिवारी परम, रामजतन पाल, उपेंद्र यादव, महेंद्र तिवारी अलंकार, शमीम गाजीपुरी, टीकाराम शर्मा आचार्य, वासिफ बनारसी, छोटेलाल मनमीत, ओमप्रकाश चंचल, विकास विदिप्त, करुणा सिंह, मुनींद्र कुमार पाण्डेय मुन्ना, गणेश सिंह प्रहरी, आस्तिक शुक्ला, नाथ सोनांचली, कुंवर नाजुक इत्यादि।
इस अवसर पर उत्कर्ष यादव, रवि पटेल, आकाश सरोज, अमित अस्थाना, अभिषेक सिंह, रोहित श्रीवास्तव, कार्तिकेय पारस, विजय विश्वकर्मा, सुभाष चंद्र ,रमेश चंद्र श्रीवास्तव, नीरज श्रीवास्तव ,कमलेश कुमार, सुनील कुमार, राकेश कुमार, किशन कुमार, रविशंकर भारतीय, राजकुमार, मनोज सिंह इत्यादि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री आनंद कुमार राय, पुस्तकालय सचिव, संस्थान ने अतिथियों का स्वागत तथा अंत में धन्यवाद ज्ञापन अखलाक खान भारतीय ने किया। पूरे कार्यक्रम के संयोजक आलोक कुमार सिंह , रहे। पूरे कार्यक्रम का संचालन मुनींद्र कुमार पाण्डेय मुन्ना ने किया।
शिक्षक दिवस पर आर्य विद्या सभा, काशी ने आयोजित किया सम्मान समारोह
Varanasi (dil India live)। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में डीएवी पीजी कॉलेज में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मातृ संस्था आर्य विद्या सभा, काशी के संयोजकत्व में स्व. पीएन सिंह यादव स्मृति सभागार में डीएवी पीजी कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज एवं नित्यानंद वेद महाविद्यालय के दो दर्जन से अधिक शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। संस्था के अध्यक्ष रतन लाल, इंटर कॉलेज प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष हरिबंश सिंह, कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल ने सभी को प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। आर्य विद्या सभा के मंत्री/प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने सभी को शुभकामना दी।
इनका हुआ सम्मान
डीएवी पीजी कॉलेज के उपाचार्य द्वय प्रो. संगीता जैन, प्रो. राहुल, प्रो. पूनम सिंह, प्रो. प्रशांत कश्यप, डॉ. जियाउद्दीन, डॉ. अखिलेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. पारुल जैन, डॉ. आहूति सिंह, डॉ. संजय कुमार सिंह, डॉ. सूर्य प्रकाश पाठक, डॉ. रामेंद्र सिंह, कुँवर शशांक शेखर, सुरजीत, नरेंद्र कुमार, प्रताप बहादुर सिंह, राम बाबू, दीपक श्रीवास्तव, अरविंद कुमार, सत्यजीत रावत, निरूपा राय, राम बहादुर शर्मा, रामानंद, संतोष कुमार। नित्यानंद वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामानंद तिवारी के अलावा डीएवी इंटर कॉलेज के सविता चौरसिया, प्रद्योत रंजन दास, श्रवण कुमार मौर्य, प्रियम राय, राहुल सिंह सहित हरिओम, शिवलोचन, लक्ष्मण, चंद्रदेव मिश्रा को पुरस्कृत किया गया।
समाज को दिशा देता है शिक्षक
इस मौके पर प्रो.मिश्रीलाल ने कहा कि शिक्षक ही ऐसा व्यक्ति होता है जो समाज को दिशा देता है, भविष्य का निर्माण करता है। यह सम्मान समारोह सबके लिए प्रेरणादायक है, ताकि हम अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सिद्धार्थ सिंह एवं डॉ. प्रियंका बहल ने किया। इस मौके पर समस्त विभागों के अध्यक्ष प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
वीकेएम में शिक्षक दिवस पर पूर्व शिक्षकों का सम्मान
Varanasi (dil India live). शिक्षक दिवस धूमधाम से शहर भर में मनाया गया। इस मौके पर वर्तमान और पूर्व टीचर्स का सम्मान किया गया।
वसन्त कन्या पी जी कालेज, कमच्छा में छात्र सलाहकार एवं अनुशासन समिति द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के सभागार में एक गरिमामय कार्यक्रम का किया गया। इस 'कृतकार्य सम्मान समारोह’ में पूर्व प्राचार्या प्रो.कुसुम मिश्रा सहित सेवानिवृत्त शिक्षकों डॉ.कमला पाण्डेय, डॉ.सुधा श्रीवास्तव, डॉ.कुमुद रंजन, डॉ.तृप्ति जायसवाल, डॉ.माधुरी अग्रवाल, डॉ.बीना सिंह, प्रो.स्वरवन्दना शर्मा, अंजना चटर्जी, डॉ.स्मृति भटनागर तथा नामचीन तबला कलाकार काशीनाथ मिश्र एवं कार्यालयकर्मी सुभाष भारती को प्राचार्या प्रो.रचना श्रीवास्तव द्वारा शॉल और रञ्जन विभाग की छात्राओं द्वारा हस्तनिर्मित सुन्दर मिनिएचर पेंटिंग प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर प्राचार्या प्रो.रचना श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा ही समाज को दिशा देती है और शिक्षक उसके आधार स्तम्भ हैं। उन्होंने कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकों के योगदानों को याद करते हुए कहा कि इस महाविद्यालय में छात्राओं की अकादमिक और सांस्कृतिक प्रतिभाओं को निखारनेवाली शिक्षिकाओं की सुदीर्घ परम्परा रही है जो वर्तमान में शिक्षणरत शिक्षकों द्वारा कुशलता से आगे ले जाई जा रही है। कार्यक्रम का आकर्षण छात्राओं द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम रहा। इसमें छात्राओं द्वारा गुरु प्रशस्तिपरक भजनों, भरतनाट्यम् और लोकनृत्य की श्रुतिमधुर और मनोहारी प्रस्तुतियों तथा संस्कृत सुभाषितों के सस्वर पाठ के मणिकाञ्चन योग ने समवेत रूप से समारोह की भव्यता में चार चाँद लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनों को भावविभोर कर दिया और हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम का संचालन मुस्कान एवं सौम्या त्रिपाठी तथा धन्यवाद ज्ञापन अनन्या सृष्टि ने किया। महाविद्यालय की सभी प्राध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।
प्राथमिक विद्यालय ग़ौराकला में शिक्षक दिवस
चिरईगांव ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ग़ौराकला में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। मौके पर छात्र छात्राओं ने कक्षा को बहुत ही आकर्षक तरीके से सजाया। सर्वप्रथम छात्रों ने स्वागत गीत गाकर शिक्षकों का स्वागत किया। प्रिंसिपल आरती देवी ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन के उपलक्ष्य पर केक काटकर कार्यक्रम की शुरूआत की। शिक्षकों ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए हुए उन्हें गिफ्ट देकर सम्मानित किया। बच्चों ने भी अपने हाथ का बना हुआ अध्यापकों को बधाई कार्ड दिया। शिक्षक दिवस पर आरती देवी ने कहा कि गुरु शिष्य का रिश्ता प्राचीनकाल से चलते रहा है और आज भी यह कायम है। उन्होंने शिक्षक दिवस की महत्ता एवं गुरु शिष्य के रिश्तों का व्याख्यान किया। छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने आगे चल के अपने लक्ष्य को प्राप्त करना ही मूल उद्देश्य है। मौजूद छात्र छात्राओं ने गुरु शिष्य के परंपरा को निभाने और एक अच्छे शिक्षक की तरह छात्रों ने प्रण किया कि वो अपने आस पास रहने वाले अशिक्षित, भटके हुए छात्रों को सही राह दिखाने एवं एक अच्छे इंसान बनने की प्रेरणा देंगे। अटेवा के जिला उपाध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक ने कहा कि वैसे तो शिक्षक दिवस सभी देशों में अलग अलग तिथि को मनाया जाता है, लेकिन भारत में पांच सितंबर को डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म के अवसर पर मनाया जाता है। जो एक शिक्षक होते हुए भारत के प्रथम उप राष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति भी थे। भारत में बहुत सारे महान लोग है पर डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन पर ही क्यों मनाया जाता है, क्योंकि वे बच्चों से बहुत प्यार करते थे,और शिक्षा के लिए बहुत प्रयत्नशील थे।
इस अवसर पर प्रिंसिपल आरती देवी,अटेवा के ज़िला उपाध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक, रेखा उपाध्याय, सादिया तबस्सुम, अनीता सिंह, शशिकला, प्रमिला सिंह, ज्योति कुमारी, शक्ति कुमारी, रीना, रीता, सोनी, आशा, त्रिलोकी प्रसाद गुप्ता, छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।
सिटी प्राइड मोंटेसरी स्कूल में सम्मान समारोह
वाराणसी के सिगरा स्थित सिटी प्राइड मोंटेसरी स्कूल में शिक्षक दिवस पर एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन इनरव्हील क्लब ऑफ वाराणसी श्रृष्टि द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इनरव्हील क्लब की जिला समन्वयक यमुना थीं तो विशिष्ट अतिथियों में स्कूल के निदेशक रज़ीउद्दीन सिद्दीकी, सह निदेशक नाज़िया, उप निदेशक ज़ियाउद्दीन सिद्दीकी और प्रधानाचार्या फ़िरदौस शामिल थीं।
कार्यक्रम में स्कूल के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सम्मानित सदस्यों में सरोजिनी महापात्रा, राशि, सुधा क्लब की आईएसओ स्नेहा गुप्ता और सचिव यामिनी अग्रवाल मुख्य थी। कार्यक्रम में सभी शिक्षकों को जलपान और उपहार प्रदान किए गए। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं और शिक्षकों को सम्मानित किया।
इनरव्हील क्लब ऑफ वाराणसी श्रृष्टि की इस पहल की सराहना करते हुए निदेशक रज़ीउद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। इस अवसर पर यमुना ने कहा कि शिक्षक समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार, सिटी प्राइड मोंटेसरी स्कूल में शिक्षक दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया और सभी शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
आरडीएम-कान्वेंट स्कूल में शिक्षक दिवस
आरडीएम कान्वेंट स्कूल ककरमत्ता स्थित न्यू कालोनी प्रांगण में शिक्षक दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों संग धूमधाम से मनाया गया। प्रोग्राम की शुरुआत स्कूल के सिनियर क्लास के बच्चों ने जूनियर क्लास के बच्चों की क्लास लेकर किया। इस दौरान उन्होंने पढ़ाई के गूर बताये। स्कूल के प्रबंधक कमलेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि आज शिक्षक दिवस मनाने के पीछे एक कहानी है जो डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी से जुड़ी हुई है। 5 सितम्बर को उनका जन्म दिवस पर मनाया जाता है। शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। स्कूल के प्रधानाचार्य विनोद कुमार ने भी डॉ. राधा कृष्णन के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर स्कूल के वाइस प्रिसिपल तलसीलदार राम, दीपू, अविनाश, स्नेहा, शालिनी सुजाता, विभा, दीपशिखा, पूजा, नाजिया, अल्का, आसना, प्रतिभा, सुषमा आदि अध्यापक व अध्यापिकाएं उपस्थित थीं। सभी ने एक दूसरे को शिक्षक दिवस की बधाई दी।