मुशायरे में शायरों का सम्मान, पेश हुआ कलाम
जब किसी का मकान जलता है, दूर तक आसमां जलता है
वाराणसी 7 सितंबर (दिल इंडिया लाइव)। उर्दू साहित्यिक व सामाजिक संस्था "अदब सराय" वाराणसी के तत्वाधान में एक अजीमुश्शान मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन रामनगर में किया गया। मुशायरे का आयोजन इंडियन प्रीमियर मुशायरा लीग 2021 ऑस्ट्रेलिया की विजय टीम की वाराणसी आमद पर स्वागत के रूप में किया गया। मुशायरे की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार और उस्ताद शायर ताजुद्दीन अशअर रामनगरी ने की व संचालन वरिष्ठ शायर जम जम रामनगरी ने किया।
मुख्य अतिथि बेंगलुरु से तशरीफ लाए मशहूर शायर गुफरान अमजद व इलाहाबाद से तशरीफ लाए अफजल इलाहाबादी का स्मृति चिन्ह व शाल देकर सम्मानित किया गया,संस्था के अध्यक्ष आलम बनारसी, महासचिव शाद मशरकी, सचिव सावन शुक्ला, ने लोगों का स्वागत गुलदस्ता देकर किया।मुशायरे में शायरों ने बड़ी ही अच्छी अच्छी गजलें व नज्में पेश की, जिससे लोग सुनकर झूम उठे। इस मौके पर ताजुद्दीन अशअर रामनगरी ने सुनाया कि, कल्ब व जिगर के टुकड़े को जां निकाल ले, कातिल से कह दो अपना हर अरमां निकाल ले।
अफ़ज़ल इलाहाबादी ने कहा कि, मेरी तामीर मुकम्मल नहीं होने पाती, कोई बुनियाद हिलाता है चला जाता है।
हबीब बनारसी ने कहा, कुछ ऐसा कर हमारा हाफिजा कमजोर हो जाए, जबानी याद है तेरे सितम की दास्तां हमको।
सोहेल उस्मानी ने कहा,जब किसी का मकान चलता है, दूर तक आसमान जलता है।
अबू शहमा ने सुनाया जहां न कदर हो उर्दू जुबान की शहमा, वहां पे अपनी अपनी ग़ज़ल हम सुना नहीं सकते।
देर रात तक मुशायरे का लोग आनंद उठाते रहे कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज कारी सलमान अजहर ने कुरान की तिलावत से किया जब की नाते पाक का नजराना ओवैस चंदौली ने पेश की,अंत में मुशायरे की अध्यक्षता कर रहे अशअर रामनगरी ने समापन का ऐलान किया ,मुशायरे में काफी संख्या में लोग मौजूद थे।