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रविवार, 15 दिसंबर 2024

Varuna Nadi की दुर्दशा पर बुद्धिजीवियों ने व्यक्त की चिंता

'वरुणा' और 'असि' को पुनर्जीवित किए बिना गंगा का निर्मलीकरण संभव नहीं

जन सहभागिता  व प्रशासनिक इच्छा शक्ति से ही वरुणा का पुनरुद्धार संभव

साझा संस्कृति मंच, प्रौद्योगिकी संस्थानों के प्रतिनिधियों की  संयुक्त बैठक


Varanasi (dil India live)। गंगा के निर्मलीकरण और अविरल प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए उसकी सहायक नदियों को भी स्वच्छ और निर्मल बनाना ही होगा।   वाराणसी नाम की पहचान देने वाली दोनों नदियों 'वरुणा' और 'असि' को पुनर्जीवित किए बिना गंगा का निर्मलीकरण संभव नहीं होगा। इन नदियों का जन सहभागिता और प्रशासनिक इच्छा शक्ति से ही पुनरुद्धार संभव होगा। नेपाली कोठी नदेसर स्थित साझा संस्कृति मंच के कार्यालय में रविवार को आयोजित बैठक में वक्ताओं ने उक्त विचार व्यक्त किये ।


वरुणा नदी पुनरुद्धार संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर आयोजित बैठक में प्रमुख रूप से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी मुम्बई एवं आईआईटी काशी हिन्दू विश्व विद्यालय तथा पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट देहरादून के वैज्ञानिक, पर्यावरण के प्रति सचेत नागरिक, पर्यावरण कार्यकर्ता, भूसेवा जल सेवा अभियान के कार्यकर्ता, वरुणा नदी संवाद यात्रा के सदस्य और साझा संस्कृति मंच के सदस्य शामिल रहे। बैठक के पूर्व नदी वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने शास्त्री घाट पर वरुणा नदी की स्थिति का अवलोकन किया।


वक्ताओं ने कहा कि वरुणा नदी में गिर रहे मल जल और कचरे को पूरी तरह रोकना, नदी के उद्गम से संगम तक दोनों किनारों पर सघन हरित पट्टी और शारदा सहायक से अधिक जल की उपलब्धता से नदी को पुनर्जीवित किया जा सकता है। इसके साथ ही नदी किनारे के जल स्रोतों कूप, तालाब, पोखर आदि को पुनर्जीवित करना, वर्षा जल का अधिकतम संचय किया जाना आदि भी आवश्यक होगा।
बैठक में आईआईटी मुंबई के प्रो ओम दामानी, आईआईटी बीएचयू के प्रो प्रदीप कुमार मिश्र, पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट देहरादून के प्रो अनिल गौतम, साझा संस्कृति मंच के संयोजक फादर आनंद, वरुणा नदी संवाद यात्रा के संयोजक राम जी यादव, रामजनम, डॉ मोहम्मद आरिफ, फादर आनंद, रवि शेखर, एकता, सतीश सिंह, राजकुमार, फादर दयाकर, अंशुल अग्रवाल, रोहित, अजय पटेल, नंदलाल मास्टर, अपर्णा, सुरेश प्रताप सिंह, धर्मेंद्र दुबे, प्रेम प्रकाश आदि  ने प्रमुख रूप से विचार व्यक्त किये। बैठक का  संचालन वल्लभाचार्य पाण्डेय, धन्यवाद फादर प्रवीण ने किया।

बुधवार, 13 नवंबर 2024

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला


Sarfaraz Ahmad 

Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र (एफ.एफ.डी.सी.) की कानपुर विस्तार इकाई ने वाराणसी के बसनी में साईं इंस्टिट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट के कैम्पस में एक उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को किया। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा फूलों की खेती, उससे बनने वाले उत्पादों की मार्केटिंग और व्यावसायिक अवसरों पर गहन जानकारी प्रदान की गई। साथ ही, फूलों से धूप, अगरबत्ती, गुलदस्ते और अन्य उत्पाद बनाने के प्रैक्टिकल सत्र भी आयोजित किए गए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र (एफ.एफ.डी.सी.) की कानपुर विस्तार इकाई के सहायक निदेशक भक्ति विजय शुक्ला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि फूलों की खेती ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रही है, और इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी से उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रही है और समाज में आत्मनिर्भरता का संदेश जा रहा है। साईं इंस्टिट्यूट के निदेशक अजय सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सुगंधित खेती और प्रसंस्करण में लगे किसानों और उद्योगों को सहायता देना और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाना है। उन्होंने किसानों और महिलाओं को अपनी संभावनाओं को पहचानने और इस क्षेत्र में भागीदारी के लिए प्रेरित किया। साथ ही, उन्होंने बताया कि उद्यम स्थापित करने के इच्छुक लोगों को एफएफडीसी की ओर से आवश्यक तकनीकी सहयोग दिया जाएगा।


योगाचार्य डॉ. अंजना त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि उद्यम स्थापित करने का यह एक उत्कृष्ट अवसर है, क्योंकि एफएफडीसी कन्नौज से चलकर किसानों के द्वार तक आया है। उन्होंने साईं इंस्टिट्यूट के प्रयासों की सराहना की, जो स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रहे हैं। किसानों का स्वागत संस्थान के सदस्य अनंत नारायण सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अनुपमा दुबे द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र की करीब 200 महिलाओं को फूलों से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण पहले ही प्रदान किया जा चुका है।

इस कार्यक्रम में जीतेन्द्र कुमार, रुपेश कुमार, बिहारी पटेल, अमना, दीप्ति पटेल, डॉ राजनाथ वर्मा समेत कुल 50 किसानों ने भाग लिया, जिनमें महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और फूलों से बने उत्पादों में गहरी रुचि दिखाई। उपस्थित किसानों और महिलाओं ने इस कार्यक्रम से मिले नए व्यावसायिक अवसरों के प्रति आशा और उत्साह व्यक्त किया।

गुरुवार, 7 नवंबर 2024

नौचंदी जुमेरात को दरगाहों व आस्तानों पर उमड़े जायरीन

दरगाहे फातमान में अलम का जुलूस, नौहाख्वानी मातम के साथ मांगी दुआएं 


Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live)। जमादीउल अव्वल महीने के पहले जुमेरात (नौचंदी जुमेरात) को दरगाहों और आस्तानों पर जायरीन का हुजूम उमड़ा हुआ था। कोई मन्नतें मांगते दिखाई दिया तो कोई फातेहा पढ़कर दुआएं मांग रहा था। हज़रत बहादुर शहीद, लाटशाही बाबा, हरदाम शाह बाबा, शहाबुद्दीन शाह बाबा, नुरैन शाह बाबा, चंदन शहीद, मौलाना शाह बाबा, हजरत शाह तैय्यब बनारसी, मलंग शहीद, पुलंग शाहीद, पंजाबी शाह बाबा, खाकी शाह बाबा, बुलाकी शहीद, हजरत बाबा फरीद व नूरुद्दीन शहीद आदि औलिया अल्लाह के दर पर जायरीन का मजमा उमड़ा हुआ था। ऐसे ही इमामबाड़ों में अलम निकाला गया, नौहा और मातम के साथ देश की खुश हाली और सलामती के लिए दुआख्वानी भी हुई। इस सिलसिले से दरगाहे फातमान में मौला अली के रोज़े से अलम निकला। कैंपस में कई रोजों पर सलामी देते हुए अलम का जुलूस हजरत अब्बास के रोज़े पर पहुंच कर सम्पन्न हुआ। इस मौके पर तकरीर करते हुए शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने कहा कि अली और फातमा की बड़ी बेटी जनाबे जैनब और शहीदे कर्बला इमाम हुसैन के बड़े बेटे इमाम जैनुल आबेदीन की विलादत का यह महीना है। ये वो दो नाम है जिन्होंने इस्लाम और इंसानियत को बुलंद मुकाम पर पहुंचाया। सब्र और बहादुरी के साथ जुल्म का सामना किया। हुसैन के पैगाम को मजलिस और इबादत के जरिए पैगाम ए हुसैनी सारी दुनिया में पहुंचाया। फरमान हैदर ने बताया कि शुक्रवार को जनाबे जैनब की जयंती मनाई जाएगी। इस अवसर पर नजाकत बनारसी, समर बनारसी ने कलाम पेश किए। हाजी अलीम हुसैन ने नोहाख्वानी की। बड़ी संख्या में लोगों ने देश की खुशहाली के लिए दुआएं मांगी। शाम के सत्र में सदर इमामबाड़ा लाटसरैया पठानीटोला, चौहट्टा लाल खां, अर्दली बाजार, शिवाला आदि क्षेत्रों में भी लोगों ने अलम निकलकर नोहाखवानी व मातम के साथ दुआख्वानी की। हैदर ने बताया कि जनाबे जैनब का जन्म 1441 साल पहले मदीने में हुआ था। और आपका नूरानी रोजा सीरिया शाम में स्थित है।

सोमवार, 4 नवंबर 2024

छोटी से छोटी घटनाओं को तत्काल संज्ञान ले पुलिस

आम जन-मानस से उत्तम व्यवहार रखने की पुलिस महानिरीक्षक ने दी हिदायत 



Varanasi (dil India live)। पुलिस महानिरीक्षक, वाराणसी परिक्षेत्र मोहित गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक जौनपुर डा. अजय पाल के साथ थाना लाइन बाजार का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सर्वप्रथम थाने के पुलिसकर्मियों के साथ गोष्ठी कर उनकी समस्याओं को सुना तथा समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। समस्त कर्मियों को ड्यूटी के दौरान सतर्क रहने और आम जन-मानस से उत्तम व्यवहार रखने व छोटी से छोटी घटनाओं को तत्काल संज्ञान लेने हेतु निर्देशित किया गया।

तत्पश्चात थाना परिसर, कार्यालय, सीसीटीएनएस कार्यालय,भोजनालय, बैरक, शौचालय व महिला हेल्प डेस्क, साइबर हेल्प डेस्क का निरीक्षण कर सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया व ग्राम चौकीदारों के साथ गोष्ठी कर साफा वितरित किया गया।थाना क्षेत्र में संचालित तत्पश्चात पीआरवी वाहनों का निरीक्षण में वाहनों की साफ-सफाई उपलब्ध उपकरण के क्रियाशील की जाँच करते हुए घटना की सूचना पर तत्काल एक्शन लेने हेतु निर्देशित किया गया।


इस दौरान अरविन्द कुमार वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक नगर, देवेश सिंह क्षेत्राधिकारी नगर व प्रभारी निरीक्षक लाइन बाजार, किशोर कुमार चौबे व अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

Bharat स्काउट्स एंड गाइड्स जमीयत यूथ क्लब का कैम्प सम्पन्न

कैंप में राष्ट्रसेवा का सभी ने लिया संकल्प 




Varanasi (dil India live)। भारत स्काउट्स एंड गाइड्स जमीयत यूथ क्लब बनारस के द्वारा अलमानार ब्वॉयज स्कूल रेवड़ी तालाब और गुलिस्तां पब्लिक स्कूल काज़ीपुरा में विगत 4 दिनों से चल रहा स्काउट प्रवेश और प्रथम सोपान कैंप का समापन हो गया। अलमानार स्कूल में स्काउट प्रवेश कैंप में 61 बच्चों ने ट्रेनिंग ली। समारोह में मुख्य अतिथि मौलाना अब्दुस्सबूर सल्फी (उप प्रबंधक जामिया सालफिया), हाफ़िज़ ओबैदुल्लाह (जनरल सेक्रेटरी जमीयत उलमा पूर्वी उत्तर प्रदेश) और मौलाना अहमद शकील कासमी जनरल सेक्रेटरी (जमीयत उलमा बनारस) सम्मिलित हुए। ऐसे ही गुलिस्तां पब्लिक स्कूल के स्काउट प्रवेश कैंप और प्रथम सोपान कैंप संपन्न हुआ इसमें 90 बच्चों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। समारोह में मुख्य अतिथि मौलाना मुहम्मद क़ासिम कासमी (उपाध्यक्ष जमीयत उलमा बनारस) बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी के सदर हाफ़िज़ मुईनुद्दीन और हाफ़िज़ ओबैदुल्लाह सम्मिलित हुए। इस अवसर पर बच्चों द्वारा बनाए गए टेंट हाउस, गैजेट्स और भिन्न भिन्न कलाकृतियां आए हुए मेहमानों के आकर्षण का केंद्र थीं। जमीयत यूथ क्लब बनारस के सचिव मुहम्मद रिज़वान ने सभी आगंतुकों विशेष रूप से ट्रेनर्स और विद्यालय प्रबंधन का शुक्रिया अदा किया। 


कैंप को संपन्न करने के लिए दिल्ली से मौलाना नूरूल बशर, मौलाना मुहम्मद फुरकान, मौलाना नासिरुद्दीन और मास्टर सालीहीन, ट्रेनर के रूप में सम्मिलित हुए, जबकि स्थानीय ट्रेनरों में मास्टर महमूदुल इसलाम और मास्टर अब्दुल करीम ने सहायक की भूमिका निभाई। इन सभी कैंपों के आयोजन में जमीयत यूथ क्लब बनारस के स्काउट काउंसलर मुहम्मद शाहिद का विशेष योगदान रहा।

शुक्रवार, 16 अगस्त 2024

78 वां जश्ने आज़ादी में नवसाधना हुआ शामिल

"आओ करें राष्ट्र वंदन हम"- देश हो मेरा सबसे महान





Varanasi (dil India live). नवसाधना कला केन्द्र में 78वें जश्ने आज़ादी गुरुवार को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ धूमधाम से मनाई गई।

जश्ने आज़ादी कार्यक्रम का शुभारंभ भरतनाट्यम और कत्थक विधा में स्वागत नृत्य से हुआ। गीत के बोल "मन की वीणा गाती है स्वागतम, दिल की धड़कन कहती है स्वागतम" थे। इसे मंच पर प्रीति, आराधना, अनुष्का, अनुजा, रेनू, मेघा, अनीशा, अल्मा, खुशबू, निक्की, रिया और सृष्टि ने प्रस्तुत किया। नृत्य का संयोजन प्रोफेसर प्रार्थना सिंह ने किया।

गायन के कलासाधक अनुज, अमन और दुर्गा द्वारा रचित देश भक्ति गीत "ये देश है मेरा वतन,  इस मिट्टी से बने, इस पर है जान-निसार।" को मंच पर दुर्गा, अनुज, आशुतोष कुमार पाण्डेय, महिमा जेम्स, अनिकेत जान, अमन, प्रिया सिंह, ग्लोरी और अंजली श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया। तबले पर राकेश एडविन ने एवं हारमोनियम पर अनुज ने संगत किया।

भरतनाट्यम के चौथे वर्ष के साधकों ने "आओ करे राष्ट्र वंदन हम" गीत पर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत कर देशभक्ति की धारा बहा दीं। इसे कनिष्का, नेहा, आरती, श्वेता, विनिता, साकची, रेखा, अंजलि, बाबी, इंदू और तन्नू ने प्रस्तुत कर देश की एकता व अखण्डता को विभिन्न भाव मुद्राओं के साथ अभिव्यक्त किया, जिसे ढेरों सराहना मिली।नृत्य संयोजन प्रो. मीरा माधवन ने किया।

"भारत माता की जय बोलो, धरती से अंबर तक गूंजे स्वर, हर एक दिल में हो यह अरमान, देश हो मेरा सबसे महान"। गीत के बोलों को गायन के कलासाधक आशीष पीटर, सिस्टर सलीमा मिंज, अजीता, सिस्टर मोनिका, आंचल, प्रीति जॉन, शिवानी, चार्ल्स और अमजीत जोसेफ ने प्रस्तुत कर देश भक्ति की धारा बहा दीं। की-बोर्ड पर संगीत संयोजन आशीष पीटर ने किया।

26/11 की दुखद घटना को कलासाधकों ने मंच पर प्रस्तुत कर यह समझाने की कोशिश की कि देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद है। इसका सामना हमें डटकर करना होगा। नाट्य रूपांतरण कैटरीना, फ्लोरेंस, पलक, अर्पिता, पूजा, श्वेता, एलिन, आकांक्षा, शालिनी, क्रिस्टीना, खुशी, सुप्रिया, सिस्टर एलिशा, शोभा, रोनिता, रोशनी, एमिलिना, सुहानी, ज्योति, मोनिका, सिस्टर अंकिता, आकांक्षा और अल्पना ने प्रस्तुत किया। आतंक से सतर्कता का नसीहत देते नाट्य रूपांतरण की सभी ने सराहना की।

झंडारोहण फादर विल्सन अब्राहम ने किया। उन्होंने क्रांतिकारियों को याद करते हुए युवाओं को राष्ट्र के उत्थान और प्रगति के लिए प्रयास करने की नसीहत दी।

प्राचार्य डॉक्टर फादर फ्रांसिस डी'सूजा ने साधकों  को अपने साथ-साथ सभी की उन्नति की चाह रखने वालों को वास्तविक तौर पर स्वतंत्र बताया। उन्होंने स्वतंत्रता के मूल भाव को विस्तार से समझाया। साधक आंचल त्रिपाठी ने देश के प्रति गौरव का भाव व्यक्त किया। स्वागत दुर्गा ने, मंच संचालन विनीता व श्वेता ने और धन्यवाद अंजलि ने ज्ञापित किया।

स्वतंत्रता दिवस समारोह में उदय प्रताप कॉलेज के हिंदी के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. राम सुधार सिंह, फादर एस. जोसफ, फादर रौज़न, सि. सरला, सि. लुसी, सि. मंजू,  प्रो. गोविंद वर्मा, प्रो. आशुतोष मिश्र, प्रो. राकेश एडविन, प्रो. कामिनी मोहन पाण्डेय, प्रो. प्रार्थना सिंह और प्रो. मीरा माधवन उपस्थित रहीं।

उधर, केंद्रीय कारागार वाराणसी परिसर में जेल अधीक्षक की ओर से स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया गया। इसमें नवसाधना कला केंद्र की ओर से देश भक्ति गायन कार्यक्रम और भरतनाट्यम प्रस्तुत किया गया।

बुधवार, 12 जून 2024

गर्मी की तल्खी से पारा देखिए कहां जा पहुंचा

सड़कों पर सन्नाटा, आम जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त 


Varanasi (dil India live)। मौसम की तल्खी ने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। गर्मी और लू से लगातार लोग बीमार हो रहे हैं। Varanasi और आसपास के जिलों में बुरा हाल है। Varanasi में मौसम की आंख मिचोली जारी है। गर्मी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। कभी थोड़ा राहत होती है उसके बाद पुनः सूर्य आम जनमानस को झूलसने पर मजबूर कर देता है, ऐसे में सभी को इंतजार है तो बस बारिश का मगर भीषण गर्मी से राहत दिलाने वाली बारिश कब होगी यह अभी किसी को कुछ नहीं पता और न ही इसकी सही तारीख मौसम विभाग ही बता पा रहा है। हां यह जरूर है कि इन दिनों Varanasi में तल्ख गर्मी से आम जनमानस का हाल बेहाल है। आलम यह है कि आम दिनों में पर्यटकों से जगमग रहने वाली काशी और यहां के घाट दोपहर में वीरान नज़र आ रहे हैं। सड़कों पर सुबह और शाम ही लोग नज़र आ रहे है। बुधवार को प्रचंड धूप के साथ ही लू के थपेड़ों ने खूब झुलसाया। इसके चलते एक बार फिर तापमान 44.0 डिग्री पर पहुंच गया। गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने 72 घंटों का यलो अलर्ट भी जारी किया है। इस बीच लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी गयी है। स्वास्थ्य विभाग भी इसे लेकर लगातार अलर्ट जारी कर रहा है। लोगों को गर्मी से बचने की नसीहत दी जा रही है।मौसम विभाग के मुताबिक, Varanasi में फ़िलहाल इस सप्ताह मौसम में बदलाव के संकेत नहीं हैं। इस सप्ताह तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा। अगले सप्ताह के शुरुआत में मौसम में नमी आने की संभावना है।

रविवार, 26 मई 2024

Priyanka Gandhi Vadra or dimple Yadav काशी की गलियों में घूमी, किया दर्शन पूजन बनाया माहौल

प्रियंका गांधी और डिंपल यादव ने रोड शो कर मांगा अजय राय के लिए वोट  






Varanasi (dil India live)। सातवें और अंतिम चरण का वाराणसी लोकसभा सीट पर एक जून को मतदान है। यहां से पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय व बसपा के अतहर जमाल लारी मैदान में है। इंडिया गठबंधन की ओर से शनिवार को प्रियंका गांधी वाड्रा और सांसद डिंपल यादव ने रोड शो किया। प्रियंका गांधी और डिंपल यादव ने रोड शो कर जहां इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अजय राय के लिए वोट मांगे वहीं काशी की गलियों में घूमकर जनसंपर्क किया और मंदिरों में दर्शन पूजन कर अजय राय के लिए माहौल बनाया।

सबसे पहले प्रियंका और डिंपल ने काल भैरव के दर्शन किए। प्रियंका गांधी हाथ में रुद्राक्ष की माला पहने दिखाई दीं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी की मैनपुरी से मौजूदा सांसद डिंपल यादव ने 'इंडिया’ गठबंधन' के प्रत्याशी अजय राय के समर्थन में यादगार रोड शो किया।प्रियंका गांधी और डिंपल यादव ने दुर्गाकुंड स्थित मां कूष्मांडा के दर्शन पूजन कर रोड शो की शुरुआत की। इसके पूर्व प्रियंका गांधी और डिंपल यादव बाबतपुर हवाई अड्डे से सीधे बाबा काल भैरव के दरबार पहुंचीं। रोड शो के दौरान दोनों नेताओं ने जगह-जगह रुक कर जनता से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय के लिए समर्थन मांगा।

समाजवादी पार्टी ने 'एक्स' पर लिखा कि सपा सांसद डिंपल यादव एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। प्रियंका गांधी ने रोड शो की शुरुआत में 'एक्स' पर लिखा कि देवाधिदेव महादेव भगवान शिव की नगरी काशी में रोड शो। वाराणसी में 'इंडिया' की आंधी, जीतेगा 'इंडिया'।रोड शो के दौरान खुली गाड़ी में प्रियंका, डिंपल के साथ ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय भी लोगों का अभिवादन करते हुए दिखे। रोड शो में  उमड़ा जनसैलाब इंडिया गठबंधन के नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद कर रहा था। रास्ते में जगह-जगह गुलाब की पंखुड़ियों से लोगों ने रोड शो का स्वागत किया। सड़क के दोनों ओर ‘इंडिया’ गठबंधन के कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के झंडे लहराते हुए ‘प्रियंका-डिंपल जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे। कार्यकर्ताओं का उत्साह देखकर प्रियंका और डिंपल भी हाथ जोड़कर उनका अभिवादन स्वीकार कर रही थीं।कांग्रेस प्रवक्ता शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि दोनों महिला नेताओं ने दुर्गा मंदिर से रोड शो की शुरूआत की, जो मानस मंदिर, त्रिदेव मंदिर, संकटमोचन मंदिर, रविदास गेट, लंका महामना प्रतिमा तक पहुंचा। यहां से ट्रॉमा सेंटर के गेट पर पहुंचने पर डिंपल यादव किसी कारणवश रोड शो से निकल कर अपनी गाड़ी में बैठकर चली गईं। यहां से प्रियंका गांधी गठबंधन प्रत्याशी अजय राय के साथ भगवानपुर, छित्तूपुर, सीर गोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर तक गईं, जहां दर्शन पूजन के बाद रोड शो समाप्त हो गया। यह रोड शो करीब दो घंटे तक चला। हाजी ओकास अंसारी ने कहा कि सभी वर्गों का कांग्रेस को सपोर्ट मिल रहा है।

मंगलवार, 14 मई 2024

अंतिम दिन भाजपा के नरेन्द्र मोदी सहित 27 प्रत्याशियों ने किया नामांकन

अब तक कुल 41 प्रत्याशियों ने किया है नामांकन
Varanasi (dil India live)। लोकसभा सामान्य निर्वाचन, 2024 के लिए जनपद में समाविष्ट 77 - वाराणसी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र हेतु नामांकन के छठे एवं अंतिम दिन मंगलवार को नरेन्द्र मोदी-भारतीय जनता पार्टी, विनय कुमार त्रिपाठी- लोग पार्टी, सुरेंद्र नारायण सिंह- भारतीय जनता पार्टी, दिनेश कुमार यादव-निर्दल, रीना राय- निर्दल, नेहा जायसवाल-निर्दल, अजीत कुमार जायसवाल-निर्दल, अशोक कुमार पांडेय-निर्दल, संदीप त्रिपाठी-निर्दल, हरप्रीत सिंह-अखिल भारतीय परिवार पार्टी, नरसिंह-निर्दल, संतोष कुमार शर्मा- मौलिक अधिकार पार्टी, हेमंत कुमार यादव-मानवीय भारत पार्टी, सुरेश पाल-राष्ट्र उदय पार्टी, रामकुमार जायसवाल-निर्दल, यशवंत कुमार गुप्ता-गांधियन पीपुल्स पार्टी, नित्यानंद पाण्डेय- निर्दल, अमित कुमार- निर्दल, विजय नंदन- जनहित किसान पार्टी, सुनील कुमार- इंडियन नेशनल समाज पार्टी, श्याम सुन्दर-निर्दल, तुषा मित्तल-निर्दल, विक्रम कुमार वर्मा-निर्दल, परवेज कादिर खान-पीस पार्टी, योगेश कुमार शर्मा-निर्दल, वेदपाल शास्त्री- वंचित इंसाफ पार्टी तथा सुरेंद्र रेड्डी-निर्दल सहित कुल 27 प्रत्याशियों द्वारा अपना नामांकन दाखिल किया गया। इस प्रकार अब तक कुल 41 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया है।निर्वाचन प्रक्रिया के अंतर्गत नाम निर्देशन की संवीक्षा का अन्तिम 15 मई, 2024 दिन बुधवार, अभ्यर्थिताए वापस लेने का अन्तिम 17 मई, 2024 दिन शुक्रवार को अपराह्न 3:00 से पूर्व, मतदान का 01 जून, 2024 दिन शनिवार को पूर्वाह्न 7:00 से सायं 6:00 तक तथा मतगणना 04 जून, 2024 दिन मंगलवार को होगी।


गुरुवार, 21 दिसंबर 2023

किंग खान आखिर क्यों अचानक पहुंचे काशी

शाहरुख खान के फैन्स को मलाल, नहीं कर सके किंग खान का दीदार 



Varanasi (dil India live).21.12.23. वालीवुड स्टार, मशहूर फिल्म अभिनेता शाहरूख खान गुपचुप तरीके से वाराणसी पहुंचे। लोग अचानक उन्हें देखकर चौक पड़े, लेकिन उन्होंने अपना चेहरा हाथ से ढंक लिया। वो बाउंसर के घेरे में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बनारस पहुंचे हुए थे। इस दौरान शाहरूख लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से बाहर निकले, लेकिन वे कहां गए, किसी को भनक तक नहीं लग सकी। शाहरूख अपने चार्टर्ड प्लेन से दुबई से अचानक लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे थे। उन्हें अचानक देखकर एयरपोर्ट कर्मी और सिने प्रेमी चौक पड़े। लोग उनके साथ सेल्फी लेना चाह रहे थे, लेकिन किंग खान ने हंसते हुए हाथ से चेहरा ढंक लिया।

शाहरूख चार घंटे बाद वापस एयरपोर्ट लौटे और उसी विमान से वापस लौट गए। शाहरूख का गुपचुप तरीके से आना और वापस जाना काफी गोपनीय रहा। चर्चा  यह भी थी की शाहरुख खान गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास होटल बनवाना चाहते हैं। उसके लिए जमीन देखने आए थे। मगर इसकी कहीं से कोई पुष्टि नहीं हो सकी मगर किंग खान के फैन्स निराश ज़रुर हुए की उन्हें शाहरुख खान की एक झलक तक नहीं मिल सकी मगर उम्मीद है कि अगर शाहरुख खान यहां होटल बनवाएंगे तो फिर आएंगे।

सोमवार, 18 दिसंबर 2023

DAV PG College: सिर्फ शिक्षित ही नही चरित्रवान भी बनाती है शिक्षा- प्रो. वी.के शुक्ला

DAV के 103 वें दीक्षांत  समारोह में पहुंचे कुलगुरु 






Varanasi (dil India live).18.12.2023. शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ धनार्जन मात्र नही है अपितु शिक्षा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है जब वह आपको चरित्रवान भी बनाती है। उक्त उदगार काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. वी.के. शुक्ला ने विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डीएवी पीजी कॉलेज के 103 वें दीक्षांत समारोह के अंतर्गत सोमवार को आयोजित उपाधि वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त की। विश्वविद्यालय के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र सभागार में आयोजित समारोह में प्रो. शुक्ल ने कहा कि मालवीय जी ने आजीवन चुनौतियों से लड़कर लक्ष्य प्राप्त करने की प्रेरणा दी है। यह जीवन सतत जिज्ञासा और सीखने के प्रति  प्रतिबद्धता का ही दूसरा नाम है। जीवन के इस पथ पर कभी सफलता तो कभी असफलता भी मिलेगी। असफलता को सफलता की सीढ़ी बनाकर आगे बढ़ना ही दीक्षांत का उपलक्ष्य सार्थक करता है।

विशिष्ट अतिथि वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो. जीसीआर जायसवाल ने कहा कि हम अत्यंत भाग्यशाली है जो महामना की संस्था से शिक्षा प्राप्त किये है। दीक्षांत के बाद वास्तविक जीवन अब शुरू होगा जिसमें महामना के आदर्श सबसे ज्यादा सहयोगी होंगे। अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रो. सत्यदेव सिंह ने कहा कि डिजिटल युग में शिक्षा को भी डिजिटल करना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि रही। कॉमर्स, अर्थशास्त्र जैसे विषयों की लैब बनाकर विद्यार्थियों को व्यवहारिक ज्ञान के साथ साथ व्यवहारिक शिक्षा भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा की यह लौ जो मालवीय जी ने जलाई है वह युगों युगों तक अनवरत प्रज्ज्वलित रहे, यही हमारा प्रयास रहेगा।

स्वागत उद्धबोधन कार्यकारी प्राचार्य प्रो. सत्यगोपाल ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. समीर कुमार पाठक व संचालन डॉ. राकेश कुमार द्विवेदी, डॉ. तरु सिंह, डॉ. पारुल जैन एवं डॉ. महिमा सिंह ने किया।

उपाधि पा खिले विद्यार्थियों के चेहरे

 उपाधि वितरण समारोह मे स्नातक एवं स्नातकोत्तर के कुल 1132 छात्र -छात्राओं को उपाधि प्रदान किया गया। विद्यार्थियों ने पारंपरिक साफा और उत्तरीय धारण कर मंच से उपाधि प्राप्त किया। डिग्री पाकर मेधावियों के चेहरे खिल उठे । 

इनकी रही उपस्थिति

 विभिन्न सत्रों में आयोजित उपाधि वितरण समारोह में समाज संकायाध्यक्ष प्रो. बिंदा परांजपे, कला संकायाध्यक्ष प्रो. मायाशंकर पाण्डेय, प्रो. एन.के. मिश्रा, प्रो. उपेंद्र पाण्डेय, प्रो. मृत्युंजय मिश्रा, प्रो. घनश्याम, प्रो. ओमप्रकाश भारती, प्रो. योगेश आर्य, प्रो. सुमन जैन, प्रो. वशिष्ठ द्विवेदी,  प्रो. आनन्द मिश्रा सहित समस्त विभागों के अध्यक्ष, समस्त अध्यापकगण उपस्थित रहे। डीएवी के उपाचार्य डॉ. राहुल, प्रो. मिश्रीलाल, प्रो. ऋचारानी यादव, प्रो. मधु सिसोदिया, प्रो. अनूप कुमार मिश्रा, प्रो. राकेश राम, प्रो. विनोद कुमार चौधरी, डॉ. विजयनाथ दुबे, प्रो. प्रशांत कश्यप, डॉ. हबीबुल्ला, डॉ. इंद्रजीत मिश्रा, डॉ. संजय सिंह, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. मीनू लाकड़ा आदि उपस्थित रहे।

स्मारिका का हुआ विमोचन

समारोह में अतिथियों द्वारा डीएवी पीजी कालेज की अकादमिक उपलब्धियों पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया गया। स्मारिका में नैक की उपलब्धियों के साथ विभागीय कार्यों का उल्लेख किया गया है।

शनिवार, 9 दिसंबर 2023

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों संग मना गुरुनानक इंग्लिश स्कूल का वार्षिकोत्सव

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गुरु नानक इंग्लिश स्कूल की किया सराहना 




Varanasi (dil India live).08.12.2023. रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों संग  गुरुनानक इंग्लिश स्कूल का वार्षिकोत्सव शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस दौरान समाज व संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को स्टूडेंट्स ने मंच पर अभिव्यक्त किया। सबसे पहले दीप प्रज्ज्वलित किया गया, उसके बाद स्वागत गीत, शबद, गणेश वंदना हुई। आयोजन में चेयर डांस, फेस्टिवल डांस, क्लासिकल डांस, वात्सल्य डांस से बाल कलाकारों ने समां बांधा।रेट्रो, स्किट (चंद्रयान), मोबाईल एडिक्शन, कव्वाली, इनकेडिबल इंडिया, भांगड़ा डांस आदि पेश कर बाल कलाकारों ने अनेकता में एकता का परिचय दिया। छात्राओं ने रंगारंग कार्यकम की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। वार्षिक दिवस समारोह पूरी भव्यता और चमक-दमक के साथ शुरू हुआ। जिसमें भाईचारे, प्रेम, ईमानदारी, सांप्रदायिक सद्भाव और विविधता में एकता पर जोर दिया गया। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये कलात्मक कार्यकमों ने वार्षिक उत्सव में चार चांद लगा दिये। कार्यकम में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तथा विशिष्ट अतिथि स्टांप पंजीयन मंत्री रविन्द्र

जायसवाल, जनपद वाराणसी के मेयर/महापौर अशोक तिवारी एवं विधायक कैण्ट वाराणसी सौरभ श्रीवास्तव भी मौजूद थे।  मुख्य अतिथि ने कहा कि समाज व देश के निरन्तर विकास के लिये यह जरूरी है कि विद्यार्थियों को दी जाने वाली शिक्षा का स्वरूप गुणवत्ता व संस्कारयुक्त होने के साथ-साथ तकनीकी विद्या से समावेशित हो। मैंने सुना था कि गुरूनानक पूर्वाचल में अपना एक स्थान रखता है। आज मैं यहाँ आकर खुद देखा और महसूस किया की वीकई गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल पूर्वाचल में एक विशेष स्थान लायक है। मैं अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ कि विद्यालय दिन प्रतिदिन आगे बढ़े। जब मुझे यह पता चला कि यहाँ कक्षा 6 से 12 तक केवल बालिकाओं को शिक्षा दी जाती है और गुरूनानक स्कूल के प्रबंध

कमेटी द्वारा नारी शिक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। आज समाज में महिलाओं को सशक्तिकरण की

आवश्यकता है और सशक्तिकरण का सबसे अच्छा साधन शिक्षा है। नारी के लिये शिक्षा और भी अधिक आवश्यक है क्योंकि वह केवल स्वयं शिक्षित नहीं होती बल्कि अपने पूरे परिवार एवं बच्चों को भी शिक्षित करती है चाहें घर हो या बाहर दोनो की।  प्रधानाध्यापिका ने स्कूल का वार्षिक रिर्पोट कार्ड जारी करते हुये कहा कि

हमारे स्कूल का लक्ष्य शासन द्वारा निर्धारित पाठयक्रम के अनुसार नियमों और विनियमों के अनुसार अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। समारोह का समापन हर्षोउल्लास के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय में 

निदेशिका जगजीत कौर ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया एवं सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की स० अध्यापिका सोनाली चटर्जी व कोमल चौरसिया ने किया। गुरूनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज, वाराणसी की कार्यवाहक प्रधानाचार्या सुमेधा ने पूरे समय तक उपस्थिति देकर कार्यकम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया। समारोह के अन्त में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका नीलू कौर ने कार्यकम में उपस्थित सभी अतिथियों, छात्राओं, अभिभावकों, सिख समाज, सहयोग कर रहे विद्यालय के सभी कर्मचारियों, समस्त मीडिया कर्मियों का भरपूर सहयोग मिला तथा भिन्न-भिन्न विद्यालय से आये हुये प्रधानाचार्य एवं प्रधानाचार्या मौजूद रही इसके लिये सभी को शुक्राना अदा किया व धन्यवाद दिया। प्रधानाध्यापिका ने कार्यकम के अन्त में यह भी कहा कि मैं प्रबंधक कमेटी का विशेष रूप से आभार व्यक्त करती हूँ। जिन्होंने मुझे कार्यकम के लिये भरपूर सहयोग दिया।

शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

Smart Varanasi का सच देखना है तो पंचक्रोशी मार्ग जाइये

राजातालाब पंचक्रोशी मार्ग पर लगा कूड़े का अंबार 

कचरे से उठती बदबू से ग्रामवासी परेशान, समस्या के सामधान की मांग


Varanasi (dil India live). 08.09.2023. राजातालाब के ग्राम चायत कचनार के कर्मचारियों की लापरवाही से कूड़े का अंबार लग गया है। इससे कचनार पंचक्रोशी मार्ग के आसपास रहने वालों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भयंकर दुर्गंध ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। बारिश में तेज हवा के साथ कूड़ा व गन्दगी लोगों के घरों में जा रही है। समस्या का निस्तारण नहीं होने से लोगों में आक्रोश पनप रहा है।

कचनार गाँव गल्लामंडी पंचक्रोशी पथ के किनारे कूड़ा घर और डस्टबीन नही होने से पथ के किनारे खाली प्लाट में आसपास के लोगों द्वारा मज़बूरन यहाँ कूड़ा फेंका जा रहा है। वीआईपी मूवमेंट होने पर बीच-बीच में यहां एकत्रित किए गए कूड़े कचरे को कहीं दूर हटाया जाता है। लेकिन ग्राम पंचायत के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते महीनों से इस अवैध कूड़ा घर में कचरे का अंबार लगा हुआ है । बारिश शुरू होने के साथ ही कचरे से दुर्गंध उठने लगी है। आलम यह है कि यहाँ के रहने वाले लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है । कूड़े के अंबार के चलते जहां बीमारी फैलने का खतरा बढ़ा है, वहीं लोगों का भयंकर दुर्गंध में सांस लेना मुश्किल हो गया है। बारिश में तेज हवाएं चलने से कूड़ा घर में रखा कचरा व पॉलीथिन आदि उड़कर लोगों के घरों में पहुंच रही है। इसको लेकर यहाँ के रहने वाले लोगों में आक्रोश पनप रहा है। स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने ट्वीट कर अवैध कूड़ा घर में महीनों से रखा कचड़ा हटाए जाने की मांग अफसरों से की है। इस बारे में ग्राम पंचायत अधिकारी चन्द्रभान का कहना है कि मामले की जानकारी है। यदि ऐसा है तो समस्या का निदान कराते हुए ग्राम वासियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

गुरुवार, 7 सितंबर 2023

Political news: नहीं रहे पूर्व पार्षद विकास चन्द तिवारी

सियासत में तीन दशक तक विकास तिवारी रहें सक्रिय 


Varanasi (dil India live). 07.09.2023. मशहूर जुझारू सामाजिक कार्यकर्ता व रानीपुर वार्ड से पूर्व में पार्षद रहे विकास चंद तिवारी का निधन हो गया है। उनके निधन की खबर से ही बनारस आए सियासी हलकों में शोक और अफसोस का माहौल दिखाई देने लगा। जिसने भी सुना उसे यकीन ही नहीं हो रहा था। 
समाचार के संबंध में बताया गया है कि वो एपेक्स अस्पताल में भर्ती थे, जहां आज उन्होंने अंतिम सांस ली। कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी समेत विकास तिवारी कई सियासी दलों में तकरीबन तीन दशक तक सक्रिय रहे। उनके निधन से विभिन्न सियासी संगठनों ने शोक जताया है।

सोमवार, 28 अगस्त 2023

Lucknow main Varanasi के कवि व शायर श्रवण कुमार का सम्मान

राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान लखनऊ ने किया था चयन



Rajkumar Gupta 
Varanasi (dil India live). 28.08.2023. Varanasi जनपद के करनाडांडी ग्राम निवासी श्रवण कुमार को राज्य कर्मचारी संस्थान लखनऊ द्वारा उनकी कविता, शानदार शायरी, बेहतरीन कहानियों के लेखन के लिए सम्मानित किया गया है। लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में श्रवण कुमार को प्रशस्ति पत्र, अंग वस्त्रम व स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कर्नाडाड़ी निवासी श्रवण कुमार वर्तमान में प्रभारी अनुभाग अधिकारी अकाउंट्स के पद पर उत्तर प्रदेश सचिवालय में कार्यरत हैं। श्रवण कुमार प्रदेश में के जाने-माने कवि एवं शायर भी हैं। इनको यह सम्मान राज्य स्तरीय साहित्यिक प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान प्राप्त करने पर शनिवार को उर्दू अकादमी विभूति खंड गोमती नगर लखनऊ में सम्मानित किया गया‌‌। श्रवण कुमार ने बताया कि वह शासकीय दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ साहित्य की सेवा में लगे हुए हैं। श्रवण कुमार ने बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु  कविताएं, बाल कहानियां भी लिखी है।इनके प्रथम बाल कविता संग्रह का विमोचन वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के द्वारा किया गया था।

सोमवार, 21 अगस्त 2023

India की आजादी ही नहीं, गणतंत्र दिवस पर भी गूंजी थी उस्ताद की शहनाई

शहनाई से उस्ताद नहीं, उस्ताद से जानी जाती हैं 'शहनाई'

‘भारत रत्न’ बिस्मिल्लाह खान की बरसी पर दिल इंडिया लाइव की श्रद्धांजलि 


Varanasi (dil India live)। 21.08.2024. India अपनी बहुलतावादी, मिली-जुली संस्कृति के लिए जगविख्यात है। इसकी वजह यह है कि हिंदुस्तान की सरज़मी पर तमाम ऐसी हस्तियो ने जन्म लिया, जिस पर समूची दुनिया नाज़ करती है। इस फेहरिस्त में शहनाईवादक ‘भारत रत्न’ उस्ताद बिस्मिल्लाह खान भी शामिल हैं। शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जैसी शख्सियतों ने ही इस देश कि मिली-जुली संस्कृति की दुनिया में शिनाख्त कराई। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने अपनी सारी उम्र संगीत को ही अपना सब कुुुुछ माना, वो ताउम्र धर्मवाद, जात-पात का विरोध करते रहे और संगीत के ही रियाज में लगे रहे। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को नाज़ था कि वो बनारस में रहते है जहां गंगा बहती है, आज उस्ताद को दुनिया से गये अर्सा हो गया मगर वो आज भी देश-दुनिया में वैसे ही जाने जाते है जैसे पहले जाने जाते थे।, यह कहा जाये कि शहनाई से उस्ताद नहीं, उस्ताद से शहनाई जानी जाती है, तो गलत नहीं होगा। बिस्मिल्लाह खान वो शख्सियत हैं जिन्होंने देश की आजादी का स्वागत लाल किले पर शहनाई से तो किया ही साथ ही गणतंत्र दिवस पर भी उस्ताद की शहनाई की गूंज दुनिया के कोने कोने तक पहुंची थी।

उस्ताद बिस्मिल्लाह खान देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाज़े गए उस्ताद बिस्मिल्लाह खान का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है, क्योंकि मुल्क का बच्चा-बच्चा उनके नाम, शोहरत और उनकी आजीवन संगीत साधना से परिचित है। संगीत के क्षेत्र में उनकी साधना के कायलों की तादाद हिन्दुस्तान ही नही विश्व भर मेें है। जिसका संगीत से कोई सरोकार नही है। वो भी उस्ताद बिस्मिल्लाह खान कि शहनाई की तान सुन झूम उठता था। वो खुशी के साज पर गम का तराना बजाते थे, बिस्मिल्लाह खां जब मोहर्रम में अपनी शहनाई से आंसुओ का नज़राना पेश करते थे तो सभी कि आंखो में आंसु आ जाता था। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान बिहार में मुस्लिम परिवार में पैैैैदा हुए। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान बहुत छोटी उम्र में ही अपने पिता पैगम्बर बख्श खान के साथ बनारस आकर बस गए थे, जहां उन्होंने अपने मामा अली बख्श ‘विलायत’ से शहनाई बजाना सीखा, जो काशी के बाबा विश्वनाथ मन्दिर में स्थायी रूप से शहनाई-वादन किया करते थे। अपने मामा के इंतकाल के बाद उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने भी बरसों बाबा विश्वनाथ मंदिर में शहनाई बजाई।

पीएम नेहरू के कहने पर बजाई थी शहनाई

15 अगस्त 1947 में जब देश आजाद हुआ तो देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के लाल किला पर तिरंगा फहराने के बाद उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने देशवासियों को बधाई देने के लिए लाल किले से शहनाई बजाई। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने पीएम जवाहर लाल नेहरू के कहने पर शहनाई बजाई थी। 1997 में आजादी की 50 वीं वर्षगांठ पर भारत सरकार के आमंत्रण पर उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने दूसरी बार लाल किले के दीवाने-आम से शहनाई बजाई। यह भी एक मिसाल है कि 1992 में ईरान के तेहरान में एक बड़ा ऑडिटोरियम बनाया गया, जिसका नाम उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के नाम पर रखा गया, ‘तालार मौसीकी उस्ताद बिस्मिल्लाह खान’ उन्होंने कन्नड़ फिल्म में साउथ के सुपरस्टार राजकुमार की फिल्म ‘शादी अपन्ना’ के लिए शहनाई बजाई थी। यह फिल्म ब्लॉकबस्टर थी। ऐसे ही उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने सत्यजीत रे की फिल्म ‘जलसाघर’ में नजर आए थे और 1959 की फिल्म ‘गूंज उठी शहनाई’ में भी उस्ताद ने ही शहनाई बजाई व ‘रॉकस्टार’ फिल्म में भी उनकी शहनाई बजी थी। भारत के पहले गणतंत्र दिवस (26 जनवरी, 1950) पर उन्होंने लाल किले से राग कैफी की प्रस्तुति दी थी। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान का बचपन का नाम कमरूद्दीन था लेकिन वो बिस्मिल्लाह खान के नाम से मशहूर हुुुए। 

शुक्रवार, 18 अगस्त 2023

UP Congress अध्यक्ष बनने के बाद Ajay Rai का प्रथम आगमन पर जोरदार स्वागत



जोरदार स्वागत से अभिभूत Ajay Rai ने आलाकमान का जताया आभार

Varanasi (dil India live)। कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अजय राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है। अजय राय के नई दिल्ली से अपने गृह जनपद वाराणसी प्रथम आगमन की सूचना पर हजारों की संख्या में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बाबतपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अपने लोकप्रिय नेता अजय राय का ढोल नगाड़े के साथ पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। शीर्ष नेतृत्व द्वारा अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की सूचना से हर कोई खुश दिखाई दिया। अजय राय के एयरपोर्ट के बाहर निकलते ही ब्राह्मणों द्वारा स्वस्ति वंदना की गई। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के प्रथम काशी आगमन पर जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के साथ साथ सभी फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों, विभिन्न जिलों से आए बड़ी संख्या में वरिष्ठ कांग्रेसजनों ने अजय राय को बुके एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मैं शीर्ष नेतृत्व को हृदय से आभार प्रकट करता हूं, कि शीर्ष नेतृत्व ने मुझ जैसे कार्यकर्ता पर अपना भरोसा जताया । राय ने कहा कि मै राहुल गांधी का सिपाही हूं। मै शीर्ष नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। कांग्रेस मेरे लिए सिर्फ पार्टी ही नहीं बल्कि मां के समान है। मै पूरे प्रण और प्राण के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करूंगा। प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर जमीनी कार्यकर्ताओं को महत्व देना, संगठन को क्रियाशील बनाना, दलितों, किसानों, महिलाओं युवाओं और मध्यवर्ग के लोगों को कांग्रेस से जोड़ना मेरा मुख्य लक्ष्य होगा। मेरा पहला लक्ष्य संगठन और 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की शानदार वापसी को सुनिश्चित करना है। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एयरपोर्ट परिसर बहार निकलते वक्त एयरपोर्ट परिसर में लगी इंडिया के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपना शीष नवाया। एयरपोर्ट पर नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का स्वागत करने वालों में जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी, वाराणसी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, राजीव कुमार गौतम, प्रोफेसर सतीश राय, अजीत सिंह, शैलेंद्र सिंह,  राजन दूबे, डॉ प्रमोद पांडेय, इमरान खान, आनंद सिंह रिंकू, हसन मेंहदी कब्बन, अशोक पांडेय, सुनील राय, घनश्याम सिंह, फसाहत हुसैन बाबू, पूनम कुंडू, डॉ. राजेश गुप्ता, विनोद शुक्ला, सीताराम केसरी, राजेंद्र सिंह, सरिता पटेल, भगवान सिंह, प्रिंस राय, पियूष अवस्थी, प्रकाश सिंह, मनीष मोरोलिया, ओम प्रकाश ओझा, विनोद सिंह, विपिन सिंह, लोकेश सिंह, विजय मिश्रा, राजीव गौतम, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह, धर्मेंद्र सिंह, अनुभव राय, विनय राय, राजीव राम, कमलेश ओझा, वसीम अख्तर, पंकज चौबे, शांतनु राय, राहुल राजभर, राजेश त्रिपाठी, मनीष चौबे, मंगलेश सिंह, चक्रवर्ती पटेल,श्रीराम केसरी समेत हजारों की संख्या में कांग्रेसी उमड़े हुए थे।

गाजीपुर में अष्ट शहीदों को अजय राय ने किया नमन

पवहारी बाबा आश्रम पहुंचे अजय राय

अजय राय ने कहा अगस्त क्रांति की घटना देश की आजादी में मील का पत्थर, भाजपा से मिलेगी मुक्ति


Himanshu Rai

Ghazipur (dil India live). कांग्रेस कमेटी की कमान संभालने के बाद नवनियुक्त उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय दिल्ली से चलकर सीधे अपने गृह जनपद गाज़ीपुर पहुंचे, जहां सिधौना बाजार से वे गाजीपुर के मोहम्मदाबाद तहसील स्थित शहीद पार्क आए, इस बीच प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का दर्जनों जगह उत्साहित कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने फूल माला पहनाकर कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद, अजय राय जिंदाबाद के नारे लगाकर उनका स्वागत किया। अजय राय ने गाजीपुर प्रथम आगमन पर सर्वप्रथम मोहम्मद के शहीद पार्क में पहुंचकर "अष्ट शहीदों" को नमन किया, उसके बाद वे गाजीपुर स्थित पवहारी बाबा आश्रम में दर्शन पूजन किये । प्रदेश अध्यक्ष माननीय जय राय जी ने कहा  कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी का धन्यवाद ज्ञापित किया, अजय राय ने कहा कि मैंने प्रण लिया है कि मैं अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के निष्ठापूर्वक निर्वहन में अपनी पूरी ताकत झोंक दूंगा। मेरा सर्वोच्च लक्ष्य उत्तर प्रदेश में संगठन को पुनः पहले कि तरह खड़ा कर आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में संसदीय सीटों पर जीत दिलाना है। 

जिला अध्यक्ष सुनील राम ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने जमीन से जुड़े हुए कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष की कमान देकर कार्यकर्ताओं की भावनाओं को मजबूत किया है, अजय राय के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर गाजीपुर समेत पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल है ,अब तो  कांग्रेस की सरकार बनना तय है हम लोग गाजीपुर के शहीदी धरती पर गाजीपुर के लाल का गाजीपुर कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं जनता के तरफ से हार्दिक स्वागत अभिनंदन और वंदन करते हैं।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से वरिष्ठ नेता मकसूद खां, शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा, एआईसीसी सदस्य और रविकांत राय, प्रदेश सचिव जनक कुशवाहा, पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे, पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. मार्कंडेय सिंह, पूर्व शहर अध्यक्ष सफीक अहमद, पीसी सदस्य अजय कुमार श्रीवास्तव, सुमन चौबे, उषा चतुर्वेदी, दिव्यांशु पांडे, आशुतोष गुप्ता, ज्ञानेंद्र सिंह मुन्ना, प्रमिला देवी, राघवेंद्र, चंद्रिका सिंह, दिनेश राम, बृजेश, संजय सिंह, हर्ष पांडे, सती राम सिंह, संगीता राजभर, रतन तिवारी, विद्याधर पांडे, जितेंद्र बिन्द, मुसाफिर बिन्द, राम नगीना पांडे, सुधांशु तिवारी, सुमन चौबे, रईस अहमद, लखन श्रीवास्तव, राघवेंद्र चतुर्वेदी, शबीहूल हसन, आदिल अख्तर, सुदामा यादव, शशि भूषण राय, सुमेर, कैलाशपति कुशवाहा आदि सैकड़ो लोगों ने स्वागत किया। इसके बाद वो बनारस रवाना हो गए।

रविवार, 30 जुलाई 2023

Munshi Premchand ने समाज की विसंगतियों पर चलाई सदैव कलम

डाककर्मी के पुत्र मुंशी प्रेमचंद ने लिखी साहित्य की नई इबारत: पोस्टमास्टर जनरल

आज भी प्रासंगिक हैं प्रेमचन्द के साहित्यिक व सामाजिक विमर्श

(प्रेमचंद की जन्मस्थली लमही में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव)


Varanasi (dil India live). हिन्दी साहित्य के इतिहास में उपन्यास सम्राट के रूप में प्रसिद्ध मुंशी प्रेमचंद के पिता अजायब राय श्रीवास्तव लमही, वाराणसी में डाकमुंशी (क्लर्क) के रूप में कार्य करते थे। ऐसे में प्रेमचंद का डाक-परिवार से अटूट सम्बन्ध था। मुंशी प्रेमचंद को पढ़ते हुए पीढ़ियाँ बड़ी हो गईं। उनकी रचनाओं से बड़ी आत्मीयता महसूस होती है। ऐसा लगता है मानो इन रचनाओं के  पात्र हमारे आस-पास ही मौजूद हैं। प्रेमचंद जयंती (31 जुलाई) की पूर्व संध्या पर उक्त उद्गार चर्चित ब्लॉगर व साहित्यकार एवं वाराणसी परिक्षेत्र  के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किये। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि लमही, वाराणसी में जन्मे डाककर्मी के पुत्र मुंशी प्रेमचंद ने साहित्य की नई इबारत  लिखी। हिंदी कहानी तथा उपन्यास के क्षेत्र में 1918 से 1936  तक के कालखंड को 'प्रेमचंद युग' कहा जाता है। प्रेमचंद साहित्य की वैचारिक यात्रा आदर्श से यथार्थ की ओर उन्मुख है। मुंशी प्रेमचंद स्वाधीनता संग्राम के भी सबसे बड़े कथाकार हैं। श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, प्रेमचंद की स्मृति में भारतीय डाक विभाग की ओर से 30 जुलाई 1980 को उनकी जन्मशती के अवसर पर 30 पैसे मूल्य का एक डाक टिकट भी जारी किया जा चुका है। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, प्रेमचन्द के साहित्यिक और सामाजिक विमर्श आज भूमंडलीकरण के दौर में भी उतने ही प्रासंगिक हैं। उनकी कृतियों के तमाम चरित्र, मसलन- होरी, मैकू, अमीना, माधो, जियावन, हामिद कहीं-न-कहीं वर्तमान समाज के सच के सामने फिर से तनकर खड़े हो जाते हैं। प्रेमचंद ने साहित्य को सच्चाई के धरातल पर उतारा। प्रेमचन्द जब अपनी रचनाओं में समाज के उपेक्षित व शोषित वर्ग को प्रतिनिधित्व देते हैं तो निश्चिततः इस माध्यम से वे एक युद्ध लड़ते हैं और गहरी नींद सोये इस वर्ग को जगाने का उपक्रम करते हैं। श्री यादव ने कहा कि प्रेमचन्द ने अपने को किसी वाद से जोड़ने की बजाय तत्कालीन समाज में व्याप्त ज्वलंत मुद्दों से जोड़ा। उनका साहित्य शाश्वत है और यथार्थ के करीब रहकर वह समय से होड़ लेती नजर आती हैं।

शनिवार, 29 जुलाई 2023

आग के अंगारों पर दौड़ा विश्व प्रसिद्ध 'दूल्हे' का जुलूस

Ya Husain...ya Husain...की गूंजी सदाएं, निकला दूल्हे का जुलूस 

  • गश्ती अलम का निकला जुलूस 








  • Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live). हज़रत कासिम की याद में नौवीं मोहर्रम की मध्यरात्रि विश्व प्रसिद्ध कदीमी (परंपरागत) दूल्हे का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस इमामबाड़ा हज़रत कासिम नाल के सदर परवेज कादिर खां कि अगुवाई में अदब और एहतराम के साथ निकाला गया। सवारी पढ़ने के बाद जुलूस को दूल्हा कमेटी ने आवाम के हवाले किया जो अपने कदीमी रास्तों में लगी आग पर से होकर आगे बढ़ रहा था।अकीतदमंदों का जनसैलाब शिवाला में उमड़ा हुआ था। 

लोगों का हुजूम या हुसैन, या हुसैन...की सदाएं बुलंद करते हुए आग के अंगारों पर चलकर हज़रत इमाम हुसैन, हज़रत कासिम समेत कर्बला में शहीद हुए 72 हुसैनियों को सलामी पेश करते हुए इमाम चौकों पर बैठायी गई तकरीबन 60 ताजियों को सलामी देने व 72 अलाव से होता हुआ शनिवार की सुबह वापस लौटेगा। जुलूस शहर के छह थाना क्षेत्रों से गुजरता है। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था दिखाई दी।

इससे पहले दूल्हा कमेटी ने एक ओहदेदारान को दूल्हा बनाया जिस पर सवारी पढ़ी गई। डंडे में लगी घोड़े की नाल लिये दूल्हे को पकड़ने की लोगों में होड़ मची हुई थी। पीछे पीछे अकीदतमंदों का जनसैलाब जुलूस में शामिल था। जुलूस विभिन्न मुहल्लों में इमाम चौकों पर बैठे ताजिये को सलामी देता हैं, समाचार लिखे जाने तक दूल्हा शिवाला कि गलियों में लगी आग से होकर अस्सी कि ओर बढ़ रहा था। जुलूस के साथ विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा रिजर्व पुलिस, पीएसी के जवान तैनात थे। कमेटी के अध्यक्ष परवेज कादिर खां ने बताया कि जुलूस शनिवार को पुन: शिवाला सिथत इमामबाड़ा दूल्हा कासिम नाल पहुंच कर ठंडा होगा। जुलूस जब ठंडा हो जाता है उसके बाद ही कर्बला के लिए ताजिया निकलती है। दूल्हे का जुलूस निकलने के बाद गश्ती अलम का जुलूस विभिन्न शिया इमामबाडों से निकाला गया जो गश्त करते हुए एक जगह से दूसरे जगह तक जाता दिखाई दिया। 

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