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रविवार, 27 अगस्त 2023

Kashi main kabir म्यूजियम बनाने का महंत ने रखा प्रस्ताव

केंद्रीय पर्यटन मंत्री से कबीर म्यूजियम पर हुई खुली चर्चा

पर्यटन मंत्री को अंगवस्त्रम पहना कर स्वागत करते महंत 

Varanasi (dil India live).26.08.2024 जी–20 में काशी आए केंद्रीय पर्यटन एवं कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से कबीर प्राकट्य स्थली के महंत गोविंद दास शास्त्री ने संत कबीर साहब के नाम से कबीर प्राकट्य स्थली लहरतारा वाराणसी में कबीर म्यूजियम स्थापित करने के विषय में चर्चा की। मंत्री ने कहा कि हम तो कबीर साहब की म्यूजियम स्थापित करने के लिए तैयार थे। परंतु जगह नहीं मिलने के कारण यह काम नहीं हो पाया। महंत ने कहा कि कबीर प्राकट्य स्थली में पर्याप्त मात्रा में जमीन है और यहां म्यूजियम स्थापित होगा तो बहुत ही अच्छा होगा। यदि कबीर प्राकट्य स्थली में म्यूजियम स्थापित होगा तो काशी आने वाले दर्शनाथियो को कबीर साहब के जीवन दर्शन को समझने में सरलता प्रदान होगी। साथ ही साथ कबीर लहरतारा ताल के विषय पर भी चर्चा हुई। यदि लहरतारा ताल को शुभव्यवस्थित कर दिया जाए तो यह जगह अत्यंत रमणीय स्थल हो जाएगा पहले भी केंद्र सरकार ने  कुछ कार्य कराया है यदि लहरतारा के जो बचे हुए ताल हैं उसको भी ठीक कर दिया जाए तो यह स्थल बनारस में एक अनोखा स्थल होगा

गुरुवार, 24 अगस्त 2023

Chandrayaan-3 Landing Success: चांद पर भारत


New delhi (dil India live). Chandrayaan-3 की सफल लैंडिंग के बाद भारत ने विश्व में एक नया इतिहास रच दिया है. Moon Missions Success के बाद अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत चौथा सफल देश बन गया जिसने चांद पर सफल लैंडिग की है. इसी के साथ 23 अगस्त 2023 की तारीख ने भारत को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बना दिया. भारत ने इससे पहले दो मून मिशन भेजे हैं. 22 अक्टूबर 2008 को चंद्रयान 1 मिशन को लॉन्च किया गया था.  इसके बाद 22 अगस्त 2019 को चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च किया गया. हालांकि ये मिशन सफल नहीं हो सका. भारत के पड़ोसी चीन ने चांग-ए 1 को 2007 में चांद पर भेजा. 23 नवंबर 2020 को चीन ने चांग-ए 5 लॉन्च किया. 

दुनिया के Moon Missions

दुनिया भर में अब तक कई मून मिशन हुए हैं. सबसे पहले रूस ने लूना-2 को चांद की सतह पर उतारा. लूना-2 एक इम्पैक्टर मिशन था यानी चांद की सतह पर इसकी हार्ड लैंडिग हुई थी. हालांकि, पहले इससे 4 जनवरी, 1959 को लूना-1 भी लॉन्च किया गया.

लूना-1 चांद के नजदीक पहुंचने वाला पहला मिशन बना, लेकिन ये चांद की सतह पर उतरने में कामयाब नहीं हो सका, क्योंकि लूना-1 की एंट्री चांद की ऑर्बिट में फेल हो गयी और ये सूर्य की ऑर्बिट में चला गया. 3 फरवरी, 1966 को लूना-9 चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला मिशन बना. 

चांद की कक्षा में जाने वाला पहला मानव

24 दिसंबर 1968 को नासा ने अपोलो 8 मिशन लॉन्च किया. चंद्रमा की कक्षा का चक्कर काटने वाला पहला मानव मिशन बना. इसके बाद अपोलो 9 और अपोलो 10 लॉन्च किया गया जो असफल रहे. 20 जुलाई 1969 को अपोलो 11 लॉन्च किया गया. इस मिशन में तीन अंतरिक्ष यात्री भेजे गए. अपोलो 11 के अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग चांद पर कदम रखने वाले पहले इंसान बने. 

अपोलो 13- ‘सक्सेसफुल फेलियर’ 

11 अप्रैल 1970 को नासा ने अपोलो 13 लॉन्च किया. अपोलो 13 मिशन चांद की सतह पर इंसानों को उतारने का तीसरा प्रयास था, लेकिन सर्विस मॉड्यूल ऑक्सीजन टैंक के फटने के बाद मिशन को रोकना पड़ा. इस मिशन में अंतरिक्ष यान चांद के नजदीक से गुजरा. ऑक्सीजन की कमी की वजह से अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस आना पड़ा. काफी मश्क्कत के बाद अंतरिक्ष यात्रियों की जान बचा ली गई.

31 जनवरी 1971 को नासा के अपोलो 14 लॉन्च किया गया. इसमें मिशन कमांडर एलन बी शेपर्ड जूनियर, लूनर मॉड्यूल पायलट एडगर डी. मिशेल,  कमांड मॉड्यूल पायलट स्टुअर्ट ए. रूसा सवार थे. अपोलो 14 के मिशन कमांडर एलन शेपर्ड ने चांद पर गोल्फ खेलने वाले पहले इंसान बने. 

अपोलो 14 के बाद अमेरिका ने अपोलो 15 को चांद पर भेजा. 26 जुलाई, 1971 को अपोलो 15 अंतरिक्ष यान लॉन्च किया गया. इसमें मिशन कमांडर डेविड आर. स्कॉट, लूनर मॉड्यूल पायलट जेम्स बी. इरविन, कमांड मॉड्यूल पायलट अल्फ्रेड एम. वर्डेन सवार थे. अपोलो 15 के मिशन कमांडर डेविड आर. स्कॉट चांद पर जाने वाले सातवें व्यक्ति और चांद पर लूनर रोविंग व्हीकल चलाने वाले पहले व्यक्ति हैं.

चांद पर आखिरी मैन-मिशन

अपोलो 17 चांद पर जाने वाला आखिरी मैन-मिशन है. इसे  7 दिसंबर 1972 को लॉन्च किया गया था. यूजीन ए. सेर्नन, हैरिसन एच. श्मिट, रोनाल्ड ई. इवांस इस मिशन के अंतरिक्ष यात्री थे. युजिन सर्नन चांद पर कदम रखने वाले आखिरी इंसान हैं.

Moon Missions Success के लिए काशी में पूजा संग दुआख्वानी 








Varanasi (dil India live). चंद्रायन–3 Missions Success के लिए काशी में सभी सुबह से ही पलके बिछाएं हुए थे। एक ओर जहां पूजा–पाठ का दौर चला वहीं दूसरी ओर मस्जिदों में पांच वक्त की नमाजों के दौरान इमाम साहेबान ने दुआ में हाथ उठाया। उधर वाराणसी में भारत माता मंदिर के प्रांगण में विद्यापीठ के छात्र–छात्रों द्वारा चंद्रयान-3 के सकुशल लैंडिंग होने को लेकर प्रार्थना और दुआएं मांगी गई। इस दौरान हिंदू -मुसलिम दोनों वर्गों के छात्र–छात्राओं ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा पाठ एवं दुआखवानी में शामिल होकर देश की एकजुटता का पैगाम भी दिया। इस मौके पर मुस्लिम टोपी लगाए देशभक्ति की गाथा लिखते नजर आए तो हिन्दू छात्र मांथे पर तिलक लगाकर भारत मां के सच्चे सपूत होने की गवाही दे रहे थे। जहां एक ओर पांच वक्त की नमाजों के दौरान मस्जिदों में इमाम साहेबान ने, या अल्लाह चन्द्रायन–३ की लैंडिंग सफल हो जाए…जैसी दुआख्वानी की तो मस्जिद के तमाम नमाजियों ने आमीन…कहा। यह सिलसिला असर की नमाज के दौरान और तेज हो गया। इस दौरान ख्वातीन ने घरों में दुआएं मांगी। उधर चंद्रयान 3 की सफलता के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में षोडशोपचार पूजन किया गया। 
वहीं बुधवार को आरती के पश्चात झूलेलाल मंदिर लक्सा वाराणसी में चंद्रयान 3 के सफल लैंडिंग के लिए सिंधी समाज के स्त्री-पुरुषों ने विशेष प्रार्थना (अरदास) किया।
ऐसे ही श्रावण मास शुक्ल सप्तमी पर जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर देवाधिदेव श्री 1008 पार्श्वनाथ मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया। श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में बुधवार को प्रातः से अपराहन तक भगवान पार्श्वनाथ की जन्म कल्याणक स्थली भेलूपुर में चन्द्रयान-3 की सफलता, वैज्ञानिको के अथक प्रयास, हमारे राष्ट्र का नाम स्वर्ण अक्षरों मे लिखा जाए, चांद पर तिरंगा लहराए के लिए विशेष पूजा में भक्तामबर बिधान कर सैकड़ो भक्तो ने भेलूपुर स्थित दिगम्बर जैन मन्दिर मे किया एवं भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष कल्याणक पर अभिषेक, शान्तिधारा, मंगल आरती कर निर्वाण लाडू (लड्डू) भक्तो ने चढाया। आयोजन में प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, महामंत्री अरूण जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, सौरभ जैन, विजय जैन, विनोद जैन, सुधीर पोद्दार सहित काफी संख्या में महिलाए-पुरूष उपस्थित थे। व्यापारी नेता घनश्याम जायसवाल ने चंद्रयान की सफलता पर सोनारपुरा में लोगों में मिठाईयां बांटी एवं तिरंगा लेकर हर्ष का इजहार किया। सरकारी स्कूल इस आयोजन को लिए पहली बार शाम में खोले गए थे। 

भारत ने श्रेष्ठता साबित किया: सुधीर कुमार जैन

Varanasi (dil India live). काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति सुधीर कुमार जैन ने बुधवार को चन्द्रयान - 3 का चन्द्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग पर हर्ष जताते हुए कहा कि यह एक ऐसी बेमिसाल घड़ी है, जिसने न सिर्फ हर एक भारतवासी को गौरव के भाव से अभिभूत कर दिया है, बल्कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की श्रेष्ठता को एक बार फिर साबित किया है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में विद्यार्थी आज इस घटना के साक्षी बने हैं। विद्यार्थी जीवन में इस दृश्य को देखना विद्यार्थियों के लिए परिवर्तनकारी उत्साहवर्धन है। विश्वविद्यालय परिवार देश व इसरो की इस स्वर्णिम उपलब्धि पर गौरवान्वित है तथा सभी देशवासियों के साथ अपार हर्ष व रोमांच का अनुभव कर रहा है।

चंद्रयान-3 की सफलता से आईआईटियंस में उत्साह


Varanasi (dil India live). भारत का चंद्रयान-3 का चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के स्वर्णिम अध्याय का बुधवार को आईआईटी (बीएचयू) भी गवाह बना। चंद्रयान-3 के चंद्रमा की धरती पर लैंड होते ही खचाखच भरे एबीएलटी और जी-8 हॉल  ’वंदे मातरम’, ’भारत माता की जय’ और ’हर हर महादेव’ के जयकारों को गूंज उठा। संस्थान के ऐनी बेसेंट व्याख्यान संकुल के दो हॉल और इलेक्ट्रिकल विभाग में छात्रों की साइंस एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल द्वारा हॉल संख्या जी-8 छात्रों से खचाखच भरा रहा। सभी इस सुनहरे पल को अपने मोबाइल में कैद करने को व्याकुल रहे। चंद्रयान-3 के पल-पल चंद्रमा की धरती पर पहुंचने का सजीव प्रसारण देख तालियां बजती रहीं और चंद्रयान-3 ने जैसे ही चंद्रमा पर उतरा वैसे ही छात्रों, अधिकारियों और शिक्षकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। इस अवसर पर एबीएलटी में लाइव प्रसारण देखने के बाद निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने इसरो के वैज्ञानिकों समेत देश और दुनिया के सभी भारतीयों को नए गौरव प्राप्त होने की बधाई दी। उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि से अंतरिक्ष विज्ञान का अध्ययन कर रहे छात्रों को भी काफी मदद मिलेगी। सजीव प्रसारण के अवसर पर एबीएलटी में अधिष्ठाता रिसर्च एंड डेवलेपमेंट प्रोफेसर विकास कुमार दूबे, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर एलपी सिंह, अधिष्ठाता रिसोर्स एंड अल्मुनी प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव, डॉ आरके सिंह, रजिस्ट्रार इनचार्ज राजन श्रीवास्तव, संयुक्त कुलसचिव डॉ सर्वेश कुमार तिवारी, संयुक्त कुलसचिव लेखा स्वाति बिस्वास आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।

आर्यन के बच्चों ने किया खुशी का इजहार


Varanasi (dil India live). चांदपुर, इंडस्ट्रियल इस्टेट स्थित आर्यन पब्लिक स्कूल के बच्चों ने चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग पर खुशी का इजहार किया और वैज्ञानिकों को बधाई दिया।  बच्चों ने प्रबंधक रामाश्रय पटेल, सुनीता पटेल, शिखा पटेल, अंजलि भारद्वाज, सरोज पटेल, सरिता पटेल, नीरज कुमार पटेल, मातेश्वरी पटेल के मार्गदर्शन में चंद्रयान 3 का सजीव प्रतिबिंब बनाकर अपनी वैज्ञानिक सोच को भी दर्शाया। इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष रामाश्रय पटेल ने कहा कि चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण कर भारतीय वैज्ञानिकों ने दुनिया में भारत का झंडा बुलंद कर दिया है, आज भारत विज्ञान के हर क्षेत्र में आगे है। सफल प्रक्षेपण से आज पूरी दुनिया में भारत के वैज्ञानिकों की सराहना हो रही है। पटेल ने कहा कि यह हम लोगों के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है। चंद्रयान के सफल प्रक्षेपण से अब चंद्रमा पर जीवन की संभावना, पानी की संभावना, चंद्रमा के अनेकों गुण  रहस्यों पर से पर्दा हटेगा। 

रविवार, 13 अगस्त 2023

Hajj बैतुल्लाह के मुसाफ़िरों का welcome

अरबी रुमाल पहना हाजियों का किया गया खैरमकदम 





Varanasi (dil India live).  Hajj 2023 में पूरी दुनिया के साथ हिन्दुस्तान के हज जायरीन हज बैतुल्लाह से सरफराज होकर खैरियत व आफियत के साथ अपने-अपने मुल्कों में पहुंच चुके हैं। इस खुशी के मौके पर इसरा (ISSRA) वाराणसी के मुख्यालय, अर्दली बाजार वाराणसी में हाजियों का खैरमकद समारोह का आयोजन 13.08.2022 को प्रातः 10:30 बजे से मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी की सदारत में सकुशल सम्पन्न हुआ। इस मौके पर हाजियों को अरबी रूमाल पहना कर तथा ख़्वातीन द्वारा हज्जिनों को अरबी दुपट्टा पहनाने के बाद माल्यार्पण कर उनका खैरमकदम किया गया। 

आंखों में सिर्फ आंसू ही थे... 

हज बैतुल्लाह से सरफराज होकर तथा हुजूर सल्लाहो अलैहे वसल्लम के रौज-ए-अकदस की जियारत से सकुशल वापस आने पर हाजियों का यह कहना था- वाराणसी से हाजी बशीर अहमद अंसारी तथा हाजी इसराइल का कहना था कि हम सब लोग खुशकिस्मत थे कि हमारी रवानगी लखनऊ से मदीने मुनव्वरा के लिए हुई। हमने यह दिल में सोचा था कि जब रोज-ए-अकदस स. आंखों के सामने होगा तो अपने दिल का हाल बयान करूंगा व दिल से तमाम दुआएं मागूंगा लेकिन जब रौज-ए-अकदस स. निगाहों के सामने आया तो आंखों में सिर्फ आसू ही थे और हम सब सिर्फ हाथ उठाकर रोते रहे न तो दिल की बातें याद रही और न ही दुआए याद रही। 

अरकानों को पूरा करने में हुई आसानी 

गाजीपुर से आये हाजी बहाउद्दीन साहब का कहना था कि इसरा ( SSRA) के हज ट्रेनिंग कैम्प में मिली जानकारी और संस्था द्वारा बांटे गये पचों से हम लोगों को हज अरकानों को पूरा करने में काफी आसानी हुई और हज के अरकानों और दुआओं को ढूंढना नहीं पड़ा। मऊ से आये के हाजी सरफराज का कहना था कि वाकई काबा शरीफ तथा मस्जिदे नबवी सं. में अल्लाह तआला की रहमत बरसती है और चौबीसों घेण्टे नूर की बारिश होती रहती है, और अल्लाहतआला गैब से अपने मेहमानों की मदद फरमाता है। रामनगर से आये के हाजी असलम का कहना था कि अल्लाह तआला अपने हाजियों को पूरी दुनियां से हज बैतुल्लाह से सरफराज करने के लिए बुलाता है और अपने मेहमानों के लिए इस पाक सरजमीं पर फरश्तिो को भेजकर उनकी मदद व मेहमाननवाजी फरमाता है। उसी के रहमों करम से हाजी हज के मुश्किल अरकानों को पूरा कर पाता है। वाकई एक ही दिन में उमराह और कई-कई तवाफ करने के बाद जम-जम पीकर अल्लाह तआला की बारगाह में जब सेहत की दुआ की जाती है तो सारी थकान दूर हो जाती और अल्लाह तआला फिर से ऐसी कूबत अता करता कि बार-बार तवाफ और उमराह हाजी करता रहता था। चन्दौली से आये गुफरान खान, मोहम्मद उमर ने बताया कि हज, उमराह व इबादत में 40 दिन कैसे बीत गये पता ही नहीं चला और अभी ख़ुदा की इबादत से दिल भरा ही नहीं था कि वापस आने की बारी आ गई और तवाफे विदा करने की बारी आई तो ऐसा एहसास हुआ कि रूह जिस्म से निकल जायेगी। तवाफे विदा के वक्त रूह जिस्म से नहीं निकली बाकी सब कुछ हो गया। बस यही सोच कर रोना आता था कि फिर इस मुकद्दस जगह पर दुबारा आ पाऊँगा या नहीं। जिन्दगी बाकी रहेगी या नहीं? ख़ुदा के इस पाक घर को कैसे छोड़कर चला जाऊँ। इलाहाबाद से आये हाजी अनीस खां ने कहा कि मदीना में हुजूर स. के रौजा-ए- अकदस के सामने अदब के साथ खड़े होकर जब हमने रो-रो कर अपने और सभी हाजियों के हज के अरकानों को बखैरियत पूरा होने और हज के मुश्किल अरकानों को आसानी से पूरा होने के लिए दुआ की तो अल्लाहतआला ने हम सभी को हज बैतुल्लाह से सरफराज किया और हम लोग अल्लाहतआला के करम से अपने अपने मुल्कों में बखैरियत पहुंच गये। हज बैतुल्लाह पर गये हाजियों ने इसरा (ISSRA) द्वारा मिली जानकारियों को दूसरे राज्यों जैसे राजस्थान, बिहार, मध्यप्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल दिल्ली के हजयात्रियों को दी। 

काश एक बार फिर मिलता हज का मौका

हज बैतुल्लाह से सकुशल वापस आने पर हाजियों का कहना था कि अल्लाहतआला से मेरी यही दुआ थी कि हम लोगों को एक बार फिर हज पर जाने का मौका मिले। प्रोग्राम के अंत में सभी ओलमा व हाजी साहबानों ने मिलकर यह दुआ की कि जो लोग इस साल 2023 में किन्हीं वजहों से हज पर नहीं जा पाये हैं या जिनकी तमन्ना 2024 में हज पर जाने की है उन्हें अल्लाहतआला अपने रहम व करम से अगले साल हज 2024 में हज बैतुल्लाह से सरफराज फरमाये। औरतों में ख़्वातीन हज ट्रेनर सबीहा खातून, निकहत फातमा, अनम फातमा सहित हज्जिन नरगिस, जरीना बेगम, कौसरजहां, आसमां, जैबुनिशा, नरगिस फातमा, रौशन आरा आदि मौजूद थी। 

इस मौके पर ओलमा में मौलाना अब्दुल हादी खाँ हबीबी, मौलाना हसीन हबीबी, मौलाना कमाल, मौलाना डा. निजामुद्दीन चतुर्वेदी, मुफ्ती महमूद आलम, हाफिज शफी अहमद, मौलाना मुबारक, हाफिज हबीबुर्रहमान और शायरों में हाजी सैयद अशफर बनारसी, तथा इसरा ( ISRA ) के पदाधिकारी एवं सदस्यगण मौजूद थे।

शुक्रवार, 26 मई 2023

Dr Renu shahi ने दिया नेपाल में live demonstration

अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में डॉ. रेणु संग चार भारतीय चित्रकारों ने किया शिरकत 




Varanasi (dil india live). छ:वी अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी 2023 का आयोजन नेपाल में किया गया। चीबहाल आर्ट इंस्टिट्यूट, सुनाकोठी, ललितपूर, नेपाल के द्वारा होटल आर्ट काठमांडू में हुई इस प्रदर्शनी का उद्घाटन नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल के कर कमलों द्वारा फीता काटकर किया गया। प्रदर्शनी में कुल 38 कलाकारों की प्रतिभागिता रही। जिसमें भारत से चार कलाकारों की कृतियों को सम्मिलित किया गया था। यहां पर उदयपुर से ममता जयपुर से डॉक्टर रेणु शाही, नवल किशोर मिश्र और धनमेष की कृतियां प्रदर्शित हुयी थी। डॉक्टर शाही को एक अतिथि चित्रकार के रूप में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने संस्था की ओर से आयोजित कला शिविर में कई चित्रो के चित्रण किये तथा पेंटिंग का live demonstration देकर वहां के कलाकारों एवं कला रसिक लोगों के बीच भारत का गौरव बढ़ाया। डॉक्टर रेणु जयपुर के ललित कला महाविद्यालय में चित्रकला विषय की सहायक आचार्य है तथा कला इतिहास भी पढ़ाती है। उनके इस गुण से प्रभावित हो, त्रिभुवन विश्वविद्यालय के केंद्रीय ललित कला संकाय में भारतीय लघुचित्र परंपरा व कला एवं सौंदर्य पर व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित गया l  प्रदर्शनी एवं कला कार्यशाला का आयोजन 18 se 22 मई तक रहा l 24  मई को Art and  Aesthetics फोरम नेपाल द्वारा इन्हें 'भारतीय सौंदर्यशास्त्र' पर  चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया। वर्तमान में यह जयपुर में निवास कर रही है, परतुं उनकी आत्मा में काशी बसा हुआ है। यही कारण है कि वो अपने चित्रों में काशी के मंदिरों एवं घटों को चित्रित करती है। नेपाल में भी इन्होंने काशी के प्रति अपने प्रेम को चित्र धरातल पर प्रदर्शित किया। इनकी कला शिक्षा वाराणसी से ही हुयी है l तथा जीवन का एक लंबा समय भी यहां बिताया है।

मंगलवार, 16 मई 2023

Kashi से kaba कि उड़ानें रद्द नहीं होगी: सरवर

पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहां भाजपा विरोधी फैला रहे अफवाह 

प्रदेश हज कमेटी के सदस्य व वाराणसी प्रभारी हैं सरवर सिद्दीकी 


Varanasi (dil india live). प्रदेश हज कमेटी के सदस्य सरवर सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर मांग किया है। कि वाराणसी हवाई अड्डे से हज यात्रा 2023 जारी रखा जाए। मीडिया में आती खबरों पर उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि हज यात्रा 2023 के संबंध में कि काशी से काबा कि हवाई उड़ान अब लखनऊ से होगी।

सरवर सिद्दीकी ने बताया कि मैं वाराणसी जनपद का प्रभारी भी हूं,। हज कमेटी उत्तर प्रदेश सरकार कोई नया निर्णय लेगी तो मा सदस्यों को जरुर विश्वास में लिया जाएगा और समय पर सूचित भी किया जाता। फिर भी मैंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को इस संबंध में पत्र भी लिखा है और मांग भी किया है कि काबा कि हवाई उड़ान वाराणसी से ही हो। सरवर सिद्दीकी सदस्य हज कमेटी उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कुछ भाजपा विरोधी लोग अधिकारी को गुमराह करके, सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से ऐसा कर रहे हैं। सरवर सिद्दीकी ने यह भी बताया प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी यह भी चाहते हैं कि हज यात्रियों को कोई भी दिक्कत अथवा परेशानी न हो।

सोमवार, 27 मार्च 2023

Kashi में चोलापुर से शुरू होगी ‘tb मुक्त पंचायत’ की मुहिम

पहले पंचायत को करेंगे टीबी मुक्त, तब होगा काशी क्षय मुक्त: सीएमओ



Varanasi (dil india live). जनपद में अब ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान चलेगा। इसकी प्रक्रिया, योजना और रणनीति तेज कर दी है। यह पहल काशी में हुए तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय टीबी सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद की गई है।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री की इस मुहिम को लेकर सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रवीण भारती पवार ने भी इस बात पर ज़ोर दिया था और आग्रह किया था कि हम सभी लोग देखें कि उनके ग्राम पंचायत में कोई भी टीबी मरीज नहीं होना चाहिए। यदि कोई टीबी का मरीज पहचान में आए तो तुरंत नजदीकी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जाने को कहें। इस कार्य में क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता और ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य उनका पूरा सहयोग करें। हर बैठक में इसके साथ ही उन्हें जागरूक करते हुये जांच के लिए प्रेरित करें जिससे गाँव टीबी मुक्त हो और देश भी टीबी मुक्त हो सके।  

         सीएमओ ने कहा कि वाराणसी में प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त पंचायत को हकीकत बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। पहले हम सभी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करेंगे, तब काशी क्षय मुक्त कहलाएगा। उन्होंने जनमानस से अपील की है कि किसी भी मरीज का पता चलने पर उसे तुरंत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ले जाएं और जांच कराकर सम्पूर्ण उपचार कराएं। उपचार के दौरान टीबी मरीज को हर माह 500 रुपये पोषण भत्ते के रूप में सीधे उसके बैंक खाते में भेजें जाते हैं।  

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान के तहत जनपद ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुरुआत में चोलापुर ब्लॉक के सभी 89 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। इसके बाद जल्द ही सभी ब्लॉकों और शहरी क्षत्रों पर यह अभियान शुरू किया जाएगा। चोलापुर में तीन अतिरिक्त पीएचसी, 13 आयुष्मान भारत - हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और 37 स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं। यहाँ 20 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), 27 एएनएम और 206 आशा कार्यकर्ताएं तैनात हैं। ग्राम प्रधान और आशा कार्यकर्ता के माध्यम से वृहद स्तर पर समुदाय को जागरूक करने के साथ ही टीबी की सघन स्क्रीनिंग के अभियान चलाया जाएगा। सभी संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों की सूची तैयार की जाएगी। तत्पश्चात सभी का बलगम एकत्रित कर जांच की जाएगी। जांच में पुष्टि होने पर उन्हें निक्षय पोर्टल पर नोटिफ़ाई करते हुये उपचार शुरू किया जाएगा। यदि बलगम की जांच निगेटिव आती है तो उसका एक्सरे किया जाएगा। 

         डॉ पीयूष ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान को सफल बनाने के लिए पिरामल फ़ाउंडेशन विभाग का सहयोग कर रही है। सीएचओ और ग्राम प्रधान एक साथ टीबी मुक्त पंचायत में कार्य करेंगे। हर बैठक में वह टीबी के बारे में जागरूकता फैलाएँगे जिससे टीबी के प्रति सामाजिक मिथक व भ्रांतियों को दूर किया जा सके।

मंगलवार, 21 मार्च 2023

Kashi prabudh mahila Manch ने कि मोटे अनाज पर संगोष्ठी

नारी सम्मान समारोह में बताया मोटे अनाज के फायदे 



Varanasi (dil india live). काशी प्रबुद्ध महिला मंच की ओर से भेलुपुर स्थित एक होटल मे श्री अन्न (millets) पर संगोष्ठी एवं नारी सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस दौरान मंच कि अंजलि अग्रवाल ने मोटे अनाज के फायदे तथा ज्यादा से ज्यादा अपनी खुराक में उसे शामिल करने, परिवार को स्वादिष्ट व्यंजन मोटे अनाज के बना कर देने पर प्रकाश डाला। अन्य महिला सदस्यों ने मोटे अनाज कि उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बाजरा, रागी, जौ, मक्का के विभिन्न व्यंजन बताए। कार्यक्रम में समाज में अपना महत्व पूर्ण योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। 

कार्यक्रम का संचालन रेनू कैला एवं Dr ममता तिवारी ने किया। संयोजन एवं धन्यवाद शोभा कपूर ने किया। प्रिया अग्रवाल, Dr रीता भट्ट, ममता पंड्या, रीता अग्रवाल, रीता कश्यप, ममता जायसवाल, छवि अग्रवाल, Dr कमलेश गुप्ता, सगीता अग्रवाल, निधि मेहरोत्रा, नूतन रंजन, चंद्रा शर्मा, नीतू सिंह, मनीषा अग्रावल को सम्मानित किया गया।

बुधवार, 25 जनवरी 2023

Sakhi aayo re basant...कि थीम पर मनाया बसंतोत्सव

काशी प्रबुद्ध महिला मंच की सदस्यों ने मनाया बसंतोत्सव



Varanasi (dil india live). सखी आयो रे बसंत, की थीम पर काशी प्रबुद्ध महिला मंच की सदस्यों ने बसंतोत्सव वह गणतंत्र दिवस भेलूपुर स्थित होटल डायमंड में मनाया।

कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष अंजली अग्रवाल के गीत, सखी बहेला बसंती बयारिया, उड़ेला मोर पियर चुनरी...से हुई। इस दौरान छवि अग्रवाल ने बसंत पर आधारित हाउजी कराई तो रेनू कैला के संचालन में सभी ने देश भक्ति के गीतों पर आधारित अंताक्षरी खेली। डॉक्टर ममता तिवारी के नृत्य आई झूम के बसंत पर सभी सदस्यों ने झूम कर नृत्य किया। निधि ने गेम कराया जिसमें सभी सदस्यों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में रीता अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, लिपिका बोस व नीतू सिंह ने अपनी उपस्थिति से माहौल को बसंती कर दिया।

           

शनिवार, 24 दिसंबर 2022

Cristmas 2022: desh-duniya में शुरू हुआ क्रिसमस का जश्न

काटी गई केक, गूंजा... Mary cristmas, happy Cristmas

चर्चेज में मसीही समुदाय ने किया प्रभु यीशु के जन्म कि अगवानी

केरोल सिंगिग से गूंज उठा मरियम का आंगन  







Varanasi (dil india live)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया Kashi से रोम तक मसीही समुदाय ने प्रभु yeshu के जन्म की आगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। काशी में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। की गूंज देर रात जब फिज़ा में बुलंद हो रही थी तो रोम में मसीही समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस प्रभु यीशु की आराधना कराया।

24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटा बज उठा। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंज रहा था। इस दौरान वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ ने बालक यीशु का मौजूद मसीही समुदाय को दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चर्चेज में जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी वहीं दूसरी ओर कोरोना से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर मसीही घरों व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। इस दौरान फादर थामस, फादर अगस्टिन, फादर शीरील, सिस्टर एन. वीटा, सिस्टर माला, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे।

उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है। वहाँ घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया। कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....। 

इस दौरान सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था।

मंगलवार, 1 नवंबर 2022

Kashi prabuddha mahila Manch ने मनाया आंवला नवमी


Varanasi (dil india live). काशी प्रबुद्ध महिला मंच की सदस्यों ने तमसो मा ज्योतिर्गमय के अंतर्गत आंवला नवमी की पूर्व संध्या पर आंवले के जड़ में दूध चढ़ाकर रोली अक्षत पुष्प आदि से पवित्र वृक्ष की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करी और रेनू कैला ने  आंवला नवमी की कथा सुनाई। सभी ने दीप जलाकर वृक्ष की परिक्रमा की।

इस दौरान अध्यक्ष अंजली अग्रवाल ने आंवला नवमी के महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान आंवला नवमी से संबंधित हाउजी कराई गई एवं सदस्यों ने गीत गाए। आयोजन में स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद शोभा कपूर द्वारा कराया गयातो कार्यक्रम में अमृता शर्मा, नूतन रंजन, डॉक्टर ममता तिवारी, चन्द्रा शर्मा, रीता अग्रवाल,  लिपिका बोस, छवि अग्रवाल ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।

मंगलवार, 27 सितंबर 2022

Kashi se kaba की उड़ान शुरू हो: Hafiz noushad azmi

हज कान्फ्रेंस में हज मंत्री उड़ान का करें ऐलान

  • हाफिज नौशाद आजमी ने किया मांग
  • 29 सितंबर को है हज कान्फ्रेंस 




  • Aman 
Varanasi (dil india live). हाफिज नौशाद आजमी ने मांग किया है कि काशी से काबा की उड़ान फिर से शुरू किया जाएं। यह वही नौशाद आजमी हैं जिन्होंने लखनऊ और वाराणसी से हज की उड़ान शुरू कराने के लिए सफल आंदोलन चलाया था। दो दशक से अधिक समय से देश के हज यात्रियों की समस्याओं के समाधान के लिए वो संघर्ष करते आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी से दो बार निर्वाचित केंद्रीय हज कमेटी के पूर्व में हाफिज नौशाद अहमद आजमी सदस्य भी थे। 
हाफिज नौशाद आजमी ने अल्पसंख्यक कल्याण व हज की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से मांग किया है कि 29 सितंबर 2022 को आयोजित दिल्ली में ऑल इंडिया हज कॉन्फ्रेंस के अवसर पर 9 इंबारकेशन पॉइंट जहां से हज यात्री जाते थे वाराणसी, गया, रांची, जयपुर, भोपाल, कालीकट, नागपुर औरंगाबाद, चेन्नई के हज यात्रियों की हवाई उड़ान स्थल जो बंद कर दिए गए थे उसे शुरू कराने की घोषणा करें।

जनाब आजमी ने एक पत्र लिखकर केंद्रीय मंत्री स्मॄति ईरानी को भेजा है। उन्होंने लिखा है कि इस संबंध में 10 नवंबर 2021 को हमने मंत्रालय को एक पत्र लिखा था यह उड़ान स्थल बंद नहीं होने चाहिए हज यात्रियों को बहुत असुविधा होगी जिसका जवाब मंत्रालय ने 6 दिसंबर 2021 को दिया कि कोविड-19 से ऐसा किया गया है और अगर हज कोटा बढ़ेगा हम इस पर विचार करेंगे। इस मांग को लेकर 3/9/ 2022 को भी एक पत्र मंत्रालय को भेजा था जिसका जवाब अभी नहीं मिला है । आज़मी ने पत्र में लिखा है कि यह उड़ान सथल किसी भी दशा में बंद नहीं होनी चाहिए क्योंकि अब कोविड नहीं है और हज यात्रियों का कोटा भी 2019 की तुलना में 2023 में बढ़ने की प्रबल संभावना है। उन्होंने लिखा है कि देश के हज यात्रियों की आयु एवरेज जाने वालों की 65 वर्ष से अधिक होती है अगर यह उड़ान स्थल बंद किए गए तो उत्तर प्रदेश के सोनभद्र और बलिया बॉर्डर के लोगों को लखनऊ की 850 किलोमीटर की यात्रा तय करनी पड़ेगी बिहार बॉर्डर से कोलकाता लगभग 13 सौ किलोमीटर है और झारखंड से भी लगभग 12 सौ किलोमीटर कोलकाता की दूरी है। राजस्थान सीमा से दिल्ली की दूरी भी 1200 किलोमीटर लगभग है। मध्य प्रदेश की सीमा शुरू से मुंबई से 1500 किलोमीटर की दूरी पर है। 

ज्ञात रहे कि हज यात्रियों को उड़ान से 2 दिन पहले हज हाउस पहुंचकर जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी होती है इस तरह से इन हज यात्रियों को अपने घर से 4 दिन पहले निकलना पड़ेगा जो किसी भी दशा में उचित नहीं है।

उल्लेखनीय है कि 2019 में हज कमेटी द्वारा या ऑप्शन दिया गया था कि अपने करीब के आज उड़ान स्थल मुंबई, लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, जयपुर से लोग जा सकते हैं जहां का किराया इन जगहों से 10 हजार से ₹15000 कम था, लेकिन हज यात्रियों ने सुविधा को वरीयता दी, वाराणसी सहित इन्नोवेशन पॉइंट से हजारों हज यात्रा काबा के लिए रवाना हुए। इस तरह यह तय हो गया कि ज्यादा किराया देकर भी लोग इन जगहों से जाना पसंद करते हैं इसलिए किसी भी दशा में वाराणसी सहित यह 9 उड़ान स्थल बंद करना देश के हज यात्रियों के साथ अन्याय के समान होगा।

गौरतलब है कि हज यात्रियों के लंबे आंदोलन के बाद यह उड़ान स्थल एनडीए की स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई सरकार ने शुरू किया था और कुछ उड़ान यूपीए की डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार ने शुरू किया। जिसमें तकरीबन डेढ़ दशक से यह सुविधा हज यात्रियों को मिलती चली आ रही है। जनाब आजमी ने कहा की देश में हवाई अड्डा का विस्तार हो रहा है छोटे हवाई अड्डे बड़े हवाई अड्डे बन रहे हैं और ऐसी दशा में इन बूढ़े हज यात्रियों के साथ अन्याय क्यों ? आजमी ने मांग किया है कि 29 सितंबर को ऑल इंडिया हज कॉन्फ्रेंस में देश के हज यात्रियों को उड़ान स्थल वापस करके एक तोहफा दें। 

2007 में शुरू हुई थी काशी से काबा की उड़ान 

काशी से काबा की उड़ान वर्ष 2007 में लंबे संघर्षों के बाद हाफिज नौशाद अहमद की कोशिश से शुरू हुई थी। उस समय हज की उड़ान शुरू करने का श्रेय लेने की सियासी पार्टियों में होड़ मच गई थी, मगर जो लोग हज से जुड़े थे वो सब जानते और समझते हैं। तमाम मीडिया रिपोर्टों ने उड़ान शुरू होने पर हाफिज नौशाद आजमी को मुबारकबाद पेश की थी। इंडिया टुडे ने तो हाफिज नौशाद आदमी का पूरा इंटरव्यू भी विस्तार पूर्वक छापा था। जो इस बात की दलील है की हज की उड़ान के लिए हाफिज नौशाद आदमी और उनके हाजी साथियों ने कितना संघर्ष किया। एक बार फिर उड़ान बंद है मगर उसे पुनः शुरू करने के लिए हाफिज नौशाद आजमी के अलावा सतह पर कहीं कोई संघर्ष करता नहीं दिखाई दे रहा है।


शुक्रवार, 9 सितंबर 2022

Ananta chaturdashi पर निर्जला व्रत कर किया नमन पाठ

अनंतनाथ एवं पार्श्वनाथ का हुआ 108 रजत कलशों से महामस्तकाभिषेक 

दर्शन-पूजन को मन्दिरों में उमड़ी भीड़

 




Varanasi (dil india live)।अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर शुक्रवार को श्री 1008 अनंत नाथ एवं देवाधिदेव पार्श्वनाथ का 108 रजत कलशों से महामस्तकाभिषेक भक्तो ने किया। पर्युषण महापर्व के अन्तिम दिन जैन मंदिरो में दर्शन करने वाले भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान मुख्य आयोजन ग्वाल दास साहू लेन स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर में सकल समाज की उपस्थिति में सांय 4 बजे व्रतधारी शुध्द केशरिया वस्त्रों में इन्द्र के रूप में वाद्य यन्त्रो एवं शहनाई की मंगल ध्वनि के बीच सैकडों धर्मावलम्बीयों ने मंत्रोच्चार के साथ रजत पाण्डुक शिला के कमल सिंहासन पर विराजमान कर तीर्थंकर द्वय का पंचाभिषेक से महा मस्तकाभिषेक किया। 

जैन मतावलंबियों ने निर्जला व्रत रखकर नमन पाठ पढकर इच्छुक रसधारा, दुग्ध धारा, घृत धारा, केशर एवं शुध्द गंगा जल के 108 रजत कलशो से तीर्थंकरों का प्रक्षाल किया।इस नयनाभिराम दृश्य को देखने के लिए जैन धर्मावलम्बीयों की भारी संख्या मंदिरों में देखने को मिली। 

भाद्र शुक्ल पंचमी से चतुर्दशी तक दस दिवसीय पर्युषण पर्व पर प्राचीन परम्परा के अनुसार अंनत चतुर्दशी पर विभिन्न मन्दिरों मे जाकर पार्श्वनाथ जन्म भूमी भेलूपुर, सुपार्श्वनाथ कि जन्म स्थली भदैनी, श्रेयांस नाथ जन्म स्थली सारनाथ, चन्दा प्रभु जन्म स्थली चन्द्रपुरी चौबेपुर, नरिया, खोजंवा, मैदागिन, हाथीबाजार, मझवा, भदैनी, भाट की गली एवं चैत्यालयों में जाकर दर्शन-पूजन किया। धर्मावलम्बी अलग अलग समूह में परिक्रमा भी किया। 

तत्पश्चात मन्दिरों की वन्दना के बाद सायं श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर ग्वाल दास लेन पहुंचने पर महामस्तकाभिषेक मे शामिल हुए प्रातः से ही पंचायती मन्दिर में चौबीसी पूजन, देव शास्त्र, गुरु पूजा, विनय पाठ, अंनत नाथ पूजा, जिनेन्द्र पूजा, शांति पाठ आदि शहनाई ढोल की मंगल ध्वनि के बीच भक्तों ने किया। धर्मावलम्बी भादो मास में पड़ने वाले पर्युषण पर्व पर दस वृत्तियों का व्रत लेकर मन, वाणी एवं शरीर आत्मा को शुद्ध करते हुए कठिन तपस्या व साधना से मन शुध्दि, आत्म शुध्दि, उपवास, जपमाला, ध्यान, स्तुति, वन्दना इत्यादि अपने आत्मबल को जगाने के लिए करते है। 

अंनत चतुर्दशी के पावन अवसर पर श्रद्धालुओ ने पंचामृत में भिगोकर अंनत सूत्र को अपनी बांहो में बांधा। भगवान बांसपुजय जी का मोक्ष कल्याणक भी मनाया गया। अभिषेक के उपरांत शास्त्र प्रवचन एवं भगवनतों की आरती की गई। 

आयोजन में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर सी जैन, विनोद जैन, संजय जैन, प्रधान मंत्री अरूण जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, रत्नेश जैन, राजेश भूषण जैन, सौमित्र जैन उपस्थित थे।

रविवार, 4 सितंबर 2022

Kashi zone:सांस्कृतिक प्रतियोगिता में बालिकाओं का दबदबा




Varanasi (dil india live). काशी जोन एथलेटिक्स एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। मेजबान डीएवी इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित सांस्कृतिक प्रतिस्पर्धा में शहर के कई विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। गायन, लोकगीत, कवि दरबार, एकांकी नाटक आदि विधाओं में छात्राओं ने बाजी मारी। विजयी प्रतिभागियों को कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कॉलेज के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया। 

प्रतियोगिता की शुरुआत सर्वप्रथम लोकगीत से हुआ। लोकगीत में डीएवी इंटर कॉलेज की टीम प्रथम एवं वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज की टीम द्वितीय स्थान पर रही। कवि दरबार मे प्रथम स्थान पर वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज तथा द्वितीय स्थान पर अग्रसेन बालिका इंटर कॉलेज रहा। क्रियात्मक गीत में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रथम तथा हरिश्चंद्र बालिका इंटर कॉलेज द्वितीय स्थान पर रहे। एकांकी नाटक में वल्लभ विद्यापीठ बालिका प्रथम तथा हरिश्चंद्र बालिका इंटर कॉलेज की टीम दूसरे स्थान पर रही। वही भावात्मक गीत में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रथम तथा हरिश्चंद्र बालिका इंटर कॉलेज की टीम द्वितीय स्थान पर रही। भजन प्रतियोगिता में हरिश्चंद्र बालिका इंटर कॉलेज प्रथम तथा अग्रेसन बालिका इंटर कॉलेज एवं डीएवी इंटर कॉलेज की टीम संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान रहे।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष हरिबंश सिंह, कार्यकारी प्रधानाचार्य ध्रुव कुमार शर्मा, नरेंद्र कुमार सिंह, अशोक सिंह, शिवशंकर बरनवाल, विवेक कुमार सिंह, सुलाब सिंह, प्रदीप गुप्ता सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं प्रबंधक उपस्थित रहे।

Isra ने किया काबा से हज करके लौटे हाजियों का खैरमकदम





Varanasi (dil india live). मुकद्दस हज का सफर पूरा कर करके काबा से काशी लौटे हाजियों का जोरदार खैरमकदम अर्दली बाजार में इतवार को किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई हाजी फारुख खान कर रहे थे। इस दौरान इसरा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी ने कहा कि काबा से हज कर करके जो भी जायरीन लौटे हैं वह तय कर ले कि उन्हें सच्चा पक्का नमाजी बनकर, नेकी की जिंदगी गुजारना है। क्यों कि हज करके लौटे हाजी साहेबान ठीक वैसे ही गुनाहों से पाक साफ होते हैं जैसे मां के पेट से पैदा हुआ बच्चा। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की देश की तरक्की में आगे आएं और समाज में फैली तमाम बुराइयों का खात्मा करने के लिए काम करें ताकि हमारे मुल्क में अमन और शांति कायम रहे। हिन्दुस्तान सुकुन के आगोश में तरक्की का सफर तय करें।

इंडियन सोसाइटी फार सोशल रीवोल्यूशन एंड एक्शन (इसरा) की ओर से आयोजित कार्यक्रम का संचालन करते हुए मौलाना हसीन अहमद हबीबी, मौलाना निजामुद्दीन चतुर्वेदी ने कहा कि  संस्था ने इस साल हज यात्रा के दौरान भारतीय हज यात्रियों की खासी मदद की। हज के अरकान अदा करने के लिए उर्दू व हिन्दी में पंफलेट बंटवाया, तमाम हज कैम्प लगाया। जिसमें इसरा ने प्रशिक्षण भी दिया। आज जब हज की ट्रेनिंग लेकर गये जायरीन हज मुकम्मल करके लौटे हैं तो उनके हाजी बनने पर इसरा की पूरी टीम का खुश होना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि हाजी साहेबान को हम सब मुबारकबाद देते हैं। उम्मीद करते हैं कि वो भी हज पर जाने वालों की ऐसे ही मदद करते रहेंगे। इस दौरान कारी शाहबुद्दीन, मौलाना गुलाम रसूल, हाजी अजफर बनारसी ने नात शरीफ से लोगों को फ़ैज़याब किया। 

इनकी रही मौजूदगी: 

मौलाना अजहरुल कादरी, मौलाना इलियास कादरी, फिरोज खान, इम्तियाज अहमद, डा. महबूब कादरी, डा. मोहम्मद हम्ज़ा, शफातुललाह खान, बाबी खान, मोहम्मद नसीम, शाहरुख खान, आफाक अहमद खान, मो. रययान, शमीम अहमद आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।

गौरतलब हो कि हाजी फारुख खान कि अगुवाई में इसरा एक दशक से भी ज्यादा समय से हज यात्रा में बनारस समेत पूर्वांचल के हजारों हज यात्रियों को निःशुल्क प्रशिक्षण शिविर आयोजित करती आ रही है। हाजियों का फार्म, पासपोर्ट फार्म भरने से लेकर टीकाकरण और हज हाउस से रवानगी तक में इसरा अहम रोल अदा करती रही है। 


गुरुवार, 1 सितंबर 2022

Kashi प्रबुद्ध महिला मंच ने मनाया तीजोत्सव



Varanasi (dil india live). काशी प्रबुद्ध महिला मंच की ओर से भेलूपुर स्थित होटल डायमंड में तीज एवं शिक्षक दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत प्रिंसिपल कमलेश गुप्ता को जहां सम्मानित किया गया वहीं गणपति की अराधना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

तीज के उपलक्ष में कजरी गीत की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। सजी धजी महिलाओं ने कैटवॉक कर विभिन्न टाइटल्स जीती व उत्सव से संबंधित हाउजी भी खेली गयी। कार्यक्रम में अध्यक्ष अंजलि अग्रवाल ने अध्यक्षता  किया। संयोजन रेनू कैला का रहा तो धन्यवाद शोभा कपूर ने दिया। रीता अग्रवाल, रीता भट्ट, ममता पंड्या, प्रिया अग्रवाल, किरण अग्रवाल, ममता जायसवाल आदि सदस्यों ने जमकर धमाल किया।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...