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शनिवार, 11 जून 2022

Jain dharm:तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ का जन्म कल्याणक

धूमधाम से मना सातवें तीर्थंकर का जन्म कल्याणक 

निकली शोभायात्रा, गूंजे भक्ति गीत 


Varanasi (dil India live) जैन धर्म के सातवें तीर्थंकर श्री 1008 सुपार्श्वनाथ जी के जन्म कल्याणक एवं तप कल्याणक पर उत्सव मनाया गया।

भव्य शोभायात्रा निकाली गई | शनिवार को प्रातः श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली जैन मंदिर भेलूपुर से शोभायात्रा प्रारंभ हुई| भजनों, जयकारों की स्वर वर्षम के बीच चांदी के रथ पर सवार भगवान सुपार्श्वनाथ को इंद्रगण चंवर ढोला रहे थे।पूरी भक्ति-श्रद्धा उल्लास के साथ भक्तगण भगवान का दर्शन पाकर आनंदित हुए जा रहे थे । एक रंग के वस्त्रों में सजी-धजी महिलाएं भजन करते हुए पूरे भक्ति के साथ चल रही थी। इंद्रो के साथ ही भगवान का सुसज्जित रथ सबको बरबस अपनी ओर आकर्षित कर रहा था । 

बैंड-पार्टीया धार्मिक धुने बजाकर माहौल में भक्ति रस घोल रही थी। जैन धर्म की ध्वज पताका के साथ समाज का बैनर, धूप गाड़ी, कलश गाड़ी , चवर गाड़ी , रजत नालकी भी शोभायात्रा में शामिल थी। छोटे बच्चे घोड़ों पर सवार थे। सभी भक्तगण अपने आराध्य देव के जन्म कल्याणक पर खुशी मना रहे थे। रास्तेभर भगवान की आरती उतारी जा रही थी। 

विभिन्न संस्थाओं द्वारा रास्ते भर स्वागत भी किया गया। जन्म कल्याणक जुलूस भेलूपुर से प्रारंभ होकर विजया माल शिवाला होते हुए भगवान सुपार्श्वनाथ जी की जन्मस्थली जैन घाट भदैनी पहुंची। आनंदमई अस्पताल से भगवान के विग्रह को रथ पर से  उठाकर रजत नाल की पर विराजमान कराकर भक्तगण नाल्की को अपने कंधे पर उठाकर जय-जय जिनेंद्र देवकी भवसागर नाव खेवकी जयकारा लगाते हुए मां गंगा के पावन तट पर जैन घाट पर स्थित भगवान सुपार्श्वनाथ जी की जन्मस्थली दिगंबर जैन मंदिर पहुंचे । जहां पर कई धार्मिक आयोजनों के साथ जन्म उत्सव पर बधाई गीत, भजनों की प्रस्तुति हुई। तत्पश्चात विग्रह को मंदिर जी में कमल सिंहासन पर विराजमान कराकर १०८ कलशों से अभिषेक पूजन ऐवं सामूहिक आरती की गई।शोभायात्रा में प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, संजय जैन, प्रधानमंत्री अरुण जैन, समाजमंत्री तरुण जैन, प्रबन्धक विमल जैन, मंत्री रत्नेश जैन, सुरेंद्र जैन, सौरभ जैन, ब्रह्मचारी आकाश जैन इत्यादि उपस्थित थे। 


मंगलवार, 3 मई 2022

अक्षय तृतीया: ऋषभदेव का हुआ अभिषेक

अक्षय तृतीया आहार दान का पर्व, प्रत्येक जैन इसे मनाये : चैत्यसागर


Varanasi (dil India live )। अक्षय तृतीया के अवसर पर मंगलवार को मैदागिन स्थित बिहारीलाल जैन मंदिर में प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का फलों के रस से अभिषेक हुआ।

इस मौके पर सर्वान्गभूषण आचार्य 108 श्री  चैत्यसागर जी महाराज व उनके संघ ने कहा कि अक्षय तृतीया का पर्व आहार दान पर्व  के रूप मे प्रत्येक जैन को मनाना चाहिये। उन्होने कहा कि अक्षय तर्तीया एक जैन पर्व है, प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जब मुनी रूप में चौदह वर्ष की कठिन तपस्या के बाद आहार के लिये उठे तो किसी को मुनिराज को आहारदान की नवधा भक्ती विधी का ज्ञान ही नहीं था, रोज वह आहार के लिये उठते लेकिन पडगाहन विधी के न जानने के अभाव में, वे वसतिका में निराहार वापस आ जाते। यह क्रम लगभग एक वर्ष चला, फिर हस्तिनापुर के राजा श्रेयांस को पूर्व भव का स्मरण आने पर बैसाख शुक्ला तीज के दिन उन्होंन और उनके भाई राजा सोम ने मुनि ऋषभदेव का इक्षुरस से पारणा कराते हुये प्रथम आहार दान देने का सौभाग्य प्राप्त किया, तभी से यह तिथि अक्षय बनी और अक्षय तृतीय कहलाने लगी। जिसे हमआहार दान पर्व के रुप में मनाते है।

इस अवसर पर जैन बंधुओं द्वारा विशेष पूजन एवं इच्छु रस सहित तमाम फलों के रस से भगवान ऋषभदेव जी का सविधि अभिषेक किया है. इस मौके पर मंदिर के ट्रस्टी भूपेंद्र कुमार जैन, अनिल कुमार जैन, नेमचंद्र जैन, विजय कुमार जैन, प्रदीप चन्द्र जैन, विनोद कुमार जैन, सीए अभिषेक जैन, आशीष जैन, मंजू जैन, रेनू जैन, साधना जैन,  रजनी जैन आदि मौजूद रही।

गुरुवार, 14 अप्रैल 2022

भगवान महावीर जयंती पर काशी में जश्न

तीर्थंकर महावीर के जन्म कल्याणक पर निकली भव्य शोभायात्रा



वाराणसी १४ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। जियो और जीने दो एवं अहिंसा का संदेश देने वाले तीर्थंकर महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक पर गुरुवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई । भगवान महावीर चांदी के रथ पर विराजमान हुए । कहीं चैती तो कहीं सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति हुई । मंगल ध्वनि के बीच हुआ रजत कलशो से अभिषेक । श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी की 2621 वी जयंती पर मैदागिन स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर से प्रातः 9:00 बजे पुष्प वर्षा एवं मंगल ध्वनियों के साथ भव्य रथ यात्रा निकाली गई । रथ यात्रा मैदागिन से प्रारंभ होकर बुलानाला , नीचीबाग , आसभैरव , चौक , ठठेरी बाजार होते हुए सोरा कुआँ पहुंची । चैत्र शुक्ल तेरस को पढ़ने वाली तीर्थंकर जयंती पर चैती “ धन-धन चैत की तेरस रामा भय महावीरा “ एवं भजनों की प्रस्तुति हुई ।जिस  सुसज्जित विशाल रथ पर आराध्य देव विराजमान थे ,उसे श्रद्धालु जन  स्वयं खींच रहे थे। यात्रा में गूंज रही राजस्थान से आई भजन मंडली एवं महिलाओं द्वारा प्रस्तुत धार्मिक भजनों की । शोभायात्रा में ध्वज पताका , अहिंसा , परमो धर्म का बैनर , समाज का बैनर चल रहा था । बैंड पार्टीयां धार्मिक  धुने बजाकर माहौल को भक्तिमय बना रही थी । बच्चे घोड़ों पर सवार होकर चल रहे थे । भारी संख्या में महिलाएं संगठित होकर सजे परिधानों में सामूहिक एवं भक्ति नृत्य कर अपनी आस्था प्रकट कर रही थी । रथयात्रा में बड़ा रजत हाथी , चंवर गाड़ी , धूप गाड़ी , झंडी गाड़ी रजत नालकी सभी को आकर्षित कर रही थी । इंद्रगण  भगवान को चंवर डोला रहे थे । पुरुष पारंपरिक वेश में केसरिया दुपट्टा ओढ़े भगवान महावीर के संदेशों का गुणगान कर उद्घोष कर नगर को गुंजायमान कर रहे थे । रास्ते में लोग पुष्प वर्षा के साथ तीर्थंकर की आरती एवं शोभायात्रा का स्वागत कर रहे थे । कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा शोभायात्रा का स्वागत रास्ते में किया गया । सोरा कुआँ पर आयोजित चैती के बाद तीर्थंकर महावीर के विग्रह को इंद्रो ने बड़े रजत रथ परसे उतार कर रजत नालकी पर विराजमान कराकर नालकी को कंधे से उठाकर ,”जय जय जिनेन्द्र देवकी , भवसागर नाव खेवकी”  का उद्घोष करते हुए ग्वालदास साहुलेन स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर पहुँचे । वहाँ जन्मोत्सव की ख़ुशी में प्राचीन परंपराओं के साथ बधाई गीतों की प्रस्तुती हुई । शहनाई की मंगल ध्वनि के बीच घंटा घड़ियाल , ढोल , मंजीरे के साथ रजत पाण्डुक शिला पर भगवान को विराजमान कर इंद्रो ने 108 रजत कलशों से  अभिषेक एवं विशेष पूजन किया । 

शोभा यात्रा में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष श्री दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर.सी. जैन , विनोद जैन, संजय जैन, प्रधान मंत्री अरुण जैन , विनय जैन , समाज मंत्री तरुण जैन सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे । संयोजन रत्नेश जैन राजेश जैन आदि मौजूद थे 

बुधवार, 13 अप्रैल 2022

महावीर जयंती का काशी में मनेगा उत्सव

भगवान महावीर के जन्म कल्याणक पर निकलेगी भव्य शोभायात्रा 


वाराणसी १३ अप्रैल (dil India live)। श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर श्री 1008 महावीर भगवान की 2621 वीं जन्म कल्याणक पर काशी में जश्न की तैयारी की गई है।

इस दौरान जहां विविध धार्मिक आयोजन होंगे वहीं गुरुवार 14 अप्रैल को प्रातः 8:15 बजे मैदागिन स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर से भगवान महावीर के जन्म कल्याणक पर भव्य शोभायात्रा, तीर्थंकर को चांदी के रथ पर विराजमान कराकर गाजे-बाजे के साथ निकाली जाएगी। यात्रा मैदगिन से प्रारंभ होकर बुलानाला, नीचीबाग,  आसभैरौ, चौक, ठठेरी बाज़ार होते  हुए सोरा कुआँ पहुँचेगी। वहाँ चैत्र मास में जन्मे तीर्थंकर महावीर के जन्म कल्याणक के उपलक्ष में चैती की प्रस्तुति होगी। पुनः सोरा कुआँ से रथयात्रा प्रारंभ होकर ग्वालदास साहुलेन स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर जाएगी। जहां तीर्थंकर महावीर स्वामी का 108 रजत कलशो से अभिषेक एवं पूजन इत्यादि कई धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। जैन समाज के उपाध्यक्ष राजेश जैन ने बताया कि 14 अप्रैल गुरुवार को ही शाम 7:00 बजे से ग्वालदास साहूलेन स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में भगवान महावीर का  झूलनोत्सव मनाया जाएगा।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...