एनसीडी पोर्टल वो दांतों की सफाई की दी जानकारी
मुंह में सूजन, बदबू, खून आना, अल्सर, घाव न भरने का बताया लक्षण
Varanasi (dil india live). Dm कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जनपद के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर अब नियमित मुंह और दांत की बीमारियों की पहचान, इलाज और संदर्भन की निःशुल्क सेवाएँ दी जाएंगी। इसके लिए जनपद के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) सहित 200 से अधिक चिकित्साधिकारियों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को दो दिवसीय प्रशिक्षण सीएमओ कार्यालय सभागार में सीएमओ डॉ संदीप चौधरी के नेतृत्व में दिया गया। इस दौरान नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) तथा मुंह के स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
एसीएमओ (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य और प्रशिक्षक व चिकित्साधिकारी डॉ अतुल राय ने मुंह और दांत की बीमारियों की पहचान, इलाज और संदर्भन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। डॉ मौर्य ने कहा कि अब से सीएचओ को हर दिन एनसीडी की रिपोर्टिंग करनी होगी। इससे पहले रिपोर्टिंग उपकेंद्रों पर एएनएम करतीं थीं। राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार सभी स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस दौरान उन्हें एनसीडी पोर्टल पर फ़ार्म एस की रिपोर्टिंग के बारे में सिखाते हुए शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने को प्रेरित किया गया। एनसीडी पोर्टल में रिपोर्ट किए जाने वाले रोगों, उससे संबंधित जांच तथा नए मरीज मिलने की स्थिति में सूचित करने को कहा गया। पोर्टल पर सांख्यिकी रिपोर्ट के साथ-साथ रोगियों का विवरण भी अपलोड करना है।
डॉ अतुल राय ने मुंह को स्वस्थ रखने के फायदे, ओरल पार्ट्स की साफ-सफाई, सुबह-रात में ब्रश करने के फायदे, ओरल हाइजीन को बढ़ावा देने में डाक्टर की भूमिका, मुंह से संबंधित बीमारियां, उससे बचाव का तरीका, इलाज तथा रेफर करने के संबंध में बताया। उन्होने बताया कि मुंह में सूजन होना, बदबू आना, खून निकलना, अल्सर होना, घाव का न भरना कैंसर के लक्षण हैं। इसके साथ ही दांतों का क्षरण, काला और पीलापन, दांतों से खून निकलता है। उन्होने कहा कि नियमित शराब के सेवन से तनाव बढ़ता है। तनाव या शराब की अधिकता संबंधों को खराब करता है और परिवार के लोगों पर भी इसका गलत असर पड़ता है। जीवन शैली का बदलना, व्यवहार का बदलना, मुंह और व्यक्तिगत साफ-सफाई नजर अंदाज करने से भी सामान्य स्वास्थ्य के साथ -साथ मुंह के स्वास्थ्य की समस्या आती है। इसके कारण सांस लेते और छोड़ते समय मुंह से बदबू आती है।
इस दौरान जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (डीसीपीएम) रमेश प्रसाद वर्मा ने बताया कि सभी सीएचओ को नियमित रूप से एनसीडी पोर्टल पर रिपोर्टिंग करें।