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शुक्रवार, 7 अक्टूबर 2022

Eid miladunnabi 2022: नबी की पैदाइश पर रौशन होगा सारा जहां

नबी की शान में पेश होगा कलाम, उलेमा करेंगे तकरीर

अर्दली बाजार में नातिया मुशायरा कल, 9 को निकलेगा जुलूस 


Varanasi (dil india live). हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला अलैहिवसल्लम की पैदाइश के जश्न में कल सारा जहां रोशनी से नहा उठेगा। हर तरफ नूर की बारिश होगी। 11 रबी उल अव्वल की शाम सजावट का जो दौर शुरू होगा वह 12वीं की रात तक बदस्तूर जारी रहेगा। सजावट के साथ ही नबी की शान में नात का गुलदस्ता अंजुमने पेश करेंगी। कहीं उलेमा की तकरीर तो कहीं शायर नातिया कलाम पेश कर नबी की हम्द-ओ-सना करेंगे। इस दौरान पूरा मंजर नूरानी होगा और हर तरफ नूर की बारिश होगी। 
बेनियाबाग के हड़हासराय से मरकज़ी यौमुंनबी कमेटी का जुलूस उठेगा। जुलूस नबी पर सलाम और कलाम पेश करता हुआ नई सड़क, दालमंडी आदि विभिन्न इलाकों से होते हुए वापस बेनिया पहुंचेगा, जहां पर मौलाना अलहाज सूफी जकीउल्लाह असदउल कादरी की नूरानी तकरीर होगी। तकरीर के बाद अंजुमनों का नातिया मुकाबला शुरू होगा। इसमें बनारस और आसपास की तमाम अंजुमन शिरकत करेंगी।

अर्दली बाजार में नातिया मुशायरा कल

11रबी अव्वल 8 अक्टूबर को जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर रात्रि 8:00 बजे से अर्दली बाजार में नातिया मुशायरा मुख्य रोड पर होगा। अंजुमन फैजान ए नूरी के जेरे इंतेज़ाम होने वाले इस आयोजन के बारे में सैयद फरजंद हुसैन फकीह वो शादाब खान ने संयुक्त रूप से बताया कि नातिया मुशायरा में नामचीन  नातखान अपने कलाम पेश करेंगे। वही 9 अक्टूबर को शाम 4 बजे जुलूस ए मोहम्मदी आपने कदीमी रास्तों अर्दली बाजार भोजूबीर, गिलट बाजार, सर्किट हाउस, कचहरी, पुलिस लाइन होते हुए कार्यक्रम स्थल अर्दली बाजार के मरकज पर आकर समाप्त होगा। रात्रि 9 बजे से मुल्क के जाने माने उलेमा की तकरीर होगी। यह कार्यक्रम सुबह फज्र की नमाज़ तक चलेगा।ऐसे ही दालमंडी, नई सड़क, सराय हड़हा, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, जलालीपुरा, सरैया, पीलीकोठी, पठानी टोला, चौहट्टा, लल्लापुरा, नदेसर, मकबूल आलम रोड,  हुकुलगंज आदि में भी नबी की शान में सजावट की जाएगी और नबी की यौमे पैदाइश का जश्न मनाया जाएगा।

रविवार, 5 दिसंबर 2021

दीन की दावत दे गये मुफ्ती शमशाद

गौस़े आज़म की सजी महफिल, बंटी रात भर नेकी 



वाराणसी 05 दिसंबर(dil india live)। सरैयां नीबू की बाग़ में तंजीम फैजाने गौसे आजम कमेटी की ओर से सालाना जलसे का आयोजन किया गया। जलसे की सदारत मौलाना महबूब आलम साहब ने किया। घोसी से आये मशहूर आलिमे दीन मौलाना मुफ़्ती शमशाद आलम साहब ने अपनी तकरीर में  कहा की दीन के बताये हुए रास्ते पर अगर इंसान चले तो दुनिया और आखिरत दोनों संवर सकती है। आप सब ईमान के पक्के बनिए, पांचो वक्त नमाज अदा करिये और अपने बच्चों को दिनी और दुनियावी दोनों तालीम दें। तालीम से बढ़ कर कुछ नहीं है। आपस में मिल्लत बनाये रखिये, गरीबो की मदद करिए। मुफ्ती शमशाद साहब की नेकी की दावत के बाद नातिया मुशायरा हुआ। जिसमें टांडा से आये मशहूर शायर मुमताज़ टांडवी ने रूहानी नातिया कलाम पेश किया तो लोग, सुब्हान अल्लाह...की सदाएं बुलंद करते दिखें। 

सकलैंन वजाहत बनारसी और दानिश इलाहाबादवी ने भी उम्दा कलाम से लोगों को देर रात तक बांधे रखा। इस मौके पर मेहमाने खुसूसी पार्षद हाजी ओकास अंसारी, पार्षद शफीकुज़्ज़मा भी शामिल हुए। सरदार शोएब, सरदार मतिउर्रहमान, सिराजुद्दीन महतो, डॉ. अफ़ज़ाल, हफीजुर्रहमान अंसारी, नफीस कुरैशी, लाल, असीम अहमद आदि लोग मौजूद थे।

बुधवार, 17 नवंबर 2021

सरकार ग़ौसे आज़म थे पैदाइशी वली

दावते इस्लामी के जलसे में जुटे लोग, हुई तकरीर


वाराणसी 16 नवंबर (dil india live)। जश्ने गौसुल वारा का जलसा दालमंड़ी में मसजिद रंगीले शाह में अकीदत व एहतराम के साथ किया गया। दावते इस्लामी की ओर से हुए जलसे में प्रमुख इस्लामी विद्वानों ने सरकार शेख अब्दुल कादिर जिलानी रहमुतल्लाह अलैह की जिन्दगी और उनके करामात पर रौशनी डाली। मो. महमूद साहब ने कहा कि ग़ौसे आज़म वो पैदायशी वली हैं जिन्होंने मां के पेट में रहते हुए पाक कुरान के 18 पारे याद कर लिया था। अगर ग़ौसे पाक के बताये रास्ते पर इंसान चले तो उसकी ज़िंदगी और आखिरत दोनों सवर जायेंगे। इस मौके पर मुबारक अत्तारी, मो. फारुक, मो. सादिक, कारी अब्दुल कादरी, मो. उमर अत्तारी, सलमान अत्तारी आदि ने शिरकत किया। लोगों का खैरमखदम डा. साजिद ने किया तो शुक्रिया मसजिद के इमाम मो. सऊद अत्तारी ने किया।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...