गुरुवार, 27 नवंबर 2025

VKM Varanasi ka काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2025 में रहा जलवा

विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान हासिल कर मनवाया वीकेएम का लोहा




dil india live (Varanasi). काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2025 का जोनल राउंड 21 एवं 22 नवम्बर 2025 को सम्पन्न हुआ जिसमें समूह नृत्य, नुक्कड़ नाटक तथा एकल गायन (शास्त्रीय, उपशास्त्रीय एवं लोकगीत) में वसन्त कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने प्रथम स्थान प्राप्त कर फाइनल राउंड के लिये अपना स्थान सुनिश्चित किया। इसके साथ ही 24 एवं 25 नवम्बर को आयोजित काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2025 के फाइनल राउंड में नृत्य, गायन एवं नुक्कड़ नाटक विधा का आयोजन सनबीम स्कूल वरुणा, कमिश्नरी ऑडिटोरियम एवं गुरु नानक इंग्लिश स्कूल शिवपुर में आयोजित किया गया। जिसमें वसंत कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने प्रतिभाग किया और विभिन्न विधाओं में पुरस्कार प्राप्त किया। समूह लोक नृत्य विधा में महाविद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जिसमें क्रमशः पालकी प्रिया गोगोई, खुशबू कुमारी, साक्षी कुमारी, रितिका कुशवाहा, गौरी कुमारी ,दीपिका पाठक, रितिका पाठक, अनन्या मिश्रा, तनिष्क और आशा राय ने प्रतिभाग किया। वहीं गायन के सुगम संगीत विधा में महाविद्यालय की छात्रा जयंतिका डे ने प्रथम स्थान तथा शास्त्रीय गायन में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। 

ऐसे ही उपशास्त्रीय गायन (ठुमरी) विधा में वैदेही निमगांवकर ने प्रथम स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय को गौरवान्वित किया। नुक्कड़ नाटक विधा में महाविद्यालय को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ जिसमें क्रमशःः दीपांशी गर्ग, भाविका, रुचिता, गौरी रावत, जानवी, रिया दुबे, यशस्वी गौर, श्रुति, काजल चैधरी, सुमिरन कुमारी एवं मुस्कान कुमारी ने ने प्रतिभागिता की। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह महाविद्यालय के लिए गौरव का क्षण है कि काशी प्रांत में  महाविद्यालय की छात्राओं ने नृत्य, गायन एवं अभिनय विधा में प्रथम एवं द्वितीय स्थान सुनिश्चित कर हम सबको महिमामंडित किया। इसके साथ ही कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता से न सिर्फ छात्राओं को मंच प्राप्त होता है बल्कि उन्हें बनारस की सांस्कृतिक पहचान के साथ अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर भी प्राप्त होता है। 

कार्यक्रम के संयोजन में प्रो. पूनम पाण्डेय, प्रो. सीमा वर्मा, डाॅ. कल्पना आनन्द, डाॅ. नैरंजना श्रीवास्तव, डाॅ. सरोज उपाध्याय, डाॅ. अमित कुमार ईश्वर, डाॅ. प्रीति विश्वकर्मा, डाॅ. प्रतिभा यादव एवं डाॅ. अनुजा त्रिपाठी ने सहयोग प्रदान किया।

"संविधान दिवस" पर BLW में हुए विभिन्न कार्यक्रम

राष्ट्रभक्ति युक्त भावना से बरेका में गूंजा संविधान का संदेश 


F.farooqui/Santosh Nagvanshi

dil india live (Varanasi).बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में आज दिनांक 26 नवंबर 2025 को बरेका महाप्रबंधक श्री सोमेश कुमार के मार्गदर्शन में "संविधान दिवस" बड़े  ही उत्साह, गरिमा और राष्ट्रप्रेम की भावना के साथ मनाया गया।   

इस अवसर पर  प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर श्री सुशील कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व मे प्रशासन भवन स्थित स्वागती हॉल में अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा भारतीय संविधान की उद्देशिका का सामूहिक पठन किया गया।  प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर श्री सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान में वर्णित ‘न्याय,’ ‘समानता’ और ‘बंधुत्व’ के मूल्यों पर जोर देते हुए राष्ट्र की एकता और अखंडता के संवर्धन हेतु निरंतर प्रयास करने का संदेश दिया। उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों और कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा दी, जिससे देश और समाज की प्रगति सुनिश्चित की जा सके।


इस अवसर पर प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर विवेक शील, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन) लालजी चौधरी, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक आलोक अग्रवाल, प्रधान वित्त सलाहकार मुक्तेश मित्तल, महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त देवराज कुमार मौर्य, प्रमुख मुख्य इंजीनियर शैलेंद्र कुमार सिंह, मुख्य विद्युत इंजीनियर (निरीक्षण) मनोज कुमार गुप्ता, मुख्य संरक्षा अधिकारी राम जन्म चौबे, मुख्य गुणवत्ता आश्वासन प्रबंधक एस.बी.पटेल, वित सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी/मुख्यालय अजय श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, संयुक्त सचिव, कर्मचारी परिषद श्रीकांत यादव एवं सदस्य नवीन कुमार सिन्हा और संतोष कुमार यादव समेत बड़ी संख्या में कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।

बरेका प्रशासन भवन स्थित स्वागती हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में संविधान के महान आदर्शों के प्रति प्रत्येक भारतीय को जागरूक करने पर जोर दिया गया, जो उन्हें संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों की याद दिलाता है।

संविधान दिवस के अवसर पर एक अन्य कार्यक्रम में बरेका इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य अशोक कुमार माहेश्वरी के नेतृत्व में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया। तत्पश्चात् भारतीय संविधान से प्रेरित चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता में 80 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग कर संविधान के मूलभूत सिद्धांतों के प्रति अपनी गहरी निष्ठा और जागरूकता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।

संविधान दिवस के अवसर पर बरेका में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों समेत समस्त जनमानस को संविधान के प्रति जागरूक करना था , बल्कि उन्हें को संविधान के मूलभूत सिद्धांतों के प्रति प्रेरित करने का एक सशक्त प्रयास भी था।


बुधवार, 26 नवंबर 2025

Indian Postal Department ने मनाया 'संविधान दिवस

संविधान अपनाने की 76 वीं वर्षगांठ पर किया संविधान की उद्देशिका का पाठ

समानता, न्याय और स्वतंत्रता का अद्भुत दस्तावेज है भारतीय संविधान -पीएमजी कृष्ण कुमार यादव


dil india live (Varanasi). भारतीय डाक विभाग द्वारा उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के सभी डाकघरों और प्रशासनिक कार्यालयों में 26 नवंबर, 2025 को 'संविधान दिवस' मनाया गया। क्षेत्रीय कार्यालय, अहमदाबाद  में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने संविधान अंगीकरण की 76 वीं वर्षगांठ पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ, संविधान की उद्देशिका का पाठ और वाचन किया। सभी उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों ने उद्देशिका दोहराते हुए संविधान में निहित आदर्शों व मूल्यों के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की। 

इस अवसर पर अपने संबोधन में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि संविधान सिर्फ किताब नहीं, यह राष्ट्र का मार्गदर्शक है। आज का दिन हमें अधिकारों के साथ कर्तव्यों का भी स्मरण कराता है। डॉ. भीमराव अंबेडकर व संविधान निर्माताओं ने हमें समानता, न्याय और स्वतंत्रता का ऐसा अद्भुत दस्तावेज दिया जिसने भारत को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित किया। आज के दिन हम यह संकल्प लें कि संविधान की मर्यादा, नागरिक कर्तव्यों और राष्ट्रीय एकता को सदैव सर्वोपरि रखेंगे। 

पोस्ट मास्टर श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, संविधान सभा में  26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया था। करीब 2 वर्ष 11 महीने 17 दिनों की कठोर मेहनत के बाद संविधान को अंतिम रूप दिया गया। उसके मूल स्वरूप में 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियां और लगभग 1,45,000 शब्द शामिल थे, जिससे यह अब तक का सबसे विस्तृत राष्ट्रीय संविधान बना। बाद में 19 नवंबर 2015 को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अधिसूचना द्वारा 26 नवंबर को प्रतिवर्ष ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।



इनकी रही खास मौजूदगी  
इस अवसर पर सहायक निदेशक वी. एम. वहोरा, रितुल गांधी, वरिष्ठ लेखाधिकारी पूजा राठौर, चेतन सैन, सहायक अधीक्षक जीनेश पटेल, रमेश पटेल, रोनक शाह, डाक निरीक्षक पायल पटेल, आशीष पटेल, गौरी शंकर कुमावत सहित तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों ने संविधान दिवस पर शपथ ली।

 

मंगलवार, 25 नवंबर 2025

Guru Teg Bahadur साहिब का 350 वां शहीदी दिवस मना

गुरुद्वारे में गूंजा शब्द कीर्तन हुआ पाठ, चला गुरू का अटूट लंगर


dil india live (Varanasi). सिक्खों के नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादर साहिब (जिन्हे हिन्द की चादर के नाम से जाना जाता है) की शहादत संसार के इतिहास में अद्वितीय है। सब्र, संतोष, सहनशीलता और अकालपुरख में अटूट विश्वास इनकी शहादत को शिखर तक पहुँचाता है। जालिम और जुल्म का सामना गुरूदेव ने जिस सब्र से किया, निःसन्देह इसकी मिसाल और कहीं नहीं मिलती। इस आधार पर ही सिक्ख शहीदियों ने संसार के इतिहास में महान स्थान प्राप्त किया है। यह दिन नौंवे सिख गुरु के सर्वोच्च बलिदान को याद करने के लिये मनाया जाता है। जिन्होंने धर्म और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था।

 श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी महाराज की 350 वीं शहीदी शताब्दी दिवस पर आज 25/11/2025 को प्रातः 6:00 बजे से 8:30 बजे तक ऐतिहासिक तपस्थान गुरूद्वारा नीचीबाग व सांय 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक गुरूद्वारा गुरुबाग में कीर्तन दरबार सजाया गया। उपरान्त गुरू का अटूट लंगर बरताया गया।


इस उपलक्ष्य में पंथ के प्रसिद्ध हजूरी रागी भाई जबरतोड़ सिंह जी दरबार साहिब अमृतसर वाले व भाई नरिन्दर सिंह जी हजूरी रागी गुरुद्वारा गुरूबाग एवं भाई रकम सिंह जी हजूरी रागी गुरुद्वारा नीचीबाग वाराणसी वाले ने गुरुवाणी कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया। शहीदी दिवस के प्रति श्रद्धा को देखते हुए गुरुद्वारा परिसर को विशेष फूलों, प्रकाश सज्जा और आकर्षक मुख्य दिवान हाल से सुसज्जित किया गया था। गुरूद्वारे में काफी संख्या में श्रद्वालुओं ने गुरू साहिब जी के चरणों में मत्था टेक आशीर्वाद प्राप्त किया। पूरे दिन गुरुबाणी से गूंजा परिसर।

Nazir Benarasi को भारत रत्न देने की उठी मांग

मशहूर शायर नज़ीर बनारसी की जयंती पर हुई केंद्र सरकार से मांग

...मस्जिद मंदिर है सामने, एक एक दीप दोनों में पहले जला के चल

F. Farouqi (Babu)

dil india live (Varanasi). जन कल्याण परिषद् उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में मशहूर शायर नज़ीर बनारसी की जयंती रामकटोरा स्थित अन्नपूर्णा रेस्टोरेंट के सभागार में, संस्था के प्रदेश अध्यक्ष गंगा सहाय पाण्डेय की अध्यक्षता में धूम-धाम से मनाई गई। इस अवसर पर नगर के सम्मानित कवि व शायरों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई व अपने कलाम से श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपनी काव्यांजलि दी ।

संस्था के प्रदेश अध्यक्ष गंगा सहाय पाण्डेय ने केन्द्र सरकार से नज़ीर बनारसी को भारत रत्न देने की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने अहिंसा, प्रेम, शान्ति और साम्प्रदायिक सौहार्द को रबाईयो का विषय बनाया। सन् १९०३ में २१ वर्ष की उम्र में उनके द्वारा लिखित ग़ज़ल " इक रात में सौ बार जला और बुझा हूं " , मुफ़लिस का दीया हूं मगर आंधी से लड़ा हूं। सौदागर हूं उजाले का अंधेरे में खड़ा हूं, कभी नफ़रत की आग बढ़ने न पाए, बुझा के चल, उठ और प्यार की गंगा बहा के चल। जो राह रोकती है वो दीवार ढहा के चल, रास्ता अगर नहीं है तो, तो रास्ता बना के चल। होती है शाम मस्जिद मंदिर है सामने, एक एक दीप दोनों में पहले जला के चल। कार्यक्रम का सफल संचालन संस्था के प्रदेश महासचिव सिद्धनाथ शर्मा ने व धन्यवाद शमशुल आरफीन ने किया।

इनकी रही खास मौजूदगी 

इस अवसर पर जमाल बनारसी, मुहक्कम बनारसी, सिद्धनाथ शर्मा, सिद्ध, दिनेश दत्त पाठक, भुलक्कड़ बनारसी, विजय चन्द्र त्रिपाठी, शमीम गाजीपुरी, रामानंद दीक्षित, वहीद इकबाल, हाजी सगीर, विजय शंकर पाण्डेय, डा. अंजनी मिश्रा, शमशुल आरफीन, एस पी श्रीवास्तव आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

Education: DAV PG College में शिक्षकों से VC ने किया संवाद

शिक्षक युवा पीढ़ी को ज्ञानवान बनायें-वीसी प्रो.अजीत चतुर्वेदी


dil india live (Varanasi).। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति (VC) प्रो.अजीत कुमार चतुर्वेदी ने मंगलवार को डीएवी पीजी कॉलेज (DAV PG College) में शिक्षकों से संवाद करते हुए कहा कि हमारी सबसे पहली प्राथमिकता युवा पीढ़ी को ज्ञानवान बनाना है, शिक्षकों का यह दायित्व है कि वें विद्यार्थियों को विषय के प्रति रुचि को बढ़ाये जिससे उनके ज्ञान कौशल में वृद्धि हो। कॉलेज के स्व. पीएन सिंह यादव स्मृति सभागार में शिक्षकों से रूबरू होते हुए कुलपति प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि वही सफल शिक्षक है जो अपने विद्यार्थी को प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित करें। एक अच्छा शिक्षक भी हमेशा विद्यार्थी की ही भूमिका में रहता है। उन्होंने कॉलेज के अकादमिक माहौल की तारीफ करते हुए कहा कि यहां जिस तरह से अध्यापन और शोध कार्य को प्रमुखता दी जा रही है वह सराहनीय है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय डीएवी के अकादमिक उन्नयन के लिए सदैव तत्पर है और हर सहयोग के लिए तैयार है। 

इस मौके पर प्रबंधक अजीत कुमार सिंह एवं कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल ने स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ एवं रूद्राक्ष की माला भेंट कर उनका स्वागत किया। स्वागत भाषण डॉ. पारुल जैन एवं संचालन डॉ. शान्तनु सौरभ ने किया। इस मौके पर प्रबंध समिति के हरिबंश सिंह, उप प्राचार्य द्वय प्रो. संगीता जैन, प्रो.राहुल, नित्यानंद वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामानन्द तिवारी, इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अशोक सिंह सहित समस्त प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।



कंप्यूटर सेंटर का किया शुभारंभ

 कुलपति प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने डीएवी पीजी कॉलेज के न्यू ओबीसी बिल्डिंग में नवनिर्मित कम्प्यूटर सेंटर का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी, प्रबंधक अजीत कुमार सिंह एवं कार्यवाहक प्राचार्य प्रो.मिश्रीलाल ने फीता काटकर सेंटर का शुभारंभ किया। 100 से अधिक कंप्यूटर सेट वाले इस नए सेंटर से शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा साथ ही एआई, साइबर सुरक्षा और अन्य नये तकनीकी विषयों की शिक्षा भी प्रदान की जाएगी।



 

विभिन्न विभागों का निरीक्षण 

इस दौरान कुलपति ने विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। उन्होंने कॉमर्स लैब, इकॉन लैब, लाइब्रेरी, लैंग्वेज लैब, मनोविज्ञान लैब, पुरातत्व लैब आदि का निरीक्षण कर वहां‌ की व्यवस्था की तारीफ की। इस मौके पर उन्हें एनसीसी की तरफ से परेड की सलामी दी गई।

सोमवार, 24 नवंबर 2025

Education: The Modern public school शिक्षक सम्मान व विदाई समारोह का आयोजन

"शिक्षक विदाई समारोह में छलकें खुशी के आंसु"


dil india live (Varanasi). वाराणसी के बड़ी बाजार स्थित द मॉडर्न पब्लिक स्कूल (The Modern public school) में शिक्षक सम्मान व विदाई समारोह का आयोजन हुआ, जिसमे अध्यापिका रोजीना खानम  के सेवाकाल समाप्ति के मौके पर उनको स्मृति चिन्ह, शॉल, अन्य सामग्री भेंट कर  किया गया। प्रधानाचार्य अब्दुल वफ़ा अंसारी और डायरेक्टर मोहम्मद अहमद खान ने स्मृति चिन्ह व माल्यार्पण कर शिक्षिका को सम्मानित किया। सभी शिक्षकों व बच्चों को संबोधित करती हुई रोजीना खान ने कहा कि बच्चे पौधे की तरह होते है, जिस तरह पौधे के जीवन में हवा और पानी की आवश्यकता होती है ,ठीक उसी तरह बच्चे भी ज्ञान के भूखे होते है, और ज्ञान, अज्ञानता को दूर करते हुए एक नई मंजिल का सही रास्ता दिखाता है।

स्कूल के डायरेक्टर ने कहा की शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता, उनके गुणों की सराहना हमेशा होती है, शिक्षक एक ऐसा मार्गदर्शक होता है जो अपने शिक्षार्थी को एक ऐसा मार्ग प्रशस्त करता है जिससे उसका भविष्य उज्ज्वलित होता है। संचालन जफर अंसारी ने किया।

 इस मौके पर अब्दुल वफ़ा अंसारी, मोहम्मद अहमद खान, रोजीना, सोफिया अहमद, अंकित, रहमतुल्लाह, तबस्सुम, इत्यादि के अलावा बच्चों के अभिभावक गण भी उपस्थित थे।