पर्यावरण बचाने में मीडिया निभा सकता है बड़ी भूमिका - प्रो. वन्दना झा
dil india live (Varanasi)। डीएवी पीजी कॉलेज (DAV PG College) में कैरियर ओरिएंटेड कोर्स के रूप में संचालित प्रयोजनमूलक हिन्दी पत्रकारिता के तत्वावधान में शुक्रवार को आधुनिक पत्रकारिता में परिस्थितिकी चेतना विषयक पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के भारतीय भाषा केंद्र की अध्यक्ष प्रो. बन्दना झा ने कहा कि आज जब विश्व संकट के दौर से गुजर रहा है तो उस दौर में परिस्थितिकी पत्रकारिता काफी प्रासंगिक हो जाती है। विश्व युद्ध की आशंका काफी प्रबल होती जा रही है, इन सबके बीच यदि किसी चीज पर सर्वाधिक संकट है तो वह है हमारा पर्यावरण, जिसे विकास का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इस वैश्विक दौर में मीडिया की भूमिका काफी अहम हो जाती है जो हमारे लोक, भाषा और परिस्थितिकी को बचाने में सबसे महत्वपूर्ण हो जाती है।
प्रो. वन्दना झा ने कहा कि अब भारतीय भाषाओं को लेकर खासतौर से हिन्दी को लेकर वैश्विक नजरिया बदला है, ऐसे में हमे अपनी लोक भाषाओं और संस्कृतियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने हेट स्पीच पर भी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह अलगाववादी दृष्टिकोण का प्रतीक है जो हमारे परिस्थितिकी के अनुकूल नही है और सामाजिकता को क्षति पहुंचाने वाला है।
अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल ने कहा कि प्रकृति के प्रति सबकी जवाबदेही है, पत्रकारिता इससे भिन्न नही हो सकती है, बल्कि पत्रकारिता ऐसा माध्यम है जिसके जरिये हम मानव जीवन और प्रकृति के बीच समन्वय स्थापित कर सकते है।
इसके पूर्व प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने प्रो. वन्दना झा का स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र प्रदान कर अभिनंदन किया। स्वागत उपाचार्य प्रो. संगीता जैन, संचालन प्रो.पूनम सिंह ने किया। इस मौके पर आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारुल जैन, डॉ. ज़ियाउद्दीन, डॉ. संजय सिंह, मृत्युंजय प्रताप सिंह, प्रताप बहादुर सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।




कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें