जन्म साधारण परंतु शिक्षक का जीवन इतिहास बन जाता है- फादर पी विक्टर
Ghazipur (dil India live). गाजीपुर जनपद के हार्टमन इण्टर कालेज, हार्टमन पुर में शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ ईश्वर वंदना से हुई। विद्यालय के प्रशासक फादर पी विक्टर ने सर्वप्रथम डा. राधाकृष्णन एवं मदर टेरेसा के चित्र पर माल्यार्पण कर श्राद्ध सुमन अर्पित किया।
इस पुनीत अवसर पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर गुरुजनों को आदर दिया। शिक्षकों के महत्ता को प्रकट करते हुए फादर पी विक्टर ने कहा कि एक शिक्षक कभी भी साधारण नही हो सकता। उसका जन्म तो साधारण इंसान के रूप में होता है पर ज्ञानदान जैसे महान दान से वह ईश्वर तुल्य हो जाता है।वह इतिहास रचना द्वारा ब्रह्मा के समान हो जाता है और साधारण दिखते हुए भी असाधारण इतिहास रच देता है; उनका जीवन इतिहास बन जाता है। चाणक्य, डॉक्टर राधा कृष्णन आदि शिक्षक इसके उदाहरण हैं। शिक्षक चाणक्य ने आततायी शासक घनानन्द के अत्याचार को समाप्त करने के लिए अपने विद्यार्थियों की सेना तैयार की और अत्याचारी शासक का अंत कर इतिहास रच दिया। राधाकृष्ण ने स्टालिन जैसे क्रूर तानाशाह को भी अपनी मानवीय संवेदना की शिक्षा देकर मानवीय संवेदनाओं को जगा कर इतिहास रच दिया। राधाकृष्ण ने कहा था कि यदि शिक्षा सही प्रकार से दी जाए तो समाज से बुराइयाँ मिट जाएँगी।
फादर ने आगे कहा कि शिक्षक का जीवन बच्चों के साथ कैसे व्यतीत होता है वह कभी बच्चा बनकर उन्हें समझाने की कोशिश करता है तो कभी दार्शनिक की तरह उनके प्रश्नों का उत्तर उनके स्तर पर दे रहा होता है।
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स अवसर पर पूर्व प्रधानाचार्य जनता जनार्दन इण्टर कालेज गांधीनगर नर्वदेश्वर राय ने अपने उद्बोधन में डॉक्टर राधाकृष्ण को महान शिक्षक बताया। अवकाश प्राप्त शिक्षक सी डी जान, शिक्षक श्रीराम ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इस अवसर पर फादर पी विक्टर ने द्वारा सभी आगंतुक शिक्षकों एवं अतिथियों को माल्यार्पण, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मानित किया।मंच पर छोटे बच्चों के द्वारा केक काट कर राधाकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य उदय कुमार, पूर्व शिक्षक लक्ष्मण राय, स्वर्ण लता, राजेश कुशवाहा, शुभ नरायण यादव, सिस्टर हेलेन, अरविन्द भारती, सत्येन्द्र पाण्डेय, राजकुमार, पूनम, गुड्डन, वीरेंद्र, अरविंद राय समेत छात्र छात्राएँ कर्मचारी उपस्थित रहे।
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