महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता एवं सन्तुलित आहार महत्वपूर्ण
करौली डायगनाॅस्टिक की एक्सपर्ट ने साझा की महत्वपूर्ण जानकारियां
Varanasi (dil India live). वसंत कन्या महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग एवं छात्र परामर्श एवं अनुशासन समिति द्वारा ”राष्ट्रीय पोषण माह 2025” का आयोजन किया गया। इसके अन्तर्गत एक करौली डायगनाॅस्टिक सेन्टर, द्वारा महाविद्यालय की छात्राओ के लिए ”पिरीयड्स टाॅक, विथ प्राइड, हाइजीन एण्ड डिग्निटी” विषय पर सम्प्रेषण सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए पिरीयड्स से सम्बन्धित स्वच्छता एवं सन्तुलित आहार को महत्वपूर्ण बताया।कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ. गरिमा उपाध्याय ने पोषण माह के विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। इस वर्ष पोषण माह का थीम, ”पढ़ाई भी पोषण भी” तथा ”मोटापा” ”कम वसा एवं कम चीनी का उपयोग” विषय पर आधारित है।
लौह तत्वो की कमी से बचने की सलाह
पोषण माह भारत सरकार द्वारा सामुदायिक पोषण स्तर को समृद्ध करने एवं जागरुकता को बढ़ाने के लिये आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में करौली डायगनाॅस्टिक सेन्टर, से मुख्य वक्ता खाद्य एवं आहार विशेषज्ञ निशा प्रकाश ने ”मेन्स्ट्रुअल साइकिल, हाइजीन एवं न्यूट्रिशन” विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्राओं को लौह तत्वो की कमी से बचने के लिए सब्जियों, छिलके वाली दाल के सेवन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने दैनिक आहार मे विभिन्न सूक्ष्म पोषक तत्वों जैसे आयरन, कैल्शियम फास्फोरस के उपयोग पर जोर दिया। जिन लोगों का पोषण स्तर उत्तम रहता है उनमे बड़ी से बड़ी बिमारियों से लड़ने की क्षमता बनी रहती है।
छात्राएं समस्याओं पर खुल कर बात करें
समरीन (एनाॅटामी एण्ड फिजियोलाॅजी विशेषज्ञ) ने पीरियड्स से सम्बन्धित फिजियोलाॅजी एवं प्रोजेस्टराॅन एवं एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन की भूमिका की चर्चा की। हार्मोनल असंतुलन को ही पिरीयड्स से सम्बन्धित अनियमितता के लिए उत्तरदाई बताया और उन्होंने छात्राओं को अपनी समस्याओं पर चुप रहने की बजाय खुलकर बात करने को प्रेरित किया व उनकी समस्याओ का व्यावहारिक समाधान भी सुझाया। इनके साथ निधि पाण्डे (ब्राॅण्ड मैनेजर), डाॅ. राजीव (निदेशक करौली डायगनाॅस्टिक), स्नेहा सिंह (असिस्टेंट मैनेजर) भी उपस्थित थे।
यह आयोजन डाॅ. संगीता देवड़िया के संरक्षण में किया गया एवं संयोजन गृहविज्ञान विभाग की डाॅ. गरिमा उपाध्याय डाॅ. प्रियंका एवं छात्र सलाहकार एवं अनुशासन समिती प्रभारी डाॅ. मंजु कुमारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने मे डाॅ. अंशु शुक्ला, डाॅ. सुनीता दीक्षित, डाॅ. पूनम, एवं डाॅ. विजय कुमार की भूमिका रही। कार्यक्रम मे गैरशैक्षणिक कर्मचारी (योगिता, पद्मा एवं सोनी) का सहयोग रहा। कार्यक्रम के समापन मे प्रश्नोŸारी सत्र का आयोजन भी किया गया जिसमें विजेता छात्राओ को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 आशीष सोनकर द्वारा किया गया।
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