संस्कृत विभाग व श्री तुलसीदास मठ बरेली ने संयुक्त किया आयोजन
Varanasi (dil india live). वसन्त कन्या महाविद्यालय, संस्कृत विभाग और श्री तुलसीदास मठगद्दीस्थल , बरेली के संयुक्त तत्वावधान में संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में विविध साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों में संस्कृत भाषा एवं साहित्य के प्रति रुचि जागृत करना और इसके शाश्वत ज्ञान की परम्पराओं को संरक्षित एवं प्रसारित करना है।
कार्यक्रमों की श्रृंखला में संस्कृत क्विज प्रतियोगिता, सूक्ति पोस्टर प्रतियोगिता, श्लोक-पाठ प्रतियोगिता तथा काव्य शास्त्रीय विषयों पर आधारित छात्र-सेमिनार का आयोजन किया गया।क्विज़ प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने संस्कृत साहित्य, व्याकरण, दर्शन एवं भारतीय सांस्कृतिक धरोहर से संबंधित प्रश्नों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। श्लोक-पाठ प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने काव्य एवं महाकाव्यों से चयनित श्लोकों का सुशोधित उच्चारण एवं भावपूर्ण प्रस्तुतीकरण कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। "काव्यशास्त्र" विषयक छात्र-संगोष्ठी में विद्यार्थियों ने संस्कृत काव्यशास्त्र की विविध अवधारणाओं जैसे , काव्यलक्षण,अलंकार, रस एवं छन्द पर अपने विचार और शोध प्रस्तुत किए। इन प्रतियोगिताओं एवं सेमिनार का उद्देश्य छात्रों में संस्कृत की शास्त्रीय परम्परा के प्रति गहन अध्ययन भाव उत्पन्न करना और उन्हें सृजनात्मक एवं विवेचनात्मक मंच उपलब्ध कराना रहा। निर्णायकों की भूमिका में विभागाध्यक्ष डॉ.शान्ता चटर्जी, डॉ.. मंजू कुमारी, डॉ. प्रियंका पाठक तथा सुधा चौबे ने प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया।
संस्कृत भाषा नहीं, ज्ञान परम्परा की आत्मा
इस अवसर पर प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने बधाई देते हुए कहा कि संस्कृत केवल भाषा नहीं, बल्कि भारतीय ज्ञान परम्परा की आत्मा है। इस प्रकार के आयोजन छात्रों में आत्मविश्वास, वाक्शक्ति एवं सांस्कृतिक चेतना को प्रबल करते हैं। मुख्य अतिथि आचार्य ब्रह्मस्वरूप शर्मा ने कहा कि संस्कृत शास्त्रों में निहित ज्ञान परम्परा को समाज तक पहुंचा कर सभ्य समाज का निर्माण सहजता से करना सम्भव है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ.कमला पाण्डेय, अध्यक्ष , संस्कृतमातृमण्डलम् ने छात्राओं को आशीर्वाद देते हुए संस्कृत की उत्तरोत्तर प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।
सुश्री प्रतिष्ठा त्रिपाठी ने 'श्रीरामचन्द्रस्तुति' पर भावपूर्ण मंगल नृत्य प्रस्तुत कर सबको मुग्ध किया। कार्यक्रम का संचालन विभागीय छात्र परिषद् 'वाग्वर्द्धिनी सभा'की प्रतिनिधियों नव्या पाण्डेय एवं तेजस्विनी पाण्डेय तथा धन्यवाद ज्ञापन अनुष्का कल्याण शेट्टी ने किया। कार्यक्रम में डॉ .शान्ता चटर्जी, डॉ.मंजू कुमारी, डॉ. प्रियंका पाठक तथा सुधा चौबे प्रेरक तथा डॉ. प्रीति विश्वकर्मा एवं डा.आरती कुमारी दर्शक की भूमिका में रहीं।

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