वर्तमान परिवेश में स्वदेशी को हमें बढ़ावा देने की जरूरत है-स्टांप मंत्री
वाराणसी। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान विकास अभियान हेतु एक दिवसीय कार्यशाला शनिवार को कमिश्नरी ऑडिटोरियम में आयोजित हुई। जिसमें प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने कार्यशाला पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन है तो जीविका चाहिए, जिसके लिए सबके पास तीन विकल्प है जिसमें कृषि, व्यापार तथा सबको रोजगार देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने पिछली सरकारों में बेरोजगारों को मिलने वाले लोन में आने वाली दिक्कतों को आड़े हाथों लिया तथा कहा कि वर्तमान में अधिकारी स्वत: कार्यशाला आयोजित करके लोन दे रहे है।
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि आज विश्व के सभी देशों में अघोषित आर्थिक युद्ध छिड़ चुका है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी को हमें बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जन्मदिन की पार्टियों, शादी-विवाह जैसे आयोजनों तथा आने वाले दिवाली के पर्व पर भी हमें स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम लगातार छोटे उद्योगों को बढ़ावा दे रहे ताकि सभी के हाथों में काम मिल सके। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान के तहत मिलने वाले पांच लाख रूपये के ऋण पर भी सभी का ध्यान खींचते हुए लगने वाले विभिन्न कारखानों की बात कही। उन्होंने नौजवानों से कहा कि उठो युवा मित्रों और कुछ करके दिखाओ।
मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने युवाओं को नए विचारों पर काम करने के लिए प्रेरित किया गया। जनपद वाराणसी में पर्यटन क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों के अनुरूप नए उद्यम स्थापना को प्रोत्साहित किया। मंडलायुक्त द्वारा बैंकों से नए विचारों/नए उद्योगों की स्थापना के प्रति और भी सकारात्मक होने के साथ जनपद के ऋण जमा अनुपात में सुधार के प्रति अपनी सक्रिय भूमिका के निर्वहन के लिए कहा गया।
इस अवसर पर मंत्री रविंद्र जायसवाल ने गाजीपुर के मोहम्मद मातम को ओडीओपी अभियान के तहत 25 लाख का चेक सहित वाराणसी, जौनपुर, चन्दौली एवं गाजीपुर के मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के लाभार्थियों को ऋण वितरण का चेक प्रदान किया।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान अंतर्गत मंडल स्तरीय कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नए उद्यमों की स्थापना हेतु आवश्यक जानकारी प्रदान करना रहा। इस कार्यशाला/कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), स्टांप तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन , उत्तर प्रदेश सरकार,श्री रवीन्द्र जायसवाल, विशिष्ट अतिथि मंडलायुक्त एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, क्षेत्र प्रमुख, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, शैलेन्द्र कुमार, क्षेत्र प्रमुख, बैंक ऑफ बड़ौदा, गंगा सिंह की उपस्थिति रही। अतिथियो का स्वागत अपर आयुक्त उद्योग, वाराणसी मंडल उमेश कुमार सिंह द्वारा किया गया।
सीएम युवा योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जनपद वाराणसी से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक, जनपद जौनपुर से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक, जनपद चंदौली से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तथा जनपद गाजीपुर से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया के बैंक अधिकारियों को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर मंत्री ने सम्मानित किया।
इस कार्यशाला में युवाओं को अपनी रुचि के अनुरूप सही उद्यम की पहचान करने, परियोजना रिपोर्ट तैयार करने, आवेदन प्रक्रिया तथा बैंक से ऋण लेने की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी प्रदान करने के साथ ही तैयार माल की बिक्री के बारे में उपलब्ध अवसरों की जानकारी प्रदान किया गया। इसके साथ ही समाधान समिति के विशेषज्ञों द्वारा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान अंतर्गत इन्नोवेटिव बिजनेस मॉडल, फ्रेंचाइजी बिजनेस मॉडल आदि नवीन अवसरों के बारे में भी जानकारी दी गई। प्रश्नोत्तर सत्र में उद्योग विभाग के अधिकारियों द्वारा लाभार्थियों के जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। वाराणसी मंडल में इस परियोजना का क्रियान्वयन काफी सफलतापूर्वक हो रहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक लगभग 10000 आवेदन बैंकों को प्रेषित किए गए हैं जिसमें से 3864 आवेदन बैंक के स्तर से स्वीकृत है तथा विगत वर्ष के स्वीकृत आवेदनों को शामिल करते हुए 3917 आवेदनों में बैंकों द्वारा ऋण वितरण वितरण किया गया है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान अंतर्गत रुपए 5.00 लाख तक की परियोजना हेतु ब्याज मुक्त, गारंटी मुक्त ऋण विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के उद्यम स्थापना के लिए दिए जाने का प्रावधान है। साथ ही 10 प्रतिशत कैपिटल सब्सिडी देय है।
इस कार्यशाला का आयोजन उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा अपर आयुक्त उद्योग, वाराणसी मंडल के निर्देशन में किया गया। कार्यशाला में सभी बैंक के उच्चाधिकारी गण, शाखा प्रबंधक, उद्योग विभाग के अधिकारी गण एवं कर्मचारी, लाभार्थी, विद्यार्थी आदि उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें